व्यापार

फेस्टिव सीजन के बाद ठंडा पड़ा कंज्यूमर्स का उत्साह, दिसंबर में घटी मांग
Posted Date : 17-Dec-2020 11:55:41 am

फेस्टिव सीजन के बाद ठंडा पड़ा कंज्यूमर्स का उत्साह, दिसंबर में घटी मांग

मुंबई । त्योहारी सीजन के बाद ठंड बढऩे के साथ ही उपभोक्ताओं का उत्साह भी ठंडा हो गया है। अहम सूचकांकों से तो यही लगता है। दिसंबर के पहले पखवाड़े में क्रेडिट ग्रोथ, बिजनस वॉल्यूम्स, डिजिटल ट्राजैक्शंस और क्रेडिट कार्ड खर्च की रफ्तार में कमी आई है। ईटी ने इस बारे में जिन बैंकों और पेमेंट कंपनियों से बात की, उनका कहना है कि आने वाले महीनों में कंज्यूमर एक्टिविटीज के कमजोर रहने की संभावना है और वे इस स्थिति के लिए तैयार हैं। उनका कहना है कि कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता और वितरण के बारे में चीजों के स्पष्ट होने के बाद ही इसमें तेजी आने की उम्मीद है। एक्सिस बैंक में पेमेंट्स और कार्ड्स के प्रमुख संजीव मोघे ने कहा कि हम दिसंबर के अक्टूबर और नवंबर से बेहतर रहने की उम्मीद नहीं कर रहे थे। दिसंबर में मामला सपाट रहेगा। अब हम यह बिजनस ग्रोथ के हिसाब से मार्च में हम कहां होंगे। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंकों में शामिल एक बैंक के अधिकारी ने कहा कि दिवाली के बाद से ही मांग घट रही है। अधिकारी ने कहा कि दिसंबर के पहले दो हफ्ते में मांग कम रही है और आगे भी इसमें सुधार की उम्मीद नहीं है। फिनो पेमेंट्स बैंक के एमडी ऋषि गुप्ता ने कहा, पहले हम हर महीने 10-12 फीसदी की ग्रोथ देख रहे थे। नवंबर के अंतिम हफ्ते से मांग कम हो गई है और अब ग्रोथ 5 फीसदी रह गई है। पीओएस टर्मिनल पर कार्ड से खर्च के बारे में आरबीआई का डेटा भी यही तस्वीर बयां करता है। दिसंबर के पहले 14 दिनों में 6.8 करोड़ क्रेडिट कार्ड ट्रांजेक्शन हुए। इसमें 20911 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ। नवंबर में इस अवधि के दौरान 23752 करोड़ रुपये के 7.4 करोड़ लेनदेन हुए थे।
इमीडिएट पेमेंट्स सर्विस और एटीएम निकासी के बारे में आरबीआई के डेली डेटा के मुताबिक जून का बाद पहली बार दिसंबर के पहले पखवाड़े में इनमें कमी आई है। वॉल्यूम के हिसाब से भी इनमें मासिक आधार पर क्रमश: 1 फीसदी और 4 फीसदी की कमी आई है। एनपीसीआई द्वारा ऑपरेटेड सभी प्रमुख रीटेल पेमेंट चैनल्स के ट्रांजैक्शन में नवंबर की तुलना में दिसंबर में कमी आई है।

