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बिटकॉइन संबंधी ट्वीट करने वाले शीर्ष 5 देशों में भारत
Posted Date : 05-Jul-2019 1:43:43 pm

बिटकॉइन संबंधी ट्वीट करने वाले शीर्ष 5 देशों में भारत

नईदिल्ली,05 जुलाई । भारत उन शीर्ष पांच देशों में शामिल है, जो बिटकॉइन और फेसबुक के आगामी लिब्रा क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सबसे अधिक ट्वीट करते हैं। क्रिप्टो-ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म द टीआईई ने ट्वीट कर खुलासा किया कि अमेरिका ने बिटकॉइन और लिब्रा डिजिटल कॉइन के संदर्भ में ट्वीट्स करने में आगे है, जो (लिब्रा) 2020 में आने की उम्मीद है। अध्ययन में पाया गया कि ट्विटर पर बिटकॉइन के बारे में 38.9 प्रतिशत पोस्ट अमेरिका से थे, जबकि 10.5 प्रतिशत पोस्ट के साथ ब्रिटेन दूसरे स्थान पर रहा। 
कनाडा, तुर्की, भारत और आस्ट्रेलिया अगले सबसे ज्यादा ट्वीट करने वाले देशों की फेहरिस्त में शामिल रहे। दिलचस्प बात यह है कि अमेरिका लिब्रा कॉइन के ट्वीट के संदर्भ में एक बड़े अनुपात का प्रतिनिधित्व करता है, जो बीटीसी के संदर्भ में 39.8 प्रतिशत की तुलना में 43.8 प्रतिशत है। बिटकॉइन के बारे में अमेरिका आमतौर पर अत्यधिक सकारात्मक है, जिसमें 61.5 प्रतिशत ट्वीट बिटकॉइन के पक्ष में हैं। दुनिया भर में औसतन 59.8 फीसदी बिटकॉइन ट्वीट सकारात्मक हैं।
कुल बिटकॉइन कन्वर्सेशन में कम से कम .5 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करने वाले देशों में, क्रिप्टो के बारे में बात करने वालों में पेरू औसतन सबसे सकारात्मक रहा है। इसके बाद मलेशिया, इंडोनेशिया, वियतनाम और इटली रहे। कुल बिटकॉइन ट्वीट का अमेरिका और ब्रिटेन लगभग 50 फीसदी प्रतिनिधित्व करते हैं। टीआईई ने ट्वीट किया, बिटकॉइन की तरह, लिब्रा के बारे में सबसे अधिक ट्वीट करने के मामले में ब्रिटेन दूसरे स्थान पर है। ब्रिटेन के बाद फ्रांस, कनाडा और आस्ट्रेलिया लिब्रा के बारे में सबसे ज्यादा ट्वीट करने वाले देश हैं। बिटकॉइन ट्रेडिंग सर्विस लोकलबिटकॉइन्स के आंकड़ों के अनुसार, भारत में बिटकॉइन की मांग वॉल्यूम के लिहाज से 82 से बढक़र इस साल जून में 235 हो गई है। 

बीएसएनएल को पैकेज देने विचार कर रही सरकार
Posted Date : 04-Jul-2019 1:26:12 pm

बीएसएनएल को पैकेज देने विचार कर रही सरकार

नईदिल्ली,04 जुलाई । सरकार भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की आर्थिक स्थिति को सुदृढ करने को लेकर एक पैकेज देने पर विचार कर रही है। संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज राज्यसभा में एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि बीएसएनएल सार्वजनिक क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण उपक्रम है जिसमें एक लाख 55 हजार से अधिक कर्मचारी हैं। इसकी स्थिति में सुधार के प्रयास किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसके कर्मचारी और अधिकारी पेशेवर रवैया अपनाये और सरकार को सहयोग करें। उन्होंने कहा कि संचार के क्षेत्र में नयी नयी कम्पनियां नवीनतम प्रौद्योगिकी के साथ आ रही है जो काफी सस्ती सेवाएं दे रही है। बीएसएनएल फोरजी सेवाओं के विस्तार पर काम कर रही है। 
प्रसाद ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि सरकार की नीतियों के कारण नोएडा में 93 मोबाइल फोन निर्माण कारखाने स्थापित हो गये हैं और भारत विश्व में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बन गया है। अब इसके निर्यात पर ध्यान दिया जा रहा है । इस क्षेत्र में करीब छह लाख लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के नोएडा से मेरठ तक इलेक्ट्रानिक केन्द्र बनने की क्षमता है। इसके लिए राज्य सरकार को प्रयास करने की जरुरत है।

