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केंद्र ने रबर क्षेत्र के लिए वित्तीय पैकेज 23% बढ़ाकर 708 करोड़ रुपये किया
Posted Date : 22-Feb-2024 4:11:13 am

केंद्र ने रबर क्षेत्र के लिए वित्तीय पैकेज 23% बढ़ाकर 708 करोड़ रुपये किया

नई दिल्ली  । प्राकृतिक रबर क्षेत्र का सतत और समावेशी विकास’ योजना के तहत रबर क्षेत्र के लिए वित्तीय सहायता अगले दो वित्तीय वर्षों (2024-25 और 2025-26) के लिए 576.41 करोड़ रुपये से 23 प्रतिशत बढ़ाकर 708.69 करोड़ रुपये कर दी गई है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने यह जानकारी दी। बयान में कहा गया है कि रबर उद्योग को समर्थन देने के लिए 2024-25 और 2025-26 के दौरान 43.50 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ पारंपरिक क्षेत्रों में 12,000 हेक्टेयर (हेक्टेयर) में रबर का रोपण किया जाएगा।
मंत्रालय ने कहा, इसके लिए सहायता की दर पहले के 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर 40,000 रुपये प्रति हेक्टेयर कर दी गई है। इससे उत्पादन की बढ़ी हुई लागत को कवर करने में मदद मिलेगी और साथ ही रबर की खेती के लिए उत्पादकों को अतिरिक्त प्रोत्साहन मिलेगा।
मंत्रालय ने कहा कि इसी अवधि के दौरान 18.76 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में अन्य 3.752 हेक्टेयर क्षेत्र को रबर की खेती के तहत लाया जाएगा।
मंत्रालय ने कहा, रबर बोर्ड द्वारा 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर मूल्य की रोपण सामग्री की आपूर्ति की जाएगी। यह उत्तर पूर्व में इनरोड परियोजना के तहत किए जा रहे वृक्षारोपण के अतिरिक्त होगा। गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में अनुसूचित जाति के उत्पादकों के लिए 2,00,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से रोपण सहायता प्रदान की जाएगी। इसमें कहा गया है कि अच्छी गुणवत्ता वाली रोपण सामग्री (नया घटक) पैदा करने के लिए गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में बोर्ड द्वारा प्रायोजित नर्सरी को बढ़ावा दिया जाएगा। ऐसी 20 नर्सरियों को 2,50,000 रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी।
मंत्रालय ने कहा, सरकार उत्पादित रबर की उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से कई उपायों की योजना बना रही है। इस दिशा में 67,000 हेक्टेयर (पारंपरिक में 60,000, एनटी में 5000 और पूर्वोत्तर में 2000) क्षेत्र में बारिश से बचाव और 22,000 हेक्टेयर (पारंपरिक में 20,000 और एनटी में 2000) में पौधों की सुरक्षा (छिडक़ाव) के लिए सहायता प्रदान की जाएगी। अगले दो वर्षों में इसके लिए 35.60 करोड़ रुपये की राशि प्रदान करने की परिकल्पना की गई है।
मंत्रालय ने कहा कि यह योजना रबर उत्पादकों के सशक्तिकरण के लिए रबर के छोटे धारकों जैसे रबर उत्पादक सोसायटी (आरपीएस) के मंचों को बढ़ावा देती है। मंत्रालय ने कहा, अगले दो वर्षों में लगभग 250 नए आरपीएस के गठन के लिए सहायता प्रदान की जाएगी। सहायता का पैमाना 3000 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये कर दिया गया है और इससे हितधारकों के समग्र लाभ के लिए किसान शिक्षा, सेमिनार, समूह बैठकें, क्षमता निर्माण गतिविधियां, एक्सपोजर विजिट, मॉडल फार्म और अन्य गतिविधियों का समर्थन करने में मदद मिलेगी।

 

सर्राफा बाजार में आई गिरावट, सस्ता हुआ सोना और चांदी
Posted Date : 21-Feb-2024 3:51:38 am

