व्यापार

सितंबर तिमाही में म्यूचुअल फंडों ने ऋणपत्रों से निकाले पांच हजार करोड़ रुपये
Posted Date : 01-Dec-2019 12:19:22 pm

सितंबर तिमाही में म्यूचुअल फंडों ने ऋणपत्रों से निकाले पांच हजार करोड़ रुपये

नयी दिल्ली ,01 दिसंबर । म्यूचुअल फंडों ने इस साल जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान ऋणपत्रों से पांच हजार करोड़ रुपये की निकासी की है। इस दौरान मुख्य रूप से तरल तथा ऋण जोखिम वाली सम्पत्तियों (अधिक जोखिम वाली ऋण प्रतिभूतियों) से भारी निकासी की गयी। इससे पहले अप्रैल-जून तिमाही में म्यूचुअल फंडों ने ऋणपत्रों में शुद्ध रूप से 19,700 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश किया था। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों में यह जानकारी मिली है। आंकड़ों के अनुसार, ऋणपत्रों से पूंजी निकासी के बाद भी आलोच्य तिमाही के दौरान म्यूचुअल फंडों का संपत्ति आधार एक लाख करोड़ रुपये से थोड़ा बढक़र 1.01 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। म्यूचुअल फंडों ने सितंबर तिमाही के दौरान तरल प्रतिभूतियों में लगाए गए कोष से 15,862 करोड़ रुपये तथा ऋण जोखिम वाली प्रतिभूतियों से 8,032 करोड़ रुपये निकाले। हालांकि इस दौरान म्यूचुअल फंडों ने कॉरपोरेट बांड में करीब 6,717 करोड़ रुपये तथा बैंकिंग एवं सार्वजनिक उपक्रम के ऋणपत्रों में 10,749 करोड़ रुपये लगाये। इस तरह उन्होंने ऋणपत्रों से 5,061 करोड़ रुपये की निकासी की। आलोच्य तिमाही के दौरान निवेशकों ने इक्विटी म्यूचुअल फंडों में 24 हजार करोड़ रुपये निवेश किये। यह जून तिमाही की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक है। इस श्रेणी में निवेश बढऩे का मुख्य कारण एफपीआई अधिशेष को वापस लेना, कॉरपोरेट करों में कटौती होना तथा आने वाले समय में अन्य सुधारों की उम्मीद है।

15 जनवरी के बाद आएगी प्याज की नई फसल, फिर मिलेगी चढ़ते दामों से राहत!
Posted Date : 01-Dec-2019 12:18:39 pm

15 जनवरी के बाद आएगी प्याज की नई फसल, फिर मिलेगी चढ़ते दामों से राहत!

नई दिल्ली ,01 दिसंबर । प्याज की लगातार बढ़ती कीमतों से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। जानकारों का कहना है कि 15 जनवरी के बाद गुजरात और नासिक से प्याज की नई फसल आने के बाद ही प्याज की कीमतों से राहत मिल सकती है। फिलहाल अलवर से प्याज की आवक हो रही है।
प्याज विक्रेताओं के मुताबिक अलवर में भी प्याज का सीजन खत्म होने को है। आगामी एक सप्ताह में अलवर से आने वाली प्याज की आवक में कमी होने संभावना है। इससे प्याज की कीमत और बढ़ सकती है।
एक हफ्ते बाद और कम होगी सप्लाई!
ओनियन ट्रेडर्स असोसिएशन आजादपुर मंडी के सेक्रटरी श्रीकांत मिश्रा ने बताया कि आजादपुर मंडी में पहले प्याज की आवक रोजाना 4-5 हजार मीट्रिक टन थी, जो घटकर अब 2 हजार मीट्रिक टन रह गई है। बीते दिनों नासिक और गुजरात में लगातार बारिश से प्याज की फसल खराब हो गई। डिमांड के मुकाबले प्याज की आपूर्ति काफी कम है। फिलहाल अलवर से ही प्याज की आपूर्ति हो रही है लेकिन यहां प्याज का सीजन खत्म होने के कगार है। ऐसे में आगामी एक सप्ताह के बाद यहां से आने वाली प्याज में कमी देखने को मिलेगी।
डेढ़ महीने बाद राहत की उम्मीद
नासिक और गुजरात की नई फसल आने में अभी करीब डेढ़ महीने का समय है। 15 जनवरी के बाद ही प्याज की बढ़ी कीमतों से राहत मिलने की उम्मीद है। लोगों का कहना है कि प्याज की लगातार बढ़ रही कीमत के कारण पहले के मुकाबले अब सब्जियों में प्याज का इस्तेमाल कम कर रहे हैं।
वाराणसी में लोन पर मिल रहा प्याज
राजनीतिक पार्टियां तरह-तरह से महंगी प्याज के विरोध में सत्ता पक्ष पर निशाना साध रही हैं। ऐसा ही कुछ मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सामने आया है। यहां लोन पर प्याज दिया जा रहा है। हालांकि, लोन पर प्याज लेने के लिए आपको अपना आधार कार्ड गिरवी रखना होगा।
पटना में हेलमेट पहन बेच रहे प्याज
प्याज की महंगाई के बीच बिहार की राजधानी पटना में अनोखा नजारा दिखा। यहां हेलमेट लगाकर कर्मचारी प्याज बेच रहे हैं। दरअसल, सस्ती प्याज लेने के लिए भीड़ इतनी बेकाबू हो रही है कि कई जगह झड़पें हो चुकी हैं, आरा में तो पत्थरबाजी तक हो चुकी है।