टीवटर पर लगा चार करोड़ रुपये का जुर्माना
Posted Date : 16-Dec-2020 11:28:18 am

टीवटर पर लगा चार करोड़ रुपये का जुर्माना

नई दिल्ली।  माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर  पर आयरलैंड ने बड़ा जुर्माना लगाया है। आयरलैंड के डाटा नियामक ने पर 4,50,000 यूरो यानी करीब चार करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना उस बग को लेकर लगा है जिसके कारण कई लोगों के प्राइवेट ट्वीट पब्लिक हो गए थे। नए यूरोपियन यूनियन डाटा प्राइवेसी सिस्टम के तहत किसी अमेरिकी कंपनी पर होने वाली यह पहली कार्रवाई है। यूरोपियन यूनियन द्वारा साल 2018 में जनरल डाटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन लागू किया गया था और आयरलैंड ने यह कार्रवाई इसी त्रष्ठक्कक्र के तहत की है। यह भी कहा जा रहा है कि  तहत ट्विटर पर होने वाली यह पहली कार्रवाई है। पिछले साल ट्विटर के एंड्रॉयड एप में एक बग आया था जिसके बाद कई यूजर्स के प्राइवेट ट्वीट पब्लिक हो गए थे। यह जुर्माना इसलिए लगा है क्योंकि ट्विटर इस बग के बारे में अपने यूजर्स को तत्काल प्रभाव से जानकारी देने में असमर्थ रहा।
वहीं अपने एक बयान में कहा है कि यह बग साल 2018 में क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान आया था और अधिकतर कर्मचारी छुट्टी पर थे, इसलिए इसके बारे में यूजर्स को जानकारी देने में देर हुई। ट्विटर ने कहा है, हम इस गलती की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं और अपने यूजर्स के डाटा और प्राइवेसी की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि यदि इस तरह की कोई समस्या आती है तो यूजर्स को सबसे पहले जानकारी दी जाए। बता दें कि ट्विटर ने इस बग के लिए साल 2019 में माफी भी मांगी थी।
गौरतलब है कि ट्विटर के इस बग की पहचान जनवरी 2019 में की गई थी। इस बग के कारण 3 नवंबर 2014 से 14 जनवरी 2019 तक अपने अकाउंट में प्रोटेक्ट योर ट्वीट की सेटिंग करने वाले यूजर्स प्रभावित हुए थे, हालांकि इस बग का असर सिर्फ एंड्रॉयड यूजर्स पर ही पड़ा।

कोरोना काल में जोनेती बनी बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी, वैल्यू 1 अरब डॉलर पार
Posted Date : 16-Dec-2020 11:27:27 am

कोरोना काल में जोनेती बनी बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी, वैल्यू 1 अरब डॉलर पार

नई दिल्ली। स्पॉ और सैलून के लिए सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी इस साल भारत का नौंवा यूनिकॉर्न बन गया है। इसकी वैल्यू 1 अरब डॉलर पार कर गई है। अमेरिकी इन्वेस्टर ने कंपनी की वैल्यू 1 अरब डॉलर मानते हुए हाल ही में 160 मिलियन डॉलर का भारी निवेश किया है। अगस्त 2019 में कंपनी की वैल्यू 350 मिलियन डॉलर थी। इस साल यूनिकॉर्न की लिस्ट में पाइन लैब्स, फर्स्ट क्राई, नायका, जिरोधा, पोस्टमैन, अनअकेडमी, रेजरपे और कार्स 24 जैसी कंपनियां शामिल हुई हैं। अगस्त में की तरफ से यूनिकॉर्न इंडेक्स 2020 लिस्ट जारी की गई थी। इसके तहत पूरे विश्व में 586 यूनिकॉर्न हैं। अमेरिका में 233 यूनकॉर्न, चीन में 227 यूनिकॉर्न, इंग्लैंड में 24 यूनिकॉर्न और भारत में 21 यूनिकॉर्न हैं। भारत में सबसे ज्यादा 8 यूनिकॉर्न बेंगलुरू में, 6 गुरुग्राम में और 2 नोएडा में हैं। पुणे, नई दिल्ली, अहमदाबाद, फरीदाबाद और मुंबई में एक-एक हैं। इनमें से 7 यूनिकॉर्न ई-कॉमर्स बिजनेस में, 3 फाइनैंशल टेक्नॉलजी में, 2 शेयर इकॉनमी में, 2 लॉजिस्टिक्स में और 2 ऑन-डिमांड डिलिवरी बिजनेस में हैं।
इन्वेस्टर्स की बात करें तो सॉफ्ट बैंक ने 9 यूनिकॉर्न में, अलीबाबा ग्रुप ने 5, टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट ने 5, ने 4, डीएसटी ग्लोबल 3, टेंशेट 3, जनरल अटलांटिक 3,होल्डिंग 3 में निवेश किया है। भारत के 21 यूनिकॉर्न की टोटल वैल्यू 73.2 अरब डॉलर है। इनमें से टॉप-10 की वैल्यू टोटल वैल्यू की 78 फीसदी है। भारत का सबसे बड़ा यूनिकॉर्न है। इसकी मार्केट वैल्यू 16 अरब डॉलर है। ग्लोबल लिस्ट में यह 13 वें पायदान पर है। पेटीएम की स्थापना विजय शेखर शर्मा ने 2010 में की थी। भारत का दूसरे सबसे बड़ा यूनिकॉर्न है। इसकी वैल्यू 8 अरब डॉलर है। रितेश अग्रवाल ने इसके फाउंडर हैं। एजुकेशन-टेक स्टार्टअप्स तीसरा सबसे बड़ा यूनिकॉर्न है। ग्लोबल लिस्ट में यह 31वें पायदान पर है। इसकी मार्केट वैल्यू 8 अरब डॉलर है।