पेपाल कंपनी की विश्वसनीयता पर आरबीआई से मांगा जवाब
Posted Date : 04-Jul-2019 1:25:54 pm

पेपाल कंपनी की विश्वसनीयता पर आरबीआई से मांगा जवाब

नईदिल्ली,04 जुलाई । दिल्ली उच्च न्यायालय ने पेपाल कंपनी के देश में अवैध संचालन संबंधी एक याचिका पर सुनवाई करते हुए बुधवार को आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) ईडी (प्रवर्तन निदेशलय) और पेपाल कंपनी से जवाब दाखिल करने को कहा है। याचिका में कहा गया है कि कंपनी देश में अवैध रूप से चल रही है।
मुख्य न्यायधीश डी. एन. पटेल व न्यायमूर्ति सी. हरिशंकर की खंडपीठ ने आरबीआई, ईडी और पेपाल को नोटिस जारी करते हुए मामले की अगली सुनवाई 18 सिंतबर तय की है। अदालत अभि मिश्रा द्वारा अपने वकील के माध्यम से दायर की गई याचिका पर सुनवाई कर रही थी। 
याचिकाकर्ता ने कहा कि पेमेंट एंड सेटलमेंट एक्ट 2007 के तहत भारत में भुगतान और संचालन करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अधिकृत पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर की सूची के मुताबिक पेपाल पेमेंट्स प्रा. लि. सूचीबद्ध नहीं है। मिश्रा ने यह भी दावा किया कि पेपाल पेमेंट्स प्रा. लि. विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम का उल्लंघन करते हुए एक विदेशी मुद्रा डीलर के रूप में काम कर रहा है। 

अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार घटने से ब्रेंट क्रूड 1 फीसदी उछला
Posted Date : 04-Jul-2019 1:25:37 pm

अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार घटने से ब्रेंट क्रूड 1 फीसदी उछला

नईदिल्ली,04 जुलाई । कच्चे तेल में लगातार तीन दिनों की मंदी के बाद बुधवार को फिर तेजी लौटी। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड के भाव में एक फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। हालांकि भारतीय वायदा बाजार में कच्चे तेल के वायदा सौदों में एक फीसदी से ज्यादा की नरमी बनी रही। ऊर्जा विशेषज्ञ बताते हैं कि अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार घटने और तेल निर्यातक देशों का समूह ओपेक व गैर-ओपेक देशों के बीच तेल के उत्पादन में कटौती जारी रखने को लेकर बनी सहमति से कीमतों में तेजी का रुख देखा जा रहा है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर रात करीब नौ बजे कच्चे तेल के जुलाई अनुबंध में 55 रुपये यानी 1.39 फीसदी की कमजोरी के साथ 3,892 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। 
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के सितंबर डिलीवरी वायदा अनुबंध में 1.01 फीसदी की तेजी के साथ 63.03 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। इससे पहले भाव 63.45 डॉलर प्रति बैरल तक उछला। वहीं, अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) का अगस्त अनुबंध 0.30 फीसदी की तेजी के साथ 56.42 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था जबकि इससे पहले भाव 57.12 डॉलर प्रति बैरल तक उछला। 
अमेरिकी एजेंसी इनर्जी इन्फोरमेशन एडमिनिस्ट्रेशन की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले सप्ताह अमेरिका में कच्चे तेल के भंडार में 10.9 लाख बैरल की कमी आई। इससे पहले मंगलवार को ओपेक और गर-ओपेक देशों के बीच बनी सहमति के अनुसार, वे कच्चे तेल के उत्पादन में जारी रोजाना 12 लाख बैरल की कटौती अगले साल मार्च तक जारी रखेंगे। एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (इनर्जी व करेंसी) अनुज गुप्ता ने कहा कि कच्चे तेल के दाम में फिलहाल सारे तेजी के फैक्टर होने के बावजूद ज्यादा तेजी की संभावना नहीं है क्योंकि ट्रेड वार चलते तेल की खपत कमजोर रहने की आशंका बनी हुई है। 

