नयी दिल्ली ,03 जून । नीति आयोग के एसडीजी भारत सूचकांक 2020-21 में केरल ने अपनी शीर्ष स्थान बरकरार रखा है, जबकि बिहार का प्रदर्शन सबसे बुरा रहा। सतत विकास लक्ष्यों के लिए सूचकांक (एसडीजी) सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मापदंडों पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की प्रगति का मूल्यांकन करता है। एक रिपोर्ट के अनुसार केरल ने 75 अंक के साथ शीर्ष राज्य के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा, जबकि 74 अंक के साथ हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु को दूसरा स्थान मिला। इस साल के भारत सूचकांक में बिहार, झारखंड और असम सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्य हैं।नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने गुरुवार को भारत एसडीजी सूचकांक का तीसरा संस्करण जारी किया। केंद्र शासित प्रदेशों में 79 अंक के साथ चंड़ीगढ़ को शीर्ष स्थान मिला, जिसके बाद 68 अंक के साथ दिल्ली का स्थान रहा। वर्ष 2020-21 में सबसे अधिक बढ़त मिजोरम, हरियाणा और उत्तराखंड ने दर्ज की। उत्तराखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, मिजोरम, पंजाब, हरियाणा, त्रिपुरा, दिल्ली, लक्षद्वीप, अंडमान तथा निकोबार द्वीप समूह, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख 65 से अधिक अंक के साथ अग्रणी श्रेणी में रहे। भारत का कुल एसडीजी सूचकांक 2020-21 में छह अंकों के सुधार के साथ 60 से बढक़र 66 अंक हो गया। कुमार ने कहा, ‘‘एसडीजी भारत सूचकांक के जरिए एसडीजी की निगरानी के हमारे प्रयास को दुनिया भर में व्यापक रूप से सराहा गया है।एसडीजी पर एक समग्र सूचकांक की गणना करके हमारे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को श्रेणीबद्ध करने के लिए यह एक दुर्लभ डेटा आधारित पहल है।’’ नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा, ‘‘यह रिपोर्ट हमारे एसडीजी प्रयासों के दौरान तैयार की गई साझेदारी और उसकी मजबूती को दर्शाती है। इससे पता चलता है कि किस तरह मिलकर की गई पहलों के जरिए बेहतर नतीजे पाए जा सकते हैं।’’ इस सूचकांक की शुरुआत दिसंबर 2018 में हुई थी और यह देश में एसडीजी पर प्रगति की निगरानी के लिए प्रमुख साधन बन गया है। पहले संस्करण 2018-19 में 13 ध्येय, 39 लक्ष्यों और 62 संकेतकों को शामिल किया गया था, जबकि इस तीसरे संस्करण में 17 ध्येय, 70 लक्ष्यों और 115 संकेतकों को शामिल किया गया।
नई दिल्ली ,03 जून । जिन-जिन स्थानों पर बजाज ऑटो के निर्माण संयंत्र हैं, कंपनी ने आज उन सभी स्थानों पर 18 वर्ष से अधिक आयु के अपने सभी कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए कोविड -19 टीकाकरण अभियान शुरु करने की घोषणा की। कंपनी ने अपने आकुर्डी, चाकन और वालुज के संयंत्रों में टीकाकरण शिविर आरंभ किए हैं, जहाँ सभी कर्मचारियों, अनुबंधित कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को टीकाकरण की नि:शुल्क सुविधा प्रदान की जायेगी। 5 जून 2021 को पंतनगर स्थित संयंत्र में टीकाकरण अभियान आरंभ होगा और धीरे-धीरे देश भर में चरणबद्ध तरीके से इस कंपनी के सभी कर्मचारियों का टीकाकरण किया जायेगा।
