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माइक्रोसॉफ्ट ने न्यूज एजेंसी सेमाफोर के साथ की साझेदारी, एआई का करेगा इस्तेमाल
Posted Date : 07-Feb-2024 4:19:49 am

माइक्रोसॉफ्ट ने न्यूज एजेंसी सेमाफोर के साथ की साझेदारी, एआई का करेगा इस्तेमाल

सैन फ्रांसिस्को । माइक्रोसॉफ्ट ने मीडिया प्लेटफॉर्म सेमाफोर और समाचार संगठनों के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा की है ताकि पत्रकारों को कंटेंट तैयार करने के लिए जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के साथ काम करने में मदद मिल सके।
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि इन संगठनों के साथ सहयोग से उन्हें प्रक्रियाओं और नीतियों की पहचान और सुधार कर अपने न्यूज में एआई का जिम्मेदारी से उपयोग करने में मदद मिलेगी।
माइक्रोसॉफ्ट ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, पत्रकारों को उनके रिसर्च, सोर्स डिस्कवरी, ट्रांसलेशन और अन्य कार्यों में सहायता करने के लिए एआई टूल का उपयोग करने के लिए सेमाफोर हमारे साथ काम करेगा। सेमाफोर सिग्नल के साथ पत्रकारों को अपने दर्शकों को विश्वसनीय स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक स्रोतों की एक विविध श्रृंखला प्रदान करने में मदद मिलेगी।
कंपनी ने अपने काम और न्यूजरूम में जेनरेटिव एआई को एकीकृत करने के लिए क्रेग न्यूमार्क ग्रेजुएट स्कूल ऑफ जर्नलिज्म, ऑनलाइन न्यूज एसोसिएशन और ग्राउंडट्रुथ प्रोजेक्ट जैसे समाचार संगठनों के साथ अपने सहयोग की भी घोषणा की है।
कंपनी के अनुसार, प्रत्येक संगठन के पास इस साल माइक्रोसॉफ्ट एक्सपर्ट्स, टेक्नोलॉजी और सपोर्ट तक पहुंच होगी, और यह भविष्य में समाचारों के उत्पादन के तरीके को सिखाने, प्रेरित करने और नवीनता प्रदान करने के लिए अपनी प्रोजेक्ट्स के परिणामों को व्यापक उद्योग के साथ साझा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा, न्यूजरूम, विश्वविद्यालयों, पत्रकारों और उद्योग समूहों के साथ सीधे काम करते हुए, हम इन संगठनों को दर्शक बढ़ाने, न्यूज़ रूम में समय लेने वाले कार्यों को सुव्यवस्थित करने और टिकाऊ व्यवसाय संचालन बनाने के लिए एआई का उपयोग करने में मदद करेंगे।
टेक जायंट ने यह भी कहा कि उनका लक्ष्य इस मिशन में पत्रकारों का समर्थन करने के तरीके खोजना है, न कि उन्हें रिप्लेस करना।

 

बिल गेट्स को पछाड़ जुकरबर्ग बने दुनिया के चौथे सबसे अमीर इंसान, 2024 में इतने अरब डॉलर बढ़ी संपत्ति
Posted Date : 07-Feb-2024 4:19:36 am

बिल गेट्स को पछाड़ जुकरबर्ग बने दुनिया के चौथे सबसे अमीर इंसान, 2024 में इतने अरब डॉलर बढ़ी संपत्ति