एक साल में पहली बार सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में गिरावट, जून में 49.6 पर: पीएमआई
Posted Date : 03-Jul-2019 1:11:25 pm

एक साल में पहली बार सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में गिरावट, जून में 49.6 पर: पीएमआई

नईदिल्ली,03 जुलाई । देश की सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में जून महीने में मई 2018 के बाद पहली बार गिरावट दर्ज की गई है। इसकी वजह कमजोर बिक्री , प्रतिस्पर्धा का दबाव और प्रतिकूल कराधान रहा , जिसने उत्पादन को प्रभावित किया। बुधवार को जारी एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई है। आईएचएस मार्किट इंडिया सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी सूचकांक जून महीने में गिरकर 49.6 पर आ गया। मई महीने में यह 50.2 पर था। मोटे तौर पर सुस्त बिक्री की वजह से कारोबारी गतिविधियों में एक साल में पहली बार गिरावट आई है। सूचकांक का 50 से ऊपर रहना विस्तार का संकेत देता है जबकि 50 से नीचे का सूचकांक संकुचन को दर्शाता है। आईएचएस मार्किट की प्रधान अर्थशास्त्री पोलयाना डी लीमा ने कहा ,  भारत के हालिया पीएमआई नतीजे साल की शुरुआत में सेवा क्षेत्र में देखी गई मजबूत वृद्धि के स्थायित्व और कंपनियों के रोजगार सृजन की क्षमता पर संकट खड़ा करते हैं।  सेवा क्षेत्र में , व्यवसायिक गतिविधियों में गिरावट दर्ज की गई है। यह स्थिति बिक्री में सुस्ती के चलते है। लीमा ने कहा ,  जीएसटी लागू होने के दो साल बाद भी कुछ कंपनियां मांग में नरमी को कर की उच्च दरों से जोड़ रही हैं। यह आश्चर्यजनक है।  इस बीच , आईएचएस मार्किट कंपोजिट पीएमआई आउटपुट सूचकांक मई में 51.7 से गिरकर जून में 50.8 पर आ गया। यह एक साल का सबसे निचला स्तर है। यह सूचकांक विनिर्माण और सेवा क्षेत्र दोनों को दर्शाता है। लीमा ने कहा कि भारतीय सेवा प्रदाता आगामी महीनों में मांग में सुधार की उम्मीद कर रहे हैं।

आरबीआई ने पीएनबी सहित 4 बैंकों पर लगाया भारी भरकम जुर्माना
Posted Date : 03-Jul-2019 1:11:09 pm

आरबीआई ने पीएनबी सहित 4 बैंकों पर लगाया भारी भरकम जुर्माना

नईदिल्ली,03 जुलाई । भारतीय रिजर्व बैंक ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और यूको बैंक सहित सार्वजनिक क्षेत्र के चार बैंकों पर अपने केवाईसी जरूरतों और चालू खाता खोलने के नियमों का अनुपालन नहीं करने को लेकर 1.75 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। पीएनबी, इलाहाबाद बैंक और यूको बैंक पर 50-50 लाख रुपये और कॉरपोरेशन बैंक पर 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
रिजर्व बैंक ने इसका ब्योरा देते हुए कहा कि यह जुर्माना केवाईसी या मनी लांड्रिंग रोधक मानदंडों तथा चालू खाता खोलने से संबंधित उसके दिशानिर्देशों के प्रावधानों का अनुपालन नहीं करने के लिए लगाया गया है।