व्यापार

जल्द जारी होगा 20 रुपये का नया नोट
Posted Date : 01-Aug-2019 1:29:16 pm

जल्द जारी होगा 20 रुपये का नया नोट

नईदिल्ली,01 अगस्त । प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने बाद से कई नए नोट बाजार में आ चुके हैं. 2000, 500, 200, 100, 50 रुपए के नोटों के बाद अब जल्द आपके हाथ में होगा 20 रुपए का नया नोट. इस नोट में गवर्नर शक्तिकांत दास के हस्ताक्षर होंगे और नोट के पीछे देश की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हुए एलोरा की गुफाओं का चित्रण किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन नए नोटों की पहली खेप कानपुर स्थित रिजर्व बैंक के रिजलन ऑफिस में पहुंच चुकी है. जल्द ही 20 के इन नए नोटों की गड्डियां बैंकों में पहुंचाया जाएगा.
इस नोट पर गवर्नर शक्तिकांत दास के हस्ताक्षर हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने साफ कर दिया है कि 20 रुपये के पहले से चलन में मौजूद सभी नोट लीगल टेंडर बने रहेंगे. यानी 20 रुपये के नए नोट आने से पुराने नोट पहले की तरह चलते रहेंगे.
आरबीआई द्वारा पेश किए गए 20 रुपये के इस नए नोट के आगे के हिस्से पर महात्मा गांधी का चित्रण बीच में है. इसी साइड नोट का मूल्य हिंदी और अंग्रेजी के अंकों में लिखा होगा और आरबीआई, भारत, इंडिया और 20 माइक्रो लेटर्स के रूप में होंगे. सुरक्षा पट्टी पर भारत और आरबीआई लिखा होगा.
नोट के अगले हिस्से पर गारंटी क्लॉज, गवर्नर के हस्ताक्षर, आरबीआई का प्रतीक चिन्ह महात्मा गांधी की तस्वीर के दाहिनी तरफ होगा और नोट के दाहिनी तरफ अशोक स्तंभ होगा. नोट का नंबर बायें से दाहिनी तरफ बढ़ते आकार में छपा हुआ होगा.
नोट के पिछले हिस्से पर बायीं तरफ वर्ष, स्वच्छ भारत का लोगो स्लोगन के साथ और भाषा की पट्टी होगी. नोट के पिछले हिस्से पर एलोरा के गुफाओं का चित्र भारत की सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करेगा. नोट 63मिमी चौड़ा और 129 मिमी लंबा होगा.

फेड के फैसले के बाद टूटा कच्चा तेल
Posted Date : 01-Aug-2019 1:29:01 pm

फेड के फैसले के बाद टूटा कच्चा तेल

नईदिल्ली,01 अगस्त । अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के फैसले के बाद कच्चे तेल के दाम में गिरावट आई है। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार में कच्चे तेल के भाव में गुरुवार को एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। अंतर्राष्ट्रीय बाजार से मिले कमजोर संकेतों से घरेलू वायदा बाजार पर भी कच्चे तेल का भाव 4,000 रुपये प्रति बैरल के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे आ गया। 
कच्चे तेल के दाम में नरमी आने से एक बार फिर पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि की संभावनाओं पर ब्रेक लग गया है।
कमोडिटी बाजार विश्लेषकों के अनुसार, फेड के फैसले से निवेशकों का मनोबल टूटा है और अमेरिका-चीन व्यापारिक वार्ता बेनतीजा रहने से कच्चे तेल की मांग में सुस्ती रहने की संभावना बनी हुई है। 
पूर्वाह्न् 11.23 बजे मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर कच्चे तेल के अगस्त अनुबंध में 33 रुपये यानी 0.82 फीसदी की कमजोरी के साथ 3,999 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले भाव 3,997 रुपये प्रति बैरल तक गिरा।
इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर ब्रेंट क्रूड के अक्टूबर अनुबंध में गुरुवार को 1.11 फीसदी की गिरावट के साथ 64.33 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। वहीं, न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट यानी डब्ल्यूटीआई 1.33 फीसदी की गिरावट के साथ 57.88 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था।
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (इनर्जी व करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने कहा, जैसी उम्मीद की जा रही थी, उसी अनुरूप फेड ने बुधवार को ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की। मगर, फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने आगे ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं से इनकार किया है जिससे निवेशकों का मनोबल टूटा है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव दूर करने की दिशा में बुधवार को दोनों देशों के वातार्कारों के बीच हुई बातचीत से भी कोई ठोस नतीजा निकल कर नहीं आया। इसलिए अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार घटने के बावजूद तेल के दाम में नरमी का रुख बना हुआ है।
अमेरिकी एजेंसी एनर्जी इन्फोरमेशन एडमिनिस्ट्रेशन की बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार पिछले सप्ताह तकरीबन 85 लाख बैरल घट गया।

