व्यापार

सोना वायदा भाव 355 रुपये टूटा
Posted Date : 03-Feb-2020 6:03:14 pm

सोना वायदा भाव 355 रुपये टूटा

नयी दिल्ली । वैश्विक बाजारों के कमजोर संकेतों के बीच सोना वायदा भाव 355 रुपये तक टूटकर 40,893 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
 इसकी प्रमुख वजह सटोरियों का अपने सौदे में कटान करना रही। एमसीएक्स पर फरवरी डिलीवरी सौदों के लिए सोना वायदा भाव 355 रुपये यानी 0.86 प्रतिशत टूटकर 40,893 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। इसके लिए 33 लॉट का कारोबार हुआ। इसी तरह अप्रैल डिलीवरी के लिए यह भाव 189 रुपये यानी 0.46 प्रतिशत घटकर 41,016 रुपये प्रति 10 पर आ गया। इसके लिए 2,664 लॉट का कारोबार हुआ। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना भाव 0.17 प्रतिशत गिरकर 1,585.20 डॉलर प्रति औंस रहा।

 

शुरुआती कारोबार में रुपया 34 पैसे कमजोर
Posted Date : 03-Feb-2020 6:02:13 pm

शुरुआती कारोबार में रुपया 34 पैसे कमजोर

मुंबई । मुद्रा बाजार कारोबारियों के आम बजट 2020-21 से निराश होने के चलते शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को 34 पैसे टूटकर 71.66 पर खुला। मुद्रा कारोबारियों के अनुसार दुनियाभर में कोरोना वायरस के प्रसार के बढ़ते डर और राजकोषीय घाटा लक्ष्य से अधिक रहने ये उभरी चिंताओं के चलते रुपये में कमजोर रुख देखा गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को आम बजट पेश किया। इसमें चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा जीडीपी के 3.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। जबकि आम बजट 2019-20 में यह लक्ष्य 3.3 प्रतिशत रखा गया था। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार पर रुपया कमजोर रुख के साथ 71.62 पर खुला। बाद में यह पिछले बंद स्तर के मुकाबले 34 पैसे और गिर गया। सुबह के कारोबार में यह 71.66 रुपये प्रति डॉलर पर चल रहा है। शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 71.32 पर बंद हुआ था। आरंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को 1,199.53 करोड़ रुपये की निकासी की। इस बीच ब्रेंट कच्चा तेल 0.78 प्रतिशत गिरकर 56.18 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।

 

कोरोना वायरस के चलते शंघाई शेयर बाजार करीब आठ प्रतिशत गिरा
Posted Date : 03-Feb-2020 6:00:26 pm

कोरोना वायरस के चलते शंघाई शेयर बाजार करीब आठ प्रतिशत गिरा


शंघाई । कोरोना वायरस के 20 से अधिक देशों में फैलने से बढ़ी चिंताओं के बीच चीन का प्रमुख शेयर सूचकांक शांघाई सोमवार करीब आठ प्रतिशत गिर गया। यह चीन के बाजार की पांच साल की सबसे बड़ी गिरावट है। हालांकि चीन के नियामकों ने बाजार को स्थिर करने के लिए कई कदम उठाए हैं। कोरोना वायरस से दुनियाभर में अब तक 360 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि रविवार रात तक इससे प्रभावित 17,000 से अधिक लोगों की पहचान की गयी है। इसके तेजी से हो रहे प्रसार का असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। बाजार में निवेशकों के बीच इसे लेकर काफी डर है। चीनी नव वर्ष की सप्ताह भर लंबी छुट्टी के बाद शंघाई शेयर बाजार में सोमवार को भारी गिरावट दिखी। शांघाई कंपोजिट शेयर सूचकांक आठ प्रतिशत तक गिरकर बंद हुआ। यह अगस्त 2015 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। शंघाई कंपोजिट 229.92 अंक यानी 7.72 प्रतिशत घटकर 2,746.61 अंक पर बंद हुआ। छुट्टियां शुरू होने से पहले बाजार 23 जनवरी को खुला था और उस दिन शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 2.8 प्रतिशत गिरा था। चीन सरकार 2008 में वैश्विक मंदी और 2002-2003 में सार्स बीमारी के फैलने के बाद बाजारों में उथल-पुथल को रोकने के दौरान भी वह इस तरह के कदम उठा चुकी है। चीन की अधिकतर बड़ी कंपनियां और वित्तीय संस्थान सरकार के नियंत्रण में हैं। रविवार को चीन के केंद्रीय बैंक ने बाजार में 1,200 अरब युआन (173 अरब डॉलर) की अतिरिक्त नकद राशि झोंकने की योजना की घोषणा की। यह पैसा बांड की ताकि बाजार में नकदी पर्याप्त मात्रा में बनी रहे। सोमवार को कई क्षेत्रों की कंपनियों के शेयर में गिरावट देखी गयी। चीन की दवा कंपनियों के शेयर शुरुआती कारोबार में 10 प्रतिशत तक गिर गए। इसी तरह चीन के छोटे बाजारों का सूचकांक शेनझेन कंपोजिट इंडेक्स 8.41 प्रतिशत यानी 147.81 अंक गिरकर 1,609 अंक पर बंद हुआ। गौरतलब है कि कोरोना वायरस का पहला मामला वुहान शहर में सामने आया इसके फैलने से चीन एवं आसपास के क्षेत्रीय पर्यटन और वैश्विक वृद्धि पर असर पड़ रहा है।

