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इंडिपेंडेंट सेलर्स से बिक्री बढ़ाने के लिए ऐमजॉन ने कमीशन घटाया
Posted Date : 13-Feb-2019 11:29:37 am

इंडिपेंडेंट सेलर्स से बिक्री बढ़ाने के लिए ऐमजॉन ने कमीशन घटाया

नई दिल्ली ,13 फरवरी । ऐमजॉन ने अपने प्लेटफॉर्म पर सेलर्स से वसूले जाने वाले कमीशन को विभिन्न कैटिगरीज में कम कर दिया है। कंपनी की तैयारी इंडिपेंडेंट सेलर्स की सेल्स बढ़ाने के साथ ऐमजॉनडॉटकॉम पर वेंडर्स की संख्या बढ़ाने की है, ताकि ई-कॉमर्स सेक्टर की यह दिग्गज कंपनी खुद को सेलर्स-फ्रेंडली मार्केटप्लेस के रूप में स्थापित कर सके। मामले से वाकिफ तीन लोगों ने बताया कि ऐमजॉन ने प्रमुख फैशन सेलर्स के लिए अपना कमीशन 35 पर्सेंट और कुछ एफएमसीजी कैटेगरीज में करीब 50 पर्सेंट कम कर दिया है।
ऐमजॉन इंडिया के एक प्रवक्ता ने बताया, हम नियमित अंतराल पर अपने सेलर्स के लिए सीमित अवधि की फी प्रमोशन स्कीम लॉन्च करते रहे हैं, ताकि ऐमजॉनडॉटइन पर उन्हें अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जा सके। 
ऊपर जिन तीन लोगों ने जानकारी दी है, उनमें से एक ने बताया कि ऐमजॉन ने फैशन सेलर्स को विभिन्न रेटिंग्स में बांटा है, जिससे इंडिपेंडेंट वेंडर्स से सेल्स बढ़ाई जा सके। इन वेंडर्स में से अच्छा प्रदर्शन करने वालों को 35 पर्सेंट कम कमीशन का भुगतान करना होगा। शख्स ने बताया कि सेलर्स को रेटिंग सिस्टम चेन को आगे बढ़ाने और कमीशन में कटौती के रूप में ज्यादा से ज्यादा लाभ हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
मार्केटप्लेस पर मौजूद सेलर्स ने बताया कि एमेजॉन के कमीशन स्ट्रक्चर में यह बदलाव ईकॉमर्स सेक्टर के लिए नई एफडीआई पॉलिसी लागू होने के एक हफ्ते बाद आया है। नई पॉलिसी में 100 पर्सेंट ओवरसीज ओनरशिप को मंजूरी दी गई है, लेकिन ऐसे वेंचर्स को अपनी ग्रुप कंपनी के सामान बेचने की इजाजत नहीं दी गई है। हालांकि देश की दो बड़ी ईकॉमर्स कंपनियों एमेजॉन और फ्लिपकार्ट पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से अपनी इनवेंटरी के अहम हिस्से को नियंत्रित कर नियमों के उल्लंघन करने का आरोप लगता रहा है। नई एफडीआई पॉलिसी में इस तरह के मार्केटप्लेस ऑपरेटर्स को अपने किसी भी सेलर्स में हिस्सेदारी खरीदने से रोकने के प्रावधान किए गए हैं।
हालांकि ऐमजॉन ने इसका भी हल ढूंढ़ निकाला है। नई पॉलिसी लागू होने के बाद एमेजॉन ने अपनी सबसे बड़ी सेलर क्लाउडटेल के जरिए प्रॉडक्ट की बिक्री रोक दी थी, जो अब फिर से ऐमजॉनडॉटइन पर वापस आ गई है। क्लाउडटेल की पैरेंट कंपनी प्रियॉन में एमेजॉन की 49 पर्सेंट हिस्सेदारी थी, जिसे उसने घटाकर 24 पर्सेंट कर दिया है।

