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राजधानी, शताब्दी और दुरंतो में खाने का ऑप्शन चुनने वाले यात्रियों के लिए सफर होगा महंगा
Posted Date : 17-Nov-2019 1:23:34 pm

राजधानी, शताब्दी और दुरंतो में खाने का ऑप्शन चुनने वाले यात्रियों के लिए सफर होगा महंगा

0-3 प्रतिशत-9 प्रतिशत तक बढ़ेगा किराया
नईदिल्ली,17 नवंबर । अभी हाल ही में ट्रेनों में चाय और खाना महंगा हुआ था और आज बड़ी खबर निकल कर सामने आई है। ये खबर लाखों रेल यात्रियों के लिए किसी झटके से कम नहीं है। राजधानी, शताब्दी और दुरंतो जैसी ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को झटका लगने वाला है। इन ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री अगर टिकट बुक करते समय खाने को भी शामिल करते हैं तो उन्हें 3 प्रतिशत से लेकर 9 प्रतिशत तक अधिक किराया देना होगा। संशोधित कैटरिंग चार्ज अगले साल 29 मार्च से लागू होगा।
नए आदेश के मुताबिक, इन ट्रेनो में यात्रियों को फर्स्ट क्लास एसी और एग्जिक्युटिव क्लास में चाय के लिए 35 रुपये (अभी 15 रुपये), ब्रेकफास्ट के लिए 140 रुपये (अभी 90 रुपये) तथा लंच और डिनर के लिए 245 रुपये (अभी 140 रुपये) का भुगतान करना होगा। वहीं, सेकेंड क्लास एसी, थर्ड क्लास एसी तथा चेयरकार में मॉर्निंग टी 20 रुपये (अभी 10 रुपये), ब्रेकफास्ट 105 (अभी 70 रुपये), लंच तथा डिनर 185 रुपये (अभी 120 रुपये) और इवनिंग टी 90 रुपये (अभी 45 रुपये) में मिलेगा।
दुरंतो ट्रेन के स्लीपर क्लास में मॉर्निंग टी 15 रुपये (अभी 10 रुपये), ब्रेकफास्ट 65 रुपये (अभी 40 रुपये), लंच तथा डिनर 120 रुपये (अभी 75 रुपये) और इवनिंग टी 50 रुपये (अभी 20 रुपये) में मिलेगा। राजधानी, शताब्दी तथा दुरंतो ट्रेनों में खानपान की कीमतों को साल 2013 में संशोधित किया गया था।
शुल्क में वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगाड़ी ने कहा, गुणवत्तापूर्ण खानपान की सुविधा देने के लिए कैटरिंग चार्ज में बढ़ोतरी करने की जरूरत है।
आदेश के मुताबिक, रेल मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, प्री-पेड ट्रेनों में किराये में कुल 3 प्रतिशत से लेकर 9 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होगी, जो मील का चयन करेंगे। कैटरिंग की संशोधित दरें 29 मार्च, 2020 से लागू होंगी। जनता मील की कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है और यह 20 रुपये ही रहेगी। ला कार्टे मील के नाम पर ओवरचार्जिंग को रोकने के लिए मेल तथा एक्सप्रेस ट्रेनों में इस तरह के खाने को परोसने की मंजूरी नहीं होगी। हालांकि, ला-कार्टे स्नैक्स जैसे समोसा, पकौड़ा और अन्य खाद्य पदार्थों की बिक्री की अनुमति होगी। यह भी फैसला किया गया है कि खाने में बिरयानी की लोकप्रियता को मद्देनजर, आईआरसीटीसी तीन तरह की बिरयानी- वेज, एग और चिकन उपलब्ध कराएगी, जिनकी कीमत क्रमश: 80 रुपये, 90 रुपये और 110 रुपये होगी।

शेयर बाजार : अमेरिका-चीन व्यापारिक वार्ता की प्रगति से तय होगी चाल
Posted Date : 17-Nov-2019 1:22:50 pm