सर्राफा बाजार में आई गिरावट, सस्ता हुआ सोना और चांदी

नईदिल्ली। भारतीय सर्राफा बाजार में इनदिनों उतार-चढ़ाव बना हुआ है. मंगलवार को एक बार फिर से सोने-चांदी की कीमतों में मामूली गिरावट दर्ज की गई. कमजोर मांग के चलते सर्राफा बाजार में आज सोने की कीमतों में 10 रुपये जबकि चांदी के दाम में 80 रुपये की गिरावट आई. इसके बाद 22 कैरेट शुद्धता वाला सोना गिरकर 56,953 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया. जबकि 22 कैरेट वाले सोना फिलहाल 62,130 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है. वहीं चांदी के दाम गिरकर 71,530 रुपये प्रति किग्रा पर आ गए हैं.
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर फिलहाल सोने की कीमत 0.01 प्रतिशत यानी 5 रुपए की गिरावट के साथ 61,999 रुपये पर ट्रेंड कर रही है. जबकि चांदी का भाव यहां 0.14 फीसदी यानी 99 रुपये गिरकर 71,207 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है. वहीं विदेशी बाजार यूएस कॉमेक्स पर सोने की कीमत 0.28 प्रतिशत यानी 5.60 डॉलर चढक़र 2,029.70 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है. जबकि चांदी की कीमत यहां 1.96 प्रतिशत यानी 0.46 डॉलर गिरकर 23.02 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा है.
राजधानी दिल्ली में आज 22 कैरेट वाला सोना 56,760 तो 24 कैरेट वाला गोल्ड 61,920 रुपये प्रति 10  ग्राम पर कारोबार कर रहा है. जबकि चांदी की कीमत 71,260 रुपये प्रति किग्रा हो गई है. मुंबई में सोने (22 कैरेट) की कीमत 56,852 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया है. जबकि 24 कैरेट शुद्धता वाला सोना 62,020 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है. वहीं चांदी की कीमत 71,420 रुपये प्रति किग्रा चल रही है.
कोलकाता में 22 कैरेट वाला सोना 56,778 तो 24 कैरेट वाले गोल्ड की कीमत 61,940 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गई हैं. जबकि चांदी का भाव कोलकाता में 71,320 रुपये प्रति किलोग्राम पर पर आ गया है. चेन्नई में सोना (22 कैरेट)  तो 24 कैरेट वाले गोल्ड का भाव 62,200 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया है. जबकि चांदी की कीमत चेन्नई में 71,620 रुपये प्रति किग्रा हो गई हैं.

शेयर बाजार की कमजोर शुरूआत, सेंसेक्स में 116 अंक की गिरावट, 22100 से नीचे निफ्टी
Posted Date : 21-Feb-2024 3:51:18 am

शेयर बाजार की कमजोर शुरूआत, सेंसेक्स में 116 अंक की गिरावट, 22100 से नीचे निफ्टी

मुंबई। कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन यान मंगलवार को शेयर बाजार लाल निशान के साथ खुला. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 150 अंकों दर्ज की गई. लेकिन बाजार में निचले स्तरों के शेयरों में खरीदारी देखने को मिली. बाजार ओपन होने के बाद सुबह 9.42 बजे सेंसेक्स 24.80 अंक यानी 0.03 प्रतिशत गिरावट के साथ 72,683.36 के स्तर पर आ गया. वहीं निफ्टी 10.41 अंक यानी 0.05 प्रतिशत फिसलकर 22,111.85 के स्तर पर कारोबार करता नजर आया.
मंगलवार को सेंसेक्स के शेयरों में एमएंडएम, बजाज फिनसर्व, मारुति, आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई के शेयरों में गिरावट का दौर देखने को मिला. जबकि पावर ग्रिड, कोटक बैंक, एशियन पेंट्स, जेएसडब्ल्यू स्टील और एचडीएफसी बैंक के शेयर हरे निशान पर कारोबार करते दिखाई दिए.
वहीं एनबीसीसी इंडिया के शेयरों में आज चार फीसदी की बढ़त दर्ज की गई. इस बढ़त के पीछे अलग-अलग ग्राहकों से 369 करोड़ रुपये का वर्क ऑर्डर मिलने का असर देखने को मिला. वहीं एलएनजी सप्लाई के लिए नॉर्वे की कंपनी से करार होने के बाद दीपक फर्टिलाइजर और पेट्रोकेमिकल के शेयरों में 10 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला.
मंगलवार के शेयर बाजार में डिश टीवी और जी एंटरप्राइज के शेयरों में खरीदारी होने से निफ्टी मीडिया में 2.2 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली. इनके अलावा निफ्टी रियल्टी, मेटल, फार्मा, हेल्थकेयर और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर के शेयर भी हरे निशान के साथ ओपन हुए. जबकि निफ्टी बैंक, ऑटो, फाइनेंशियल सर्विसेज और एफएमसीजी सेक्टर के शेयरों में गिरावट देखी गई. फिलहाल सेंसेक्स 106.52 अंक की बढ़त के साथ 72,814.67 अंक पर कारोबार कर रहा है. जबकि निफ्टी 50 6.95 अंक की गिरावट के साथ 22,115.30 पर कारोबार कर रहा है.