सामूहिक टीकाकरण अभियान के तहत लगभग 20,000 बजाज ऑटो के कर्मचारियों, अस्थायी कर्मचारियों, अनुबंधित कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को कोविशील्ड वैक्सीन लगायी जायेगी। यह कंपनी पिछले चरण में 45 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों का टीकाकरण पहले ही कर चुकी है।
बजाज ऑटो में कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के सलाहकार -सी.पी. त्रिपाठी के अनुसार, इस महामारी के विरूद्ध भारत दो मोर्चों पर लड़ाई लड़ रहा है - चिकित्सा और आर्थिक। वैज्ञानिक तौर पर परीक्षित टीकों की उपलब्धता के साथ, हम इन दोनों चुनौतियों से प्रभावी तरीके से निपट सकते हैं। टीकाकरण करवाए हुए काम करने वाले लोगों के साथ, हम न केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों के भार को कम कर सकेंगे बल्कि अपनी आम आर्थिक गतिविधियों में भी तेज़ी से वापस लौट सकेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि इस टीकाकरण अभियान के पूर्ण होने के बाद हमारे कर्मचारी इस महामारी से संबंधित सभी प्रकार की चिंताओं से मुक्त हो जायेंगे।
नई दिल्ली ,03 जून । केंद्र सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के योग्यता प्रमाणपत्र की वैधता अवधि को वर्तमान सात वर्ष से बढ़ाकर आजीवन करने की घोषणा की। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि जिन उम्मीदवारों या छात्रों के प्रमाणपत्र की सात वर्ष की अवधि पूरी हो गई है, उनके बारे में संबंधित राज्य सरकार या केंद्र शासित प्रशासन टीईटी की वैधता अवधि के पुनर्निधारण करने या नया टीईटी प्रमाणपत्र जारी करने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे।पोखरियाल ने कहा कि शिक्षण क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने की दिशा में यह एक सकारात्मक कदम होगा। शिक्षक पात्रता परीक्षा एक व्यक्ति के लिए स्कूलों में शिक्षक के रूप में नियुक्ति को लेकर पात्र होने के लिए आवश्यक योग्यताओं में से एक है। राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के 11 फरवरी 2011 के दिशानिदेशरें में कहा गया है कि राज्य सरकार टीईटी का आयोजन करेंगी और टीईटी योग्यता प्रमाणपत्र की वैधता की अवधि परीक्षा पास होने की तिथि से सात वर्ष तक होगी ।
नयी दिल्ली ,03 जून । भारत में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के चलते एक बार फिर लॉकडाउन और प्रतिबंध लागू करने के चलते सेवा क्षेत्र की गतिविधियां आठ महीनों में पहली बार संकुचित हुई। एक मासिक सर्वेक्षण में यह बात कही गई। मौसमी रूप से समायोजित भारत सेवा व्यवसाय गतिविधि सूचकांक मई में गिरकर 46.4 पर आ गया, जो अप्रैल में 54 पर था। पीएमआई (पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स) की में 50 से ऊपर के अंक का अर्थ है कि गतिविधियों में विस्तार हो रहा है, जबकि 50 से नीचे का स्कोर संकुचन को दर्शाता है।आईएचएस मार्किट की प्रधान अर्थशास्त्री पोलियाना डी लीमा ने कहा, ‘‘कोविड-19 संकट की तीव्रता और इसके चलते लागू प्रतिबंधों ने भारतीय सेवा क्षेत्र के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मांग को कम कर दिया। कुल बिक्री आठ महीनों में पहली बार घटी, जबकि बाहरी ऑर्डर में गिरावट पिछले साल नवंबर के बाद सबसे अधिक थी।’’ रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सेवाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय मांग भी सुस्त रही और नए निर्यात कारोबार में छह महीने में सबसे तेज दर से गिरावट हुई। लीमा ने कहा कि इसका असर सेवा क्षेत्र में रोजगार की स्थिति पर भी पड़ा और बिक्री में कमी के चलते सेवा कंपनियों को मई के दौरान फिर से कार्यबल संख्या में कटौती के लिए मजबूर होना पड़ा।