भारत बनेगा इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग का हब, 5 साल में बनेंगे एक अरब फोन
Posted Date : 16-Dec-2020 11:25:07 am

भारत बनेगा इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग का हब, 5 साल में बनेंगे एक अरब फोन

नई दिल्ली। संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा है कि अगले 5 साल में भारत का 100 करोड़ मोबाइल फोन, पांच करोड़ टेलीविजन सेट और पांच करोड़ आईटी उपकरण (लैपटॉप और टैबलेट) के उत्पादन करने का लक्ष्य है। प्रसाद ने कहा कि देश में फिलहाल 4जी काम कर रहा है और 5जी का परीक्षण जल्द शुरू होने जा रहा है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक वर्चुअल आयोजन में उन्होंने मंगलवार को यह दावा किया। प्रसाद ने कहा, 'आगामी पांच वर्ष में भारत एक अरब मोबाइल फोन, पांच करोड़ टीवी सेट और पांच करोड़ आईटी हार्डवेयर उपकरणों मसलन लैपटॉप और टैबलेट का उत्पादन करना शुरू कर देगा। यह आगामी पांच वर्ष के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण का हमारा लक्ष्य है।उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि आगामी पांच वर्ष में देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था 1,000 अरब डॉलर पर पहुंच जाए।
अभी कितनी है भारत की हिस्सेदारी
इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के अनुसार नीतिगत हस्तक्षेप से भारत अपनी लैपटॉप और टैबलेट विनिर्माण की क्षमता को 2025 तक 100 अरब डॉलर पर पहुंचा सकता है। ईवाई और आईसीईओ की एक जॉइंट रिपोर्ट के मुताबिक लैपटॉप और टैबलेट मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने से ग्लोबल मार्केट में भारत की हिस्सेदारी 26 फीसदी तक पहुंच सकती है जो अभी 1 फीसदी है।

शेयर बाजार में उछाल जारी, मेजस्को हर शेयर पर देगी 974 रुपये डिविडेंड
Posted Date : 16-Dec-2020 11:24:05 am