न्यूयॉर्क । मेटा प्लेटफॉर्म के सीईओ मार्क जुकरबर्ग अब दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति बन गये हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मेटा के शेयर की कीमत में उछाल के बाद इस साल उनकी कुल संपत्ति किसी भी अन्य व्यक्ति से ज्यादा बढ़ी है जिससे वह इस मुकाम तक पहुँचे हैं।
जुकरबर्ग की संपत्ति 2024 में अब तक 42.4 अरब डॉलर बढ़ गई है, जिसने उन्हें ब्लूमबर्ग के बिलियनेयर इंडेक्स में चौथे स्थान पर पहुंचा दिया है। मार्केटवॉच की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने अब माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स को पीछे छोड़ दिया है, जो पांचवें स्थान पर खिसक गए हैं।
जुकरबर्ग की कुल संपत्ति अब 170 अरब डॉलर है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, कंपनी के 2023 प्रॉक्सी स्टेटमेंट और नियामक फाइलिंग के आधार पर, जुकरबर्ग की अधिकांश संपत्ति मेटा प्लेटफॉर्म (पूर्व में फेसबुक) में लगभग 13 प्रतिशत की हिस्सेदारी से प्राप्त हुई है।
जुकरबर्ग दुनिया के सबसे बड़े सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के पीछे की कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी हैं। मेनलो पार्क, कैलिफ़ोर्निया स्थित व्यवसाय का 2022 में 117 अरब डॉलर का राजस्व था और इसके लगभग 3.7 अरब मासिक यूजर हैं। इसकी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश 2012 में उस समय की सबसे बड़ी प्रौद्योगिकी आईपीओ थी।
फेसबुक दुनिया का सबसे बड़ा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है। जनवरी 2023 की कंपनी प्रस्तुति के अनुसार, मेटा प्लेटफ़ॉर्म पर हर महीने लगभग 3.7 अरब सक्रिय यूजर हैं, जिनमें फेसबुक पर लगभग तीन अरब शामिल हैं।

 

पेटीएम में आया भूचाल, लगातार तीसरे दिन शेयर में गिरावट, निवेशकों को तगड़ा घाटा
Posted Date : 06-Feb-2024 2:32:32 am

पेटीएम में आया भूचाल, लगातार तीसरे दिन शेयर में गिरावट, निवेशकों को तगड़ा घाटा

नईदिल्ली। देश की नामी फिनटेक कंपनियों में से एक वन 97 कम्युनिकेशंस यानी पेटीएम के शेयर में आज यानी सोमवार को गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है।
पेटीएम के शेयर में सोमवार को लगातार तीसरे सत्र में गिरावट देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में कंपनी के शेयर और 10 प्रतिशत गिर गए। बीएसई पर शेयर 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 438.35 रुपये पर आ गए। एनएसई पर 9.99 प्रतिशत गिरकर 438.50 रुपये पर पहुंच गए।
कंपनी के शेयर में जारी गिरावट से इसके शेयर में 10 फीसदी का लोअर सर्किट लग गया है। बता दें कि कंपनी के शेयर में लगातार तीन सेशन में 42 प्रतिशत से अधिक गिरावट आई है। इससे उसके बाजार मूल्यांकन को 20,471.25 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड साधन, वॉलेट एवं फास्टैग में 29 फरवरी 2024 के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार न करने का गत बुधवार को निर्देश दिया था। इसके बाद से कंपनी के शेयर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
आरबीआई ने आदेश में कहा था कि कि पेटीएम का संचालन करने वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज के ‘नोडल खातों’ को 29 फरवरी से पहले जल्द-से-जल्द जल्द समाप्त किया जाना चाहिए। वन97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में 49 प्रतिशत (प्रत्यक्ष और इसकी अनुषंगी कंपनी के माध्यम से) हिस्सेदारी है। वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा की बैंक में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
इसके अलावा, कंपनी पर अब मनी लॉड्रिंग के भी आरोप लगाए जा रहे हैं, जिसकी वजह से पेटीएम ईडी की रडार में आ सकती है। हालांकि, कंपनी ने इन आरोपों को खारिज किया है।

 

 

दिसंबर तिमाही के नतीजे के बाद इंडिगो के शेयर ऑल टाइम हाई पर
Posted Date : 06-Feb-2024 2:31:51 am