नयी दिल्ली ,03 जून । फॉक्सवैगन पैसेंजर कार्स इंडिया ने गुरुवार को अपनी प्रीमियम गाड़ी पोलो का एक नया स्वचालित संस्करण पेश किया, जिसकी शोरूम कीमत 8.51 लाख रुपये है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि पोलो कम्फर्टलाइन 6-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ एक लीटर टर्बोचार्ज पेट्रोल इंजन के साथ आता है और इसमें 17.7 सेमी ब्लॉपंक्ट म्यूजिक सिस्टम के साथ ऑटोमैटिक एयर-कंडीशनिंग की सुविधा है। फॉक्सवैगन पैसेंजर कार्स इंडिया के ब्रांड निदेशक ने कहा, ‘‘पोलो इस खंड में एक मजबूत दावेदार बना हुआ है, और इस घोषणा के माध्यम से हमारी कोशिश ग्राहकों के साथ लगातार जुड़ाव बनाए रखने की है।’’ कंपनी ने कहा कि ग्राहक उसकी वेबसाइट के जरिए पोलो की ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं और अपने नजदीकी डीलरशिप पर भी जा सकते हैं।
नई दिल्ली ,02 जून । मैगी नूडल्स, किटकैट्स और नेस्कैफे बनाने वाली नेस्ले ने स्वीकारा है कि उसके 70प्रतिशत से अधिक फूड प्रोडक्टस सेहतमंद नहीं है। इसका मतलब यह है कि जिस मैगी को आप खा रहे है वो आपके सेहत के लिए अच्छा नहीं हो सकता है। दुनिया की सबसे बड़ी खाद्य कंपनी ने यह भी स्वीकार किया कि उसके कुछ प्रोडक्ट कभी भी स्वस्थ नहीं होंगे चाहे हम कितना भी नवीनीकरण करें। कंपनी ने अपनी एक रिपोर्ट जारी कर यह बताया है कि वह अपने प्रोडक्टस में न्यूट्रिशन वैल्यू की जांच में जुट गए है और साथ ही इसकी रणनिति पर भी काम कर रहे है। प्रोडक्ट सेहतमंद और टेस्टी हो इसपर पूरा काम किया जा रहा है।
कॉफी है सेहतमंद!
2021 की शुरुआत में किए गए एक सर्वे पर यह रिपोर्ट आधारित है। रिपोर्ट के अनुसार, नेस्ले के केवल 37 प्रतिशत उत्पादों ने ऑस्ट्रेलिया के स्वास्थ्य स्टार रेटिंग सिस्टम के तहत 3.5 या उससे अधिक की रेटिंग हासिल की है। कंपनी ने 3.5-स्टार रेटिंग को स्वास्थ्य की मान्यता प्राप्त परिभाषा माना। सिस्टम 5 स्टार के पैमाने पर खाद्य पदार्थों को रेट करता है और अंतरराष्ट्रीय समूहों द्वारा बेंचमार्क के रूप में उपयोग किया जाता है। कंपनी के खाद्य और पेय पोर्टफोलियो में से 70प्रतिशत उत्पाद शुद्ध कॉफी को छोडक़र 90त्न पेय पदार्थों के साथ कटौती करने में विफल रहे। हालांकि, पानी और डेयरी उत्पादों ने 82 फीसदी पानी और 60 फीसदी डेयरी के साथ बेहतर प्रदर्शन किया। हमने अपने उत्पादों में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। लेकिन हमारा पोर्टफोलियो अभी भी स्वास्थ्य की कैटगरी खराब है। स्विस कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह अपनी पोषण और स्वास्थ्य रणनीति को अपडेट करने के लिए एक कंपनी-व्यापी परियोजना पर काम कर रही है और यह सुनिश्चित करने के लिए अपने पूरे पोर्टफोलियो को देख रही है कि उसके उत्पादों ने लोगों की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद की।