नयी दिल्ली,16 नवंबर । कर्ज के बोझ से दबी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को जुलाई-सितंबर की तिमाही में 30,142 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ है। उच्चतम न्यायालय द्वारा सांविधिक बकाये पर फैसले के मद्देनजर देनदारियों के लिए प्रावधान की वजह से कंपनी का घाटा इतनी ऊंचाई पर पहुंच गया है। दिवाला प्रक्रिया में चल रही कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,141 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। उच्चतम न्यायालय के दूरसंचार कंपनियों के सालाना समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) की गणना पर फैसले के मद्देनजर कंपनी ने 28,314 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। आरकॉम की कुल देनदारियों में 23,327 करोड़ रुपये का लाइसेंस शुल्क और 4,987 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम इस्तेमाल शुल्क शामिल है। आरकॉम और उसकी अनुषंगियों ने 1,210 करोड़ रुपये के ब्याज और 458 करोड़ रुपये के विदेशी विनिमय उतार-चढ़ाव के लिए प्रावधान नहीं किया है। आरकॉम ने कहा कि यदि इसके लिए प्रावधान किया जाता तो उसका नुकसान 1,668 करोड़ रुपये और बढ़ जाता। तिमाही के दौरान कंपनी की परिचालन आय घटकर 302 करोड़ रुपये रह गई जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 977 करोड़ रुपये थी। बंबई शेयर बाजार में आरकॉम का शेयर 3.28 प्रतिशत टूटकर 59 पैसे पर बंद हुआ।
नयी दिल्ली,15 नवंबर । वैश्विक निवेश फर्म ब्लैकस्टोन ने फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशंस लिमिटेड (एफएलएफएल) में 1,750 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। एफएलएफएल किशोर बियानी के नेतृत्व वाली फ्यूचर समूह का हिस्सा है। कंपनी ने जानकारी दी, ‘‘ब्लैकस्टोन ने रीका कमर्शियल वेंचर्स में 1,750 करोड़ रुपये का निवेश किया है।/ रीका कमर्शियल एफएलएफएल की धारक कंपनी है।’’ ब्लैकस्टोन ने इस निवेश से एफएलएफएल में छह प्रतिशत की हिस्सेदारी हासिल की है। इस बारे में ब्लैकस्टोन टैक्टिकल अपॉर्च्युनिटीज के एशिया प्रमुख किशोर मूरजानी ने कहा, ‘‘हम किशोर बियानी द्वारा खड़े किए गए फ्यूचर समूह के कारोबार से प्रभावित हैं। इसलिए फ्यूचर समूह की यात्रा में सहयोग देते हुए हमें खुशी हो रही है।’’ एफएलएफएल एक एकीकृत ब्रांडेड फैशन कंपनी है जो फ्यूचर समूह की सेंट्रल, ब्रांड फैक्टरी और प्लानेट स्पोर्ट्स जैसी श्रृंखलाओं का परिचालन करती है।
नईदिल्ली,15 नवंबर । आज के डिजिटल युग में लोगों ने घरं में पैसे रखना बंद कर दिया है। इस वजह से पैसे निकालने के लिए एटीएम पर हम लोगों की निर्भरता बढ़ गई है। एटीएम से कैश निकालना कई बार लंबी लाइनों के चलते मुश्किल हो जाता है, तो कई बार एटीएम में पैसे नहीं होने की वजह से लोगों को और एटीएम के चक्कर काटने पड़ते हैं।
इसी असुविधा को दूर करने के लिए यूनियन बैंक ने अपने ग्राहकों की मदद के लिए यू-मोबाइल नाम का एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। इससे ग्राहकों को पहले ही पता चल जाएगा कि एटीएम में कैश है या नहीं। इस काम के लिए बैंक ने जियो सर्वे की व्यवस्था की है। इसकी मदद से मोबाइल ऐप में देखा जा सकेगा कि बैंक के किस एटीएम में कैश है और कौन सा खाली है। जिस एटीएम में पैसे होंगे उस पर हरा निशान दिखेगा, जबकि खाली वाले एटीएम में लाल निशान।
यूनियन बैंक के पूरे देश में करीब 7000 एटीएम हैं। यूनियन बैंक के इस ऐप की खासियत है कि वह 3 अलग-अलग दूरी (0-3 केएम, 3-5 केएम, 5-10 केएम) में मौजूद एटीएम को चिन्हित कर सकते हैं। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के सीएमडी राजकिरण राय के मुताबिक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का यू-मोबाइल नाम का ऐप लॉन्च हो चुका है। इस ऐप से एटीएम में नकदी होने या खाली होने की जानकारी मिलेगी।
नईदिल्ली,15 नवंबर । अगर आप ट्रेन में सफर करने के शौकीन हैं ते आपके लिए एक बुरी खबर है। जी हां..अब ट्रेनों में चाय और खाना महंगा होने जा रहा है। यानी ट्रेन में चाय और भोजन के लिए अब आपको ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। इस संदर्भ में रेलवे बोर्ड में पर्यटन एवं खान-पान विभाग के निदेशक की तरफ से सर्कुलर भी जारी कर दिया गया है। रेलवे बोर्ड में पर्यटन एवं खान-पान विभाग के निदेशक की तरफ से जारी सर्कुलर से पता चला है कि राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों में चाय, नाश्ता और खाना महंगा होने जा रहा है। इन ट्रेनों के टिकट लेते वक्त ही चाय, नाश्ते और खाने का पैसा भी देना पड़ता है। वहीं, दूसरी ट्रेनों में भी यात्रियों को महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी।
