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दो सप्ताह बाद फीकी पड़ी सोने की चमक
Posted Date : 21-Apr-2019 1:50:29 pm

दो सप्ताह बाद फीकी पड़ी सोने की चमक

नयी दिल्ली। दिल्ली सर्राफा बाजार में पिछले सप्ताह सोने की दो सप्ताह से जारी तेजी पर ब्रेक लग गया और यह 150 रुपये की साप्ताहिक गिरावट में 32,670 रुपये प्रति दस ग्राम रह गया। वहीं, चाँदी 420 रुपये मजबूत होकर 38,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुँच गयी।

विदेशों में पीली धातु पर रहे दबाव का असर भी स्थानीय बाजार में दिखा। लंदन एवं न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार, वहाँ सोना हाजिर गत सप्ताह 14.70 डॉलर यानी 1.14 प्रतिशत लुढक़कर 1,275.60 डॉलर प्रति औंस रह गया। जून का अमेरिकी सोना वायदा भी 1.21 प्रतिशत की गिरावट में सप्ताहांत पर 1,277.90 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।

बाजार विश्लेषकों ने बताया कि वैश्विक स्तर पर मजबूत आर्थिक आँकड़े आने और अमेरिका तथा चीन के बीच व्यापार तनाव कम करने को लेकर प्रगति की उम्मीद में निवेशकों ने सोने की बजाय पूँजी बाजार में निवेश किया है। इससे पीली धातु दबाव में आ गयी। सोने के विपरीत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चाँदी 0.33 प्रतिशत चढक़र 14.99 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई। शुक्रवार को गुड फ्राइडे के अवकाश के कारण पिछले सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में चार दिन ही कारोबार हुआ।

दुनियाभर में करोड़ों लोगों के पर्सनल अकाउंट्स पर मंडरा रहा खतरा
Posted Date : 21-Apr-2019 1:38:20 pm

दुनियाभर में करोड़ों लोगों के पर्सनल अकाउंट्स पर मंडरा रहा खतरा

लंदन। दुनियाभर में लाखों लोग अपने संवेदनशील अकाउंट्स के लिए ऐसे पासवर्ड्स का इस्तेमाल करते हैं जिनका आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है। इनमें से सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला पासवर्ड है 123456। साइबर सुरक्षा से जुड़ी एक स्टडी में यह पाया गया।

रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के राष्ट्रीय साइबर सिक्योरिटी सेंटर (एनसीएससी) द्वारा की गई स्टडी में साइबर ज्ञान से जुड़ी उन कमियों को उजागर करने में मदद मिली, जिनके कारण लोग परेशानी में पड़ सकते हैं। एनसीएससी ने अपने पहले साइबर सर्वे में ऐसे सार्वजनिक डाटाबेस अकाउंट्स का विश्लेषण किया जिनमें सेंधमारी की जा चुकी थी और पता लगाया कि इन लोगों ने किन शब्दों, वाक्यांशों आदि का पासवर्ड के रूप में इस्तेमाल किया था। इस सूची में 123456 सबसे ऊपर पाया गया जिसे 2.3 करोड़ पासवर्ड्स में इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद दूसरा सबसे प्रचलित पासवर्ड पाया गया 123456789 जिसे हैकर्स के लिए क्रैक करना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है। इसके अलावा अन्य पासवर्ड जो शीर्ष पांच में रहे उनमें क्यूडब्ल्यूईआरटीवाय, पासवर्ड और 1111111 शामिल हैं।

पासवर्ड के तौर पर आमतौर पर जिन नामों का इस्तेमाल किया जाता है, वे हैं एश्ले, माइकल, डेनियर, जेसिका और चार्ली। पासवर्ड के रूप में प्रीमियर लीग फुटबॉल टीमों का प्रयोग भी काफी ज्यादा पाया गया। इनमें लिवरपूल पहले स्थान पर रहा और दूसरे स्थान पर रहा चेल्सी। एनसीएससी के टेक्निकल डायरेक्टर इयान लेवी ने कहा कि जो लोग पासवर्ड के लिए प्रचलित शब्दों या नामों का इस्तेमाल करते हैं, उनका पासवर्ड हैक होने का खतरा रहता है। सिक्योरिटी एक्सपर्ट ट्रॉय हंट का कहना है कि अपनी ऑनलाइन सिक्योरिटी के लिए लोगों के पास एक सही पासवर्ड का चुनाव ही एकमात्र और सबसे बड़ा तरीका है।