दिसंबर तिमाही के नतीजे के बाद इंडिगो के शेयर ऑल टाइम हाई पर

नईदिल्ली। इंडिगो की मूल कंपनी, इंटरग्लोब एविएशन, कंपनी द्वारा दिसंबर तिमाही के मजबूत आंकड़ों की रिपोर्ट के बाद बीएसई पर 3301.40 रुपये के ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गई।
सोमवार सुबह 9:56 बजे कंपनी का शेयर 4.45 फीसदी या 139.15 रुपये की तेजी के साथ 3266.15 रुपये पर पहुंच गया।
दिसंबर तिमाही में एविएशन कंपनी का टैक्स के बाद मुनाफा 15 गुना बढक़र 2998 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इसी अवधि में इसका रेवेन्यू भी 30.1 फीसदी बढ़ा।
एविएशन कंपनी द्वारा दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद ब्रोकरेज मॉर्गन स्टेनली ने स्टॉक पर ओवरवेट रेटिंग बरकरार रखी है और लक्ष्य को 3745 रुपये से बढ़ाकर 4145 रुपये कर दिया है।
विमानन दिग्गज इंडिगो ने शुक्रवार को अपनी दिसंबर, 2023 को समाप्त तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी ने ?2,998 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 1,418 करोड़ रुपये था।
इस बीच, परिचालन से राजस्व बढक़र ?19,452 करोड़ हो गया।
हवाई यात्रा के लिए मजबूत मांग से कंपनी का मुनाफा बढ़ा है। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। कम लागत वाली विमानन कंपनी इंडिगो के पास 358 विमानों का भारत का सबसे बड़ा एयरलाइन बेड़ा है और इसकी बाजार हिस्सेदारी 62 प्रतिशत से अधिक है।
विश्लेषकों ने कहा कि कंपनी को देश में हुए क्रिकेट विश्व कप के साथ-साथ लगातार त्योहारी और शादी के सीजऩ से काफी फायदा हुआ।
इंडिगो का राजस्व 30 प्रतिशत बढक़र 19,452 करोड़ रुपये हो गया, जिसका श्रेय विश्लेषकों ने किराए में बढ़ोतरी को दिया। इसका खर्च 22 प्रतिशत बढ़ गया क्योंकि ईंधन लागत – जो कुल का 40 प्रतिशत है -18 प्रतिशत बढ़ गई। हालांकि, विदेशी मुद्रा घाटा 91 प्रतिशत से अधिक कम हो गया।

 

आवास ऋण में बढ़ोतरी से ऋण वृद्धि में आई तेजी
Posted Date : 04-Feb-2024 3:00:42 pm

आवास ऋण में बढ़ोतरी से ऋण वृद्धि में आई तेजी

चेन्नई  । शीर्ष अर्थशास्त्रियों का कहना है कि भारत की आर्थिक वृद्धि में प्रमुख योगदान देने वाली घरेलू बचत में वित्त वर्ष 2011-12 के बाद से गिरावट आ रही है और वर्तमान में यह सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का औसतन लगभग 30 प्रतिशत है।
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के मुख्य अर्थशास्त्री और कार्यकारी निदेशक सुजान हाजरा ने बताया, नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 तक वर्तमान बचत दर सकल घरेलू उत्पाद का 30.2 प्रतिशत है। वित्त वर्ष 2011-12 से यह प्रवृत्ति गिरावट पर है जब बचत दर सकल घरेलू उत्पाद का 34.6 प्रतिशत थी। पिछले दशक में बचत दर औसतन सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 32 प्रतिशत थी।
हाजरा ने कहा कि घरेलू बचत अर्थव्यवस्था में निवेश में योगदान करती है। उच्च बचत दर निवेश के माहौल को बाहरी वित्तपोषण पर सीमांत निर्भरता के साथ घरेलू वित्तपोषण पर निर्भर होने की सुविधा प्रदान करती है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने बताया, घरेलू बचत होना इसलिए उपयोगी है कि हम अभी भी बाहरी वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) जैसे विदेशी फंडों के साथ विकास को वित्तपोषित कर सकते हैं, लेकिन उनके पास अन्य मुद्दे भी होंगे। जिन देशों को उच्च स्तर के निवेश की आवश्यकता है, वे बचत पर निर्भर होंगे। इसके अलावा यहां तक कि सरकारी उधार को बैंकों और वित्तीय संस्थानों (एफआई) द्वारा सदस्यता के माध्यम से वित्त पोषित किया जाता है, लेकिन अंतत: घरेलू कॉरपोरेट्स और अन्य की बचत से वित्त पोषित किया जाता है।
हाजरा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में घरेलू क्षेत्र की शुद्ध वित्तीय बचत में गिरावट देखी गई। लेकिन सकल वित्तीय बचत मजबूत बनी हुई है। भौतिक बचत मजबूत रहने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2022-23 और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भी कुल बचत जीडीपी का लगभग 30 प्रतिशत होने की उम्मीद है।
हाजरा ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में घरेलू बचत का बचत में प्रमुख योगदान रहा है। वित्त वर्ष 2014-15 में परिवारों की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत से बढक़र वित्त वर्ष 2021-22 में 65 प्रतिशत हो गई।
हाजरा ने कहा, विशेष रूप से घरेलू क्षेत्र में वित्तीय बचत की हिस्सेदारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, पिछले वर्ष को छोडक़र जहां भौतिक बचत अधिक थी।
बचत के लिए चुनौतियों के संबंध में हाजरा ने कहा कि नई कर योजना को बचत को हतोत्साहित करने के रूप में देखा जाता है क्योंकि कई निवेश छूट के लिए उपलब्ध नहीं हैं। जब तक इन निवेशों को कटौती/छूट के रूप में नहीं दिया जाता, नई कर व्यवस्था आकर्षक नहीं हो सकती।
हाजरा ने कहा, इसके अलावा वित्त वर्ष 2022-23 में परिवारों की शुद्ध वित्तीय बचत घटकर सकल घरेलू उत्पाद के 43 साल के निचले स्तर 5.1 प्रतिशत पर आ गई है। यह परिवारों की वित्तीय देनदारियों में वृद्धि के कारण भी है।
अपनी ओर से सबनवीस ने कहा: यह एक चुनौती है क्योंकि लोग अधिक रिटर्न कमाने के लिए बाजार के साधनों की ओर रुख करते हैं। लेकिन खतरा ज़्यादा है। इसलिए म्यूचुअल फंड आज बहुत आकर्षक हो गए हैं।
ऋण प्रवाह पर हाजरा ने कहा, पिछले दो वर्षों में व्यक्तिगत ऋण बढ़ रहे हैं। पिछले वर्ष 2022-23 में घरेलू वित्तीय देनदारियां काफी बढ़ गई हैं। इसका कारण आवास ऋण में उल्लेखनीय वृद्धि है। गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के ऋण में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई। हालांकि उद्योग क्षेत्र के लिए ऋण पिछले 15 महीनों में केवल सात प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।
हालांकि, बैंक ऑफ बड़ौदा के सबनवीस ने कहा कि दरें बढऩे के कारण पर्सनल लोन (असुरक्षित) में वृद्धि धीमी हो गई है, जबकि समग्र ऋण में लगातार वृद्धि हुई है।
हाजरा के अनुसार, पारंपरिक बैंकिंग ने अपनी जगह बनाए रखी है जबकि नए क्रेडिट प्लेटफॉर्म तेजी से बढ़ रहे हैं।
हाजरा ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) इन संस्थाओं को विनियमित करने के लिए पर्याप्त दिशा-निर्देश तैयार करेगा।
निजी क्षेत्र और सरकार द्वारा निवेश के बारे में पूछे जाने पर हाजरा ने टिप्पणी की, कि निजी क्षेत्र ने पूंजीगत व्यय निवेश में एक महत्वपूर्ण कारक बना हुआ है। निजी क्षेत्र को पूरी ताकत लगानी होगी। पिछले कुछ वर्षों में सरकार का उद्देश्य बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर देना और निवेश अनुकूल नीति के लिए नियामक माहौल को आसान बनाना रहा है।
हाजरा ने कहा, सरकार प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना जैसी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है और सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) परियोजनाओं को प्रोत्साहित कर रही है। हमें निजी निवेश में बाढ़ की उम्मीद है।
केयर रेटिंग्स ने एक शोध रिपोर्ट में कहा कि बैंकों से ऋण उठाव लगातार बढ़ रहा है। साल दर साल 20.3 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ यह 12 जनवरी 2024 को समाप्त पखवाड़े के लिए 159.7 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
यह वृद्धि व्यक्तिगत ऋण में वृद्धि के साथ-साथ एचडीएफसी बैंक के साथ एचडीएफसी के विलय के प्रभाव के कारण थी। यदि हम विलय के प्रभाव को हटा दें, तो पिछले वर्ष की 16.5 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में इस पखवाड़े में ऋण में 16.1 प्रतिशत की कम दर से वृद्धि हुई।
केयर रेटिंग्स ने कहा कि वित्त वर्ष 2024 के लिए बैंक ऋण उठाव का परिदृश्य सकारात्मक बना हुआ है।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने कहा कि वित्त वर्ष 2014 के लिए बैंक ऋण उठाव का दृष्टिकोण सकारात्मक बना हुआ है, जो आर्थिक विस्तार और खुदरा ऋण के लिए निरंतर दबाव जैसे कारकों द्वारा समर्थित है, जिसे डिजिटलीकरण में सुधार द्वारा समर्थन दिया गया है।
केयर रेटिंग्स ने कहा कि बढ़ी हुई ब्याज दरें, रेपो रेट मुद्रास्फीति में और वृद्धि तथा भू-राजनीतिक मुद्दों के संबंध में वैश्विक अनिश्चितताएं अन्य प्रमुख कारक हैं जो क्रेडिट वृद्धि पर असर डाल सकते हैं।

