नयी दिल्ली। निजी क्षेत्र की बीमा कंपनी मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने कहा है कि उसे वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान कारोबार में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हासिल करने की उम्मीद है। मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के सीईओ और प्रबंध निदेशक प्रशांत त्रिपाठी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के मुकाबले दूसरी छमाही अच्छी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बीते महीनों के दौरान लगातार सुधार देखने को मिला है। उन्होंने कहा, ''मैक्स लाइफ ने निजी क्षेत्र के औसत के मुकाबले काफी बेहतर प्रदर्शन किया है और हम पिछले कई महीनों से वृद्धि दर्ज कर रहे हैं। पहले सात महीनों में मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने नौ प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में आठ प्रतिशत की गिरावट हुई थी। इस तरह हमारी बाजार हिस्सेदारी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि पहले छह महीनों में बाजार हिस्सेदारी 11 प्रतिशत थी, जो पिछले 10 वर्षों में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा, ''चौथी तिमाही में कंपनी 10-15 प्रतिशत तक वृद्धि हासिल कर सकती है। कोविड -19 महामारी के प्रकोप और लॉकडाउन के कारण मार्च में कारोबार प्रभावित हुआ था। हमें उम्मीद है कि इस साल हम दो अंकों में वृद्धि हासिल करेंगे। हम इस समय नौ प्रतिशत पर हैं। हमें उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में 10 प्रतिशत से अधिक वृद्धि होगी।
मुंबई। विदेशी कोषों की आवक जारी रहने और घरेलू शेयर बाजार में जोरदार शुरुआत के चलते रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 11 पैसे मजबूत होकर 73.49 के स्तर पर आ गया। कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा के कमजोर होने से भी स्थानीय मुद्रा को समर्थन मिला। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.58 पर खुला, फिर आगे बढ़त हासिल करते हुए अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 11 पैसे की बढ़त दर्ज करते हुए 73.49 के स्तर पर आ गया। रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 30 पैसे बढ़कर डेढ़ महीने के उच्च स्तर 73.60 पर बंद हुआ था।
नई दिल्ली। यह पिछले सत्र में 50109 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था और आज 259 रुपये की गिरावट के साथ 49850 रुपये के भाव पर खुला। इसके बाद इसमें लगातार गिरावट जारी रही। इस दौरान इसने 49634 रुपये का न्यूनतम और 49850 रुपये का उच्चतम स्तर छुआ। अप्रैल डिलीवरी वाला सोना भी 379 रुपये की गिरावट के साथ 49750 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। सोने की कीमत रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने के बावजूद सोने और चांदी के आभूषणों की औसत बिक्री का आकार अक्टूबर की तुलना में नवंबर में 16 प्रतिशत बढ़ा है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। स्टार्टअप ओके क्रेडिट द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार धनराशि के लिहाज से प्रति ग्राहक औसत बिक्री 16 प्रतिशत बढ़ी, लेकिन पिछले साल त्योहारी मौसम के मुकाबले सोने के गहनों की प्रति ग्राहक औसत बिक्री आकार 70 प्रतिशत घट गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चूंकि सोने के दाम ऊंचे स्तर पर हैं इसलिए सोने के गहनों का प्रति ग्राहक औसत बिक्री आकार घट गया, जहां लोगों ने छोटे और हल्के आभूषणों की खरीद पर ध्यान दिया। कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन के मोर्चे पर सकारात्मक खबरों से सोने की कीमतों में गिरावट आ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल इकनॉमी में सुधार और अमेरिका-चीन के बीच तनाव कम होने से निवेशक सोने को छोड़कर शेयर बाजार का रुख कर रहे हैं। यही वजह है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में भारी उछाल की संभावना नहीं है। हालांकि, लंबी अवधि के लिए सोना अभी भी निवेश का अच्छा विकल्प माना जा रहा है।