 

भारत के यूपीआई का अब मॉरिशस और श्रीलंका में कर सकेंगे इस्तेमाल; पीएम मोदी ने लॉन्च की सर्विस
Posted Date : 13-Feb-2024 4:28:22 am

भारत के यूपीआई का अब मॉरिशस और श्रीलंका में कर सकेंगे इस्तेमाल; पीएम मोदी ने लॉन्च की सर्विस

नई दिल्ली| भारत ने सोमवार को श्रीलंका और मॉरीशस में अपनी यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) सर्विस सफलतापूर्वक शुरू की। इस पहल के तहत मॉरीशस में रूपे कार्ड सर्विस भी शुरू की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मॉरीशस समकक्ष प्रविंद जुगनाथ और श्रीलंकाई राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के साथ उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। दोनों देशों की यात्रा करने वाले भारतीय पेमेंट्स करने के लिए यूपीआई सर्विस का उपयोग कर सकेंगे। भारत की यात्रा करने वाले मॉरीशस के लोग भी ऐसा करने में सक्षम होंगे।
इसके अलावा, मॉरीशस के बैंक रूपे कार्ड जारी करने और भारत और मॉरीशस दोनों में ट्रांजेक्शन के लिए उनका उपयोग करने में सक्षम होंगे। इस सर्विस की शुरूआत श्रीलंका और मॉरीशस के साथ बढ़ते द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों के बीच हुई है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा डेवलप यूपीआई सर्विस, मोबाइल फोन का उपयोग करके तत्काल वास्तविक समय बैंक ट्रांजेक्शन को सक्षम बनाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका और मॉरीशस में यूपीआई सर्विस शुरू होने के अवसर पर कहा कि आज हिंद महासागर क्षेत्र के तीन मित्र देशों के लिए एक विशेष दिन है। मेरा मानना है कि श्रीलंका और मॉरीशस को यूपीआई प्रणाली से लाभ होगा। उन्होंने कहा कि डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा भारत में क्रांतिकारी बदलाव लाया है। यूपीआई भारत के साथ साझेदारों को एकजुट करने की नई जिम्मेदारी निभा रहा है।
गौरतलब है कि हाल ही फ्रांस में भी यूपीआई सर्विस शुरू की गई है। इसके जरिए एफिल टावर के टिकट बुक कराने की सुविधा भी दी जा रही है। श्रीलंका और मॉरिशस में होने वाली यूपीआई लॉन्चिंग से पहले भारतीय पेमेंट सिस्टम फ्रांस, सिंगापुर, यूएई, नेपाल, भूटान एक्टिव है। बता दें कि यूपीआई के आने के बाद से ऑनलाइन ट्रांजैक्शंस में खासी तेजी देखने को मिली है। इसमें साल दर साल इजाफा हो रहा है और इसका अंदाजा NPCI के आंकड़ों को देखकर लगाया जा सकता है। इसके मुताबिक, बीते साल दिसंबर 2023 में भी यूपीआई से 18.23 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड का लेन-देन किया गया था, जो कि इससे पिछले साल 2022 की समान अवधि की तुलना से 54 फीसदी अधिक था।

 

देश की इस बड़ी एयरलाइन की आर्थिक स्थिति हुई खस्ताहाल, 1400 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
Posted Date : 13-Feb-2024 4:27:56 am

