व्यापार

पीएम मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने 10,371.92 करोड़ रुपए के बजट खर्च के साथ राष्ट्रीय स्तर के इंडियाएआई मिशन को दी मंजूरी
Posted Date : 09-Mar-2024 2:33:22 am

पीएम मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने 10,371.92 करोड़ रुपए के बजट खर्च के साथ राष्ट्रीय स्तर के इंडियाएआई मिशन को दी मंजूरी

नई दिल्ली ।  कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उद्योगों में गोपनीयता संबंधी चिंताओं के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने 10,371.92 करोड़ रुपये के बजट खर्च के साथ राष्ट्रीय स्तर के इंडियाएआई मिशन को मंजूरी दे दी है।
कंप्यूटिंग पहुंच का लोकतंत्रीकरण करके, डेटा गुणवत्ता में सुधार करके, स्वदेशी एआई क्षमताओं को विकसित करके, शीर्ष एआई प्रतिभाओं को आकर्षित करके, उद्योग सहयोग को सक्षम करके, स्टार्टअप जोखिम पूंजी प्रदान करके, सामाजिक रूप से प्रभावशाली एआई परियोजनाओं को सुनिश्चित करके और नैतिक एआई को मजबूत करके मिशन इंडिया के एआई पारिस्थितिकी तंत्र के जिम्मेदार समावेशी विकास को बढ़ावा दिया जाएगा। .
आईटी मंत्रालय ने कहा कि मिशन को डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन (डीआईसी) के तहत ‘इंडियाएआई’ इंडिपेंडेंट बिजनेस डिवीजन (आईबीडी) द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा।
आइए देखें कि सात प्रमुख पहलों वाले मिशन की पेशकश:
सुरक्षित और विश्वसनीय एआई स्तंभ ‘जिम्मेदार एआई’ परियोजनाओं के कार्यान्वयन को सक्षम करेगा, इसमें स्वदेशी उपकरण और ढांचे का विकास, नवप्रवर्तकों के लिए स्व-मूल्यांकन चेकलिस्ट और अन्य दिशानिर्देश और शासन ढांचे शामिल हैं।
‘फ्यूचरस्किल्स’ पहल की संकल्पना एआई कार्यक्रमों में प्रवेश की बाधाओं को कम करने के लिए की गई है और यह स्नातक, स्नातकोत्तर स्तर और पीएचडी कार्यक्रमों में एआई पाठ्यक्रमों को बढ़ाएगी।
मंत्रालय ने कहा कि बुनियादी स्तर के पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिए देश भर के टियर 2 और 3 शहरों में डेटा और एआई लैब स्थापित किए जाएंगे।
इंडियाएआई कंप्यूट स्तंभ भारत के तेजी से बढ़ते एआई स्टार्टअप और अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए एक उच्च-स्तरीय स्केलेबल एआई कंप्यूटिंग पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करेगा।
इस पारिस्थितिकी तंत्र में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से निर्मित 10,000 या अधिक ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) का एआई कंप्यूट बुनियादी ढांचा शामिल होगा।
एआई मार्केटप्लेस को एआई इनोवेटर्स को एक सेवा और पूर्व-प्रशिक्षित मॉडल के रूप में एआई की पेशकश करने के लिए डिज़ाइन किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के अनुसार, यह एआई नवाचार के लिए महत्वपूर्ण संसाधनों के लिए वन-स्टॉप समाधान के रूप में कार्य करेगा।
अगला घटक इंडियाएआई इनोवेशन सेंटर है, जो महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्वदेशी बड़े मल्टीमॉडल मॉडल (एलएमएम) और डोमेन-विशिष्ट मूलभूत मॉडल के विकास और तैनाती का कार्य करेगा।
मिशन का एक अन्य प्रमुख पहलू इंडियाएआई डेटासेट प्लेटफ़ॉर्म है, जो एआई इनोवेशन के लिए गुणवत्ता वाले गैर-व्यक्तिगत डेटासेट तक पहुंच को सुव्यवस्थित करेगा। भारतीय स्टार्टअप और शोधकर्ताओं को गैर-व्यक्तिगत डेटासेट तक निर्बाध पहुंच के लिए वन-स्टॉप समाधान प्रदान करने के लिए एक एकीकृत डेटा प्लेटफ़ॉर्म विकसित किया जाएगा।
इंडियाएआई एप्लीकेशन डेवलपमेंट इनिशिएटिव केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य विभागों और अन्य संस्थानों से प्राप्त समस्या विवरणों के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एआई प्रयोगों को बढ़ावा देगा।
मंत्रालय ने कहा, यह पहल बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन को उत्प्रेरित करने की क्षमता वाले प्रभावशाली एआई समाधानों को विकसित करने/बढ़ाने/अपनाने को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगी।
सरकार ने कहा, अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि ‘इंडियाएआई स्टार्टअप फाइनेंसिंग’ स्तंभ की परिकल्पना डीप-टेक एआई स्टार्टअप को समर्थन व गति देने और उन्हें भविष्य की एआई परियोजनाओं को सक्षम करने के लिए फंडिंग तक सुव्यवस्थित पहुंच प्रदान करने के लिए की गई है।