 

एनएफएल का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ तीन प्रतिशत बढक़र 107 करोड़
Posted Date : 02-Feb-2020 5:51:11 pm

एनएफएल का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ तीन प्रतिशत बढक़र 107 करोड़

नयी दिल्ली  । नेशनल फर्टिलाइजर्स लि. (एनएफएल) का एकीकृत शुद्ध लाभ दिसंबर, 2019 में समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में तीन प्रतिशत बढक़र 107.11 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एक साल पहले समान तिमाही में कंपनी ने 103.59 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय घटकर 3,744.66 करोड़ रुपये पर आ गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 3,785.54 करोड़ रुपये थी। तिमाही के दौरान कंपनी की कुल उर्वरक बिक्री 23 प्रतिशत बढक़र 16.65 लाख टन रही।

 

शेयर बाजार में रही 16 महीने की सबसे बड़ी गिरावट
Posted Date : 02-Feb-2020 5:50:27 pm

शेयर बाजार में रही 16 महीने की सबसे बड़ी गिरावट

मुंबइ (आरएनएस)। बजट से निराश निवेशकों की बिकवाली और विदेशों से मिले नकारात्मक संकेतों से पिछले सप्ताह घरेलू शेयर बाजार में कोहराम रहा और बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 4.51 प्रतिशत तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 5.03 प्रतिशत लुढक़ गया। यह शेयर बाजारों में 16 महीने की सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले 05 अक्टूबर 2018 को समाप्त सप्ताह में सेंसेक्स 4.96 प्रतिशत और निफ्टी 5.03 प्रतिशत टूटा था। सप्ताह के दौरान छह कारोबारी दिवस में से पाँच में बाजार में तेजी रही जबकि बुधवार को इसमें गिरावट देखी गयी। इस दौरान सेंसेक्स 1,877.66 अंक का गोता लगाकर शनिवार को 39,735.53 अंक पर और निफ्टी 616.35 अंक लुढक़कर 11,661.85 अंक पर बंद हुआ। मझौली और छोटी कंपनियों में भी बड़ी गिरावट रही। बीएसई का मिडकैप 702.89 अंक यानी 4.44 प्रतिशत टूटकर 15,119.65 अंक पर और स्मॉलकैप 501.26 अंक यानी 3.38 प्रतिशत की गिरावट में 14,344.70 अंक पर आ गया। आने वाले सप्ताह में विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के लिए आईएचएस मार्किट के आँकड़े जारी होने हैं। इनका असर बाजार पर देखने को मिलेगा।  साथ ही विदेशी बाजारों की हलचल भी घरेलू बाजार पर प्रभाव डालेगी। बीते सप्ताह शुरुआती पाँच दिन विदेशी बाजारों के दबाव में घरेलू बाजार टूटे। नोवल कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से विदेशों में शेयर बाजार गिरावट में रहे। अंतिम कारोबारी दिवस पर शनिवार को बजट के बाद सेंसेक्स एक ही दिन में करीब एक हजार अंक टूट गया।

 

एफपीआई ने जनवरी में शेयरों में किया 12,000 करोड़ का निवेश
Posted Date : 02-Feb-2020 5:49:13 pm

एफपीआई ने जनवरी में शेयरों में किया 12,000 करोड़ का निवेश

नयी दिल्ली । विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जनवरी में भारतीय शेयर बाजारों में 12,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया। यह लगतार पांचवां महीना है जबकि एफपीआई शेयरों में शुद्ध निवेशक बने हुए हैं। अमेरिका और ईरान के बीच भू राजनीतिक और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार को लेकर तनाव कम होने से एफपीआई भारतीय शेयर बाजारों में पैसा लगा रहे हैं। सितंबर में एफपीआई ने शेयरों में 7,547.8 करोड़ रुपये, अक्टूबर में 12,367.9 करोड़ रुपये, नवंबर में 25,230.6 करोड़ रुपये और दिसंबर में 7,338.4 करोड़ रुपये डाले थे। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार एफपीआई ने पिछले महीने शेयरों में शुद्ध रूप से 12,122 करोड़ रुपये डाले। हालांकि, इस दौरान उन्होंने बांड बाजार से 11,119 करोड़ रुपये की निकासी की। इस तरह पिछले महीने भारतीय पूंजी बाजारों में उनका शुद्ध निवेश 1,003 करोड़ रुपये रहा।