नयी दिल्ली। कीमती धातु में मजबूत रुख के साथ प्रतिभागियों के सौदे बढ़ाने से मंगलवार को वायदा कारोबार में चांदी 238 रुपये उछल कर 46,939 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में मार्च महीने में डिलिवरी वाली चांदी 238 रुपये यानी 0.51 प्रतिशत बढक़र 46,939 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी। इसमें 2,992 लॉट का कारोबार हुआ। इसी प्रकार, मई डिलिवरी वाली चांदी 217 रुपये यानी 0.46 प्रतिशत बढक़र 47,386 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी। इसमें 16 लॉट का कारोबार हुआ। कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक बाजारों से सकारात्मक रुख के साथ प्रतिभागियों के नए सौदे करने से वायदा कारोबार में चांदी के भाव में मजबूती आई।वैश्विक बाजार में न्यूयॉर्क में चांदी 0.15 प्रतिशत बढक़र 18.10 डॉलर प्रति औंस रही।
नयी दिल्ली । मजबूत वैश्विक रुख के साथ सटोरियों के सौदे बढ़ाने से मंगलवार को वायदा कारोबार में सोना 203 रुपये चढक़र 40,150 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में फरवरी महीने में डिलिवरी वाला सोना 203 रुपये यानी 0.51 प्रतिशत बढक़र 40,150 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। इसमें 1,873 लॉट का कारोबार हुआ। इसी प्रकार, अप्रैल डिलिवरी वाला सोना 208 रुपये यानी 0.52 प्रतिशत बढक़र 40,269 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया। इसमें 455 लॉट का कारोबार हुआ। विश्लेषकों ने कहा कि वैश्विक बाजारों से सकारात्मक रुख के साथ प्रतिभागियों के नए सौदे करने से वायदा कारोबार में सोने के भाव में मजबूती आई। वैश्विक बाजार में न्यूयॉर्क में सोना 0.37 प्रतिशत बढक़र 1,566 डॉलर प्रति औंस रहा।
मुंबई। कच्चा तेल की बढ़ती कीमतों के कारण सोमवार को अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया शुरुआती कारोबार में चार पैसे गिरकर 71.12 रुपये प्रति डॉलर पर रहा। शुक्रवार को रुपया 71.08 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। हालांकि विदेशी निवेशकों की लिवाली जारी रहने तथा घरेलू शेयर बाजारों के बढ़त में खुलने से रुपये को मदद मिली। प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 264.26 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की। इस बीच कच्चा तेल 1.14 प्रतिशत की बढ़त लेकर 65.59 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।
नईदिल्ली। तेजस एक्सप्रेस ट्रेन की तर्ज पर अब मालगाड़ी के भी लेट होने पर हर्जाना मिलेगा। यह बात रेलमंत्री पीयूष गोयल ने एक कार्यक्रम में कही। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के स्थापाना दिवस पर उन्होंने कहा कि मालगाडिय़ों और पैसेंजर गाडिय़ों के तेज परिचालन के लिए दोनों को अलग-अगल ट्रैक की जरूरत है। उन्होंने मालगाड़ी के लेट होने पर ग्राहकों को हर्जाना देने की वकालत की।
रेलमंत्री ने इंडियन रेलवे कैटरिंग ऐंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन का जिक्र किया जो तेजस एक्सप्रेस ट्रेन के परिचालन में विलंब होने पर यात्रियों को मुआवजा यानी हर्जाना भरती है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल को मालगाडिय़ों का परिचालन भी रेलपथ का अधिकतम उपयोग के साथ करना चाहिए और मालगाडिय़ों की औसत चाल बढ़ानी चाहिए। गोयल ने 500 किलोमीटर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पूरा करने के लिए डीएफसीसीआईएल को बधाई दी और मार्च, 2020 तक 991 किलोमीटर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए उसे प्रेरित किया। रेलमंत्री ने मालगाडिय़ों का परिचालन तय समय-सारणी के अनुसार करने की जरूरत पर बल दिया। डीएफसीसीआईएल के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने कहा कि रेलवे तीन महत्वपूर्ण क्षेत्र- कॉन्सोलिडेशन, डिवेलपमेंट और इम्प्रूवमेंट पर काम कर रहा है। यादव ने कहा कि भारतीय रेल अपने नेटवर्क को अपग्रेड कर रही है, खासतौर से दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा रूट पर तीव्रगामी और आधुनिक ट्रेनों का परिचालन करने की दिशा में प्रयासरत है। डीएफसीसीआईएल के प्रबंध निदेशक अनुराग सचान ने भरोसा दिलाया कि चालू परियोजनाओं को तय समय पर पूरा किया जाएगा।