सिचुआन एयरलाइन की चीन-भारत के बीच मालवाहक विमान सेवा शुरू
Posted Date : 30-Nov-2019 1:06:50 pm

सिचुआन एयरलाइन की चीन-भारत के बीच मालवाहक विमान सेवा शुरू

नयी दिल्ली,30 नवंबर । चीन की सिचुआन एयरलाइन ने भारत के लिए मालवाहक विमान सेवा शुरू की है। इस सेवा की पहली उड़ान का दिल्ली के अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वागत किया गया। डेलही इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (डायल) ने शनिवार को एक विज्ञप्ति में एयरलाइन की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि सिचुआन एयरलाइन (सीएससी) इस सेवा का परिचालन चीन के शान्सी प्रांत (एक्सआईवाई) और दिल्ली के बीच सप्ताह में दो बार करेगी। विज्ञप्ति के अनुसार वापसी में यह दिल्ली से चेंगदू (सीटीयू) जाएगी। इस उड़ान में एयरबस 300-200 श्रेणी का विमान लगाया गया है। डायल के सीईओ विदेश कुमार जयपुरिया ने कहा, ‘‘डायल को इस बात की खुशी है कि चीन की इस एयरलाइन ने भारत में अपनी मालवाहक सेवा के लिए डायल को अपना केंद्र बनाया है।’’

मारुति सुजुकी ने हासिल की दो करोड़ यात्री वाहन बेचने की उपलब्धि
Posted Date : 30-Nov-2019 1:06:33 pm

मारुति सुजुकी ने हासिल की दो करोड़ यात्री वाहन बेचने की उपलब्धि

नयी दिल्ली,30 नवंबर । कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने घरेलू बाजार में दो करोड़ यात्री वाहन बेचने की उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि उसने 37 साल से कम समय में यह उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने 14 दिसंबर 1983 को अपने पहले यात्री वाहन की बिक्री की थी। कंपनी ने मारुति 800 की बिक्री के साथ इस यात्रा की शुरुआत की थी। कंपनी ने कहा कि उसने पहले एक करोड़ यात्री वाहन की बिक्री करीब 29 साल में की, जबकि अगले एक करोड़ यात्री वाहन आठ साल में ही बेच डाले गये। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी केनिचि आयुकावा ने कहा, ‘‘हम इस नये कीर्तिमान से उत्साहित हैं। यह उपलब्धि हासिल करना कंपनी, हमारे आपूर्तिकर्ताओं तथा डीलरों के लिये शानदार प्रोत्साहन है।’’ उल्लेखनीय है कि कंपनी ने आने वाले समय की योजना के तहत भारत स्टेज-6 के अनुकूल वाहनों को पेश करने के साथ ही कारखाने में ही सीएनजी किट लगे वाहन तथा स्मार्ट हाइब्रिड वाहन भी बाजार में उतारा है। कंपनी भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहन उतारने की भी योजना बना रही है।

कमजोर जीडीपी से शेयर बाजार की तेजी पर लगा ब्रेक
Posted Date : 30-Nov-2019 1:06:16 pm