 

देश की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बढक़र 9 लाख बोरी के पार
Posted Date : 09-Mar-2024 2:33:15 am

देश की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बढक़र 9 लाख बोरी के पार

जयपुर । राजस्थान सहित देश की सभी मंडियों में सरसों सीड की दैनिक आवक बढक़र वर्तमान में 9 लाख बोरी से ऊपर निकल गई है। हालांकि एमएसपी पर सरसों की खरीद अभी प्रारंभ नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक सरकार 15 मार्च के आसपास सरसों की खरीद शुरू कर सकती है। सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन के भाव गुरुवार को यहां 50 रुपए और उछलकर 5475 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गए हैं। हालांकि मंडियों में लूज सरसों के भाव 5000 रुपए प्रति क्विंटल से नीचे चल रहे हैं। जबकि सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5650 रुपए प्रति क्विंटल है। इस लिहाज से देखें तो किसानों को सरसों की बिक्री पर भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। काश्तकारों का कहना है कि सरकार को शीघ्र न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद केन्द्र शुरू कर देने चाहिए। इस बीच तेल मिलों में सरसों तेल का पड़ता नहीं लगने से उत्पादन पूरी क्षमता से शुरू नहीं हुआ है। सोयाबीन रिफाइंड सस्ता होने से सरसों तेल की उपभोक्ता मांग अपेक्षाकृत कमजोर बनी हुई है। सरसों का पिछले साल का कैरीओवर स्टॉक भी बचा हुआ है। परिणामस्वरूप सरसों सीड में लंबी तेजी के आसार फिलहाल नहीं हैं।
उधर एफसीआई के साथ-साथ राज्य सरकार ने भी इस बार गेहूं के लिए कमर कसी हुई है। राज्य सरकार ने गेहूं पर 125 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस घोषित किया हुआ है। गेहूं की कीमतें कच्ची मंडियों में वैसे भी ज्यादा चल रही हैं। सरकार गेहूं की खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर चुकी है, जबकि गेहूं की एमएसपी पर खरीद 10 मार्च से शुरू होने की संभावना है। वहीं सरसों की खरीद के लिए थोड़ा टाइम लग सकता है। यूं देखा जाए तो मंडियों में सरसों की आवक गेहूं से ज्यादा हो रही है।
किसानों को बढ़ानी होगी दलहन एवं तिलहन की खेती
नीति आयोग की हाल ही जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि किसानों को शीघ्र ही गेहूं और चावल के बजाए दहलन और तिलहन की खेती बढ़ानी पड़ेगी। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2047-48 तक देश में दलहन व तिलहन की मांग उपज से ज्यादा हो जाएगी। इस अंतर को पाटने के लिए तिलहन व दलहनों का उत्पादन बढ़ाना पड़ेगा। खाद्य तेलों के मामले में भी स्थिति ऐसी ही है। वर्ष 2047-48 तक तिलहन की मांग बढक़र 3.1 करोड़ टन हो जाएगी, जो वर्ष 2019-20 में 2.2 करोड़ टन थी।