सोना हमेशा ही मुसीबत की घड़ी में खूब चमका है। 1979 में कई युद्ध हुए और उस साल सोना करीब 120 फीसदी उछला था। अभी हाल ही में 2014 में सीरिया पर अमेरिका का खतरा मंडरा रहा था तो भी सोने के दाम आसमान छूने लगे थे। हालांकि, बाद में यह अपने पुराने स्तर पर आ गया। जब ईरान से अमेरिका का तनाव बढ़ा या फिर जब चीन-अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति बनी, तब भी सोने की कीमत बढ़ी।
नई दिल्ली । सोमवार को सर्राफा बाजार में गिरावट के बाद आज डिलिवरी गोल्ड में तेजी देखी जा रही है। आज सुबह फरवरी डिलिवरी वाला सोना 119 रुपये की तेजी के साथ 50065 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर पर खुला। सोमवार को यह 49946 के स्तर पर बंद हुआ था। सुबह को 9.50 बजे यह 198 रुपये की तेजी के साथ 50144 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। अभी तक इसमें 433 लॉट का कारोबार हुआ है। अप्रैल डिलिवरी वाला सोना आज सुबह 106 रुपये की तेजी के साथ 50120 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर पर खुला था। रूष्टङ्ग पर सुबह के 9.50 बजे यह 250 रुपये की तेजी के साथ 50264 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था। अभी तक इसमें 2 लॉट का कारोबार हुआ है। चांदी में इस समय गिरावट देखी जा रही है। मार्च डिलिवरी वाली चांदी आज सुबह 111 रुपये की गिरावट के साथ 65388 के स्तर पर खुली। सोमवार को यह 65499 के स्तर पर बंद हुई थी। इस समय यह 22 रुपये की गिरावट के साथ 65477 के स्तर पर ट्रेड कर रही थी। अभी तक इसमें 863 लॉट का कारोबार हुआ है। मई डिलिवरी वाली चांदी में भी आज गिरावट दिख रही है। आज सुबह यह 109 रुपये की गिरावट के साथ 66227 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर खुली। इस समय यह 52 रुपये की गिरावट के साथ 66284 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर ट्रेड कर रही थी। अभी तक इसमें 5 लॉट का कारोबार हुआ है। इंटरनैशल मार्केट में सोने में पिछले दो कारोबारी सत्र से तेजी देखी जा रही है। इन्वेस्टिंग डॉट कॉम की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक सुबह के 10 बजे फरवरी डिलिवरी वाला गोल्ड 7.75 डॉलर की तेजी के साथ 1873.75 डॉलर प्रति आउंस के स्तर पर कारोबार कर रहा था। चांदी में भी इस समय मामूली तेजी देखी जा रही है। चांदी इस समय 0.03 डॉलर की तेजी के साथ 24.83 डॉलर प्रति आउंस के स्तर पर कारोबार कर रही थी। सोमवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली।
नयी दिल्ली । अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी ने अगले साल यानी 2021 की दूसरी छमाही में 5जी सेवाएं शुरू करने का संकेत दिया है। अंबानी ने मंगलवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस-2020 को संबोधित करते हुए कहा कि अत्यंत तेज गति की 5जी सेवाओं को तेजी से शुरू करने के लिए नीतिगत कदमों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नीतिगत कदमों से ही हम उचित दाम पर सभी को 5जी सेवाएं उपलब्ध करा पाएंगे। सम्मेलन का आयोजन मोबाइल सेवा प्रदाताओं के मंच (सीओएआई) ने दूरसंचार विभाग के साथ मिल कर किया है। अंबानी ने भारत को हार्डवेयर विनिर्माण केंद्र के रूप में भी विकसित करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि इतने महत्वपूर्ण क्षेत्र में देश सिर्फ आयात पर निर्भर नहीं रह सकता। अंबानी का दूरसंचार उपक्रम जियो चार साल में पहले स्थान पर पहुंच गया है। जियो द्वारा वॉयस कॉलिंग मुफ्त दी जा रही हैं, साथ ही उसकी डेटा की दरें भी काफी कम है। 