शेयर बाजार : अमेरिका-चीन व्यापारिक वार्ता की प्रगति से तय होगी चाल

मुंबई ,17 नवंबर । विदेशी बाजार से मिलने वाले संकेतों से इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार की चाल तय होगी, खासतौर से अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक मसलों को सुलझाने की दिशा में होने वाली प्रगति पर बाजार की नजर रहेगी। वहीं, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों के निवेश के प्रति रुझान से भी बाजार को दिशा मिलेगी। इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल से भी बाजार की दिशा तय होगी। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव बीते सप्ताह तकरीबन दो महीने के ऊंचे स्तर पर चला गया था। कच्चे तेल का दाम बढऩे से रुपये में कमजोरी आ सकती है जिसका असर शेयर बाजार पर देखने को मिलेगा। पिछले सप्ताह के आखिर में देसी मुद्रा में सुधार देखने को मिला था।
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। इस दौरान राजनीतिक घटनाक्रमों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी।
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक मसलों को लेकर टकराव के कारण दुनियाभर में मंदी का माहौल बना हुआ है। लिहाजा, दुनिया के दो बड़े व्यापारिक साझेदारों में टकराव दूर करने की दिशा में प्रगति से बाजार में सकरात्मक माहौल बनेगा।
वहीं, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बीते महीने हुई बैठक के विवरण इस सप्ताह गुरुवार को जारी होने वाले हैं। फेड ने बीते महीने ब्याज दरों में कटौती कर इसे 1.5-1.75 फीसदी के दायरे में कर दिया था।
इसके अलावा विदेशों में इस सप्ताह जारी होने वाले कुछ प्रमुख आर्थिक आंकड़ों का भी बाजार पर असर देखने को मिल सकता है।
अमेरिका में इस सप्ताह के आखिर में शुक्रवार को यूएस मार्किट मैन्युफैक्च रिंग और सर्विस पीएमआई के आंकड़े भी जारी होंगे। इससे पहले जापान में बुधवार को व्यापार संतुलन के आंकड़े जारी होंगे और गुरुवार को यूरोपीय यूनियन के कंज्यूमर कॉन्फिडेंस के आंकड़े जारी होंगे।

कनेक्ट2इंडिया ने स्वच्छ वॉटर प्यूरीफायर निर्यात को टाटा केमिकल्स की इकाई से मिलाया हाथ
Posted Date : 16-Nov-2019 1:30:51 pm

कनेक्ट2इंडिया ने स्वच्छ वॉटर प्यूरीफायर निर्यात को टाटा केमिकल्स की इकाई से मिलाया हाथ

नईदिल्ली,16 नवंबर । स्टार्टअप कंपनी कनेक्ट2इंडिया ने टाटा केमिकल्स की अनुषंगी एनकरेज सोशल एंटरप्राइज फाउंडेशन के साथ करार किया है। इस समझौते के तहत कनेक्ट2इंडिया वैश्विक स्तर पर टाटा स्वच्छ वॉटर प्यूरीफायर का निर्यात एवं विपणन करेगी। कनेक्ट2इंडिया के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी पवन गुप्ता ने कहा कि कंपनी वॉटर प्यूरीफायर के वैश्विक बाजार वितरण और निर्यात पर ध्यान केंद्रित करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘एनकरेज सोशल एंटरप्राइज के साथ भागीदारी कर हम वैश्विक स्तर पर टाटा स्वच्छ का निर्यात एवं विपणन करेंगे। कनेक्ट2इंडिया के व्यापार आकलन के अनुसार बीते साल भारत से वॉटर प्यूरीफायर का निर्यात 13.8 करोड़ डॉलर रहा। वैश्विक स्तर पर वॉटर प्यूरीफायर का निर्यात 8.6 अरब डॉलर रहा। गुप्ता ने कहा कि दुनिया भर में साफ सफाई और स्वच्छ पेयजल पर ध्यान दिया जा रहा है, ऐसे में वॉटर प्यूरीफायर के बाजार में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है।

अनिल अंबानी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के निदेशक पद से इस्तीफा दिया
Posted Date : 16-Nov-2019 1:30:07 pm

अनिल अंबानी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के निदेशक पद से इस्तीफा दिया

नईदिल्ली,16 नवंबर । अनिल अंबानी ने कर्ज के बोझ से दबी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने शनिवार को शेयर बाजारों को यह सूचना दी। शेयर बाजारों को दी जानकारी में कंपनी ने कहा है कि अंबानी के साथ ही छाया विरानी, रायना करानी, मंजरी काकर, सुरेश रंगाचर ने आरकॉम के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले मणिकंतन वी, ने कंपनी के निदेशक एवं मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) का पद छोड़ा था। कंपनी ने कहा है कि इन इस्तीफों को कंपनी के ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) के समक्ष विचारार्थ रखा जाएगा। आरकॉम फिलहाल दिवाला प्रक्रिया में है। सांविधिक बकाया पर उच्चतम न्यायालय के फैसले की वजह से कंपनी को अपनी देनदारियों के लिए भारी-भरकम प्रावधान करना पड़ा है। इससे चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी को 30,142 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ है।