देश का विदेशी पूंजी भंडार 1.10 अरब डॉलर बढ़ा
Posted Date : 21-Apr-2019 1:37:34 pm

देश का विदेशी पूंजी भंडार 1.10 अरब डॉलर बढ़ा

नई दिल्ली । देश का विदेशी पूंजी भंडार 19 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 1.10 अरब डॉलर बढक़र 414.88 अरब डॉलर हो गया, जो 28,758.0 अरब रुपये के बराबर है।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से जारी साप्ताहिक आंकड़े के अनुसार, विदेशी पूंजी भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा भंडार आलोच्य सप्ताह में 64.64 करोड़ डॉलर बढक़र 386.76 अरब डॉलर हो गया, जो 26,811.9 अरब रुपये के बराबर है। बैंक के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता है और इस पर भंडार में मौजूद पाउंड, स्टर्लिग, येन जैसी अंतर्राष्ट्रीय मुद्राओं के मूल्यों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है। आलोच्य अवधि में देश का स्वर्ण भंडार 23.30 अरब डॉलर रहा, जो 1,611.9 अरब रुपये के बराबर है। इस दौरान, देश के विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) का मूल्य 33 लाख डॉलर बढक़र 1.45 अरब डॉलर हो गया, जो 101.1 अरब रुपये के बराबर है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में देश के मौजूदा भंडार का मूल्य 37.81 करोड़ डॉलर बढक़र 3.36 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 233.1 अरब रुपये के बराबर है।

दैनिक खर्च के लिए स्पोर्ट्स बाइक बेचने को मजबूर हुआ जेट एयरवेज का पायलट
Posted Date : 20-Apr-2019 2:10:12 pm

दैनिक खर्च के लिए स्पोर्ट्स बाइक बेचने को मजबूर हुआ जेट एयरवेज का पायलट

नई दिल्ली । अस्थाई रूप से परिचालन बंद कर चुकी एयरलाइन जेट एयरवेज के कर्मचारियों की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं और उनके वित्तीय संकट का आलम यह है कि आकर्षक वेतन पाने वाला जेट एयरवेज का एक पायलट अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए अपनी रेसिंग बाइक तक बेचने को मजबूर हो गया है। जिन तकनीकी कर्मियों का तबादला दूसरे शहरों में हो चुका है, उनको अपने परिवारों से मिलने के लिए ट्रेनों से यात्रा करनी पड़ रही है, क्योंकि उनकी यात्रा के लिए कोई उड़ान उपलब्ध नहीं है।

जिनको पैसों की सख्त जरूरत है, वे नजदीकियों के व्हाट्सएप ग्रुपों को एसओएस भेज रहे हैं और अपने सामाजिक पूंजी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिए हैं। नेशनल एविएटर्स गिल्ड के उपाध्यक्ष कैप्टन असीम वालियानी ने कहा, मुझे आज सुबह एक साथी पायलट का फोन आया, जिन्होंने अपनी महंगी बाइक बेचने का फैसला किया है। अनेक लोगों को रोजमर्रा के खर्च चलाने में कठिनाई होने लगी है।

करीब 15 साल से जेट एयरवेज से जुड़े रहे एक सीनियर इंजीनियर ने कहा कहा कि उनके कई सहकर्मी गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने एक सहकर्मी का जिक्र किया, जिन्होंने अपने कई सहकर्मियों से पिछले सप्ताह अपनी बहन की शादी के लिए पैसों की व्यवस्था करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, पिछले महीने हमने एक सहकर्मी के बेटे के इलाज के लिए पैसे जमा किए। लाखों रुपये का बिल होने के बाद भी लडक़े को बचाया नहीं जा सका।

एक अन्य कर्मी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर एयरलाइन द्वारा जारी प्रतिबंधात्मक आदेश के बारे में बताया कि इंजीनियरिंग विभाग के उनके एक सहकर्मी का तबादला मुंबई से दिल्ली हो गया है, लेकिन वेतन में विलंब होने की वजह से वह किराया चुकाने में असमर्थ है। अधिकारी ने कहा, वह कोई उड़ान नहीं पकड़ सकता है, क्योंकि उड़ान उपलब्ध नहीं है। यहां तक कि ट्रेन का टिकट भी उपलब्ध नहीं है। काफी मुश्किल हालात बन गए हैं।