 

वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का बढ़ता कद
Posted Date : 08-Mar-2024 1:30:43 am

वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का बढ़ता कद

नई दिल्ली  ।  मूडीज द्वारा जीडीपी पूर्वानुमान में सुधार और ब्लूमबर्ग बॉन्ड इंडेक्स में भारत को शामिल किए जाने से वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का महत्व बढ़ गया है। इस सप्ताह की शुरुआत में वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने चालू वित्तवर्ष 24 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान बढ़ाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया, जबकि पहले अनुमान 6.1 प्रतिशत था। ब्लूमबर्ग ने मंगलवार को ब्लूमबर्ग इमर्जिंग मार्केट (ईएम) स्थानीय मुद्रा सरकारी सूचकांक में भारत एफएआर बांड को शामिल करने की घोषणा की।
ब्लूमबर्ग एलपी के संस्थापक माइकल आर ब्लूमबर्ग ने कहा, यह भारत के वित्तीय बाजारों के विकास में एक महत्वपूर्ण मार्कर है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत के बढ़ते महत्व का प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा, वैश्विक वित्तीय केंद्र के रूप में भारत का लगातार उभरना इस दशक के सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक विकासों में से एक होने का वादा करता है और ब्लूमबर्ग अधिक निवेशकों को भारत से जोडक़र इसे मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा कि ब्लूमबर्ग का इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में भारतीय बॉन्ड को शामिल करने का निर्णय जेपी मॉर्गन के उभरते बाजार बॉन्ड इंडेक्स में भारत को शामिल करने के जेपी मॉर्गन के फैसले के बाद आया है। ब्लूमबर्ग बॉन्ड इंडेक्स में भारत के शामिल होने से 5 अरब डॉलर से अधिक का निवेश आकर्षित होने की उम्मीद है। वैश्विक वित्तीय घराने भारत की मजबूत वृद्धि के बारे में बात कर रहे हैं। डीबीएस ग्रुप रिसर्च के एमडी और मुख्य अर्थशास्त्री तैमूर बेग और डीबीएस ग्रुप रिसर्च के वरिष्ठ अर्थशास्त्री नाथन चाउ ने कहा, भारत कई मायनों में अच्छे स्थानों पर है। भू-रणनीतिक से लेकर जनसांख्यिकी तक वैश्विक निवेशकों के लिए भारत को अनुकूल रूप से देखने के लिए कई प्रेरक कारक हैं।
इसके अलावा, घरेलू बुनियादी ढांचे, भौतिक और इलेक्ट्रॉनिक दोनों में काफी सुधार हुआ है, सामाजिक कल्याण का विस्तार हुआ है, उपभोक्ता विश्वास बढ़ा है और परिसंपत्ति बाजार में उछाल आया है। नोट में कहा गया है कि बाहरी संतुलन, जो लंबे समय से अस्थिर निवेश प्रवाह और वैश्विक ऊर्जा झटकों के प्रति संवेदनशील था, अब बेहतर होने लगा है, क्योंकि सेवाओं का अधिशेष अधिकांश व्यापार घाटे की भरपाई कर देता है।
ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर ने कहा कि सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान और बुनियादी ढांचे के निर्माण पर प्रोत्साहन के कारण मजबूत औद्योगिक प्रदर्शन के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था में वित्तवर्ष 24 की तीसरी तिमाही में 8.4 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि देखी गई, जबकि वित्तवर्ष 23 की तीसरी तिमाही में यह 4.3 प्रतिशत थी।
उन्होंने कहा, सरकार का अनुमान है कि वित्तवर्ष 24 में भारत की वृद्धिदर 7.6 प्रतिशत होगी, जबकि पिछले वर्ष में यह 7 प्रतिशत थी। हमारा मानना है कि विकास समर्थक नीतियों, घरेलू मांग की स्थिति में सुधार, सरकारी खर्च और निजी फर्मों की क्षमता उपयोग में सुधार के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढऩे वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी।

