नईदिल्ली,11 अक्टूबर । इंडियाबुल्स रियल एस्टेट ने 100 रुपये मूल्य के पांच करोड़ शेयरों की पुनर्खरीद की घोषणा की है। इस पर कंपनी को करीब 500 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। शेयरों की वापस खरीद कंपनी के शेयर के मौजूदा मूल्य से दोगुने से अधिक पर की जाएगी। बंबई शेयर बाजार में अभी कंपनी का शेयर 43.40 रुपये पर चल रहा है। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने शुक्रवार को पांच करोड़ पूर्ण चुकता इक्विटी शेयर खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस पर 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह 100 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर कुल चुकता इक्विटी पूंजी का करीब 11 प्रतिशत है। यह पुनर्खरीद निविदा पेशकश के जरिये की जाएगी। कंपनी के निदेशक मंडल ने एक पुनर्खरीद समिति का गठन किया है जिसके पास इस प्रक्रिया के क्रियान्वयन का अधिकार होगा।
नईदिल्ली,11 अक्टूबर । देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में 2.2 प्रतिशत घटकर 4,019 करोड़ रुपये रह गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 4,110 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बेंगलुरु की कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी आय 9.8 प्रतिशत बढक़र 22,629 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 20,609 करोड़ रुपये थी। इन्फोसिस ने चालू वित्त वर्ष के अपनी आमदनी के नीचे के अनुमान को संशोधित किया है।
इन्फोसिस का अनुमान है कि स्थिर मुद्रा में उसकी आमदनी में 9-10 प्रतिशत का इजाफा होगा। पहले कंपनी ने इसमें 8.5 से 10 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया था। इन्फोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा कि कई मोर्चों...राजस्व वृद्धि, डिजिटल वृद्धि, परिचालन मार्जिन, परिचालन दक्षता, बड़े करार पर दस्तखत और कर्मचारियों के नौकरी छोडऩे की दर पर हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा है।
नयी दिल्ली,11 अक्टूबर । घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री सितंबर महीने में 23.69 प्रतिशत गिरकर 2,23,317 इकाइयों पर आ गयी। पिछले साल इसी महीने 2,92,660 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी। सियाम ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। यह लगातार ग्यारहवां महीना है जब वाहनों की बिक्री में गिरावट आयी है। सियाम के आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य माह के दौरान कारों की घरेलू बिक्री सितंबर 2018 की 1,97,124 इकाइयों की तुलना में 33.40 प्रतिशत गिरकर 1,31,281 इकाइयों पर आ गयी। इस दौरान मोटरसाइकिलों की बिक्री पिछले साल की 13,60,415 इकाइयों की तुलना में 23.29 प्रतिशत कम होकर 10,43,624 इकाइयों पर आ गयी। सितंबर के दौरान दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री 22.09 प्रतिशत गिरकर 16,56,774 इकाइयों पर आ गयी। पिछले साल सितंबर में 21,26,445 दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई थी। सियाम ने कहा कि इस दौरान व्यावसायिक वाहनों की बिक्री भी 39.06 प्रतिशत गिरकर 58,419 इकाइयों पर आ गयी। पिछले साल सितंबर में 95,870 व्यावसायिक वाहनों की बिक्री हुई थी।
नईदिल्ली,10 अक्टूबर । एअर इंडिया एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड (एआईएएचएल) ने बांड जारी कर 7,000 करोड़ रुपये की राशि जुटायी है। कंपनी इसका उपयोग एअर इंडिया का कर्ज उतारने में करेगी। एअर इंडिया के प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा कि एआईएएचएल के दूसरे बांड निर्गम को अधिक अभिदान मिला है। यह निर्गम 7,000 करोड़ रुपये का था। एअर इंडिया समूह की इस कंपनी के निर्गम को 21,736 करोड़ रुपये की बोलियां मिली हैं। प्रवक्ता ने कहा कि एआईएएचएल का दूसरा बांड निर्गम में 1,000 करोड़ रुपये का है। इसकी अवधि 10 वर्ष है। इसमें 6,000 करोड़ रुपये का ग्रीन शू (अधिक अभिदान मिलने की स्थिति में नए बांड जारी करने का विकल्प) विकल्प भी है। इसके लिए 7.39 प्रतिशत की दर पर पूर्ण अभिदान मिला है। सितंबर में एआईएएचएल ने बांड जारी कर 7,000 करोड़ रुपये और जुटाए थे।
नईदिल्ली,10 अक्टूबर । केजी-डी6 गैस ब्लॉक में गैस के नए उत्पादन की नीलामी को रिलायंस इंडस्ट्रीज ने छह नवंबर तक खिसका दिया है। ऐसा उसने बोली लगाने वालों के अनुरोध पर किया है। पहले यह नीलामी 11 अक्टूबर को होनी थी। रिलायंस और उसकी ब्रितानी सहयोगी कंपनी बीपी ने पिछले महीने इसके लिए बोलियां आमंत्रित की थीं। कंपनी की योजना केजी-डी6 ब्लॉक में आर-क्लस्टर क्षेत्र से प्रतिदिन 50 लाख मानक घन मीटर गैस उत्पादन की है। यह उत्पादन कार्य 2020 की दूसरी तिमाही से शुरू होना है। नीलामी दस्तावेजों के अनुसार पहले यह नीलामी 11 अक्टूबर को होनी थी। सूत्रों ने बताया कि अक्टूबर में त्यौहार और छुट्टियों के चलते कुछ बोली लगाने वालों के अनुरोध पर नीलामी की तारीख को छह नवंबर तक खिसका दिया गया है। बोली लगाने वालों से ब्रेंट कच्चे तेल के आधार पर गैस की दर, आपूर्ति की अवधि और गैस की मात्रा की जानकारी मांगी गयी थी।
नईदिल्ली,09 अक्टूबर । रीयल एस्टेट कंपनियां अचल संपत्ति निवेश न्यास (आरईआईटी) के जरिये किराया कमाई देने वाली व्यावसायिक संपत्तियों को सूचीबद्ध कर अगले तीन साल में 25 अरब डॉलर से अधिक की पूंजी जुटा सकती हैं। रियल्टी क्षेत्र में परामर्श देने वाली कंपनी एनरॉक ने यह अनुमान व्यक्त किया है। इस साल वैश्विक निवेश कंपनी ब्लैकस्टोन और रियल्टी कंपनी एंबैसी समूह ने देश का पहला आरईआईटी पेश कर 4,750 करोड़ रुपये जुटाये थे। दोनों कंपनियों के संयुक्त उपक्रम एंबैसी ऑफिस पार्क्स ने शेयर बाजारों में किराया देने वाली संपत्तियों को सूचीबद्ध किया था। एनरॉक कैपिटल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी शोभित अग्रवाल ने कहा, ‘‘देश का रीयल एस्टेट क्षेत्र अगले तीन साल में वाणिज्यिक आरईआईटी से 25 अरब डॉलर से अधिक पूंजी जुटा सकता है। यह शीर्ष सात शहरों में किराये से कमायी करने वाली ग्रेड-ए की 15 करोड़ वर्ग फीट से अधिक कार्यालय संपत्तियों को सूचीबद्ध कर किया जा सकता है।’’ उन्होंने कहा कि अभी शीर्ष सात शहरों दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद और पुणे में ग्रेड-ए श्रेणी की करीब 55 करोड़ वर्ग फीट कार्यालय संपत्तियां हैं।