नईदिल्ली,24 अपै्रल । कोरोना की दूसरी लहर ने भयानक तबाही मचाई है। इससे बचने के तमाम कोशिशें की जा रही हैं। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य स्तरीय बैंकर समिति ने निर्णय लिया है कि 15 मई तक बैंकों में कामकाज की अवधि दो घंटे घटाकर 10 बजे से दो बजे तक होगा। इसके साथ ही इस संकट के समय में सिर्फ जमा, नकदी निकासी, चेक क्लीयरिंग एवं सरकारी लेनदेन जैसी न्यूनतम बैंकिंग सेवाएं ही बैंक शाखाओं में दी जाएंगी।
कोरोना संक्रमण के केसों में अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए भारतीय बैंक संघ ने बैंकों को सलाह दी है कि वे सुबह 10 से दोपहर 2 बजे के बीच काम करें। भारतीय बैंक संघ (आईबीए) ने बैंक कर्मियों की सुरक्षा के मुद्दे पर राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) के संयोजकों से कहा कि वह संबंधित राज्यों में व्याप्त कोविड-19 की स्थिति और जरूरतों के मुताबिक बैंक शाखाओं की मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी)में सुधार कर सकते हैं। इस संबंध में निर्णय आईबीए की 21 अप्रैल 2021 को हुई विशेष प्रबंधन समिति की बैठक में लिया गया।
आईबीए के सीईओ सुनील मेहता ने बैंक प्रमुखों को लिखे एक पत्र में कहा, हम एसएलबीसी के संयोजकों को अलग से यह सुझाव दे रहे हैं, कि वह सीएमओ सहित राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अलग से एक बैठक बुलाएं और अपने अपने राज्यों में बन रही ताजा स्थिति पर विचार विमर्श करने के बाद बैंकों को परामर्श जारी करें।
नौ बैंक यूनियनों के प्रमुख मंच ‘यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) का कहना है कि प्रत्येक बैंक में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में बैंकरों को बीमार होने पर अस्पताल में बिस्तर और आक्सीजन आपूर्ति मिलना मुश्किल हो रहा है। यूएफबीयू ने आईबीए को भेजे एक ज्ञापन में कहा है कि जब तक स्थिति में सुधार होता है
नईदिल्ली,24 अपै्रल । अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने ब्रिटेन के प्रतिष्ठित कंट्री क्लब और लक्जरी गोल्फ रिसार्ट, स्टोक पार्क को 5.70 करोड़ पाउंड (करीब 592 करोड़ रुपये) में खरीद लिया है।स्टोक पार्क लिमिटेड के पास स्टोक पोग्स, बकिंघमशायर, ब्रिटेन में एक खेल और आतिथ्यशाला का स्वामित्व व प्रबंधन है। इसमें एक होटल, सभागार, खेल सुविधाएं और गोल्फ कोर्स शामिल हैं। रिलायंस ने कहा, आरआईटीएचएल इस विरासत स्थल पर खेल और छुट्टियां बिताने के लिए सुविधाओं को बढ़ाएगी, और इसके लिए नियोजन दिशानिर्देशों और स्थानीय नियमों का पूरी तरह पालन किया जाएगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पिछले चार सालों के दौरान 3.3 अरब डॉलर के अधिग्रहण की घोषणा की है। इसमें से 14 प्रतिशत खुदरा क्षेत्र में किया गया, 80 प्रतिशत प्रौद्योगिकी, मीडिया और दूरसंचार क्षेत्र में वहीं शेष छह प्रतिशत निवेश ऊर्जा क्षेत्र में किया गया है। रिलायंस ने बृहस्पतिवार देर शाम भेजी गई नियामकीय सूचना में कहा है कि ब्रिटेन स्थित स्टोक पार्क उसके उपभोक्ता और आतिथ्य संपत्ति क्षेत्र का हिस्सा बनेगी। कंपनी ब्रिटेन के बकिंघमशायर में एक होटल और गोल्फ कोर्स की मालिक है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गुरुवार को शेयर बाजारों को बताया कि ब्रिटेन के बकिंघमशायर में एक होटल और गोल्फ कोर्स के स्वामित्व वाली कंपनी के अधिग्रहण से रिलायंस की कंज्यूमर और हॉस्पिटालिटी सेक्टर की परिसंपत्तियों में बढ़ोत्तरी हुई है।