कमजोर जीडीपी से शेयर बाजार की तेजी पर लगा ब्रेक

मुंबई ,30 नवंबर । भारतीय शेयर बाजार में इस सप्ताह घरेलू व विदेशी कारकों से भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। इस दौरान प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी ने नई बुलंदियों को छुआ, लेकिन देश के जीडीपी के आंकड़े कमजोर आने से सप्ताह के आखिरी सत्र में बाजार की तेजी पर ब्रेक लग गया और सेंसेक्स 41,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे बंद हुआ, जबकि निफ्टी 12,000 के ऊपर रहा। हालांकि पिछले साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स और निफ्टी में एक फीसदी से ज्यादा बढ़त दर्ज की गई।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को पिछले सप्ताह के मुकाबले 434.40 अंकों यानी 1.08 फीसदी की तेजी के साथ 40,793.81 पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 141.65 अंकों यानी 1.19 फीसदी की तेजी के साथ 12,056.05 पर बंद हुआ।
बीएसई मिड-कैप सूचकांक पिछले सप्ताह के मुकाबले 346.19 अंकों यानी 2.35 फीसदी की तेजी के साथ 15,084.86 पर बंद हुआ, जबकि बीएसई स्मॉल कैप सूचकांक 206.79 अंकों यानी 1.55 फीसदी की बढ़त के साथ 13,560.57 पर रहा। अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक मसलों को सुलझाने की दिशा में प्रगति की रिपोर्ट से उत्साहित विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों से सप्ताह की शुरुआत में सोमवार को सेंसेक्स 529.82 अंकों यानी 1.31 फीसदी के उछाल के साथ 40,889.23 पर बंद हुआ और निफ्टी भी 164.60 अंकों यानी 1.38 फीसदी की तेजी के साथ 12,079 पर ठहरा।
हालांकि सप्ताह के दूसरे कारोबारी सत्र में मंगलवार को महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रमों से बाजार पर विकवाली का दबाव दिखा, जिससे सेंसेक्स 67.93 अंक फिसलकर 40,821.30 रुका और निफ्टी भी 36.05 अंक नीचे फिसलकर 12,037.70 पर बंद हुआ। अगले सत्र में बुधवार को सेंसेक्स ने 41,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर चढक़र 41,120.28 की नई उंचाई बनाई और निफ्टी भी 12,132.45 के रिकॉर्ड स्तर तक उछला। सेंसेक्स बुधवार को पिछले सत्र के मुकाबले 199.31 अंकों यानी 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 41,020.61 पर, जबकि निफ्टी 63 अंकों यानी 0.52 फीसदी की तेजी के साथ 12,100.70 पर बंद हुआ।
तेजी का यह सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा और सेंसेक्स 109.56 अंकों की तेजी के साथ रिकॉर्ड स्तर 41,130.17 पर बंद हुआ, जबकि सत्र के दौरान सेंसेक्स अब तक के सबसे ऊचे स्तर 41,163.79 को छुआ। निफ्टी भी 53 अंकों की बढ़त के साथ 12,154.30 पर बंद हुआ, जोकि अब तक का रिकॉर्ड क्लोजिंग स्तर है। जबकि निफ्टी कारोबार के दौरान 12,158.80 के सर्वाधिक स्तर तक उछला। सप्ताह के आखिरी सत्र में शुक्रवार को इस तेजी पर ब्रेक लग गया और सेंसक्स पिछले सत्र से 336.36 अंकों यानी 0.82 फीसदी फिसलकर 40,793.81 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 95.10 अंकों यानी 0.78 फीसदी फिसलकर 12,056.05 पर बंद हुआ।
वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी के आंकड़े खराब आने और विदेशी संकेत भी कमजोर मिलने के कारण आखिरी सत्र में शेयर बाजार में विकवाली का दबाव दिखा। दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी विकास दर 4.5 फीसदी रही, जोकि सात साल का सबसे निचला स्तर है।

दक्षिण कोरिया ने आर्थिक वृद्धि का अनुमान घटाया, दशक में निचले स्तर तक पहुंचा
Posted Date : 29-Nov-2019 4:14:36 pm

दक्षिण कोरिया ने आर्थिक वृद्धि का अनुमान घटाया, दशक में निचले स्तर तक पहुंचा

सियोल,29 नवंबर । दक्षिण कोरिया के केन्द्रीय बैंक ने शुक्रवार को इस वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि के अपने अनुमान को घटाकर दो प्रतिशत कर दिया। पिछले एक दशक में दक्षिण कोरिया की वृद्धि का सबसे निम्न अनुमान है। दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी यह अर्थव्यवस्था अंतरराष्ट्रीय कारोबार पर काफी कुछ निर्भर है लेकिन पिछले कुछ समय से चले आ रहे चीन- अमेरिका व्यापार विवाद और पड़ोसी जापान के साथ विवाद में उलझे रहने के चलते यह स्थिति बनी है। दक्षिण कोरिया के बैंक आफ कोरिया ने 2019 के लिये देश की आर्थिक वृद्धि का अनुमान 2.2 प्रतिशत से घटाकर 2 प्रतिशत कर दिया। बैंक के गवर्नर ली जु-येओल ने संवाददाताओं को इसकी जानकारी देते हुये यह भी कहा कि अगले वर्ष के लिये भी आर्थिक वृद्धि के अनुसार को 2.5 प्रतिशत से घटाकर 2.3 प्रतिशत कर दिया गया है। दक्षिण कोरिया की दो प्रतिशत वृद्धि का यह अनुमानित आंकड़ा वर्ष 2009 के बाद सबसे कम होगा। वैश्विक आर्थिक संकट के चलते तब देश ने 0.8 प्रतिशत वृद्धि हासिल की थी। बैंक आफ कोरिया ने एक वक्तव्य में कहा है कि निर्यात में लगातार सुस्ती बनी हुई है। इसके साथ ही घरेलू खपत की वृद्धि भी धीमी पड़ी है। बैंक आफ कोरिया के ये अनुमानित आंकड़े अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुमान के अनुरूप ही बन गये हैं। अमेरिका- चीन के बीच व्यापार युद्ध से वैश्विक आर्थिक परिवेश में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है जबकि दक्षिण कोरिया और जापान युद्धकाल के इतिहास को लेकर एक दूसरे को नीचा दिखाने पर आमादा हैं। जापान ने इससे पहले जुलाई में दक्षिण कोरिया की सैमसंग जैसी प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिये जरूरी तीन रसायनों के निर्यात में सख्ती कर दी थी।