नई दिल्ली ,10 मार्च । अगर आप किसी ई-कॉमर्स कंपनी की वेबसाइट का कस्टमर केयर नंबर गूगल पर सर्च कर रहे हैं तो आपको बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि इन दिनों सर्च इंजन पर फर्जी कस्टमर केयर नंबरों की जैसे बाढ़ आ गई है। सर्च इंजनों पर फर्जी नंबर डालने वाले जालसाज आपके बैंक अकाउंट की जानकारी मांगकर आपको चूना लगाते हैं। इस तरह, एक छोटी सी चूक से आप बैंक खाते में पड़ी अपनी मेहनत की कमाई से हाथ धो बैठते हैं।
रेणु गुप्ता को भी यह सबक तब मिला, जब उनके खाते से मोटी रकम जालसाजों ने उड़ा ली। दरअसल, उनकी बेटी ने एक पॉप्युलर ई-कॉमर्स पोर्टल का कस्टमर केयर नंबर गूगल से लेकर उसपर कॉल किया। खुद को कस्टमर केयर रेप्रिजेंटटिव बताने वाले व्यक्ति ने न केवल महिला के बैंक खाते से पैसे उड़ाए, बल्कि उसने मेसेज भी भेजा कि वह ट्रांजैक्शन कर रहा है और उनका मजाक उड़ाते हुए कहा, अब पैसा गया।
दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-24 में बुटिक चलाने वाली रेणु गुप्ता ने बताया कि उन्होंने एक पॉप्युलर ई-कॉमर्स वेबसाइट से एक हैंडबैग ऑर्डर किया था, लेकिन वह उन्हें पसंद नहीं आया, जिसके कारण उन्होंने इसे वापस करने का फैसला किया। एक मार्च को उनकी बेटी ने गूगल पर एक वेबसाइट से कथित कंपनी के कस्टमर केयर का नंबर निकाला और उससे संपर्क किया।
गुप्ता ने कहा, फोन उठाने वाले व्यक्ति ने खुद को कंपनी का रेप्रिजेंटटिव बताया। रिफंड का अमाउंट ट्रांसफर करने के बहाने उसने मेरी बेटी से अकाउंट का डिटेल ले लिया। इसके तुरंत बाद मेरे खाते से पैसे विद्ड्रॉल के मैसेज आने लगे। जबतक मैं अपना कार्ड ब्लॉक कराती, तब तक मेरे खाते से 15,000 रुपये निकाले जा चुके थे।
महिला ने यह बात अपने बैंक के अधिकारियों को बताई और पूछा कि उनके खाते में पड़ी बाकी की रकम तो सुरक्षित है, क्योंकि उन्हें मकान की ईएमआई देनी है। इस पर बैंक अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया कि चूंकि उनका कार्ड ब्लॉक हो चुका है, इसलिए उनका पैसा सुरक्षित है।
गुप्ता ने कहा, हैकर ने मेरे खाते से पैसे उड़ाने के लिए यूपीआई का इस्तेमाल किया और मेरा मजाक भी उड़ाया। यही नहीं, उसने ट्रांसफर होने वाले पैसों की जानकारी मेरे वॉट्सऐप पर भी शेयर किया। मेरे पति ने उससे बात की और पैसे लौटा देने की गुहार लगाई, लेकिन उसने इनकार कर दिया। महिला ने बताया कि कुल मिलाकर उन्हें 52 हजार रुपये की चपत लगाई गई।
एक सप्ताह का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है। पुलिस का कहना है कि जालसाजों ने सर्च इंजनों को फर्जी कस्टमर केयर नंबर से भर दिया है, जिसका इस्तेमाल वे लोगों के पैसे लूटने के लिए कर रहे हैं। रिफंड चाहने वाले कस्टमर इनके जाल में फंस जाते हैं और अपने अकाउंट से जुड़ी जानकारी देकर अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई खो बैठते हैं।
नई दिल्ली ,10 मार्च । टायर निर्माता कंपनी बालकृष्ण इंडस्ट्रीज लिमिटेड (बीकेटी) ने कहा कि कंपनी अगले 3 साल में अपने संयंत्रों पर 2000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा, जिससे करीब 300 लोगों को रोजगार मिलेगा। बीकेटी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (एमडी) अरविंद पोद्दार ने कहा, कंपनी अगले तीन साल में संयंत्रों के साथ ही अन्य विस्तार पर 2000 करोड़ रुपये निवेश करेगी और इससे करीब 300 लोगों को रोजगार मिलेगा।