देश की इस बड़ी एयरलाइन की आर्थिक स्थिति हुई खस्ताहाल, 1400 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

नई दिल्ली  । देश की बड़ी एयरलाइन्स में से एक स्पाइसजेट ने 1400 कर्मचारियों की छंटनी की है। यह कंपनी की कुल वर्कफोर्स का करीब 15 प्रतिशत है। कंपनी द्वारा ये कदम वित्तीय संकट के बीच निवेशकों को आकर्षित करने के लिए है। जानकारी के मुताबिक, बजट एयरलाइन के पास 9000 के करीब कर्मचारी है, जो कि 30 एयरप्लेट का संचालन करते हैं। इसमें से 8 विमानों को कंपनी द्वारा विदेशी एयरलाइन से क्रू और पायलट्स के साथ लीज पर लिया हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार कंपनी की ओर से ऑपरेशन जरूरतों के हिसाब से ये कटौती की गई है। एयरलाइन मौजूदा समय में 60 करोड़ रुपये प्रति महीने की सैलरी दे रही है। इससे पहले कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि स्पाइसजेट की ओर से पिछले कई महीनों से सैलरी के भुगतान में देरी की जा रही थी। बता दें, स्पाइस जेट निवेशकों से 2200 करोड़ रुपये का फंड जुटाने के प्लान पर काम कर रहा है।
एयरलाइन की ओर से कहा गया कि कंपनी के फंड जुटाने के सभी प्लान ट्रेक पर है और जल्द ही इसके बारे में सूचना दी जाएगी। 2019 अपने पीक पर स्पाइटजेट के पास 118 प्लेन की प्लीट थी और 16,000 से ज्यादा कर्मचारियों का स्टाफ था। मौजूदा समय में हाल ही में अकासा एयरलाइन स्पाइसजेट की सबसे निकटतम प्रतिद्वंदी है। स्पाइटजेट के शेयर में सोमवार के कारोबारी सत्र में गिरावट देखने को मिली। एनएसई पर शेयर सुबह 11 बजे 4 प्रतिशत की गिरावट के साथ 65.59 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था। कंपनी के शेयर ने आज के सत्र में 65.05 रुपये का न्यूनतम स्तर और 68.97 रुपये का उच्चतम स्तर छुआ है।

 

माइक्रोसॉफ्ट 3.125 ट्रिलियन डॉलर मार्केट कैप के साथ सबसे मूल्यवान कंपनी बनी
Posted Date : 13-Feb-2024 4:27:26 am

माइक्रोसॉफ्ट 3.125 ट्रिलियन डॉलर मार्केट कैप के साथ सबसे मूल्यवान कंपनी बनी

न्यूयॉर्क  । माइक्रोसॉफ्ट ने सप्ताह का अंत 3.125 ट्रिलियन डॉलर के बाजार पूंजीकरण के साथ किया, जो अब तक किसी भी कंपनी के लिए सबसे अधिक है। कंपनी का मार्केट मूल्य एप्पल द्वारा निर्धारित पिछले रिकॉर्ड में सबसे ऊपर है, जो जुलाई में 3.09 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया था। एप्पल शुक्रवार को 2.916 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ समाप्त हुआ।
माइक्रोसॉफ्ट 3.1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक मार्केट कैप (बाजार पूंजीकरण) के साथ बंद होने वाली पहली अमेरिकी कंपनी भी है। माइक्रोसॉफ्ट का स्टॉक सप्ताह के अंत में 420.55 डॉलर पर बंद हुआ। पिछले 12 महीनों में, इसके शेयरों में 60 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जिसका मुख्य कारण इसके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सॉफ्टवेयर को लेकर उत्साह है।
कंपनी ने पिछले महीने वॉल स्ट्रीट के पूर्वानुमानों से पहले तिमाही राजस्व और लाभ की सूचना दी, और प्रबंधन ने कंपनी के एआई लाभ पर ध्यान दिया।
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने उस समय एक बयान में कहा था, हम एआई के बारे में बात करने से लेकर एआई को बड़े पैमाने पर लागू करने की ओर बढ़ गए हैं।