एपल का मुनाफा जून तिमाही में 13 प्रतिशत गिरकर 10 अरब डॉलर पर आया
Posted Date : 31-Jul-2019 9:22:24 am

एपल का मुनाफा जून तिमाही में 13 प्रतिशत गिरकर 10 अरब डॉलर पर आया

सैन फ्रांसिस्को ,31 जुलाई । लग्जरी स्मार्टफोन एवं गैजेट बनाने वाली कंपनी एपल का शुद्ध मुनाफा जून तिमाही में 13 प्रतिशत गिरकर 10 अरब डॉलर पर आ गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व एक प्रतिशत बढक़र 53.80 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह विश्लेषकों के अनुमान से बेहतर राजस्व है। सेवा क्षेत्र में अच्छी वृद्धि के दम पर कंपनी आईफोन की बिक्री में गिरावट से पड़े प्रभाव को बेअसर करने में सफल रही है। एपल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक ने कहा, ‘‘यह हमारे लिये सबसे बेहतर जून तिमाही है। इस तिमाही में सेवा क्षेत्र से रिकॉर्ड राजस्व, वियरेबल डिवाइस श्रेणी में वृद्धि में सुधार, आईपैड और मैक का मजबूत प्रदर्शन तथा आईफोन के ट्रेंड में सुधार देखने को मिला है।’’ कंपनी ने अब आईफोन की बिक्री का आंकड़ा देना बंद कर दिया है। आईफोन लंबे समय तक कंपनी के लिये कमाई का मुख्य जरिया रहा है। हालांकि आईफोन से प्राप्त राजस्व 12 प्रतिशत गिरकर 26 अरब डॉलर पर आ गया। ऐसा अनुमान है कि कंपनी इस साल नया मॉडल पेश कर आईफोन की बिक्री में सुधार लाने की कोशिश कर सकती है। सेवा क्षेत्र से कंपनी का राजस्व पिछले साल की जून तिमाही के 10 अरब डॉलर की तुलना में बढक़र 11.50 अरब डॉलर पर पहुंच गया। कंपनी ने कहा कि उसे सितंबर तिमाही में 61 अरब डॉलर से 64 अरब डॉलर के बीच राजस्व का अनुमान है।

75 करोड़ के रिश्वत के मामले में फंसी रॉल्स रॉयस, सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर
Posted Date : 31-Jul-2019 9:21:55 am

75 करोड़ के रिश्वत के मामले में फंसी रॉल्स रॉयस, सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर

नईदिल्ली,31 जुलाई । सेंट्रल ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टीगेशन ने रॉल्स रॉयस के खिलाफ रिश्वत देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि रॉल्स रॉयस ने एचएएल, ओएनजीसी और जीएआईएल के कुछ अधिकारियों को 75 करोड़ की रिश्वत दी थी। सीबीआई के मुताबिक ये रिश्वत दिल्ली स्थित कंपनी आशामोर प्राइवेट लिमिटेड का इस्तेमाल करके दी गई।
बता दें कि साल 2000 से 2013 तक रॉल्स रॉयस को एचएएल से 4700 करोड़ के कॉन्ट्रेक्ट्स मिले। इसके अलावा ओएनजीसी और जीएआईएल से भी रॉल्स रॉयस को कई कॉन्ट्रेक्ट्स मिले थे। रॉल्स रॉयस पर आरोप है कि उसने एक संधि पर हस्ताक्षर करने के बावजूद एक एजेंट की सेवाएं लीं और रिश्वत की आपूर्ति की।
जानकारी के लिए बता दें, रोल्स रॉयस, जर्मन समूह बीएमडब्ल्यू की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जिसे 1998 में बीएमडब्ल्यू द्वारा अपने ब्रांड नाम और लोगो के अधिकारों के लाइसेंस के बाद स्थापित किया गया था। इसके अलावा बीएमडब्ल्यू ने वोक्सवैगन एजी से स्पिरिट ऑफ एक्स्टसी और रोल्स रॉयस ग्रिल शेप ट्रेडमार्क के अधिकार भी हासिल कर लिए थें।

दूसरे बैंक के एटीएम से पैसा निकालने पर चार्ज कम होगा!
Posted Date : 30-Jul-2019 11:08:55 am

दूसरे बैंक के एटीएम से पैसा निकालने पर चार्ज कम होगा!