पोद्दार ने कहा, यह निवेश संयंत्रों के आधुनिकीकरण एवं क्षमता विस्तार पर किया जाएगा, जिससे अलग-अलग भौगोलिक परिस्थितियों एवं जरूरतों के अनुकूल उपयुक्त टायर का निर्माण किया जा सके। पैरिस में आयोजित कृषि उत्पादों के सबसे बड़े एक्सपो सीमा में हिस्सेदारी के दौरान पोद्दार ने कहा, बीकेटी अभिनव उत्पादों के निर्माण में भरोसा करती है और यही वजह है कि कंपनी के पास 2700 से अधिक टायर के मॉडल है। प्रतिवर्ष कंपनी 82 से 100 नए मॉडल पेश करती है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि महाराष्ट्र में जिस ट्रैक्टर का उपयोग होगा वह आंध्र प्रदेश के लिए उपयुक्त नहीं होगा, क्योंकि वहां की जमीन हार्ड है। उन्होंने कृषि संबंधी उत्पाद के लिए विकास दर लक्ष्य 15 फीसदी है। उन्होंने कहा कि भारत में समग्र रूप से देखा जाए तो विकास दर 12 से 15 फीसदी है। पोद्दार ने कहा कि टायर सेक्टर का समग्र विकास दर 5 से 6 फीसदी है, वहीं बीकेटी की विकास दर 10 से 12 फीसदी है। उन्होंने बीकेटी के कुल उत्पाद का 52 फीसदी टायर यूरोप के बाजारों में बिकता है। बाकी की खपत घरेलू एवं अन्य बाजारों में होती है।
फ्रांस में कंपनी का मार्केट शेयर करीब 25 फीसदी है। कंपनी के भारत में तीन संयंत्र हैं। इनमें गुजरात के भुज में 312 एकड़ में फैला संयंत्र है। इसके अलावा औरंगाबाद और भिवाड़ी में संयंत्र है। इन पर कंपनी अगले तीन साल में 2000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। उल्लेखनीय है कि बीकेटी ने हाल ही में एक नई उत्पादन साइट के लिए 10 करोड़ डॉलर की निर्माण परियोजना का ऐलान किया था। इस प्रॉडक्शन साइट से न केवल अमेरिकी बाजार में बल्कि पूरे अमेरिकी क्षेत्र में सप्लाई की जाएगी। यह नई प्रोडक्शन साइट भारत के बाहर इस बहुराष्ट्रीय समूह की पहली मैन्युफैक्चरिंग साइट होगी।
नई दिल्ली ,10 मार्च । केन्द्र सरकार ने गुजरात के सूरत में मेट्रो रेल परियोजना को मंजूरी दे दी है। इससे सूरत में 40 किमी से अधिक दूरी के दो मेट्रो रेल कॉरीडोर के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।
आवास एवं शहरी विकास मामलों के मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार सरकार द्वारा मंजूर की गयी सूरत मेट्रो रेल परियोजना को पांच साल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इसकी लागत 12020.32 करोड़ रुपये निर्धारित की गयी है। परियोजना के तहत 21.61 किमी लंबे पहले कॉरीडोर में सूरत के सरथाना से ड्रीम सिटी इलाके को जोड़ा जायेगा जबकि 18.74 किमी लंबा दूसरा कॉरीडोर भेसन से सरोली इलाके को मेट्रो रेल सेवा से जोड़ेगा।
इस परियोजना के तहत पहले कॉरीडोर में 20 और दूसरे में 18 मेट्रो स्टेशन बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। परियोजना को गुजरात मेट्रो रेल कार्पोरेशन पूरा करेगा। इसकी लागत में केन्द्र और गुजरात सरकार आधी आधी हिस्सेदारी वहन करते हुये विभिन्न वित्तीय एजेंसियों से मिले ऋण का सहारा भी लिया जाएगा।
मुंबई ,10 मार्च । केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने शनिवार को कहा कि सरकार ने अगले दो साल में 100 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आकर्षित करने का लक्ष्य रखा है। पिछले साल देश में 38 अरब डॉलर का एफडीआई आया था। ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत ने किसी साल एफडीआई आकर्षित करने के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया हो। पिछले साल चीन में कुल 32 अरब डॉलर का एफडीआई हुआ था।
भारत में 2018 में प्राप्त एफडीआई में गत अगस्त में 16 अरब डॉलर के वालमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे से आया निवेश भी शामिल है। इस के अलावा पिछले साला के अन्य बड़े सौदों में हिंदुस्तान यूनिलीवर द्वारा जीएसके के उपभोक्ता कारोबार को 31,700 करोड़ रुपये में खरीदने तथा श्नाइडर इलेक्ट्रिक, टीपीजी कैपिटल, केकेआर, सॉफ्टबैंक और अलीबाबा आदि के सौदे शामिल रहे।
