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शॉर्ट वीडियो एप चिंगारी के हुए 3.8 करोड़ यूजर्स
Posted Date : 20-Nov-2020 1:57:45 pm

शॉर्ट वीडियो एप चिंगारी के हुए 3.8 करोड़ यूजर्स

नई दिल्ली। शॉर्ट वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म चिंगारी ने शुक्रवार को कहा कि उनके प्लेटफॉर्म में यूजर्स की संख्या बढ़कर 3.8 करोड़ हो गई है। यहां तक की चिंगारी एप ने डेली इंगेजमेंट टाइम में भी बढ़ोतरी कर 51 मिनट पर पहुंच गई है। चिंगारी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों से यह भी पता चला कि हर दिन मंच पर 9.5 करोड़ से अधिक वीडियो देखे जाते हैं। पिछले 45 दिनों में एप पर 260 करोड़ से अधिक वीडियो देखे जा चुके हैं।
चिंगारी एप के सह-संस्थापक और सीईओ सुमित घोष ने एक बयान में कहा, पिछले एक सप्ताह में चिंगारी एप पर एक्टिव इंगेजमेंट समय में 611 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।

फेसबुक ने पहली बार हेट स्पीच के प्रसार का किया खुलासा
Posted Date : 20-Nov-2020 1:57:18 pm

फेसबुक ने पहली बार हेट स्पीच के प्रसार का किया खुलासा

सैन फ्रांसिस्को। साल 2020 में जुलाई से सितंबर तक की अवधि में फेसबुक में हेट स्पीच या नफरत फैलाने वाली बातों इत्यादि का प्रसार 0.10 से 0.11 प्रतिशत के बीच में रहा यानि कि फेसबुक पर पोस्ट किसी कंटेंट के हर 10,000 व्यूज में से 10 से 11 हेट स्पीच में शामिल रहे। कंपनी ने इस बात की जानकारी दी है।
फेसबुक को अकसर नफरत या हिंसा फैलाने वाले पोस्ट, स्पीच या कमेंट़्स के चलते आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है, इसलिए पहली बार अपने प्लेटफॉर्म पर हेट स्पीच के प्रसार का खुलासा करते हुए फेसबुक ने गुरुवार को कहा कि कंपनी ने सक्रियता से इस दिशा में काम करते हुए लगभग 95 फीसदी हेट स्पीच को रिमूव कर दिया है।
फेसबुक ने अपने एक बयान में कहा, हम फेसबुक पर हेट स्पीच की संख्या को कैलकुलेट करते हैं और फिर हम इस आधार पर इनकी लेबलिंग करते हैं कि इसने हमारी हेट स्पीच पॉलिसी का कितना उल्लंघन किया है। चूंकि हेट स्पीच भाषा और संस्कृति पर आधारित होती है, तो हम समीक्षकों को भिन्न भाषाओं व क्षेत्रों से संबंधित इनमें से कुछ चुने हुए सैंपल भेजते हैं।
हालांकि फेसबुक ने माना है कि हेट स्पीच को परिभाषित करना आसान नहीं है क्योंकि हेट स्पीच किसे कहेंगे और किसे नहीं, इस पर अलग-अलग राय है।
कंपनी ने आगे कहा, इतिहास, भाषा, धर्म, बदलते सांस्कृतिक मानंदड सभी वे महत्वपूर्ण कारक हैं, जिन पर हम अपनी नीतियों को परिभाषित करते हैं।

48 दिनों की स्थिरता के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमत में हुआ इजाफा
Posted Date : 20-Nov-2020 11:33:36 am

48 दिनों की स्थिरता के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमत में हुआ इजाफा

नईदिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में नरमी के बावजूद घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी हुई है। तेल विपणन कंपनियों ने 48 दिनों की स्थिरता के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमत में इजाफा किया है। इस बढ़ोतरी के साथ दिल्ली में शुक्रवार को पेट्रोल 17 पैसे प्रति लीटर और डीजल 22 प्रति लीटर महंगा हो गया है। हालांकि, नोएडा में पेट्रोल 25 पैसे प्रति लीटर और डीजल 23 पैसे प्रति लीटर तक महंगा हुआ है।    
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार देश के चार महानगरों दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में पेट्रोल की कीमत बढ़कर क्रमश: 81.23 रुपये, 87.92 रुपये, 84.31 रुपये और 82.79 रुपये प्रति लीटर हो गया है। वहीं, डीजल का भाव भी बढ़कर क्रमश: 70.68 रुपये, 77.11 रुपये, 76.17 रुपये और 74.24 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
देश के अन्य प्रमुख शहरों में पेट्रोल के दाम बढ़कर क्रमश: नोएडा में 81.75 रुपये, रांची में 80.88 रुपये, लखनऊ में 81.63 रुपये और पटना में 83.87 रुपये प्रति लीटर है। वहीं, डीजल का दाम भी बढ़कर क्रमश: नोएडा में 71.23 रुपये, रांची में 74.83 रुपये, लखनऊ में 71.13 रुपये और पटना में 76.30 रुपये प्रति लीटर के भाव मिल रहा है।
कोविड-19 महामारी के वैक्सीन खोज लिए जाने के दावे के बाद तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक ने उत्पादन में बढ़ोतरी का संकेत दिया है। इस वजह से कच्चे तेल के बाजार में नरमी देखी गई। सिंगापुर में आज कारोबार की शुरुआत में डब्ल्यूटीआई क्रूड के दाम में हल्की नरमी रही, जिसके बाद यह 0.09 डॉलर कम होकर 41.65 डॉलर प्रति बैरल तक आ गया। वहीं, ब्रेंट क्रूड के दाम में भी 0.14 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट आई और इसका भाव 44.20 डॉलर प्रति बैरल था।

कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन बढ़त के साथ खुले दोनों प्रमुख सूचकांक, निफ्टी 12800 के आसपास
Posted Date : 20-Nov-2020 11:33:03 am

कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन बढ़त के साथ खुले दोनों प्रमुख सूचकांक, निफ्टी 12800 के आसपास

मुम्बई। कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को शुरुआती सत्र में घरेलू शेयर बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांक बढ़त के साथ खुले। शुरुआती कारोबार में निफ्टी 12,800 से ऊपर और आरआईएल, ग्लैंड फार्मा फोकस में है।
बाजार में शुरूआती सत्र में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 123.89 अंक यानी 0.37 फीसदी बढ़कर 43723.85 के स्तर पर और निफ्टी 41.70 अंक यानी 0.33 फीसदी बढ़कर 12813.40 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 94 अंक लुढ़का
Posted Date : 19-Nov-2020 11:59:03 am

कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 94 अंक लुढ़का

मुम्बई। कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन गुरुवार को शुरुआती सत्र में घरेलू शेयर बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ खुले। लेकिन, कुछ ही देर में सेंसेक्स में मामूली गिरावट रही, जबकि निफ्टी हरे निशान में कारोबार कर रहा है। सुबह 9:45 बजे बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 47.40 अंक यानी 0.11 फीसदी की गिरावट के साथ 44,132.65 के स्तर पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 47.40 अंक यानी 0.11 फीसदी की बढ़त के साथ 12,943.55 पर कारोबार कर रहा था। कारोबार के दौरान लगभग 483 शेयर में बढ़त, 642 शेयरों में गिरावट और 77 शेयर अपरिवर्तित कारोबार कर रहे हैं। 

डूबने की कगार पर पहुंचा लक्ष्मी विलास बैंक
Posted Date : 18-Nov-2020 11:44:05 am

डूबने की कगार पर पहुंचा लक्ष्मी विलास बैंक

नईदिल्ली। केंद्र सरकार ने निजी क्षेत्र के लक्ष्मी विलास बैंक पर आज अनेक तरह की पाबंदियां लगा दी हैं। इन पाबंदियों के पश्चात बैंक के ग्राहकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। अब खाताधारक अपने खाते से सिर्फ 25 हजार रुपए तक निकाल सकते हैं। आरबीआई ने अपने  बयान में कहा कि बैंक के हालात पिछले 3 साल से काफी खराब चल रहे थे। इस दौरान बैंक को लगातार घाटा हुआ है। बैंक को 30 सितंबर को खत्म तिमाही में 396.99 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। वहीं इसकी ग्रॉस एनपीए अनुपात 24.45 फीसदी था। 
ख़बरों की माने तो, बैंक काफी समय से पूंजी संकट से जूझ रहा था एवं इसके लिए अच्छे निवेशकों की खोज जारी थी। आकड़ों के मुताबिक जून तिमाही में बैंक के पास कुल जमा पूंजी 21,161 करोड़ थी। इन स्थितियों के पश्चात आरबीआई ने कुछ ही दिन पहले इस बैंक का जिम्मा अपने हाथ में ले लिया था। बैंक के संचालन हेतु आरबीआई ने तीन सदस्यीय कमिटी का गठन किया था।
वहीं, बीते वर्ष की सितंबर तिमाही में बैंक को 357.17 करोड़ का घाटा हुआ था। आरबीआई ने डीबीएस बैंक इंडिया संग लक्ष्मी विलास बैंक की विलय की प्लानिंग की है। इसका लक्ष्य प्रतिबंध अवधि खत्म होने से पूर्व इसे विलय करना का है। ऐसी स्थिति पिछले साल सितंबर में पीएमसी बैंक और इस वर्ष मार्च में यस बैंक के समक्ष आई थी। 
एलवीबी की मौजूदा दिक्कत तब प्रारंभ हुई जब इसने रैनबैक्सी और फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर्स मालविंदर सिंह एवं शिविंदर सिंह के के करीबन 720 करोड़ के फिक्सड डिपॉजिट पर ध्यान दिया। वर्ष 2016-17 के शुरुआत में रेलिगेयर फिनवेस्ट के जरिए बैंक को 794 करोड़ के फिक्सड डिपॉजिट हेतु बढ़ावा दिया गया था। रेलिगेयर ने बाद में लोन वसूलने के लिए एफडी का पैसा वसूलने के पश्चात एलवीबी की दिल्ली शाखा पर मुकदमा दायर कर दिया था तथा यह मामला अदालत में है। 
लक्ष्मी विलास बैंक ने रेग्युलेटरी फाइलिंग में कहा था कि केयर ने उसके 50.50 करोड़ के अनसिक्योर्ड रिडीमेबल नॉन-कंवर्टिबल सब-ऑर्डिनेटेड लोअर टीयर-2 बॉन्ड्स की रेटिंग घटाकर बीबी माइनस कर दी है। अब केंद्र सरकार की तरफ से बैंक को मोरेटोरियम में डालने संग ही अनेक तरह की पाबंदियां लागू हो गई हैं। जानकारी के मुताबिक, इससे पूर्व केंद्र सरकार ने यस बैंक और पीएमसी बैंक पर भी ऐसी ही पाबंदियां लगाई थीं।