नई दिल्ली ,11 जून । गुजरात के वापी स्थित ग्लोबल मेडटेक कंपनी, मेरिल ने आज घोषणा की है कि कोविड-19 के लिए स्वयं उपयोग में लाए जाने वाले रैपिड एंटीजन टेस्ट को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) से मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि यह स्वदेशी रूप से विकसित परीक्षण संक्रामक व्यक्तियों में सार्स-कॉव-2 वायरस का सटीक ढंग से पता लगा सकता है और इसलिए इसका उपयोग रोगसूचक व्यक्तियों और पुष्टि किए गए कोरोना वायरस मामलों के तत्काल संपर्कों के परीक्षण के लिए किया जा सकता है। यह आईसीएमआर के हाल के दिशानिर्देशों के अनुरूप है। मेरिल के घरेलू उपयोग वाले रैपिड एंटीजन परीक्षण, कोविड-19 परीक्षण करेंगे और साथ ही राष्ट्र को कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए लगातार जांच की बढ़ी हुई मांग को पूरा करने में भी मदद करेंगे। उच्च गुणवत्ता वाले रैपिड एंटीजन परीक्षण के प्रावधान से पहले पहुंच से बाहर या कम सुविधा वाले क्षेत्रों में भी स्क्रीनिंग तक पहुंच संभव हो सकेगी।
पर स्व-परीक्षण के लिए कोविफाइंड परीक्षण मध्यम से उच्च वायरल लोड वाले व्यक्तियों में अत्यधिक प्रभावी है। यह खासकर उन व्यक्तियों के मामले में संक्रमण का पता लगाने में मददगार होगा, जो दूसरों को बीमारी प्रसारित करने की अधिक आशंका रखते हैं। अलगाव सुनिश्चित करने, तत्काल संपर्कों का पता लगाने और यदि आवश्यक हो तो उपचार सुनिश्चित करने के लिए मामलों का शीघ्र पता लगाना महत्वपूर्ण है। परीक्षण भी तेजी से परिणाम देता है। यह केवल 15 मिनट में सटीक परिणाम प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, परीक्षण में किसी खास तरह के भंडारण या प्रशीतन की आवश्यकता नहीं होती है, इस प्रकार वितरण आसान और सुविधाजनक होता है।
परीक्षण की कीमत 250 रुपये है और इसे 3, 5 और 25 परीक्षणों के पैक के विकल्पों के साथ-साथ सिंगल-पैक के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा। प्रत्येक परीक्षण किट में एक परीक्षण उपकरण, एक नेजल स्वाब और एक पहले से भरी हुई बफर ट्यूब सहित परीक्षण सामग्री रहती है। इसके अलावा कोई अतिरिक्त उपकरण जरूरी नहीं है। किट में उपयोग के लिए निर्देश (आईएफयू) पत्रक भी होगा, जिसमें एक डिस्पोजेबल बैग के साथ परीक्षण के प्रशासन, संचालन और उपयोग के बाद के निपटान प्रक्रिया का चरणबद्ध विवरण होगा। परीक्षण के उपयोग के बाद, नाक के स्वाब को प्रदान की गई लाइसिस बफर ट्यूब में डाला जाता है, जो सार्स-कॉव-2 और अन्य वायरस को निष्क्रिय कर देता है। इसके बाद ट्यूब और अन्य परीक्षण सामग्री को उपलब्ध कराए गए डिस्पोजेबल बैग में रखा जाना चाहिए, जो सुरक्षित निपटान सुनिश्चित करने के लिए उच्च स्तर की जैव सुरक्षा प्रदान करता है।
नई दिल्ली ,10 जून । भारतीय ब्रांडों पर ब्रांड फाइनेंस की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, दूरसंचार और डिजिटल संचार क्षेत्र की प्रमुख कंपनी रिलायंस जियो भारत का सबसे मजबूत ब्रांड है।
ब्रांड फाइनेंस के अनुसार, जियो दुनिया का सबसे मजबूत टेलीकॉम ब्रांड भी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि केवल 2016 में स्थापित होने के बावजूद, जियो तेजी से भारत में सबसे बड़ा मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर बन गया है और लगभग 400 मिलियन ग्राहकों के साथ दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर बन गया है।
सस्ती योजनाओं वाली कंपनी ने भारत में लाखों उपयोगकर्ताओं को मुफ्त में 4जी की पेशकश की और साथ ही साथ भारतीय इंटरनेट का उपभोग करने के तरीके को बदल दिया - जिसे जियो प्रभाव के रूप में जाना जाता है।
जैसा कि ब्रांड की ताकत ब्रांड वैल्यू के प्रमुख ड्राइवरों में से एक है, इस साल जियो पहली बार भारत के शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान ब्रांडों में से एक है।