नईदिल्ली,24 अपै्रल । कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) की सामाजिक सुरक्षा योजना से इस साल फरवरी में 11.58 लाख नये सदस्य जुड़े। जबकि इससे पूर्व माह जनवरी में 11.78 लाख सदस्य जुड़े थे। आधिकारिक आंकड़े में यह जानकारी दी गई जो मोटे तौर पर देश के संगठित क्षेत्र में रोजगार की स्थिति को बयां करता है। ताजा आंकड़ा राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी रिपोर्ट का हिस्सा है।
आंकड़ों के अनुसार सकल रूप से ईएसआईसी की योजना से जून 2020 में 8.87 लाख, मई में 4.89 लाख और अप्रैल में 2.63 लाख सदस्य जुड़े थे। यह बताता है कि कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए लगाए गए ‘लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद से योजनाओं से जुडऩे वाले सदस्यों की संख्या बढ़ी है
ताजा आंकड़ों के अनुसार जुलाई 2020 में ईएसआईसी की योजना से जुडऩे वाले सदस्यों की संख्या सकल रूप से 7.63 लाख थी जो अगस्त में सुधरकर 9.5 लाख, सितंबर में 11.58 लाख और अक्टूबर 2020 में 12.11 लाख रही। वहीं नवंबर में यह घटकर 9.56 लाख रह गई। एनएसओ की रिपोर्ट के अनुसार 2019-20 में ईएसआईसी की योजनाओं से जुडऩे वाले सदस्यों की कुल संख्या 1.51 करोड़ रही जो 2018-19 में 1.49 करोड़ थी। सितंबर 2017 से मार्च 2018 के दौरान करीब 83.35 लाख नये अंशधारक ईएसआईसी योजना से जुड़े थे।
एनएसओ इन संगठनों के आंकड़े अप्रैल 2018 से जारी कर रहा है। इसमें सितंबर 2017 से आंकड़े लिए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार शुद्ध रूप से ईपीएफओ से फरवरी में 12.37 लाख नये अंशधारक जुड़े। यह जनवरी 2021 के 11.95 लाख से अधिक है। इसमें कहा गया है कि सितंबर 2017 से फरवरी 2021 के दौरान करीब 4.11 करोड़ (सकल) नये अंशधारक ईपीएफओ योजना से जुड़े। ‘भारत में पेरोल (नियमित वेतन पर रखे गए लोग) रिपोटिंग: रोजगार परिदृश्य-फरवरी 2021 शीर्षक से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि चूंकि सदस्यों की संख्या विभिन्न स्रोतों से ली गई है, ऐसे में आंकड़ों में दोहराव हो सकता है और अनुमान को जोड़ा नहीं जा सकता।
नईदिल्ली,23 अपै्रल । महामारी के दौरान दूरस्थ तरीके से घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) के बढ़े चलन, सीखने और मजेदार गतिविधियों में वृद्धि के साथ एप्पल ने 2021 में जनवरी से मार्च की पहली तिमाही में भारतीय टैबलेट बाजार में 29 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ सैमसंग को दूसरे स्थान पर खिसका दिया है। एक नई रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
मार्केट रिसर्च फर्म साइबर मीडिया रिसर्च (सीएमआर) की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 की पहली तिमाही में एप्पल आईपैड्स ने भारत में 140 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) की वृद्धि के साथ असाधारण प्रदर्शन जारी रखा।
पहली तिमाही में एप्पल आईपैड 8 ने 17 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल की, जबकि एप्पल आईपैड एयर 2020 की भारतीय बाजार में 9 प्रतिशत हिस्सेदारी दर्ज की गई।
वहीं लेनोवो ने 2021 की पहली तिमाही में भारतीय टैबलेट बाजार का नेतृत्व करना जारी रखा।
सीएमआर में इंडस्ट्री इंटेलिजेंस ग्रुप के प्रमुख प्रभु राम ने कहा, सब कुछ घर से काम करने के चलन के मद्देनजर एप्पल के लिए 2021 की पहली तिमाही में आईपैड शिपमेंट में साल-दर-साल एक अभूतपूर्व 144 प्रतिशत की वृद्धि के साथ एक ब्रेकआउट तिमाही रही। एप्पल की सफलता उल्लेखनीय है, क्योंकि इसमें कॉस्ट-एडवांटेज की कमी है, जो कि एंड्रॉएड टैबलेट में है।
राम ने कहा कि 2021 की पहली तिमाही में एप्पल की सफलता मुख्य रूप से आकांक्षात्मक अपील से प्रेरित रही, जो ब्रांड उपभोक्ताओं के बीच कायम है। इसके अलावा उन्होंने एड-टेक क्षेत्र में इसके प्रदर्शन को भी इसका एक मुख्य कारण बताया।