2 साल में शानदार रिटर्न देंगे मिड और स्मॉल कैप शेयर: मॉर्गन स्टेनली
Posted Date : 13-Feb-2019 11:28:59 am

2 साल में शानदार रिटर्न देंगे मिड और स्मॉल कैप शेयर: मॉर्गन स्टेनली

मुंबई ,13 फरवरी । मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि निवेशकों को स्टॉक मार्केट में पैसा लगाने को लेकर अपना नजरिया व्यापक करने की जरूरत है। उसका कहना है कि निवेशकों को निफ्टी में शामिल कंपनियों के मुकाबले मझोली और छोटी कंपनियों के स्टॉक्स से हुए लॉस को देखते हुए यह जरूरी हो गया है। आने वाले महीनों में बेंचमार्क इंडेक्स से बाहर की कंपनियों के स्टॉक्स में तेजी आ सकती है, जिससे उनके बीच के परफॉर्मेंस गैप में कमी आएगी। मॉर्गन स्टैनली का मानना है कि निफ्टी में गिरावट के बीच व्यापक शेयर बाजार में तेजी आने की संभावना बनी है।
फॉरेन ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली का कहना है, बेंचमार्क इंडेक्स और बाकी बाजार के वैल्यूएशन में गैप ऑल टाइम हाई पर है। बाकी बाजार का वैल्यूएशन ऑल टाइम लो पर नहीं है लेकिन उनमें बड़े पैमाने पर डीरेटिंग हुई है। बाजार में खरीदार नहीं दिख रहे हैं जबकि इंडिकेटर्स खरीदारी होने के संकेत दे रहे हैं। बीएसई मिडकैप और स्मॉल कैप इंडेक्स में पिछले एक साल में क्रमश: 16 प्रतिशत और 27 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है, जबकि इस दौरान बेंचमार्क सेंसेक्स में 6 प्रतिशत की मजबूती आई है।
मॉर्गन स्टेनली के टॉप मिड कैप पिक्स में इंद्रप्रस्थ गैस, इंडियन होटल्स, सायंट, इप्का लैब, जस्ट डायल, अमारा राजा, अपोलो हॉस्पिटिल्स, इडलवाइज फाइनेंशियल, जुबिलेंट फूडवर्क्स, ओबेरॉय रियल्टी और प्रेस्टीज एस्टेट्स शामिल हैं। इन सभी को मॉर्गन स्टैनली ने ओवरवेट रेटिंग दी है। उसका कहना है कि ये वाजिब दाम पर मिल रहे ग्रोथ स्टॉक्स की परिभाषा में पूरी तरह फिट बैठते हैं। आने वाले दो वर्षों में इनके रिटर्न ऑन कैपिटल में पॉजिटिव बदलाव आ सकता है। इनकी प्रॉफिट ग्रोथ स्ट्रॉन्ग रह सकती है और इनका वैल्यूएशन वाजिब लेवल पर आ सकता है।

पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार दूसरे दिन स्थिर, कच्चे तेल में तेजी
Posted Date : 13-Feb-2019 11:28:06 am

पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार दूसरे दिन स्थिर, कच्चे तेल में तेजी

नई दिल्ली ,13 फरवरी । घरेलू तेल विपणन कंपनियों ने बुधवार को लगातार दूसरे दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एक बार फिर कच्चे तेल में लगातार दूसरे दिन तेजी जारी रही। ब्रेंट क्रूड का भाव पिछले सत्र के मुकाबले करीब एक फीसदी की तेजी के साथ एक बार फिर 63 डॉलर प्रति बैरल के उपर चला गया है। ब्रेंट क्रूड के दाम में पिछले सत्र में 1.76 फीसदी की तेजी रही। 
ऊर्जा विश्लेषकों के अनुसार, तेल निर्यातक देशों का समूह ऑगेर्नाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कंट्रीज यानी ओपेक द्वारा तेल की आपूर्ति में कटौती किए जाने से तेल के दाम में तेजी आई है। उधर, ओपेक के सदस्य वेनेजुएला में जारी आर्थिक व राजनीतिक संकट से भी तेल की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में मंलवार को पेट्रोल के दाम यथावत क्रमश: 70.33 रुपये, 72.44 रुपये, 75.97 रुपये और 73 रुपये प्रति लीटर थे। चारों महानगरों में डीजल के भाव भी क्रमश: 65.62 रुपये, 67.40 रुपये, 68.71 रुपये और 69.32 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रहे। 
अंतर्राष्ट्रीय बाजार इंटरकॉटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर बेंट क्रूड के अप्रैल डिलीवरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 0.98 फीसदी की तेजी के साथ 63.03 डॉलर बैरल पर कारोबार चल रहा था। वहीं, न्ययार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट यानी डब्ल्यूटीआई के मार्च सौदे में 1.05 फीसदी की बढ़त के साथ 53.66 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। 

डॉलर के मुकाबले रुपया 25 पैसे मजबूत
Posted Date : 13-Feb-2019 11:27:24 am

डॉलर के मुकाबले रुपया 25 पैसे मजबूत

नई दिल्ली ,13 फरवरी । डॉलर के मुकाबले रुपये में बुधवार को मजबूती का सिलसिला जारी रहा। रुपया डॉलर के मुकाबले पिछले सत्र से 25 पैसे की बढ़त के साथ 70.45 पर बना हुआ था। इससे पहले देसी मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पिछले सत्र से 22 पैसे की बढ़त के साथ 70.48 पर खुली। डॉलर के मुकाबले रुपया मंगलवार को जबरदस्त उछाल के साथ 70.70 पर बंद हुआ था।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लगातार दूसरे दिन कच्चे तेल के दाम में तेजी आने के बावजूद घरेलू मुद्रा में मजबूती आई है। मुद्रा विश्लेषक बताते हैं कि वोडाफोन आइडिया के विलय और एक्सिस बैंक में स्पेसिफाइड अंडरटेकिंग ऑफ द यूनाइटेड ट्रस्ट ऑफ इंडिया-एसयूयूटीआई के जरिये सरकार के शेयरों की बिकवाली से रुपये को मजबूती मिली है। 
उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मुकाबले यूरो और पौंड समेत कुछ प्रमुख मुद्राओं में मजबूती आने से डॉलर इंडेक्स नीचे फिसला है। विश्लेषक बताते हैं कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव दूर करने की दिशा में दोनों देशों की बातचीत में आशावादी संकेत मिलने से डॉलर के मुकाबले अन्य मुद्राओं की ओर निवेशकों का रुझान देखा जा रहा है। डॉलर इंडेक्स 0.05 फीसदी की कमजोरी के साथ 96.45 पर बना हुआ था। डॉलर के मुकाबले यूरो 0.13 फीसदी की बढ़त के साथ 1.1339 पर बना हुआ था।

सैमसंग की दलाली की रकम से वाड्रा ने खरीदा लंदन का घर
Posted Date : 11-Feb-2019 12:25:52 pm