 

सेंसेक्स पहली बार 74 हजार के शिखर पर पहुंचा, अंतिम 1,000 अंक की रैली में 37 सत्र लगे
Posted Date : 08-Mar-2024 1:30:10 am

सेंसेक्स पहली बार 74 हजार के शिखर पर पहुंचा, अंतिम 1,000 अंक की रैली में 37 सत्र लगे

मुंबई  । सेंसेक्स 409 अंक उछलकर पहली बार 74,000 अंक के ऊपर बंद हुआ। सेंसेक्स 409 अंक या 0.55 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74,085.99 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 118 अंक या 0.53 प्रतिशत की बढ़त के साथ 22,474.05 पर बंद हुआ, दोनों अपने नए समापन शिखर पर बंद हुए।
15 जनवरी को आखिरी मील का पत्थर हासिल करने के बाद से सेंसेक्स ने 37 सत्रों में इसे हासिल किया है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वरिष्ठ निवेश रणनीतिकार श्रीराम बी.के.आर. ने कहा, 1000 अंक की रैली के नवीनतम चरण में कुल बाजार पूंजी लगभग 15.3 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। 2 मार्च को 394 लाख करोड़ रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंचने के बाद बीएसई का कुल बाजार पूंजीकरण 391.3 लाख करोड़ रुपये बताया गया, जो 400 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े से कुछ लाख करोड़ कम है।
सेंसेक्स का नवीनतम 5,000 अंक का मील का पत्थर 69,000 से निकलकर लगभग 65 सत्रों या 3.1 महीनों में हुआ। विश्लेषक के अनुसार, 64,000 से नवीनतम 10,000 अंक का मील का पत्थर 172 सत्रों या 8.3 महीनों में हुआ। जनवरी 2018 में सूचकांक को 35,000 अंक के मील के पत्थर पर चढऩे में 32.1 साल लग गए। श्रीराम ने कहा, अगले 35,000 अंक अगले 5.9 वर्षों में जुड़ गए (100 प्रतिशत की वृद्धि)।
इसे जनता के सामने आने वाले नए मुद्दों और लिस्टिंग के साथ-साथ सूचीबद्ध शेयरों की कीमत में बढ़ोतरी से सहायता मिली। दिसंबर 2023 को समाप्त तीन महीनों के दौरान भारत की जीडीपी 8.4 प्रतिशत की दर से बढ़ी, जो दुनिया की सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है। बुधवार को जारी क्रिसिल की इंडिया आउटलुक रिपोर्ट के मुताबिक, देश की आर्थिक प्रगति को घरेलू संरचनात्मक सुधारों और चक्रीय कारकों से समर्थन मिलेगा।
क्रिसिल का अनुमान है कि 2031 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखते हुए भारत संभावित रूप से अपनी विकास संभावनाओं को भी पार कर सकता है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा कि यह विकास प्रक्षेपवक्र भारत को 2031 तक उच्च मध्यम-आय का दर्जा प्राप्त करने की स्थिति में रखता है, जिससे अर्थव्यवस्था दोगुनी होकर 7 ट्रिलियन डॉलर होने की उम्मीद है।
आम तौर पर भारत को प्रमुख विश्व अर्थव्यवस्थाओं के बीच एक ‘ब्राइट स्पॉट’ के रूप में देखा जाता था, जिससे इक्विटी में रिकॉर्ड विदेशी प्रवाह होता था, जिससे बाजारों को ऊंचे स्तर पर पहुंचने में मदद मिलती थी। श्रीराम ने कहा, बाजार आगे बढ़ते हुए वित्तवर्ष 2024 के लिए भारतीय कॉर्पोरेट के मूल्यांकन प्रक्षेप पथ और आय वृद्धि व आगामी आम चुनाव से संबंधित घटनाक्रम पर नजर रखना जारी रखेंगे।

 