5जी पांचवीं पीढ़ी का मोबाइल नेटवर्क है, जो वर्चुअल तरीके से सभी को और सभी चीजों मसलन मशीनों, सामान और उपकरणों को जोड़ेगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन ने कहा कि आज दुनिया में भारत सबसे बेहतर तरीके से 'डिजिटल से जुड़ा देश है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा देश में 5जी नेटवर्क को तेजी से लगाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी जियो देश में 5जी क्रांति की अगुवाई करेगी। उन्होंने कहा, ''मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि जियो 2021 की दूसरी छमाही में देश में 5जी क्रांति की अगुवाई करेगी। उन्होंने कहा कि जियो का 5जी देश में विकसित नेटवर्क, हार्डवेयर और प्रौद्योगिकी उपकरणों पर टिका होगा। ''जियो की 5जी सेवाएं आपके प्रेरित करने वाले आत्मनिर्भर भारत के दृष्टकोण के अनुरूप होंगी। अंबानी ने कहा कि देश में आज भी 30 करोड़ ग्राहक 2जी में 'फंसे है और उन्हें स्मार्टफोन में लाने के लिए नीतिगत हस्तक्षेप की जरूरत है। स्मार्टफोन के जरिये ये ग्राहक भी डिजिटल लेनदेन में सक्षम हो सकेंगे। उन्होंने कहा, ''मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 5जी से भारत न केवल चौथी औद्योगिक क्रांति का हिस्सा बनेगा, बल्कि वह इसकी अगुवाई भी करेगा। अंबानी ने कहा कि भारत को सेबीकंडक्टर के विनिर्माण केंद्र के रूप में भी विकसित किया जा सकता है। अंबानी ने कहा, ''हम बड़े आयात पर निर्भर नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि दुनिया की कई बड़ी कंपनियां भारत में विनिर्माण सुविधाएं लगा रही हैं। भारत ने चिप डिजाइन में विश्वस्तरीय क्षमता हासिल की है। उन्होंने कहा, ''मेरा मानना है कि भारत अत्याधुनिक सेमीकंडक्टर उद्योग का प्रमुख केंद्र बन सकता है। जब सभी अंशधारक मिलकर काम करेंगे तो भारत हार्डवेयर में भी सॉफ्टवेयर जैसी सफलता सुनिश्चित कर सकेगा।
नई दिल्ली। कारोबारियों का संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि उसने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखकर बाजार खराब करने वाली कीमत को लेकर ई-वाणिज्य कंपनी अमेजन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। पत्र में दावा किया गया है कि अमेजन की बाजार बिगाडऩे वाली कीमत से छोटे कारोबारियों की स्थिति खराब हो रही है। कैट ने कहा कि उसने ईडी को लिखे पत्र में अमेजन के खिलाफ सभी जरूरी तथ्यों को रखा है। इसके जरिये ये साबित किया गया है कि ई-वाणिज्य कंपनी वर्ष 2012 से ही भारतीय कानूनों, नियमों और विनियमन का उल्लंघन करती आ रही है। संगठन ने एक बयान में कहा कि इससे देश के छोटे बड़े करोड़ो व्यापारियों को नुकसान पहुँचा है जबकि सरकार ने एफडीआई नीति और फेमा (विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून) और नियमनों में उनके व्यापार को संरक्षित रखने के सभी प्रावधान किये हैं। कैट ने दावा किया कि लेकिन अमेजन द्वारा इनका लगातार उल्लंघन के बावजूद उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके कारण देश के सात करोड़ व्यापारियों के साथ-साथ श्रमिकों और उनसे जुड़े लोग खुद को ठगा हुआ और लाचार महसूस कर रहे हैं।
पत्र में कहा गया है, ''घरेलू खुदरा कारोबारियों की भावनाओं और विदेशी ई-वाणिज्य कंपनियों के मनमाने रवैये के चलते देश की अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान को देखते हुए कड़ी कार्रवाई किये जाने की जरूरत है। कैट प्रवर्तन निदेशालय से ई-वाणिज्य कंपनी के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करने की मांग करता है। इस बारे में अमेजन इंडिया से ई-मेल के जरिये पूछा गया, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि हमने प्रवर्तन निदेशालय को लिखे पत्र में कुछ सवाल उठाए हैं कि, अमेजन सेलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (अमेजन इंडिया) और अन्य अनुषंगी सहायक कंपनियों और बेनामी कंपनियों के माध्यम से ई-वाणिज्य कंपनी कैसे बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में (ई-कॉमर्स का इन्वेंट्री आधारित मॉडल) में सक्रिय है? उन्होंने कहा कि यह एफडीआई नीति, सम्बंधित प्रेस नोट्स और फेमा अधिनियम, नियमों और विनियमन का पूर्ण उल्लंघन है।