टिकटॉक के यूजर हुए 1.5 अरब, लिस्ट में भारत टॉप पर
Posted Date : 16-Nov-2019 1:29:34 pm

टिकटॉक के यूजर हुए 1.5 अरब, लिस्ट में भारत टॉप पर

बीजिंग,16 नवंबर । सोशल मीडिया एप टिकटॉक के दुनियाभर में 1.5 अरब यूजर्स हो गए हैं और इस सूची में भारत शीर्ष स्थान पर है। एप स्टोर के साथ-साथ गूगल प्ले पर टिकटॉक को 1.5 अरब बार डाउनलोड किया गया है। 46.68 करोड़ बार सिर्फ भारत में एप को डाउनलोड किया गया है, जो कुल आंकड़ों का लगभग 31 प्रतिशत है। मोबाइल इंटेलिजेंस फर्म सेंसर टावर के अनुसार, पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष 2019 में छह प्रतिशत अधिक एप को 61.4 करोड़ लोगों ने डाउनलोड किया।
भारत में 2019 में लोगों ने इसके इस्तेमाल में तेजी दिखाई, इस साल 27.76 करोड़ लोगों ने इसे डाउनलोड किया। यह विश्व में सभी डाउनलोड के आंकड़ों का 45 प्रतिशत है। इस सूची में चीन 4.55 करोड़ डाउनलोड के साथ दूसरे स्थान पर है, जो कि आंकड़ों का 7.4 प्रतिशत है। इसके अलावा 3.76 करोड़ डाउनलोड के साथ अमेरिका तीसरे स्थान पर है, जो इस साल के आंकड़ों का 6 प्रतिशत है। 
सेंसर टावर ने कहा कि इस आंकड़ों में देश में तीसरे पक्ष के एंड्रॉयड स्टोर से इंस्टॉल किए जाने वाले आंकड़े शामिल नहीं है। 61.4 करोड़ डाउनलोड के साथ टिकटॉक वर्तमान में वर्ष का तीसरा सबसे अधिक डाउनलोड किया जाने वाला गैर-गेमिंग एप है। सूची में पहले स्थान पर व्हाट्सएप 70.74 करोड़ इंस्टॉल के साथ शीर्ष पर है, वहीं फेसबुक मैसेंजर 63.62 करोड़ इंस्टॉल के साथ दूसरे स्थान पर है। इसी सूची में 58.7 करोड़ डाउनलोड के साथ फेसबुक चौथे और 37.62 करोड़ डाउनलोड के साथ इंस्टाग्राम पांचवें स्थान पर है।

28 फर्जी कंपनियां चलाकर सरकार को लगाया 108 करोड़ का चूना
Posted Date : 16-Nov-2019 1:29:20 pm

28 फर्जी कंपनियां चलाकर सरकार को लगाया 108 करोड़ का चूना

नईदिल्ली,16 नवंबर । केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की पश्चिमी दिल्ली कमीशनरी ने बिना माल एवं सेवाओं की आपूर्ति किये इनवॉयस जारी कर सरकारी खजाने को 108 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि यह रैकेट  रॉयल सेल्स इंडिया  तथा 27 अन्य फर्जी कंपनियों का संचालन कर रहा था तथा उनके नाम पर इनवॉयस जारी करता था। ये सभी 28 कंपनियां वास्तव में अस्तित्व में नहीं थीं। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर पटियाला हाउस कोर्ट में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया।
ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपी 28 फर्जी कंपनियों के नाम से फर्जी इनवॉयस बनाकर जीएसटी के तहत  इनपुट टैक्स क्रेडिट  दिलाया करते थे जिससे सरकारी खजाने को कर का नुकसान हो रहा था। सरसरी तौर पर उन्हें 900 करोड़ रुपये का इनवॉयस जारी कर सरकार को 108 करोड़ रुपये के कर का चूना लगाने का दोषी पाया गया है। ये फर्जी कंपनियों का जीएसटीएन में पंजीकरण कराते थे। गरीब लोगों के दस्तावेज जमा कराकर उन्हें इन कंपनियों के मालिक के तौर पर दिखाया जाता था। इन कंपनियों के नाम पर खोले गए बैंक खातों में पड़ी 1.58 करोड़ रुपये की जमा के लेनदेन पर रोक लगा दी गयी है। मंत्रालय ने बताया कि इस पूरे फर्जीवाड़े से सबसे ज्यादा लाभांवित होने वाले लोगों तक पहुँचने के लिए मामले की आगे जांच की जा रही है।