एलन मस्क अब एक्स में करेंगे बड़ा बदलााव, यूजर्स के टाइमलाइन से हटाएंगे लाइक और रीपोस्ट
Posted Date : 08-Mar-2024 1:29:45 am

एलन मस्क अब एक्स में करेंगे बड़ा बदलााव, यूजर्स के टाइमलाइन से हटाएंगे लाइक और रीपोस्ट

नई दिल्ली  । एलन मस्क ने गुरुवार को कहा कि वह यूजर्स के फीड से लाइक और रीपोस्ट हटाने जा रहे हैं। अब यूजर्स की टाइमलाइन पर केवल व्यू काउंट दिखाई देंगे। एक्स यूजर ने इस निर्णय की आलोचना करते हुए कहा कि यह  मूर्खतापूर्ण है और यह लोगों के जुड़ाव को कम कर देगा। प्रसिद्ध एक्स हैंडलर डोगेडिज़ाइनर ने सबसे पहले पोस्ट किया था कि एक्स फ़ीड से लाइक और रीपोस्ट की गिनती हटाने पर विचार कर रहा है। मस्क ने जवाब दिया कि यह निश्चित रूप से हो रहा है।
यह आइडिया एक्स यूजर्स को पसंद नहीं आया। एक यूजर ने टिप्पणी की, इससे जुड़ाव कम होगा, क्योंकि लोग उन पोस्टों से जुड़ते हैं, जिन्हें वे देख सकते हैं कि उन्हें बड़ी संख्या में लाइक मिल रहे हैं। एक अन्य ने पोस्ट किया कि यह अत्यधिक मूर्खतापूर्ण होगा और जुड़ाव को बहुत कम कर देगा और इससे कुछ भी हासिल नहीं होगा। एक एक्स यूूूजरर ने सुझाव दिया कि मस्क को एक नापसंद बटन जोडऩा चाहिए।
मस्क ने हाल ही में घोषणा की कि एक्स यूजर्स के पास जल्द ही वह सुविधा होगी, जो उनके फॉलोवर को पिन किए गए पोस्ट देखने की अनुमति देगी। एक पोस्ट में, टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ ने कहा कि यह सुविधा हर 48 घंटे में एक पिन की गई पोस्ट की अनुमति देगी। अरबपति ने अपने फॉलोअर्स से कहा, हमारे एल्गोरिदम में एक बदलाव आ रहा है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि आपके सभी फॉलोअर्स आपके पिन किए गए पोस्ट देखें।

 

एलन मस्क से छिना दुनिया के सबसे अमीर शख्स का ताज, जेफ बने दुनिया के नंबर-1 अमीर
Posted Date : 07-Mar-2024 12:45:48 am

एलन मस्क से छिना दुनिया के सबसे अमीर शख्स का ताज, जेफ बने दुनिया के नंबर-1 अमीर

नई दिल्ली  । अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, जेफ ने टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क को पीछे छोड़ दिया है। लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, जेफ बेजोस की कुल संपत्ति 200 बिलियन डॉलर है, जबकि एलन मस्क की कुल संपत्ति 198 बिलियन डॉलर है। वहीं बर्नार्ड अर्नाल्ट 197 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, एलन मस्क की नेटवर्थ पिछले साल 31.3 बिलियन डॉलर कम हुई जबकि जे बेजोस की नेटवर्थ 23.4 बिलियन डॉलर बढ़ गई। फरवरी 2024 की फाइलिंग के अनुसार, दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन रिटेलर अमेजन में बेजोस की लगभग 9 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
वह ब्लू ओरिजिन के भी मालिक हैं, जो ब्लूमबर्ग की निवेश लागत की कैलकुलेशन में शामिल है। वेंचर फंड स्पेस एंजल्स के सीईओ चाड एंडरसन के अनुसार, ब्लू ओरिजिन के लिए मूल्यांकन निर्धारित करना इसकी अनूठी रणनीति और इस बात के कारण मुश्किल है कि जेफ बेजोस एकमात्र शेयरधारक हैं, जिनका बेचने का कोई स्पष्ट इरादा नहीं है।