नई दिल्ली ,30 जुलाई । एनईएफटी और आरटीजीएस पर पैसा ट्रांसफर करने पर चार्ज खत्म करने के बाद अब आरबीआई दूसरे बैंक के एटीएम से पैसा निकालने पर लगने वाला चार्ज कम कर सकता है। सूत्रों के अनुसार, इसकी घोषणा अगले महीने हो सकती है। दरअसल, एटीएम चार्ज की समीक्षा को लेकर बनाई गई कमिटी ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसमें चार्ज कम करने की सिफारिश की गई है। कमिटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट आरबीआई को सौंप सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, एटीएम चार्ज को पूरी तरह नहीं हटाया जाएगा, बल्कि कम किया जाएगा। कमिटी ने इस आधार पर इंटरचेंज फीस स्ट्रक्चर की समीक्षा की है कि पिछले कुछ समय में एटीएम का इस्तेमाल कितना बढ़ा है। इंटरचेंज फीस स्ट्रक्चर से ही तय होता है कि दूसरे बैंक का एटीएम इस्तेमाल करने पर उपभोक्ता को कितना चार्ज चुकाना होगा। 
फिलहाल दूसरे बैंक के एटीएम से ट्रांजैक्शन पर एक तय संख्या तक कोई चार्ज नहीं लिया जाता है। इस सीमा के पार होने पर बैंक फीस वसूलते हैं। हर बैंक ने इसके लिए अपना स्ट्रक्चर तय किया हुआ है। कुछ प्राइवेट बैंक, मौजूदा समय में मेट्रो शहरों में महीने के पहले तीन ट्रांजैक्शन्स पर कोई चार्ज नहीं लेते, वहीं दूसरे शहरों में उन्होंने पांच ट्रांजैक्शन तक फ्री सेवाएं दे रखी हैं। इसके बाद प्रति ट्रांजैक्शन 20 रुपये की फीस वसूली जाती है। 
नॉन-फाइनैंशल ट्रांजैक्शन पर यह 8.50 रुपये है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई में छह बड़े मेट्रो शहरों में महीने के तीन ट्रांजैक्शन मुफ्त होते हैं। दूसरी जगहों पर महीने के पहले पांच ट्रांजैक्शन मुफ्त होते हैं। इसके बाद बैंक 20 रुपये (जीएसटी अतिरिक्त) की दर से ट्रांजैक्शन चार्ज लिया जाता है।

चीन-अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता फिर शुरू
Posted Date : 30-Jul-2019 11:08:36 am

चीन-अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता फिर शुरू

बीजिंग,30 जुलाई । चीन और अमेरिका के बीच मंगलवार को शंघाई में व्यापार मुद्दों के समाधान के लिए बातचीत फिर शुरू हुई। दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के इस बार थोड़ा नरम रुख दिखाते हुए किसी उपयुक्त समझौते पर पहुंचने की उम्मीद है। दोनों देशों के बीच इसी साल मई में पहले दौर की व्यापार वार्ता तब विफल हो गयी थी, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर अपनी प्रतिबद्धताओं पर पुनर्विचार करने का आरोप लगाया था। उसके बाद यह दोनों देशों के बीच होने वाली पहली आमने-सामने की बैठक है। अमेरिका और चीन दोनों ने ही एक-दूसरे के खिलाफ कड़े शुल्क लगाने का रुख अख्तियार किया हुआ है। इसकी जद में दोनों पक्षों का कुल 360 अरब डॉलर से अधिक का कारोबार है। साथ ही अमेरिका की मांग है कि चीन उसके यहां अमेरिकी प्रौद्योगिकी की कथित चोरी पर रोक लगाए एवं उसकी कंपनियों को अपने यहां समान मौके उपलब्ध कराए। मंगलवार-बुधवार को होने वाली इस बैठक में अमेरिका की ओर से व्यापार प्रतिनिधि राबर्ट लाइथाईजर और वित्त मंत्री स्टीवन म्नूचिन शामिल होने पहुंचे हैं। यह वार्ता ऐसे दौर में हो रही है जब चीन हांगकांग में नागरिक संघर्ष के भारी दबाव से गुजर रहा है। शंघाई में होने वाली बैठक से कुछ दिन पहले ही ट्रंप ने विश्व व्यापार संगठन में चीन से विकासशील दर्जा छीनने की धमकी दी थी। इसे चीन ने अमेरिका का अहंकार और स्वार्थ बताया था। साथ ही स्थानीय मीडिया ने कहा था कि अमेरिका व्यापार वार्ता से पहले दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है।