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जियो ने नए ‘आल इन वन ’प्लान लांच किया, पहले से भी हैं अधिक किफायती
Posted Date : 21-Oct-2019 1:25:50 pm

जियो ने नए ‘आल इन वन ’प्लान लांच किया, पहले से भी हैं अधिक किफायती

नईदिल्ली,21 अक्टूबर। मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने सोमवार को नये ‘आल इन वन ’प्लान का एलान किया। कंपनी का कहना है कि नये प्लान पहले से अधिक किफायती हैं। यह प्लान 222 रुपए, 333 रुपए और 444 रुपए के हैं जिनकी वैधता अवधि अलग-अलग है। आल इन वन प्लान में ग्राहकों को 2 जीबी डेटा प्रतिदिन मिलेगा। इसके अलावा एक हजार मिनट इंटरकनेक्टड यूजर्स चार्ज्स (आईयूसी) कालिंग भी फ्री मिलेगी। आईयूसी कालिंग फ्री का तात्पर्य है कि ग्राहक अब जियो से दूसरे नेटवर्क पर एक हजार मिनट तक फ्री बात कर सकेंगे। जियो से जियो पर कालिंग पहले से ही फ्री है।
जियो का 222 रुपए वाले प्लान की वैधता अवधि एक माह की है। अन्य दो प्लानों 333 रुपए और 444 रुपए की वैधता अवधि क्रमश: दो और तीन महीने है। कंपनी के मुताबिक 222 रुपए का प्लान लेने वाले ग्राहक को 2 जीबी डेटा प्रतिदिन और एक हजार मिनट आईयूसी एक माह के लिए मिलेगा। अन्य दोनों प्लानों में 2 जीबी डेटा प्रतिदिन के अलावा एक हजार मिनट आईयूसी कालिंग की सुविधा होगी। तीन सौ तैंतीस रुपए के प्लान की एक हजार आईयूसी कालिंग को ग्राहक दो माह और 444 रुपए प्लान की आईयूसी को उपभोक्ता तीन माह तक उपयोग कर सकेगा।
वर्तमान में जियो का सर्वाधिक बिकने वाला प्लान 399 रुपए का है। इस प्लान में ग्राहक का डेढ़ जीबी डेटा प्रतिदिन मिलता है। इसकी वैधता अवधि तीन महीने की है। यदि ग्राहक तीन महीने वाला प्लान लेना चाहता है तो वह 444 रुपए का प्लान भी ले सकता है। इस प्लान में 1.5 जी बी की जगह 2 जीबी डेटा प्रतिदिन मिलता है। इसके तहत ग्राहक को अतिरिक्त 45 रुपए में 42 जी बी डेटा ज्यादा मिलेगा जिसकी कीमत करीब एक रुपए प्रति जीबी की दर से आती है। कंपनी का दावा है है कि यह दर दूरसंचार उद्योग में डेटा की सबसे कम है। साथ ही ग्राह को एक मिनट की आईयूसी कालिंग भी फ्री मिलेगी । अगर आईयूसी कालिंग को अलग से खरीदा जाता तो यह ग्राहक को 80 रुपए में पड़ता।

जापान को निर्यात की अपार संभावनाएं: फियो
Posted Date : 21-Oct-2019 1:25:30 pm

जापान को निर्यात की अपार संभावनाएं: फियो

नईदिल्ली,21 अक्टूबर । जापान को दवा, रत्न एवं आभूषण, समुद्री उत्पाद, चावल, गो-मांस और एल्युमीनियम का निर्यात किए जाने की अपार संभावनाएं हैं। निर्यातकों के संगठन फियो ने सोमवार को यह बात कही। फियो के अध्यक्ष शरद कुमार सर्राफ ने कहा कि भारत जापान को 17.6 अरब डॉलर का निर्यात करता है। यह दोनों देशों के बीच व्यापार की क्षमताओं के अनुरूप नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ दवा, रत्न-आभूषण, समुद्री उत्पाद, चावल, गोमांग और एल्युमीनियम ऐसे क्षेत्र में जिसमें निर्यात संभावनाओं को तलाशा नहीं गया। इन क्षेत्रों में तीन अरब डॉलर निर्यात की संभावना है।’’ सर्राफ ने कहा कि फियो ने एक ऑनलाइन मंच भारत-जापान व्यापार समूह शुरु किया है। इसका मकसद दोनों देशों के व्यापार समुदाय के बीच संवाद बढ़ाना है ताकि आयात-निर्यात और निवेश संवर्द्धन पर काम किया जा सके। फियो ने व्यापार संवर्द्धन के लिए जापान-भारत उद्योग संवर्द्धन संघ के साथ एक सहमति ज्ञापन पत्र पर भी हस्ताक्षर किए हैं।

