0-कोरोना की दूसरी लहर से पड़ सकती है इकॉनमी रिकवरी खतरे में
नईदिल्ली,29 अपै्रल । एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारतीय इकोनॉमी की 11 फीसद विकास दर का अनुमान लगाया है। बैंक के मुताबिक अगले वित्त वर्ष में यह विकास दर सात फीसद रहेगी। एडीबी ने कहा कि देश में टीकाकरण अभियान जोर-शोर से चल रहा है, जिससे इकोनॉमी में सुधार को बल मिला है।
हालांकि बैंक ने यह भी कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर से देश की आर्थिक रिकवरी जोखिम में पड़ सकती है। एशियन डेवलपमेंट आउटलुक (एडीओ), 2021 में बैंक ने कहा कि अगले वर्ष 31 मार्च को खत्म होने वाले चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक विकास दर 11 फीसद रहने का अनुमान है। इसकी प्रमुख वजह यह है कि टीकाकरण अभियान तेजी से चल रहा है। लेकिन कोरोना संक्रमण मामलों में तेज उछाल ने रिकवरी की रफ्तार को जोखिम में डाल दिया है।
एडीबी ने इस वर्ष चीन की विकास दर 8.1 फीसद और अगले वर्ष 5.5 फीसद रहने का अनुमान लगाया है। बैंक का कहना है कि चीन का निर्यात आंकड़ा बेहद मजबूत है और घरेलू खपत भी तेजी से बढ़ रही है, जिसका फायदा उसे मिलेगा।एडीबी का कहना है कि दक्षिण एशिया की विकास दर इस वर्ष 9.5 फीसद रहने का अनुमान है। इस क्षेत्र की आर्थिक विकास दर में वर्ष 2020 के दौरान छह फीसद गिरावट दर्ज की गई थी।
वहीं, विकासशील एशिया की विकास दर इस वर्ष 7.3 फीसद रहने का अनुमान है। स्वस्थ वैश्विक विकास दर और कोरोना टीकाकरण में तेजी का लाभ विकासशील एशिया को मिलेगा। पिछले वर्ष इस क्षेत्र की विकास दर में 0.2 फीसद की गिरावट देखी गई थी।
नईदिल्ली,28 अपै्रल । देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक एचडीएफसी जल्द ही पुराने क्रेडिट कार्ड में बदलाव करने वाला है. बैंक के मुताबिक वह पुराने क्रेडिट कार्ड व्यवस्था को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी में बदलने की तैयारी मे है. इसके लिए कार्ड प्लेटफॉर्म को एक विश्वसनीय फिनटेक कंपनी में ट्रांसफर करने पर विचार किया जा रहा है. इसलिए अगर आप एचडीएफसी बैंक के ग्राहक हैं तो इस बदलाव के लिए तैयार हो जाइए.
रिपोर्ट के अनुसार एचडीएफसी बैंक कार्ड एंड-टू-एंड प्रोसेसिंग और सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए अपने कार्ड प्लेटफॉर्म को फिनटेक कंपनी में ट्रांसफर कर सकती है. चूंकि फिनटेक को ऑनलाइन बैंकिंग और क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए एक अच्छा प्लेटफार्म माना जाता है. इसी के चलते बैंक ने ये जिम्मेदारी इसे सौंपने का मन बनाया है.
कोरोना महामारी के दौरान डिजिटल लेन-देन में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है. इस बीच क्रेडिट कार्ड का चलन काफी बढ़ा है. इसलिए इसके संचालन को और अधिक बेहतर बनाने और इसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ले जाने की जरूरत महसूस की गई. यही वजह है कि एचडीएफसी बैंक ने पुराने कार्डों में बदलाव का फैसला लिया है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने नवंबर माह में एचडीएफसी बैंक की सभी डिजिटल लॉन्चिंग को रोकने का आदेश दिया था. भारतीय रिजर्व बैंक ने यह रोक एचडीएफसी बैंक की डिजिटल कामकाज में परेशानी के कारण लगाई थी. इसमें नए क्रेडिट कार्ड भी शामिल हैं. हालांकि यह आदेश अस्थाई था.
नईदिल्ली,28 अपै्रल । चीनी कंपनी आंट ग्रुप द्वारा समर्थित फूड डिलीवरी स्टार्टअप जोमैटो ने 8,250 करोड़ रुपए के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) के लिए मार्केट रेग्युलेटर सेबी के पास कागजात जमा कर दिए हैं. इस आईपीओ में 7,500 करोड़ रुपए के फ्रेश इक्विटी शेयर्स जारी होंगे. वहीं, ऑफर फॉर सेल के जरिए इंफो एज अपनी 750 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी बेचेगी.
ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेगमेंट में पिछले कुछ सालों में जोमैटो और स्विगी की प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है. पिछले वित्तीय वर्ष में जोमैटो का एफवाई 20 में राजस्व दो गुना बढक़र लगभग 2,960 करोड़ रुपए था.
इंफो एज ने कहा कि वह ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने के मंच जोमैटो के आईपीओ के तहत अपनी 750 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी बेचेगी.
इंफो एज ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि जोमेटो आईपीओ लाने का प्रस्ताव कर रही है। इसमें जोमैटो लि. के ताजा इक्विटी शेयर के साथ इंफो एज की बिक्री पेशकश शामिल होंगे.
उसने कहा, कंपनी के निदेशक मंडल ने इस पर विचार किया और बिक्री पेशकश में शामिल होने को मंजूरी दे दी. .यह 750 करोड़ रुपये तक का होगा.
फरवरी में 1800 करोड़ रुपए जुटाए
फरवरी में, जोमैटो ने टाइगर ग्लोबल, कोरा और अन्य से फंडिंग में 250 मिलियन डॉलर (1,800 करोड़ रुपए से अधिक) जुटाए थे, जो ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग प्लेटफॉर्म 5.4 बिलियन डॉलर का था.
कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी प्राइवेट लिमिटेड और क्रेडिट सुइस सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड इस मुद्दे की वैश्विक समन्वयक और बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं.
बोफा सिक्योरिटीज इंडिया लिमिटेड और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को सार्वजनिक मुद्दे पर मर्चेंट बैंकर के रूप में नियुक्त किया गया है.
कंपनी के इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई में लिस्टेड किया जाएगा. पिछले साल, जोमैटो के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपिंदर गोयल ने कर्मचारियों से कहा था कि कंपनी की योजना पहले 2021 में आईपीओ के लिए जाने की है.
नईदिल्ली,28 अपै्रल । गोगल्स डिजिटल विज्ञापन नेटवर्क ने अपने कॉर्पोरेट मूल रिपोर्टिंग लाभ के साथ उच्च गियर में वापस स्थानांतरित कर दिया हैक्योंकि अधिक से अधिक लोगों को कोविड-19 के खिलाफ टीका लगाया जाता है और उनकी महामारी को खत्म किया जाता है।यह यात्रा उद्योग में विशेष रूप से सच है, विज्ञापन बाजार का एक प्रमुख हिस्सा जिसने उपन्यास कोरोनवायरस के प्रसार को रोकने के लिए दुनिया भर की सरकारों द्वारा लॉकडाउन लगाने के बाद पिछले साल अपने खर्च में भारी कटौती की थी।
पिछले साल अप्रैल-जून की अवधि में 8 प्रतिशत की गिरावट के बाद गूगल के लिए विज्ञापन विकास में तेजी लाने की यह लगातार तीसरी तिमाही है। 2004 में कंपनी के सार्वजनिक होने के बाद पहली बार गूगल त्रैमासिक विज्ञापन राजस्व पिछले वर्ष से गिर गया था।पुनरुत्थान ने आसानी से विश्लेषक अनुमानों को पार करने के लिए गूगल्स माता-पिता, वर्णमाला इंक को सक्षम किया, जो निवेशकों की उम्मीदों को स्थापित करने में मदद करते हैं।
अल्फाबेट ने $ 17.9 बिलियन, या $ 26.29 प्रति शेयर की कमाई की, जो पिछले साल के समान समय की तुलना में दोगुनी थी। लाभ $ 650 मिलियन, या प्रति शेयर 97 सेंट के लेखांकन परिवर्तन से फुलाया गया था।कुल राजस्व, जिसमें गोगल्स क्लाउड-होस्टिंग सेवा और डिवाइस की बिक्री भी शामिल है, पिछले साल से 34 प्रतिशत चढ़ गया।
प्रदर्शन ने निवेशकों को खुश किया, जिन्होंने नंबर आने के बाद विस्तारित कारोबार में अल्फाबेट के स्टॉक को 4 प्रतिशत बढ़ा दिया।विज्ञापन राजस्व में एक-चौथाई गिरावट के अलावा, गूगल ज्यादातर महामारी के दौरान संपन्न हुआ है क्योंकि लोग इसकी सेवाओं पर अधिक निर्भर हो गए हैं – एक ऐसी घटना जिसने एपल, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक और नेटफ्लिक्स जैसी अन्य प्रौद्योगिकी दिग्गजों को मजबूत किया है।अक्षर स्टॉक $ 2,300 से ऊपर कारोबार कर रहा है, लगभग दोगुना महामारी घोषित किया गया था 13 महीने पहले, कंपनी को लगभग $ 1.6 ट्रिलियन के बाजार मूल्य के साथ छोड़ दिया गया था।