ब्रिटिश पाउंड में मजबूती के बीच अमेरिकी डॉलर में गिरावट
Posted Date : 20-Apr-2019 2:08:40 pm

ब्रिटिश पाउंड में मजबूती के बीच अमेरिकी डॉलर में गिरावट

न्यूयॉर्क । ब्रिटिश पाउंड में आई मजबूती के बीच, अमेरिकी डॉलर में अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले शुक्रवार को गिरावट दर्ज की गई।

पहली तिमाही में ब्रिटिश खुदरा बिक्री के सकारात्मक आंकड़ों से देश के आर्थिक विकास में वृद्धि के संकेत से ब्रिटिश पाउंड में मजबूती दर्ज की गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, न्यूयॉर्क ट्रेडिग में शुक्रवार को यूरो बीते कारोबार में 1.1230 डॉलर के मुकाबले बढक़र 1.1245 डॉलर रहा।

ब्रिटिश पाउंड बीते कारोबार में 1.2988 डॉलर के मुकाबले बढक़र 1.2994 डॉलर रहा। आस्ट्रेलियाई डॉलर बीते कारोबार में 0.7146 डॉलर के मुकाबले बढक़र 0.7148 डॉलर रहा। यूरो, पाउंड, येन समेत छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचकांक डॉलर इंडेक्स 0.09 फीसदी की कमजोरी के साथ 97.3650 पर रहा।

इंडिगो एयरलाइन को मिलेगा जेट एयरवेज की बर्बादी का ज्यादा फायदा
Posted Date : 20-Apr-2019 2:07:58 pm

इंडिगो एयरलाइन को मिलेगा जेट एयरवेज की बर्बादी का ज्यादा फायदा

नई दिल्ली । देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो आसमान पर राज करने की तरफ उन्मुख है, क्योंकि इसकी प्रतिद्वंद्वी एयरलाइन जेट एयरवेज की बर्बादी का सबसे ज्यादा फायदा इसे ही मिलने वाला है। उद्योग के एक एग्जिक्यूटिव ने बताया, सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी को सर्वाधिक फायदा मिलेगा। इसलिए इंडिगो को एयर ट्रैफिक का एक बड़ा हिस्सा मिलेगा। साथ ही, आने वाले महीनों और वर्षो में इसकी क्षमता में विस्तार की योजना है।

पीडब्ल्यूसी के पार्टनर धीरज माथुर ने कहा कि जिसके पास ज्यादा विमान और चालक दल होंगे, उसको सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। इंडिगो के पास वर्तमान में 200 विमानों का बेड़ा है और यह रोजाना 1,400 उड़ानों का परिचालन करती हैं। ये उड़ानें 53 घरेलू और 18 अंतर्राष्ट्रीय गंतव्य स्थानों के लिए हैं। घरेलू बाजार में इसकी बाजार हिससेदारी 43.4 फीसदी है और इसके बेड़े की विस्तार योजना काफी प्रगतिशील है।

घरेलू बाजार में क्षमता और वर्तमान बाजार हिस्सेदारी की बात करें तो स्पाइसजेट दूसरी सबसे ज्यादा फायदे में रहने वाली एयरलाइन कंपनी रहेगी, जबकि अन्य एयरलाइंस को उनके मौजूदा बेड़े के आकार और बाजार हिस्सेदारी के अनुसार लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा, स्पाइसजेट के बाद एयर इंडिया, गो एयर, विस्तारा, एयर एशिया व अन्य जैसी विमान सेवा कंपनियों को लाभ मिल सकता है।

सस्ती विमानसेवा कंपनी स्पाइसजेट घरेलू बाजार में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है जिसकी बाजार हिस्सेदारी 13.7 फीसदी है। इसके बेड़े में 48 बोइंग 737, 27 बोंबारडियर क्यू-400 और एक बी-737 मालवाहक विमान हैं। एयरलाइन ने गुरुवार को कहा है कि वह दो सप्ताह से कम समय में 27 विमान अपने बेड़े में शामिल करेंगी। बेड़े के आकार और बाजार हिस्सेदारी की बात करें तो एयर इंडिया फायदा उठाने वाली तीसरी सबसे बड़ी कंपनी बन सकती है, लेकिन उड्डयन क्षेत्र के जानकारों एयरलाइन द्वारा इतनी जल्दी अपने बेड़े में विमानों की संख्या बढ़ाने को लेकर संदेह है।