सैमसंग की दलाली की रकम से वाड्रा ने खरीदा लंदन का घर

0-ईडी का दावा
नईदिल्ली ,11 फरवरी । प्रवर्तन निदेशालय की जांच से रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने जांच में दावा किया है कि कोरियाई कंपनी सैमसंग इंजीनियरिंग की ओर से दी गई दलाली से वाड्रा ने लंदन में अपना मकान खरीदा है. ईडी की ओर से दावा किया गया है कि वाड्रा को ये रकम गुजरात के दाहेज में बनने वाले ओएनजीसी के एसईजेड से जुड़े निर्माण का ठेका मिलने के एवज में दी गई थी. ईडी ने कहा कि उसके पास वो सभी दस्तावेज मौजूद हैं वो यह बताते हैं कि रॉबर्ट वाड्रा ने लंदन में जो संपत्ति खरीदी है उसमें पैसा कहां से लगा है.
रिपोर्ट के मुताबिक सैमसंग इंजीनियरिंग को दिसंबर, 2008 में दाहेज में बनने वाले एसईजेड के लिए ठेका मिला था. ईडी के अधिकारियों ने दावा किया गया है कि ठेका मिलने के कुछ महीनों बाद 13 जून, 2009 को सैमसंग ने संजय भंडारी की कंपनी सैनटेक को 49.9 लाख डॉलर (लगभग 23.50 करोड़ रुपये) दिए थे. संजय ने इन रुपये में से लगभग 19 लाख पाउंड (लगभग 15 करोड़ रुपये) वोर्टेक्स नाम की कंपनी में ट्रांसफर कर दिए. इन पैसों का इस्तेमाल लंदन के 12, ब्रायंस्टन स्चयर की संपत्ति खरीदने के लिए किया गया था.
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2010 में भंडारी का रिश्तेदार सुमित चड्ढा इस संपत्ति की मरम्मत के लिए वाड्रा को ईमेल भेजकर इजाजत मांग रहा था. इस ईमेल में सुमित ने बताया था कि घर की मरम्मत के लिए पैसों की जरूरत है, जिस पर वाड्रा की ओर से मनोज अरोड़ा ने जवाब दिया था जल्द ही पैसों की व्यवस्था हो जाएगी. बताया जाता है कि घर की मरम्मत पर लगभग 45 लाख रुपये खर्च किए गए.

सरकारी योजनाओं में डीबीटी से 90 हजार करोड़ की बचत: सिन्हा
Posted Date : 10-Feb-2019 12:22:45 pm

सरकारी योजनाओं में डीबीटी से 90 हजार करोड़ की बचत: सिन्हा

नई दिल्ली ,10 फरवरी । केंद्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने सरकारी योजनाओं में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर जोर देते हुए कहा कि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) से सरकार ने एक साल में 90 हजार करोड़ रुपए बचाए हैं। इसके आगे और भी बढऩे की गुंजाइश है। सिन्हा यहां विज्ञान भवन में एक स्वयंसेवी संस्था अष्टव्रत इंडिया फाउंडेशन की ओर से सामाजिक उद्यमिता एवं उसके माध्यम से समाज के विकास विषय पर संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
सिन्हा ने कहा, सरकारी सहायता और लाभ को सीधे लाभार्थियों के खाते में डालने से सालभर में 90 हजार करोड़ रुपये बचे हैं। उन्होंने सवालों के जवाब में कहा कि सरकार भारत नेट योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में डिजिटल प्रौद्योगिकी के जरिए सरकारी सेवाएं पहुंचने की बड़ी योजना चला रही है। साझा सुविधा केंद्रों (सीएससी) के जरिए 115 तरह की सेवाएं दी जा रही हैं। इनमें जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र से लेकर बैंकिंग सुविधाएं तक शामिल हैं।
भविष्य में 5 लाख गांवों को डिजिटल प्रौद्योगिकी से जोडऩे का लक्ष्य है। सिन्हा ने कहा कि देश की तकदीर तकनीक है और तकनीक के माध्यम से लोगों को सशक्त करना, जोडऩा और उनकी सामूहिक ताकत को जागृत करना आसान हुआ है। उन्होंने देश के ग्रामीण इलाकों में ऑप्टिक फाइबर केबल के माध्यम से दो लाख गांवों में साझा सेवा केन्द्र खोले जाने का उल्लेख किया और कहा कि इससे गांवों में लोगों को डिजिटल माध्यम से मिलने वाली सभी सरकारी सुविधाएं दी जा रही हैं। 
उन्होंने कहा कि जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र से लेकर बैंकिंग सुविधाएं तक इन सेंटरों में मिल रही हैं। कार्यक्रम में नीति आयोग के सदस्य एवं प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के प्रमुख डॉ. विवेक देवराय, स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उदय शंकर और दिल्ली विश्वविद्यालय में फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज की डीन प्रो. सुनीता सिंह सेनगुप्ता ने भी भाग लिया।