नई दिल्ली ,19 जनवरी । वो यूजर्स जो अभी तक विंडोज़- एक्सपी और माइक्रोसॉफ्ट सर्वर 2003 का इस्तेमाल करते है वह भारतीय रेल की ऑफिशियल वेबसाइट आईआरसीटीसी की वेबसाइट से टिकट बुक नहीं पाएंगे। क्योंकि आईआरसीटीसी की वेबसाइट को टीएलएस 1.1 और टीएलएस1.2 में माइग्रेट कर दिया गया है जिस कारण पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम पर अब टिकट बुक नहीं होगा।
दरअसल, पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम पर टिकट बुकिंग बंद करने की वजह यह है कि सारे यूजर्स टिकट बुक करने के लिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते है जिसके लिए डेबिट कार्ड, नेट बैंकिग, क्रेडिट कार्ड या मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल होता है, ये सभी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन सुरक्षित हो सके, इसके लिए आईआरसीटीसी ने यह कदम उठाया है। जानकारी के लिए बता दें विंडोज सर्वर 2012, विंडोज सर्वर 2012 आर2 और विंडोज सर्वर 2016 पर आईआरसीटीसी की अपग्रेडेट वेबसाइट काम करेगी।
नई दिल्ली ,16 जनवारी । वस्तुओं के परिवहन पर नजर रखने तथा माल एवं सेवा कर (जीएसटी) चोरी पर लगाम लगाने के लिये जीएसटी ई-वे बिल प्रणाली को अप्रैल से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के फास्टैग प्रणाली से जोड़ा जा सकता है। राजस्व विभाग ने परिवहन कंपनियों से विचार-विमर्श के बाद ई-वे बिल, फास्टैक तथा डीएमआईसी की लाजिस्टिक्स डाटा बैंक (एलडीबी) सेवाओं को एकीकृत करने के लिये अधिकारियों की एक समिति गठित की है।
एक अधिकारी ने कहा,‘यह हमारे नोटिस में आया है कि कुछ परिवहन कंपनियां एक ई-वे बिल सृजित कर वाहनों के कई चक्कर लगवा रहे हैं। ऐसे में ई-वे बिल को फास्टैग के साथ एकीकरण से वाहनों की स्थिति का पता लगाने में मदद मिलेगी। साथ ही इससे यह भी पता चलेगा कि वाहन ने कितनी बार राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के टोल प्लाजा को पार किया है। अखिल भारतीय स्तर पर एकीकृत प्रणाली अप्रैल से चालू किये जाने की योजना है। कर्नाटक पायलट आधार पर एकीकृत प्रणाली का क्रियान्वयन कर रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर इसके क्रियान्वयन से न केवल वस्तुओं पर नजर रखने में मदद मिलेगी बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि ई-वे बिल का उपयोग सही यात्रा अवधि के लिये हो। अधिकारी ने कहा, ‘अधिकारियों की समिति सभी संबद्ध पक्षों को इसके लाभ के बारे में जानकारी देगी।’ इस कदम से परिवहन के क्षेत्र में परिचालन संबंधी दक्षता बेहतर होगी। उसने कहा, ‘इससे उन कारोबारियों द्वारा जीएसटी की चोरी पर लगाम लगाने में भी मदद मिलेगी जो आपूर्ति श्रृंखला में खामियों का लाभ उठाते हैं।’ कर अधिकारियों ने अप्रैल-दिसंबर के दौरान 3,626 मामलों में कुल 15,278.18 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी/ उल्लंघन का पता लगाया है।
ई-वे बिल प्रणाली को कर चोरी रोकने का प्रमुख उपाय माना जाता है। इसे 50,000 रुपए से अधिक मूल्य के सामान के एक राज्य से दूसरे राज्य में परिवहन के लिये एक अप्रैल 2018 को लागू किया गया। वहीं राज्यों के भीतर इतने ही मूल्य के सामान के मामले में इसे चरणबद्ध तरीके से 15 अप्रैल से लागू किया गया। जीएसटी प्रणाली के सही तरीके से काम करने के साथ अब केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड का जोर अनुपालन बढ़ाने तथा कर चोरी पर लगाम लगाने पर है। सरकार ने जीएसटी कानून के तहत कर चोरी कर पता लगाने तथा तलाशी एवं जब्ती कार्रवाई के लिये जीएसटी खुफिया महानिदेशालय का भी गठन किया है। सरकार ने जीएसटी से मासिक आधार पर एक लाख करोड़ रुपए से अधिक के राजस्व संग्रह का लक्ष्य रखा है। अबतक औसतन जीएसटी संग्रह औसतन 96,800 करोड़ रुपए महीना है।
नई दिल्ली ,16 जनवारी । डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को दो पैसे की कमजोरी के साथ 71.06 पर खुलने के बाद शुरुआती कारोबार सीमित दायरे में बना रहा। दरअसल, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी से रुपये पर लगातार दबाव बना हुआ है। हालांकि शुरुआती कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले पिछले कारोबारी सत्र की तुलना में मजबूत होकर 70.95 के स्तर तक पहुंचाए लेकिन बाद में 71 पर बना हुआ था। फंड का आउटफ्लो रुकने और घरेलू शेयर बाजार में तेजी आने से रुपये को थोड़ा सपोर्ट मिला है।
पिछले सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया नए साल में पहली बार 71 से नीचे फिसला और 71.15 तक चला गया। कमोडिटी विश्लेषक के अनुसार, दैनिक कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 70.65-71.40 के बीच रह सकता है।