एप्पल 2020 की दूसरी छमाही से अपने मजबूत विकास की गति को नए साल में भी जारी रखने में सक्षम रहा है।
एप्पल आईपैड की वृद्धि (वर्ष दर वर्ष) देश में 2020 में 42 प्रतिशत रही थी, जबकि पिछले साल की चौथी तिमाही में यह इसने वर्ष-दर-वर्ष के आधार पर 135 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी।
नईदिल्ली,23 अपै्रल । रोजमर्रा के उपभोग का सामान बनाने वाले कंपनी पारले प्राडक्टस और आईटी क्षेत्र की कंपनी आईबीएम ने एक दूसरे के साथ भागीदारी की घोषणा की। भागीदारी के तहत आईबीएम बिस्कुट बनाने वाले पारले को उसके उत्पादों को बाजार में जल्दी और प्रभावी ढंग से पहुंचाने के लिए टेक्नोलॉजी समर्थन देगी। दोनों कंपनियों की ओर से जारी संयुकत वक्तव्य में यह जानकारी दी गई है।
इसमें कहा गया है कि पारले प्राडक्टस अग्रणी सुरक्षा और उद्योग विशेषज्ञता के साथ आईबीएम की बदलावकारी आधुनिक क्लाउड और कृत्रिम मेधा (एआई) क्षमता का लाभ उठाएगी। इसमें उसे प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी की व्यवसायिक सलाह और प्रौद्योगिकी सेवाओं का भी लाभ मिलेगा। वक्तव्य में कहा गया है कि इस भागीदारी से पारले को अपने पारले- जी बिस्कुट जैसे सबसे ज्यादा बिक्री वाले उत्पादों को बाजार में सही समय और सही जगह पर पहुंचाने में मदद मिलेगी।
पारले प्राडक्टस के कार्यकारी निदेशक अजय चौहान ने इस भागीदारी पर कहा, हमारी प्राथमिकता भारतीय उपभोक्ता की बढ़ती मांग को पूरा करना है। हम देश के सबसे बड़े बिस्कुट ब्रांड को उपलब्ध कराते हैं। आईबीएम के साथ काम करके हम अपने सुरक्षा दायरे को मजबूत करेंगे और बाजार तक पहुंचने के समय को कम कर अपने परिचालन को सुव्यवस्थित करेंगे- जो कि हमारे लिए एक अहम उपलब्धि होगी।
0-लॉकडाउन की अफवाहों के बीच बढ़ी जमाखोरी
नईदिल्ली,23 अपै्रल । कोरोना की दूसरी लहर रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बाद अफवाह का बाजार गर्म हो गया है। लॉकडाउन को लेकर अफवाह का असर शहरी औैर ग्रामीण क्षेत्र पर सामान रूप से हुआ है। ग्रॉसरी शॉप चलाने वाले दुकानदारों का कहना है कि अफवाह से किराने की वस्तुओं की बिक्री में करीब 20 फीसदी का इजाफा हुआ है।लोगों में भय है कि आने वाले दिनों में जरूरी सामानों की किल्लत होने वाली है। इसीलिए वे आवश्यक वस्तुओं को अधिक मात्रा में खरीदकर स्टॉक कर रहे हैं। हालांकि, वास्तविक स्थिति ऐसी नहीं है। एफएमसीजी कंपनी आईटीसी, पारले प्रोडक्ट्स, सीजी कॉर्प, मेरिको और इमामी ने कहा है कि पिछले साल लागू लॉकडाउन के अनुभव से जरूरी उत्पादों की आपूर्ति करने में पूरी तरह सक्षम हैं।
आईटीसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि सभी आपूर्ति चैनलों में उपभोक्ताओं के लिए उत्पादों की उपलब्धता बनी रहे, इसके लिए आईटीसी ने जरूरी कदम उठाए हैं। महामारी के दौरान कंपनी ने परिचालन जारी रखने के लिए मजबूत नीतियां तैयार की है। बाजार में किसी भी तरह की अड़चनों और उतार चढ़ाव से निपटने के लिए भी संगठनात्मक ढांचे को तैयार किया गया है। मेरिको के प्रवक्ता ने भी कहा कि कंपनी इस साल बेहतर तैयारी में है।देश के कुछ राज्यों ने ही आंशिक लॉकडाउन लगाया है लेकिन आवश्यक वुस्तुओं के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं।
उपभोक्ताओं का कहना है कि कोरोना के कारण सब्जी, व दूध वाले से लेकर किराना वाले तक मनमर्जी के भाव ले रहे हैं। वहीं, कारोबारियों का कहना है केंद्र सरकार ने राज्यों से खाद्य पदार्थों तथा दवा समेत जरूरी वस्तुओं की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को निर्देश दिया है। इसके अलावा, राज्यों से जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है जिससे जरूरी जिंसों की खरीदारी लोग घबराकर नहीं करे।