2024 तक वर्ल्ड जीडीपी में अमेरिका से ज्यादा होगा भारत का योगदान
Posted Date : 21-Oct-2019 1:25:05 pm

2024 तक वर्ल्ड जीडीपी में अमेरिका से ज्यादा होगा भारत का योगदान

नईदिल्ली,21 अक्टूबर। वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती छाई हुई है। पिछले दिनों आईएमएफ ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि करीब 90 फीसदी देशों की विकास दर इस साल कम रहेगी और भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्था पर इसका असर अब साफ-साफ दिखने लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले पांच सालों में (2024 तक) जीडीपी का आकार लगभग दोगुना कर 5 ट्रिलियन डॉलर करने का लक्ष्य रखा है।
भारत का ग्रोथ रेट भले ही इस वित्त वर्ष में घट गया है, लेकिन अगले वित्त वर्ष से इसमें तेजी की संभावना जताई गई है। इन तमाम परिस्थितियों के बीच ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पांच सालों के बाद वैश्विक जीडीपी में योगदान के मामले में भारत अमेरिका से आगे निकल जाएगा। 
इस रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में चीन का योगदान 2018 के 32.70 फीसदी के मुकाबले गिरकर 28.30 फीसदी पर पहुंच जाएगा, जबकि ग्लोबल जीडीपी ग्रोथ रेट घटकर 3 फीसदी पर पहुंचने का अनुमान जताया गया है। पांच साल बाद भारत का योगदान करीब 15.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है, जबकि अमेरिका का योगदान 13.8 फीसदी (2018-19) से घटकर 9.2 फीसदी पर पहुंच जाएगा। 
इस रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेड वॉर का जीडीपी पर बुरा असर पड़ा है। इंटरनैशनल ट्रेड में अनिश्चितता का माहौल पैदा हो गया है, जिसका असर अगले पांच सालों तक दिखाई देगा। बात अगर भारतीय अर्थव्यवस्था की करें तो वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि अगले वित्त वर्ष से ग्रोथ रेट में तेजी आएगी। 2021 में ग्रोथ रेट 6.9 फीसदी और संभव है कि 2022 में यह 7.2 फीसदी तक पहुंच जाए।

कंपनियों के वित्तीय परिणाम, वैश्विक रुख से तय होगी बाजार की चाल
Posted Date : 21-Oct-2019 1:24:29 pm