उधर, यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने यानी ब्रेक्सिट समझौते को लेकर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे के प्रस्ताव के संसद में भारी मतों से गिर जाने के बाद डॉलर के मुकाबले पौंड स्थिर बना हुआ था। इससे पहले यूरो और पाउंड में कमजोरी आने से डॉलर मंगलवार को मजबूत हुआ और छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत की माप करने वाला डॉलर इंडेक्स 95.89 तक उछला।
हालांकि डॉलर इंडेक्स बुधवार को 0.11 फीसदी की कमजोरी के साथ 95.56 पर आ गया, जबकि कारोबार के दौरान 95.66 का ऊंचा स्तर रहा। एक पाउंड की विनिमय दर स्थिरता के साथ 1.2858 बनी हुई थी, जबकि यूरो 0.01 फीसदी की कमजोरी के साथ 1.1413 डॉलर पर बना हुआ था।
0-अब प्रतिदिन मिलेगा 3.21 जीबी डेटा
नई दिल्ली ,16 जनवारी । भारतीय संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने अपने 399 रुपए वाले प्लान में कुछ बदलाव किया है। पहले कंपनी इस प्लान में ग्राहकों को 1 जीबी डाटा देती थी लेकिन अब वह ग्राहकों को प्रतिदिन 3.21 जीबी डाटा इस्तेमाल करने के लिए देगी। यानी पूरे प्लान में आपको कुल 237.54 जीबी डाटा मिलेगा। प्लान की वैधता 74 दिनों की है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसका फायदा सिर्फ 2जी या 3जी नेटवर्क वाले ग्राहकों को ही मिलेगा। प्लान के बारे में विस्तार से बताए तो इसमें यूजर्स को अनलिमिटेड वॉइस कॉलिंग और 100 एसएमएस प्रतिदिन मिलेंगे। बीएसएनएल के इस प्लान में पर्सनलाइज्ड रिंग बैक टोन की सुविधा भी मिलती है। इस प्लान के तहत मिलने वाली अनलिमिटेड कॉलिंग सुविधा में यूजर्स देशभर में किसी भी नेटवर्क पर फ्री कॉलिंग कर सकते हैं। इसमें दिल्ली और मुंबई सर्किल भी शामिल हैं।
इस प्लान का लाभ उठाने के लिए आपको 31 जनवरी तक रिचार्ज कराना होगा और आपको इसमें 3.21 जीबी प्रतिदिन की दर से डेटा मिलेगा। बता दें कि 399 रुपए के इस प्लान को कंपनी ने पिछले साल लॉन्च किया था, जिसकी वैधता 74 दिनों की है। ये प्लान 26 अगस्त 2018 को रक्षाबंधन के दिन जारी हुआ था।
बीएसएनएल के इस प्लान की तुलना सीधा जियो के 399 रुपए के प्लान से की जा रही है। बताया जा रहा है कि बीएसएनएल अपने इस प्लान से जियो को कड़ी टक्कर देगा। रिलायंस जियो के 399 रुपए के प्लान में यूजर्स को अनलिमिटेड कॉलिंग, डेटा और एसएमएस मिलता है। इस प्लान में यूजर को 1.5 जीबी डेटा प्रतिदिन मिलता है। जियो के इस प्लान की वैधता 84 दिनों की है। जियो यूजर्स को इस प्लान के साथ रिलायंस जियो एप का सब्सक्रिप्शन भी फ्री मिलता है।
लंदन ,16 जनवारी । ब्रिटेन की संसद द्वारा थेरेसा मे के प्रस्तावित ब्रेक्सिट समझौते को सिरे से खारिज कर दिए जाने के बाद त्वरित प्रतिक्रिया के तौर पर ब्रिटिश पाउंड की गिरावट थम गई और उसमें सुधार दर्ज किया गया। ब्रिटेन की संसद ने मंगलवार को ब्रेक्सिट समझौता खारिज कर दिया। इसके बाद यूरोपीय संघ से देश के अलग होने की योजना पर और अधिक संशय के बादल मंडराने लगे हैं।
पांच दिन की बहस के बाद ब्रिटेन की सरकार और ईयू के बीच हुए समझौते के पक्ष में 202 वोट पड़े और इसके खिलाफ 432 वोट पड़े। इसे 1920 के दशक के बाद से किसी भी ब्रिटिश सरकार की सबसे बड़ी हार माना जा रहा है।
ब्रिटिश मीडिया में समझौता खारिज होने की संभावना के कयासों के मद्देनजर दोपहर से पहले पाउंड तुलनात्मक रूप से स्थिर बना हुआ था। हालांकि, ऐतिहासिक मतदान शुरू होने के समय तक दोपहर में ब्रिटिश मुद्रा में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 1.24 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
सिन्हुआ के अनुसार, ब्रेक्सिट समझौते में हार के एक घंटे के भीतर ही पाउंड ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपनी क्षति की भरपाई की और बाद में इसमें थोड़ा सुधार दर्ज किया गया। ब्रिटेन की फॉरन एक्सचेंज फर्म मोनेक्स यूरोप के मुताबिक, राजनीतिक अनिश्चितता को बावजूद आने वाले सप्ताहों में पाउंड में और सुधार आ सकता है।
नई दिल्ली ,16 जनवारी । छह दिन बाद बुधवार को पेट्रोल आठ पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ, लेकिन डीजल के दाम में बढ़ोतरी का सिलसिला लगातार सातवें दिन भी जारी रहा। तेल विपणन कंपनियों ने दिल्ली, कोलकाता मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम में बुधवार को आठ पैसे प्रति लीटर की कटौती की, लेकिन डीजल की कीमतें दिल्ली और कोलकाता में 12 पैसे, जबकि मुंबई और चेन्नई में 13 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम घटकर क्रमश: 70.33 रुपये, 72.44 रुपये, 75.97 रुपये और 73.00 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। चारों महानगरों में डीजल के दाम बढक़र क्रमश: 64.59 रुपये, 66.59 रुपये, 67.62 रुपये और 68.22 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।