इंदौर। मांग सुस्ती के साथ सप्ताहांत दलहन जिन्सों में गिरावट दर्ज की गई। दलहनों के साथ दालों के भाव भी सस्ते हुए। गेहूं में उपलब्धता सीमित रही।
सप्ताहांत दाल मिलों की लिवाली सुस्ती के बीच दलहनो में मंदी दर्ज की गई। कारोबार के प्रथम दिन चना 5150 से 5175 रुपये खुलने के बाद सप्ताहांत 5100 से 5150 रुपये प्रति च्ंिटल होकर बंद हुआ। मूंग 7700 से 8000 रुपये पर खुलने के बाद नीचे में 6000 रुपये बिकी। हालांकि सप्ताहांत इसके भाव 7500 से 7800 रुपये बोले गए। कारोबार के प्रथम दिन जो तुअर 5500 से 6900 रुपये बिकी वह शनिवार को 5500 से 6600 रुपये प्रति च्ंिटल होकर थमी। सोमवार को उड़द 7500 से 7800 के स्तर पर खुलकर इसी स्तर पर थमी। मसूर के 5200 से 5250 रुपये के स्तर पर खुलने के बाद 5150 से 5200 रुपये प्रति च्ंिटल बिकी।
दालों में मांग सुस्ती से नरमी दर्ज की गई। सप्ताहांत चनाए मसूर दाल तथा तुअर दाल सस्ती बिकी। कारोबार के दौरान तुअर की दाल में 500 रुपये प्रति च्ंिटल की गिरावट दर्ज की गई। बीते सप्ताह में चावल तथा पोहा में ग्राहकी सामान्य बनी रही। रवाए मैदा के साथ गेहूं आटा के भाव ऊपर.नीचे हुए। बेसन 3600 रुपये प्रति 50 किलोग्राम बिका।
मुंबई। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 30 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 18.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 560.71 अरब डॉलर पर पहुँच गया। यह लगातार पांचवां सप्ताह है जब विदेशी मुद्रा भंडार में बढोतरी दर्ज की गयी है। रिजर्व बैंक द्वारा जारी साप्ताहिक आँकड़ों के अनुसार, इससे पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 5.41 अरब डॉलर बढ़कर 560.53 अरब डॉलर हो गया था। इससे पहले 16 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा का भंडार 3.61 अरब डॉलर बढ़कर 555.12 अरब डॉलर, नौ अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 5.87 अरब डॉलर बढ़कर 551.51 अरब डॉलर पर तथा 02 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 3.62 अरब डॉलर बढ़कर 545.64 अरब डॉलर पर रहा था।
केंद्रीय बैंक ने बताया कि 30 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 81.5 करोड़ डॉलर की वृद्धि के साथ 518.33 अरब डॉलर पर पहुँच गया। हालांकि इसके बाद इसके सभी घटकों में गिरावट रही है। स्वर्ण भंडार 60 करोड़ डॉलर घटकर 36.25 अरब डॉलर पर आ गया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष पास आरक्षित निधि 2.5 करोड़ डॉलर उतरकर 4.63 अरब डॉलर पर और विशेष आहरण अधिकार 60 लाख डॉलर घटकर 1.48 अरब डॉलर पर आ गया।
इंदौर । सप्ताहांत सोना तथा चांदी में ग्राहकी के बीच हाजिर भाव उछाल लिए रहे। बीते सप्ताह में सोना 925 रुपये प्रति 10 ग्राम तथा चांदी 1825 रुपये बढ़कर बिकी।
कारोबार की शुरुआत में सोमवार को सोना 52450 रुपये पर खुलने के बाद कारोबार के अंतिम दिन 53375 रुपये प्रति दस ग्राम होकर थमा। चांदी में व्यापार की शुरुआत 62250 रुपये पर हुई वहीं अंतिम दिन सौदे 64125 रुपये के स्तर हुए। कामकाज में सोना ऊंचे में 53400 नीचे में 52400 रुपये प्रति 10 ग्राम बिका। व्यापार में चांदी ऊपर में 64400 तथा नीचे 61900 रुपये प्रति किलोग्राम बिकी।
खादी और ग्रामोद्योग की रंग लाई मुहिम
नईदिल्ली। खादी और ग्रामोद्योग आयोग की एक खास पहल ने कुम्हारों के चेहरे पर खुशियां बिखेर दी हैं। दिवाली में केवीआईसी ने मिट्टी के दीयों की ऑनलाइन बिक्री शुरू की है। राजस्थान के जैसलमेर और हनुमानगढ़ जिलों के सुदूर हिस्सों में इन कुम्हारों की ओर से बनाए गए मिट्टी के दीये खादी इंडिया के ई-पोर्टल की बदौलत देश के हर कोने तक पहुंच रहे हैं। दरअसल, खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने इस वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल मुहिम को सार्थक बनाने के लिए ऑनलाइन और स्टोर के माध्यम से दीया बेचने का फैसला किया। केवीआईसी ने सबसे पहले आठ अक्टूबर को दीये की ऑनलाइन बिक्री शुरू की। महीने से भी कम वक्त में करीब दस हजार दीये पहले ही ऑनलाइन बिक चुके हैं। केवीआईसी ने10 दिनों से भी कम समय में डिजाइनर दीयों को पूरी तरह से बेच दिया था।