शेयर बाजार में उछाल जारी, मेजस्को हर शेयर पर देगी 974 रुपये डिविडेंड

नई दिल्ली। शेयर बाजार में आज फिर तेजी देखी जा रही है। 30 शेयरों वाला इंडेक्स सेंसेक्स आज सुबह 310 अंकों की तेजी के साथ 46573 के स्तर पर और 50 शेयरों वाला इंडेक्स निफ्टी आज सुबह 96 अंकों की तेजी के साथ 13663 के स्तर पर खुला। सुबह के 9.33 बजे सेंसेक्स 308 अंकों की तेजी के साथ 46571 के स्तर पर और निफ्टी 88 अंकों की तेजी के साथ 13656 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था। स्मॉलकैप इंश्योरेंस टेक्नोलॉजी फर्म मजेस्को  ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अपने इच्टिी शेयरहोल्डर्स को प्रति शेयर 19480 फीसदी यानी 974 रुपये का अंतरिम लाभांश  देने की घोषणा की है। कंपनी ने इसके लिए 25 दिसंबर रेकॉर्ड डेट फिक्स की है। इस घोषणा के बावजूद आज इसके शेयर में गिरावट देखी जा रही है। इंश्योरेंस कंपनियों को सॉफ्टवेयर और कंसल्टिंग सेवाएं देने वाली टेक फर्म मजेस्को लिमिटेड  ने बताया कि कंपनी के शेयरहोल्डर्स को 2788.40 करोड़ रुपये का लाभांश मिलेगा। 5 रुपये फेस वैल्यू वाले 2.86 करोड़ इच्टिी शेयर पर यह डिविडेंड मिलेगा। कंपनी ने एक स्टेटमेंट में स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि 103 करोड़ रुपये का बैलेंस कैश रिजर्व  बोर्ड और रेगुलेटरी मंजूरी मिलने के बाद बांटा जाएगा।

 

महीने के बीच में ही पड़ी महंगाई की मार, फिर महंगा हुआ एलपीजी गैस सिलेंडर
Posted Date : 15-Dec-2020 11:51:24 am

महीने के बीच में ही पड़ी महंगाई की मार, फिर महंगा हुआ एलपीजी गैस सिलेंडर

नई दिल्ली।  ऑयल कंपनियों ने एलपीजी गैस की कीमतों में मचीने के बीच में ही बढ़ोतरी कर दी है। 14.2 किलो वाले सिलेंडर  की कीमत में 50 रुपये का इजाफा किया गया है। इसी तरह 5 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमत 18 रुपये बढ़ाई गई है। 19 किलो के सिलेंडर में 36.50 रुपये का इजाफा किया गया है।
देश की सबसे बड़ी ऑयल कंपनी आईओसी के मुताबिक दिल्ली में बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलो के गैस सिलेंडर की कीमत अब 644 रुपये हो गई है। कोलकाता में यह 670.50 रुपये, मुंबई में 644 रुपये और चेन्नई में 660 रुपये हो गई है।
इससे पहले 1 दिसंबर 2020 को भी घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के रेट्स में बढ़ाए गए थे। 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में 55 रुपये तक का इजाफा किया गया था। हालांकि, अक्टूबर और नवंबर में ने रसोई गैस सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं किया था।
अमूमन ऑयल कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को रसोई गैस की कीमतों में संशोधन करती हैं, लेकिन इस बार कुछ अलग हुआ। 1 दिसंबर को आईओसी ने बताया कि 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में कोई वृद्धि नहीं की गई है। दिल्ली में इसकी कीमत लगातार सातवें महीने 594 रुपये पर स्थिर रखी गई है। लेकिन 15 दिन बाद ही इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर 14.2 किलोग्राम वाले गैर सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 50 रुपये बढ़ाकर दिल्ली में 644 रुपये कर दी गई।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक 1 दिसंबर को देश के चार महानगरों में 14.2 किलोग्राम बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस की कीमत दिल्ली में 594 रुपये, कोलकाता में 620.50 रुपये, मुंबई में 594 रुपये और चेन्नई में 610 रुपये बताई गई थी। 15 दिसंबर को इसी वेबसाइट पर 14.2 किलोग्राम बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस की कीमत दिल्ली में 644 रुपये, कोलकाता में 670.50 रुपये, मुंबई में 644 रुपये और चेन्नई में 660 रुपये हो गई है।