नईदिल्ली तनावग्रस्त लीबिया से कच्चे तेल की आपूर्ति प्रभावित होने से सोमवार को तेल के दाम में एक फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव तकरीबन 10 दिनों की ऊंचाई पर चला गया है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आई तेजी से घरेलू वायदा में भी तेल के भाव में तेजी का रुझान बना हुआ था।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर कच्चे तेल के फरवरी अनुबंध में पूर्वाह्न् 10.50 बजे 57 रुपये यानी 1.37 फीसदी की तेजी के साथ 4,219 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले तेल का भाव 4,222 रुपये प्रति बैरल तक उछला।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के मार्च डिलीवरी अनुबंध में 1.31 फीसदी की तेजी के साथ 65.70 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले ब्रेंट क्रूड का भाव 66 डॉलर प्रति बैरल तक उछला। बीते नौ जनवरी के बाद का ब्रेंट क्रूड के दाम का यह सबसे ऊंचा स्तर है।
वहीं, न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के मार्च डिलीवरी अनुबंध में 1.14 फीसदी की तेजी के साथ 59.25 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।
काफी लंबे अरसे से राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहे लीबिया की ताजा घटना से तेल की आपूर्ति प्रभावित होने की आशंकाओं से कीमतों में तेजी आई है। लीबिया में फौज द्वारा एक पाइपलाइन को बंद किए जाने के बाद नेशनल ऑयल कॉरपोरेशन ने कहा कि उसने दक्षिण-पश्चिम इलाके में दो ऑयलफील्ड को बंद करना शुरू कर दिया है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी आने से भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर इजाफा हो सकता है। घरेलू तेल विपणन कंपनियों ने बीते पांच दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाकर उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है।
लगातार पांच दिनों की कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल 72 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है और डीजल का दाम भी 80 पैसे प्रति लीटर कम हो गया है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम घटकर क्रमश: 74.98 रुपये, 77.58 रुपये, 80.58 रुपये और 77.89 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।
वहीं, चारों महानगरों में डीजल की कीमत भी घटकर क्रमश: 68.26 रुपये, 70.62 रुपये, 71.57 रुपये और 72.13 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
पेट्रोल के दाम में सोमवार को दिल्ली और कोलकाता में 11 पैसे, जबकि मुंबई में 10 पैसे और चेन्नई में 12 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई। वहीं, डीजल के दाम फिर दिल्ली और कोलकाता में 19 पैसे, जबकि मुंबई और चेन्नई में 20 पैसे प्रति लीटर कम हो गए हैं।
ऑक्सफैम की रिपोर्ट का खुलासा
नईदिल्ली। दावोस में चल रहे वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में ऑक्सफैम ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि विश्व के 2153 अरबपतियों के पास 4.6 अरब लोगों (विश्व की जनसंख्या का 60 फीसदी) के मुकाबले ज्यादा संपत्ति है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के एक फीसदी अमीरों के पास 70 फीसदी आबादी (करीब 953 मिलियन) की कुल संपत्ति का चार गुना धन है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत के 63 अरबपतियों के पास बजट से ज्यादा धन है। 2018-19 में भारत का बजट 24 लाख 42 हजार 200 करोड़ रुपये था।
इस रिपोर्ट में साफ-साफ कहा गया है कि पूरे विश्व में आर्थिक असमानता बहुत तेजी से फैल रही है। अमीर बहुत तेजी से ज्यादा अमीर हो रहे हैं। पिछले एक दशक में अरबपतियों की संख्या में काफी तेजी आई है, हालांकि पिछले साल उनकी कुल संपत्ति में गिरावट दर्ज की गई है।
ऑक्सफैम इंडिया के सीईओ अमिताभ बेहर ने कहा कि अमीर और गरीब के बीच बढ़ती खाई तब तक नहीं कम होगी, जब तक सरकार की तरफ से इसको लेकर ठोस कदम नहीं उठाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि असमानता दूर करने के लिए सरकार को गरीबों के लिए विशेष नीतियां अमल में लानी होगी।