नईदिल्ली,27 अपै्रल । रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की परोपकार शाखा रिलायंस फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि उसने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर बढ़ती चिकित्सा जरूरतों को देखते हुए मुंबई में अपने अभियान को तेज किया है। रिलायंस फाउंडेशन के अस्पतालों- भारतीय राष्ट्रीय खेल क्लब (एनएससीआई), सेवन हिल्स अस्पताल और ट्राईडेंट, बीकेसी में लगभग 875 बिस्तरों का इंतजाम किया गया है, जिसमें 145 आईसीयू सुविधा से लैस हैं। इलाज का पूरा खर्च, जिसमें आईसीयू बेड और मॉनिटर, वेंटिलेटर और चिकित्सा उपकरण शामिल हैं, रिलायंस फाउंडेशन द्वारा वहन किया जाएगा।
एक बयान के मुताबिक एनएससीआई में सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में 650 चिकित्सा बिस्तरों का इंतजाम किया जाएगा। बयान में आगे कहा गया कि रिलायंस फाउंडेशन 100 नए सघन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) बिस्तरों की स्थापना और प्रबंधन करेगा, जिसे 15 मई 2021 से चरणबद्ध ढंग से चालू किया जाएगा। इसके साथ ही सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल कोविड रोगियों के लिए लगभग 650 बेड का संचालन और प्रबंधन करेगा। बयान में कहा गया कि मरीजों के इलाज के लिए चिकित्सकों, नर्सों और गैर-चिकित्सा पेशेवरों के रूप में 500 से अधिक कार्यकर्ता दिनरात सेवा में लगे हुए हैं।
इसमें आगे कहा गया कि एनएससीआई और सेवन हिल्स अस्पताल में सभी कोविड रोगियों का बिल्कुल मुफ्त इलाज किया जाएगा।रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और अध्यक्ष नीता अंबानी ने कहा कि कुल मिलाकर फाउंडेशन लगभग 875 बेड का प्रबंधन करेगा, जिसमें 145 आईसीयू बेड शामिल हैं। उन्होंने कहा, रिलायंस फाउंडेशन हमेशा देश की सेवा में सबसे आगे रहा है और यह हमारा कर्तव्य है कि हम महामारी के खिलाफ भारत की अथक लड़ाई में योगदान करें। उन्होंने कहा कि रिलायंस गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दमन, दीव और नगर हवेली को 700 टन ऑक्सीजन रोज दे रहा है।
0-सिलिंडर बुक करने का तरीका भी होगा काफी आसान
नईदिल्ली,27 अपै्रल । रसोई गैस के नए कनेक्शन और एलपीजी सिलेंडरों के रिफिल को लेकर मोदी सरकार अब आम आदमी को बड़ी राहत देने वाली है। सरकार और तेल कंपनियां उपभोक्ताओं के लिए एलपीजी गैस बुकिंग और रिफिल की पूरी प्रक्रिया को और आसान करने पर तेजी से काम कर रही हैं। खबरों की मानें तो देश में एलपीजी बुकिंग और रिफिल को लेकर जल्द ही बड़ा फैसला हो सकता है।
रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि आने वाले समय में उपभोक्ता अपने आसपास के किसी भी गैस एजेंसी से रसोई गैस बुक कर सकेंगे। नए नियम लागू होने के बाद अलग-अलग कंपनियों के रसोई गैस का अंतर समाप्त हो जाएगा। यानी जो एजेंसी बेहतर सेवा दे रही है, वहां से सिलेंडर बुक कर जल्द डिलीवरी हासिल की जा सकेगी। सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल जब एलपीजी के नए नियमों पर चर्चा हो रही थी, तब इस बात पर विचार किया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, उदाहरण के तौर पर अगर आपके पास आईओसी का सिलेंडर है तो आप बीपीसीएल से भी रिफिल करवा सकते हैं। नए नियम को जल्द से जल्द लागू करने के लिए इंडियन ऑयल (आईओसी), भारत पेट्रोलियम (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम तीनों कंपनियां मिल कर एक खास प्लेटफॉर्म बना रही हैं। इसके लिए एलपीजी बुकिंग की मौजूदी व्यवस्था लागू रहेंगी यानी ओटीपी वाला सिस्टम बना रहेगा।
इसके अलावा छोटे परिवार वालों को सरकार बड़ी राहत देने की योजना बना रही है। अब आप 5 किलो वाला छोटा गैस सिलेंडर का कनेक्शन बिना किसी एड्रेस प्रूफ के ले सकेंगे। इसका सबसे ज्यादा फायदा महानगरों में रह रहे प्रवासी लोगों को होगा। उन्हें उनके लिए एड्रेस प्रूफ इंतजाम करना मुश्किल होता है। ऐसे में नए नियम उनके लिए सुविधाजनक साबित होगा।