कंपनियों के वित्तीय परिणाम, वैश्विक रुख से तय होगी बाजार की चाल

नईदिल्ली,21 अक्टूबर । बाजार विश्लेषकों का मानना है कि एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक तथा एसबीआई जैसी प्रमुख कंपनियों के दूसरी तिमाही नतीजों के साथ-साथ वैश्विक कारक सप्ताह के दौरान शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंसियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि कंपनियों के अब तक आये वित्तीय नतीजे ठीक ठाक रहने तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली बने रहने से बाजार धारणा मजबूत रहने की उम्मीद है। इसके साथ ही निकट भविष्य में वैश्विक और घरेलू मोर्चों पर सकारात्मक गतिविधियों को देखते हुए भी बाजार धारणा बेहतर रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के ब्रेक्जिट समझौते पर सहमत होने के साथ बाजार धारणा को बल मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा अमेरिका तथा चीन के बीच व्यापार तनाव कम होने तथा व्यापार समझौते की संभावना से भी बाजार में तेजी की उम्मीद है।’’घरेलू मोर्चे पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने के लिये पिछले सप्ताह सुधारों को और आगे बढ़ाये जाने के संकेत दिये। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को पूरा करने के लिये सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में हिस्सेदारी बेच रही है। खेमका ने कहा, ‘‘इस प्रकार, वैश्विक और घरेलू मोर्चों पर सकारात्मक गतिविधियों के साथ कंपनियों के अब तक के वित्तीय परिणाम बेहतर रहने तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली रूचि को देखते हुए निकट भविष्य में बाजार धारणा बेहतर बने रहने की उम्मीद है।’’ इस सप्ताह जिन कंपनियों के वित्तीय परिणाम आने हैं, उनमें एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक और एसबीआई समेत कुछ अन्य प्रमुख कंपनियां शामिल हैं। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के कारण सोमवार को शेयर बाजार बंद रहे। मंगलवार को शेयर बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज के वित्तीय परिणाम का असर देखने को मिल सकता है। आरआईएल का परिणाम पिछले सप्ताह शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद जारी किया गया । कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 18.6 प्रतिशत बढक़र 11,262 करोड़ रुपये रहा। एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मुस्तफा नदीम ने कहा, ‘‘मंगलवार को इसमें उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। रिलायंस के वित्तीय परिणाम के साथ-साथ एक्सिस, कोटक बैंक, एशियन पेंट्स, बजाज आटो, हीरो मोटो काप्र, मारुति, मैरिको और एसबीआई के परिणाम का असर शेयर बाजार पर देखने को मिलेगा।’’ पिछले सप्ताह सेंसेक्स में 1,171.30 अंक यानी 3.07 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार को लगातार छठे कारोबारी दिवस में मजबूत हुआ। विदेशी पूंजी प्रवाह और ब्रेक्जिट को लेकर सकारात्मक परिणाम से बाजार धारणा मजबूत हुई। ब्रिटेन ओर यूरोपीय संघ लंबी बातचीत के बाद ब्रेक्जिट समझौते को लेकर सहमत हुए हैं।

एचडीएफसी की वेबसाइट अब छह भारतीय भाषाओं में भी उपलब्ध
Posted Date : 20-Oct-2019 12:46:15 pm

एचडीएफसी की वेबसाइट अब छह भारतीय भाषाओं में भी उपलब्ध

मुंबई,20 अक्टूबर । आवास रिण का कारोबार करने वाली कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड ने रविवार को कहा कि उसने अपनी वेबसाइट को अंग्रेजी के अतिरिक्त छह भारतीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराया है। घर खरीदारों को आवास ऋण से संबंधित जानकारियां आसानी से उपलब्ध कराने के लिये यह किया गया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसकी वेबसाइट अब अंग्रेजी के साथ ही हिंदी, मराठी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ में भी उपलब्ध है। उसने कहा कि वह वित्तीय क्षेत्र की अकेली कंपनी है जिसकी वेबसाइट छह भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। उसने कहा कि इंटरनेट और स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल तथा क्षेत्रीय भाषाओं के उपयोक्ताओं की विशेषकर छोटे शहरों में बढ़ती संख्या ने संबंधित सूचनाएं क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराना महत्वपूर्ण बना दिया है।

एसबीआई 466 करोड़ रुपये की वसूली को 11 खातों की ई-नीलामी करेगा
Posted Date : 20-Oct-2019 12:45:55 pm

एसबीआई 466 करोड़ रुपये की वसूली को 11 खातों की ई-नीलामी करेगा

नईदिल्ली,20 अक्टूबर । भारतीय स्टेट बैंक 466.49 करोड़ रुपये की वसूली को सात नवंबर को 11 ऋण खातों की ई-नीलामी करेगा। नीलामी के लिए जारी नोटिस में कहा गया है कि नियामीय दिशानिर्देशों के तहत बैंक की संशोधित नीति के अनुसार 11 ऋण खातों को संपत्ति पुनर्गठन कंपनियों (एआरसी)-बैंकों-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) और वित्तीय संस्थानों को बिक्री के लिए रखा जाएगा। बैंक ने कहा कि इन वित्तीय संपत्तियों को 12 अक्टूबर को दिखाया गया और नीलामी सात नवंबर को होगी। जिन प्रमुख गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) वाले खातों की नीलामी की जानी है उनमें भाटिया ग्लोबल ट्रेडिंग (बीजीटीएल) शामिल है।