दिवाली के निकट आने के साथ ही दीयों की बिक्री भी बढ़ रही है। केवीआईसी ने 8 प्रकार के डिजाइनर दीये लॉन्च किए हैं, जिनकी कीमत 84 रुपये से लेकर 12 के सेट के लिए 108 रुपये है। केवीआईसी इन दीयों पर 10 प्रतिशत की छूट भी दे रहा है। केवीआईसी से जुड़े कुम्हारों ने खुशी व्यक्त की है कि वे हर दीये की बिक्री पर 2 रुपये से 3 रुपये कमा रहे हैं। खादी के डिजाइनर दीये खादी की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।
केवीआईसी दिल्ली और अन्य शहरों में अपने आउटलेट के माध्यम से दीया और अन्य मिट्टी की वस्तुओं जैसे लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों और अन्य सजावट के सामान भी बेच रहा है। ये मूर्तियां वाराणसी, राजस्थान, हरियाणा और अन्य राज्यों में कुम्हारों द्वारा बनाई जा रही हैं और कुम्हारों के लिए अच्छी आय का जरिया बन रही हैं।
दूसरी ओर, राजस्थान में हनुमानगढ़ जिले के जैसलमेर और रावतसर में पोखरण में केवीआईसी इकाइयों से खरीदे जा रहे हैं। विभिन्न खादी आउटलेट्स के माध्यम से 10,000 से अधिक दीये भी बेचे गए हैं। केवीआईसी के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि मिट्टी की वस्तुओं की ऑनलाइन बिक्री वास्तविक अर्थों में केवीआईसी से जुड़े कुम्हारों का सशक्तिकरण है।
कोलकाता। भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने शनिवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के चलीते गोता खाने वाली देश की अर्थव्यवस्था में मजबूती का रुख दिख रहा है और उम्मीद है यह यह अलगे वित्त वर्ष में तेजी की राह पर लौट आएगी। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में बुनियादी बदलवा होगा और अब यह अधिक परिपक्व अर्थव्यवस्था बनेगी क्यों कि आर्थिक इकाइयां लागत को सीमित रखना सीख रही हैं। खारा बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की वार्षिक आम सभा को वर्चुअल माध्यम से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के अप्रैल 2021 से शुरू होने वाले वित्त वर्ष में फिर से पटरी पर लौटने की उम्मीद है। आर्थिक इकाइयों के स्वरूप में बदलाव एक सामान्य बात होगी और इनमें से कुछ बदलाव स्थायी होंगे। खारा ने कहा कि गिरावट के दौर से बाहर आने के लिए अर्थव्यवस्था में 'लचीला रुख दिखा है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के अंत तक कुछ सकारात्मक संकेत दिखने लगे। उनके मुताबिक कंपनियों क्षमता का औसत उपयोग 69 प्रतिशत है। जबकि कॉरपोरेट की ओर से निवेश मांग बढऩे में अभी कुछ वक्त लगेगा। नकदी से परिपूर्ण सार्वजनिक निगमों की पूंजीगत व्यय योजना से निवेश मांग बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट कर्ज लेने को लेकर काफी सचेत हो गया है और अपने आंतरिक संसाधनों का उपयोग कर रहा है। खारा ने कहा कि अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र जैसे कि सीमेंट और इस्पात अप्रैल 2020 के बाद से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं यात्रा, पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र पर कोविड-19 का सबसे बुरा असर पड़ा है।
नईदिल्ली। धनतेरस पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है और दिवाली से पहले इस अवसर पर आपको सस्ता सोना खरीदने का मौका आपको मिल रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की आठवीं किस्त जारी करने की जानकारी दी है। आरबीआई के मुताबिक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम आठवीं सीरीज 9 नवम्बर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगी, जिसमें 13 नवम्बर तक निवेश किया जा सकता है। इस गोल्ड बॉन्ड के लिए सोने की कीमत 5,177 रुपये प्रति ग्राम तय की गई है। हालांकि, डिजिटल माध्यम से भुगतान करने वालों को प्रति ग्राम के हिसाब से 50 रुपये की छूट भी मिलेगा। रिजर्व बैंक ने कहा कि स्वर्ण बॉन्ड के लिए इंडियन बुलियन एंज जूलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (आईबीजेए) द्वारा 999 शुद्धता के सोने के प्रकाशित सामान्य औसत बंद भाव पर आधारित है। गौरतलब है कि ये बॉन्ड 8 साल की अवधि के लिए जारी किए जाते हैं। इसमें पांच साल के बाद इससे बाहर निकलने का विकल्प भी होता है। आवेदन कम से कम एक ग्राम और उसके गुणक में जारी किए जाते हैं। उल्लेखनीय है कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में व्यक्तिगत निवेशक न्यूनतम एक ग्राम और अधिकतम 4 किलो तक के लिए निवेश कर सकता है। इसके अलावा हिन्दू अविभाजित परिवार के लिए चार किलो और ट्रस्ट आदि के लिए किसी एक वित्त वर्ष में अधिकतम 20 किलो तक निवेश करने की अनुमति है।