राजधानी, दुरंतो और शताब्दी ट्रेनों के लिए लागू नई दरों के मुताबिक, सेकंड एसी के यात्रियों को चाय के लिए अब 10 रुपये की जगह 20 रुपये जबकि स्लीपर क्लास के यात्रियों को 15 रुपये देने होंगे। दुरंतो के स्लीपर क्लास में नाश्ता या खाना पहले 80 रुपये का मिलता था जो 120 रुपये हो जाएगा। वहीं, शाम की चाय की कीमत 20 रुपये से बढक़र 50 रुपये होने जा रही है।
टिकटिंग सिस्टम में नए मेन्यू और शुल्क 15 दिनों में अपडेट हो जाएंगे जबकि 120 दिनों (चार महीने) के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। तब राजधानी के फर्स्ट एसी कोच में खाना 145 रुपये की जगह 245 रुपये में मिलेगा। संशोधित दरें न केवल प्रीमियम ट्रेनों के यात्रियों को बल्कि आम लोगों को भी प्रभावित करेंगी। रेग्युलर मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में ठीक-ठाक शाकाहारी भोजन 80 रुपये का मिलेगा जिसकी मौजूदा कीमत 50 रुपये है। इंडियन रेलवे कैटरिंग और टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) रेल यात्रियों को एग बिरयानी 90 रुपये जबकि चिकन बिरयानी 110 रुपये में मुहैया कराएगा। रेग्युलर ट्रेनों में 130 रुपये की कीमत पर चिकन करी भी परोसा जाएगा।
सुबह की चाय के मुकाबले शाम की चाय महंगा होने को लेकर रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि शाम की चाय के साथ रोस्टेड नट्स, स्नैक्स और मिठाइयां आदि भी दी जाएंगी। रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने कीमतें बढ़ाने का पक्ष लेते हुए कहा, हम रेलवे में कैटरिंग सर्विस की च्ॉलिटी सुधारना चाहते हैं। इसलिए यह कदम उठाया जा रहा है। पिछली बार 2014 में दरें बदली गई थीं। रेलवे बोर्ड का सर्कुलर कहता है कि आईआरसीटीसी के आग्रह और बोर्ड की ओर से गठित मैन्यु ऐंड टैरिफ कमिटी की सिफारिशों पर कीमतें बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
नयी दिल्ली,14 नवंबर । राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोना गुरुवार को 15 रुपये की मामूली तेजी के साथ 38,995 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा। रुपये के मजबूत होने से सोने की तेजी पर कुछ अंकुश लगा। इससे पहले बुधवार को सोना 38,980 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘दिल्ली में 24 कैरेट सोने के हाजिर मूल्य में 15 रुपये की मामूली तेजी आयी लेकिन रुपये के मजबूत होने से सोने की तेजी पर कुछ अंकुश लग गया। दिन के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 16 पैसे अधिक मजबूत हो गया था।’’चांदी की कीमत भी 50 रुपये की तेजी के साथ 45,726 रुपये किलो हो गयी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी दोनों में तेजी रही। सोना का भाव 1,466.50 डॉलर प्रति औंस था तथा चांदी 16.97 डॉलर प्रति औंस था। उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका-चीन व्यापार समझौते को लेकर चिंता के कारण लगातार तीसरे दिन सर्राफा में सकारात्मक कारोबार हुआ और कीमतों में मजबूती आई।’’पटेल ने कहा कि हांगकांग में विरोध प्रदर्शन बढऩे तथा चीन के कमजोर उत्पादन आंकड़ों के सामने आने से भी सर्राफा कीमतों की तेजी को समर्थन मिला।
नयी दिल्ली,14 नवंबर । मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने चालू वित्त वर्ष के लिये भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 5.8 प्रतिशत से घटाकर 5.6 प्रतिशत कर दिया है। उसने बृहस्पतिवार को कहा कि जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में नरमी अपेक्षा के विपरीत लंबी अवधि तक खींच गयी है जिसके कारण उसे अपने अनुमान को कम करना पड़ा है। क्रेडिट रेटिंग और शोध सेवा सेवा देने वाली कंपनी ने कहा, ‘‘हमने भारत के लिये आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटा दिया है। हमारा अनुमान है कि 2019-20 में यह 5.6 प्रतिशत रहेगी जो 2018-19 में 7.4 प्रतिशत थी।’’ मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस के अनुसार 2020-21 और 2021-22 में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी और यह क्रमश: 6.6 प्रतिशत तथा 6.7 प्रतिशत रह सकती है। लेकिन वृद्धि की गति पूर्व वर्षों के मुकाबले धीमी ही रहेगी। उसने कहा, ‘‘भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2018 के मध्य से धीमी पड़ रही है। वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 2019 की दूसरी तिमाही में करीब 8 प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत पर आ गयी। बेरोजगार बढ़ रही है।’’ मूडीज के अनुसार, ‘‘निवेश गतिविधियां पहले से धीमी है लेकिन खपत के लिये मांग के कारण अर्थव्यवस्था में तेजी बनी हुई थी। हालांकि अब खपत मांग भी नरम हुई है जिससे मौजूदा नरमी को लेकर समस्या बढ़ रही है।