प्रभु ने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के एक कार्यक्रम में कहा, हमने पिछले साल रिकॉर्ड एफडीआई आकर्षित किया। हमने 2020 तक 100 अरब डॉलर का एफडीआई आकर्षित करने का लक्ष्य तय किया है और इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार एफडीआई के लिये क्षेत्रवार आकलन कर रही है और इन्हें आकर्षित करने के लिये उचित नियम तैयार कर रही है। प्रभु ने दावा किया कि इस वित्त वर्ष में देश का निर्यात 2014 के 323 अरब डॉलर के अब तक के सर्वोच्च स्तर को पार कर जाएगा और 330 अरब डॉलर से अधिक रहेगा। उन्होंने कहा, लेकिन मैं इससे खुश नहीं हूं। हमें और अधिक निर्यात करना होगा। इससे रोजगार सृजन में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार कारोबार सुगमता के साथ ही निवेश सुगमता पर भी काम कर रही है। उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ घरेलू अर्थव्यवस्था के बेहतर एकीकरण की जरूरत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, यदि आप निवेश के रास्ते की दिक्कतें दूर करते हैं, हमें एफपीआई, एफडीआई और घरेलू निवेशकों सभी स्रोतों से निवेश आता हुआ दिखने लगेगा। इस कार्यक्रम में रेलवे एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल भी उपस्थित थे।
मुंबई,08 मार्च । कोरिया की दिग्गज कंपनी ह्यूंदै मोटर कंपनी भारत की ऐप के जरिए टैक्सी सेवा देने वाली ओला से निवेश के संबंध में बातचीत कर रही है। ह्यूंदै 25-30 करोड़ डॉलर (करीब 17.5 से 21 अरब रुपये) ओला में निवेश कर सकती है। सूत्रों ने बताया कि बातचीत सफल रही तो ह्यूंदै, ओला में 4 प्रतिशत हिस्सेदारी ले सकती है। इस डील में ओला की वैल्यू करीब 6 अरब डॉलर (करीब 4 खरब 20 अरब रुपये) लगाई जा सकती है। यह भाविश अग्रवाल की इस कंपनी के लिए अब तक का सबसे ऊंचा वैल्यूएशन होगा।
कोरियाई कंपनी ह्यूंदै की ओला से बातचीत की जानकारी सबसे पहले एनट्रैकर ने दी थी। ओला में ह्यूंदै का यह संभावित निवेश इंडियन स्टार्टअप इकोसिस्टम में उसका दूसरा इन्वेस्टमेंट हो सकता है। पिछले साल अगस्त में उसने कार रेंटल स्टार्टप रेव में 100 करोड़ रुपये के फंडिंग राउंड की अगुवाई की थी। सूत्रों ने बताया कि ताजा निवेश कुछ हफ्तों में पूरा हो सकता है और यह ओला के 50 करोड़ डॉलर (करीब 35 अरब रुपये) के इच्टिी फाइनैंसिंग राउंड का हिस्सा होगा। इसके दौरान फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर सचिन बंसल और मिराए ऐसेट-नेवर एशिया ग्रोथ फंड ने भी ओला में निवेश किया है।
न्यू इकॉनमी मोबिलिटी सेगमेंट में ऐक्टिव रही ह्यूंदै ने पिछले साल नवंबर में सिंगापुर की ऐप बेस्ड राइड सर्विस देने वाली कंपनी ग्रैब में 25 करोड़ डॉलर (करीब 10.50 अरब रुपये) का निवेश किया था। इस सेगमेंट में उसकी प्रतिद्वंद्वियों जनरल मोटर्स, फोर्ड मोटर कंपनी और टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन ने भी निवेश किया है। उन्होंने ऊबर और लिफ्ट जैसी कंपनियों में पैसा लगाया है। दरअसल, दुनियाभर में ऑटोमेकर्स लोगों के कार खरीदने के ट्रेंड में आ रही कमी से निपटने के लिए यह कदम उठा रही हैं।
0-एयर इंडिया की अहम पहल
नई दिल्ली ,08 मार्च । एयर इंडिया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पूर्ण रूप से महिला चालक दल वाली 12 अंतरराष्ट्रीय और 40 से ज्यादा घरेलू उड़ानों का परिचालन करेगी। एयरलाइन ने बृहस्पतिवार को एक बयान में बताया कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में उसकी मध्यम और लंबी दूरी की 12 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में चालक दल में केवल महिलाएं होंगी।
इसके घरेलू मार्गों पर 40 से ज्यादा उड़ानों के फेरे का परिचालन पूरी तरह महिला दल के हाथ में होगा। एयर इंडिया इन 12 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए बी787 ड्रीमलाइनर और बी777 विमानों को लगा रही है। इन उड़ानों में दिल्ली-सिडनी, मुंबई-लंदन, दिल्ली-रोम, दिल्ली-लदंन, मुंबई-दिल्ली-शंघाई, दिल्ली-पेरिस, मुंबई-न्यूयॉर्क, मुंबई-न्यूयॉर्क, दिल्ली न्यूयॉर्क, दिल्ली-वाशिंगटन, दिल्ली-शिकागो और दिल्ली-सैन फ्रांसिस्को मार्ग की उड़ानें शामिल हैं। एयर इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अश्विनी लोहानी ने सभी महिला चालक दल के सदस्यों को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी।