नईदिल्ली ,27 मार्च । अब आप बैंकों में सरकारी लेन देन करने जा रहे हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद खास है। इस माह 31 मार्च यानि कि रविवार को भी सरकारी लेनदेन करने वाले बैंकों की शाखाएं खुली रहेंगी। इस बात की पुष्टि भारतीय रिजर्व बैंक ने की।
चालू वित्त वर्ष का आखिरी दिन 31 मार्च को है, लेकिन इस दिन रविवार पड़ रहा है, यानि कि छुट्टी का दिन। इसलिए सरकारी लेन-देन वाली बैंक शाखाओं को खुला रखने का आदेश दिया गया है, ताकि उपभोक्ताओं को किसी किस्म की परेशानी न हो।
आरबीआई का कहना है कि भारत सरकार ने कहा है कि सरकारी प्राप्तियों और भुगतान के लिए 31 मार्च 2019 को उसके सभी पे एण्ड अकाउंट कार्यालय खुले रहेंगे। इस लिहाज से सभी एजेंसी बैंकों को सलाह दी जाती है कि सरकारी व्यवसाय करने वाली उनकी सभी शाखाओं को रविवार 31 मार्च 2019 को खुला रखा जाए। सर्कुलर में कहा गया है आरटीजीएस और एनईएफटी सहित सभी तरह के इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन भी 30 और 31 मार्च 2019 को बढ़े समय तक खुले रहेंगे।
नईदिल्ली ,27 मार्च । वित्त मंत्रालय को वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही की उधारी योजना की घोषणा के लिए अभी निर्वाचन आयोग की स्वीकृति का इंतजार है। सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को होने वाली घोषणा आज हो सकती है, क्योंकि जल्द ही इसे निर्वाचन आयोग की स्वीकृति मिल सकती है।
सूत्रों ने बताया कि वित्त मंत्रालय शोधन का हिस्सा और कल्याणकारी योजनाओं के खर्च को पूरा करने और राजकोषीय घाटे को नियंत्रण में रखने के लिए वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही में बजटीय सकल उधारी 7.10 लाख करोड़ का 60 फीसदी उधारी बाजार से ले सकता है। सूत्रों ने कहा, पहली छमाही की उधारी सकल उधारी का 50-60 फीसदी हो सकती है। हम पहली छमाही में करीब 4.3 लाख करोड़ रुपय की उधारी की उम्मीद कर रहे हैं। सरकार अप्रैल-सितंबर के दौरान आमतौर पर अपनी उधारी का 60 फीसदी लेने की कोशिश करती है। लेकिन बांड बाजार में अस्थिरता के कारण सरकार ने पहली छमाही में बजटीय उधारी का सिर्फ 47.6 फीसदी निर्धारित किया है।
वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही में 10-14 साल के सेगमेंट को तवज्जो दिया जाएगा न कि वित्त वर्ष 2018-19 की पहली छमाही की तरह 3-5 साल की अल्पावधि बांड पर। सरकार ने वित्त वर्ष 2018-19 की पहली छमाही में बांड के जरिए पूरे साल की उधारी के बजटीय लक्ष्य का 47.5 फीसदी प्राप्त की थी, जोकि उससे पिछले पांच साल की समान अवधि के 60-65 फीसदी से काफी कम थी।
नई दिल्ली ,26 मार्च । एक अप्रैल से आम जनता पर महंगाई की मार पडऩे वाली है। नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत के साथ एक तरफ जहां आम लोगों की राहत की कई चीजें मिलने वाली हैं लेकिन इसके साथ ही महंगाई का असर भी देखने को मिलेगा। इस दौरान कार, घरेलू गैस सिलेंडर से लेकर पेट्रोल तक कई चीजों के दाम बढऩे जा रहे हैं।
कार खरीदना होगा महंगा
बता दें कि टाटा मोटर्स, जगुआर लैंड रोवर इंडिया और टोयोटा ने कार की कीमतों में बढ़ातरी का ऐलान किया है। टाटा मोटर्स की कारों के दाम में 25,000 रुपये तक इजाफा हो सकता है। टाटा मोटर्स के जिन मॉडल की कीमतों में इजाफा हो सकता है उनमें टियागो, हेक्सा, टिगोर, निक्सन और हैरियर प्रमुख हैं। वहीं जगुआर लैंड रोवर इंडिया (जेएलआर) चुनिंदा मॉडलों की कीमत में 4 फीसदी तक की बढ़ोतरी करेगी।
गैस की कीमत बढ़ाएगी मुश्किल
एक अप्रैल से वाहनों में इस्तेमाल होने वाला कॉम्प्रेस्ड नेचुरल गैस और पाइप नेचुरल गैस महंगी होने की आशंका है। दरअसल, प्राकृतिक गैस की कीमतों में 18 फीसदी तक की बढ़त की उम्मीद है। इससे देश में पाइप से आपूर्ति होने वाली रसोई और सीएनजी की कीमतों में बढ़त हो सकती है। इसके अलावा बढ़त से मैन्युफैक्चरिंग, ट्रैवल, एनर्जी सेक्टर पर असर पड़ सकता है. गैस की कीमत बढऩे से थोक मूल्य आधारित महंगाई भी बढ़ सकती है।
स्टेंट के दामों में भी होगा इजाफा
दिल के मरीजों के लिए उपयोग में आने वाली कोरोनरी स्टेंट की कीमत 1 अप्रैल से बढ़ सकती है। पिछले साल की कीमत सिर्फ मार्च 2019 तक ही मान्य हैं। हालांकि कीमतों में बढ़त मामूली होने की उम्मीद है। बता दें कि कोरोनरी स्टेंट की आकृति ट्यूब के समान होती है जिसे हृदय रोग के उपचार के दौरान हृदय में रक्त प्रवाह करने वाली नलिकाओं में लगाया जाता है। ये धमनी-शिराओं को खुला रखते हैं।
हवाई सफऱ भी होगा महंगा
बैंकों की मदद से जेट एयरवेज का आर्थिक संकट भले ही दूर हो गया हो, लेकिन इस बात की आशंका है कि आने वाले दिनों में एयर टिकट में बढ़ोतरी हो। दरअसल, सरकार की एक समिति ने हवाई सफर करने वाले यात्रियों से पहले के मुकाबले अधिक पैसेंजर सर्विस फीस लेने की सिफारिश की है। यह सिफारिश लागू होने की स्थिति में आपकी जेब पर असर पड़ेगा।
दम निकालेंगे पेट्रोल के दाम
वैसे तो पेट्रोल और डीजल के दाम बीते दो दिनों से स्थिर हैं लेकिन अप्रैल में इनकी कीमतों में इजाफा होने की आशंका है। दरअसल, कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है और आने वाले दिनों में इसमें कमी के आसार नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में बाजार के जानकारों का मानना है कि देश की सरकारी तेल कंपनियां डीजल और पेट्रोल की कीमतें बढ़ा सकती हैं।
नईदिल्ली ,26 मार्च । फर्जी खबरों को रोकने के लिए व्हॉट्सएप हर संभव प्रयास कर रहा हैं। इसी तरह व्हॉट्सएप ने इस बार भी एक नए अभियान को शुरू किया है। व्हॉट्सएप खुशी साझा करो, अफवाह नहीं अभियान को लेकर आया है। यह अभियान टीवी, प्रिंट और रेडियो के अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी चलाया जाएगा। व्हॉट्सएप ने बयान में कहा कि पहले चरण का अभियान ग्रामीण और शहरी इलाकों में लाखों लोगों तक पहुंचा है। व्हॉट्सएप का दूसरे चरण का अभियान एक सुरक्षित चुनाव प्रक्रिया पर केंद्रित है।
व्हॉट्सएप के प्लेटफार्म से फर्जी खबरों के प्रसार के बाद भीड़ की हिंसा की घटनाओं की वजह से वह लगातार आलोचनाओं के घेरे में है। यह अभियान 10 भाषाओं अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, कन्नड़, तेलुगू, असमिया, गुजराती, मराठी, मलयालम और तमिल में शुरू किया गया है। प्रमुख सोशल मीडिया कंपनियों फेसबुक, ट्विटर और गूगल ने स्वैच्छिक रूप से इस पर हस्ताक्षर किए हैं कि आम चुनाव के दौरान उनके मंच का इस्तेमाल फर्जी खबरों के प्रसार के लिए नहीं होने दिया जाएगा। व्हॉट्सएप के भारत में प्रमुख अभिजीत बोस ने कहा, चुनाव आयोग और स्थानीय भागीदारों के साथ सुरक्षित चुनाव के लिए काम करना हमारी प्राथमिकता है। हम अपने अभियान के जरिये लोगों को इस बात के लिए जागरूक करेंगे कि वे आसानी से दुर्भावना वाले संदेशों को पहचान सकें।
मुंबई ,26 मार्च । जेट एयरवेज ने सोमवार को कहा कि उसे परिचालन की जरूरतों के लिए कर्जदाताओं से 1,500 करोड़ रुपये तक की तत्काल वित्तपोषण मदद मिलेगी। वित्तीय संकट से जूझ रही एयरलाइन ने कर्जदाताओं के निर्देश पर रोजाना परिचालन व कंपनी के नकदी प्रवाह के प्रबंधन व निगरानी के लिए अंतरिम प्रबंधन समिति का गठन करने की भी घोषणा की। कंपनी ने कहा, कंपनी की परिसंपत्तियों की सिक्योरिटी पर कर्जदाताओं द्वारा समुचित कर्ज उपकरण जारी करके1,500 करोड़ रुपये तक की तत्काल वित्तपोषण सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे कंपनी का सुचारु परिचालन बहाल होगा।
उधर, भारतीय स्टेट बैंक ने सोमवार को कहा कि उसे कर्ज संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के लिए निवेशक या खरीदार मई अंत तक मिलने की उम्मीद है। कंपनी के प्रवर्तक नरेश गोयल के पास संकट में फंसी एयरलाइन में भविष्य में अपनी हिस्सेदारी 25 प्रतिशत से आगे बढ़ाने का विकल्प होगा। एसबीआई की अगुवाई में बैंकों का समूह कंपनी में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये की पूंजी तत्काल डालने पर सहमत हुआ है। इसके लिए 11.4 करोड़ नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके परिणामस्वरूप नरेश गोयल की हिस्सेदारी मौजूदा 50 प्रतिशत से घटकर 25 प्रतिशत पर आ जाएगी। वहीं अबू धाबी के एतिहाद एयरवेज की हिस्सेदारी 24 प्रतिशत से घटकर 12 प्रतिशत पर आ जाएगी।
नईदिल्ली ,25 मार्च । देश में कच्चे इस्पात का उत्पादन इस साल फरवरी में पिछले वर्ष के इसी माह के मुकाबले 4.3 प्रतिशत बढक़र 89.1 लाख टन रहा। इस्पात मंत्रालय के अधीन आने वाली ‘ज्वाइंट प्लांट कमेटी’ की रिपोर्ट के मुताबिक घरेलू कच्चा इस्पात उत्पादन फरवरी 2018 में 85.4 लाख टन था। रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘कच्चा इस्पात उत्पादन फरवरी 2019 में 89.14 लाख टन रहा जो इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने के मुकाबले 4.3 प्रतिशत अधिक है। हालांकि इस साल जनवरी के मुकाबले फरवरी में उत्पादन 2.9 प्रतिशत कम है।’’ सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय इस्पात प्राधिकरण, राष्ट्रीय इस्पात निगम लि. के साथ टाटा स्टील, एस्सार स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील तथा जिंदल स्टील एंड पावर लि. जैसी निजी क्षेत्र की कंपनियों का उत्पादन 54 लाख टन रहा। वहीं शेष 35 लाख उत्पादन अन्य उत्पादकों ने किया। इस साल फरवरी में हॉट मेटल का उत्पादन 12.1 प्रतिशत बढक़र 60.9 लाख टन रहा जो इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने के मुकाबले 4.4 प्रतिशत कम है। पिग आयरन (कच्चा लोहा) का उत्पादन फरवरी 2019 में 16.9 प्रतिशत बढक़र 5.26 लाख टन रहा जो एक साल पहले इसी महीने में 4.50 लाख टन था। जेपीसी एकमात्र संस्था है जो घरेलू लोहा और इस्पात क्षेत्र के आंकड़ों को संग्रह करती है। भारत ने कच्चे इस्पात का उत्पादन बढ़ाकर 2030 तक 30 करोड़ टन करने का महत्वकांक्षी लक्ष्य रखा है।