 

गूगल ने एआई मॉडल में किए बड़े बदलाव, बार्ड का नाम बदलकर किया जेमिनी
Posted Date : 04-Feb-2024 3:00:23 pm

गूगल ने एआई मॉडल में किए बड़े बदलाव, बार्ड का नाम बदलकर किया जेमिनी

नई दिल्ली  । गूगल अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मॉडल में कुछ बड़े बदलावों की योजना बना रहा है, जिसमें कथित तौर पर बार्ड का नाम बदलकर जेमिनी करना भी शामिल है।
एंड्रॉइड ऐप डेवलपर डायलन रूसेल ने स्पष्ट रूप से एक कंपनी चेंज-लॉग लीक किया है जिसमें कहा गया है कि बार्ड अब जेमिनी है, जो ओपनएआई के जीपीटी -4 के साथ प्रतिस्पर्धा करने वाला नया मॉडल है।
चेंज-लॉग में लिखा, बार्ड अब जेमिनी है। जेमिनी गूगल एआई तक डायरेक्ट एक्सेस पाने का सबसे अच्छा तरीका है। वे सभी सहयोगी क्षमताएं जिन्हें आप जानते हैं और पसंद करते हैं, अभी भी मौजूद हैं और जेमिनी समय के साथ बेहतर होता जाएगा।
हालांकि, कंपनी ने बार्ड का नाम बदलकर जेमिनी करने पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की।
डॉक्यूमेंट के अनुसार, हमने विजुअल डिस्ट्रेक्शन को कम करने, लेजिबिलिटी में सुधार करने और नेविगेशन को सरल बनाने के लिए यूआरएल भी विकसित किया है।
लॉग में कहा गया है कि गूगल जेमिनी के साथ वॉयस चैट की शुरुआत करेगा, साथ ही ‘जेमिनी एडवांस्ड’ के साथ एक नया ‘अल्ट्रा 1.0’ मॉडल भी लॉन्च करेगा, जो एक पेड प्लान है और यह चैटजीपीटी प्लस जैसी फाइल अपलोडिंग फीचर्स प्रदान करता है।
गूगल डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक, जेमिनी एडवांस्ड आपको हमारे सबसे सक्षम एएल मॉडल, अल्ट्रा 1.0 तक एक्सेस प्रदान करता है। हमारे अल्ट्रा 1.0 मॉडल के साथ, जेमिनी एडवांस्ड कोडिंग, लॉजिकल रीजनिंग, इंस्ट्रक्शन और क्रिएटिव कोलैबोरेशन जैसे अत्यधिक जटिल कार्यों में कहीं अधिक सक्षम है।
जेमिनी एडवांस्ड आने वाले महीनों में नए और एक्सक्लूसिव फीचर्स के साथ विस्तार करना जारी रखेगा, जिसमें विस्तारित मल्टी-मॉडल क्षमताएं, यहां तक कि बेहतर कोडिंग फीचर्स, साथ ही फाइल्स, डॉक्यूमेंट्स, डेटा और अधिक अपलोड करने और गहराई से एनालिस्ट करने की क्षमता शामिल है।
जेमिनी एडवांस्ड पेड प्लान है जो 150 से ज्यादा देशों और क्षेत्रों में उपलब्ध है। जेमिनी ऐप जल्द ही आ रहा है, जिसकी शुरुआत अंग्रेजी से होगी।
गूगल, जिसने पिछले दिसंबर में जेमिनी प्रो को अपने एआई चैटबॉट बार्ड में अंग्रेजी में लाया था, अब इसे नौ भारतीय भाषाओं सहित 40 से ज्यादा भाषाओं में 230 से अधिक देशों और क्षेत्रों में उपलब्ध कराया है।
नौ भारतीय भाषाओं में हिंदी, तमिल, तेलुगु, बंगाली, कन्नड़, मलयालम, मराठी, गुजराती और उर्दू शामिल हैं।