ब्रांड फाइनेंस के वैल्यूएशन डायरेक्टर सेवियो डिसूजा ने कहा, देशभर में जियो ब्रांड का प्रभुत्व ब्रांड फाइनेंस के मूल बाजार अनुसंधान के परिणामों से स्पष्ट है। जियो सभी मेट्रिक्स में भारत में अपने टेलीकॉम प्रतियोगियों की तुलना में उच्चतम स्कोर पर है।
देश के जियो के अलावा पांच सबसे मजबूत ब्रांडों में ताज, मारुति सुजुकी, एचडीएफसी बैंक और ब्रिटानिया शामिल हैं।
इसके अलावा, टाटा समूह ने 21.3 अरब डॉलर के ब्रांड मूल्य के साथ भारत के सबसे मूल्यवान ब्रांड का खिताब बरकरार रखा है।
नई दिल्ली ,10 जून । टाटा मोटर्स ने कॉम्पैक्ट एसयूवी नेक्सॉन के चुनिंदा वेरिएंट को बंद करने का फैसला किया है। ऑटोमेकर ने एक बयान में कहा, अपने ग्राहकों के लिए विकल्पों को आसान बनाने को लेकर टाटा मोटर्स ने चुनिंदा वेरिएंट को बंद करने और अन्य में अपडेट पेश करने का विकल्प चुना है।
वर्तमान में नेक्सॉन 20 वेरिएंट में उपलब्ध है, जो विभिन्न मूल्य बिंदुओं पर अलग-अलग विशेषताओं के साथ पेश की जाती है। कॉम्पैक्ट एसयूवी अपने सेगमेंट में सबसे अधिक पसंद की जाने वाली कार में से एक है।
कंपनी के मुताबिक, फिलहाल नेक्सॉन की रेंज में पेट्रोल में 12 वेरिएंट और डीजल में आठ वेरिएंट ऑटोमैटिक और मैनुअल ट्रांसमिशन ऑप्शन के साथ शामिल हैं।
न्यू फॉरएवर के अपने ब्रांड वादे को ध्यान में रखते हुए और ग्राहकों को अधिक वैल्यू प्रदान करने के उद्देश्य से, टाटा मोटर्स बाजार की प्रतिक्रिया के अनुरूप समय-समय पर ट्रिम्स और वेरिएंट के अपने पोर्टफोलियो को परिष्कृत और ताजा करती रहती है।
नई दिल्ली ,10 जून । आईटी सॉल्यूशन कंपनी कोफोर्ज लिमिटेड और एडटेक कंपनी टैलेंटस्प्रिंट ने नए इंजीनियरिंग स्नातकों को बिजनेस प्रोसेस ऑटोमेशन और लो-कोड प्लेटफॉर्म में दक्ष प्रोफेशनल बनाने के लिए समर स्कूल प्रोग्राम की घोषणा की है। इन कंपनियों ने आज यहां जारी बयान में कहा कि यह आईटी करियर बनाने के इच्छुक युवा प्रोफेशनलों के लिए एक अवसर है। 10वीं, 12वीं और बीटेक/बीई में कम से कम 60 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले 2020 या 2021 के इंजीनियरिंग ग्रेजुएट 15 जून से शुरू होने जा रहे इस तीन महीने के समर स्कूल प्रोग्राम का हिस्सा बन सकते हैं। इसके लिए आवेदन स्वीकारे जा रहे हैं। प्रोग्राम में 250 लोगों को शामिल किया जाएगा। सफल छात्रों को कोफोर्ज में करियर शुरू करने का मौका मिलेगा।
मार्केट्स एंड मार्केट्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर लो-कोड डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म (एलसीडीपी) का कारोबार 2020 में 13.2 अरब डॉलर था, जिसके 28 प्रतिशत से ज्यादा की सालाना वृद्धि के साथ 2025 तक 45.5 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है। महामारी के कारण पैदा हुए नए हालात में अपने इनोवेशन और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन एजेंडा पर बढऩे के लिए ज्यादा से कंपनियां लो-कोड प्लेटफॉर्म की ओर से रुख करेंगी, जिससे इस सेक्टर को फायदा होगा।
गार्टनर का अनुमान है कि 2025 के अंत तक लो-कोड प्लेटफॉर्म के क्षेत्र में आधे से ज्यादा मांग गैर आईटी सेक्टर से आएगी। अनुमान है कि बिजनेस ऑटोमेशन की बढ़ती जरूरत से 2022 तक एलसीडीपी की मांग में तेज उछाल आएगात्र वैश्विक बीपीएम/बीपीए मार्केट भी 12.2 प्रतिशत की दर से बढ़ते हुए 2020 के 9.8 अरब डॉलर से 2026 तक 19.6 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा।
नयी दिल्ली ,10 जून । केंद्र सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर महेश कुमार जैन का कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया। आरबीआई के अनुसार श्री जैन का मौजूदा कार्यकाल इस वर्ष 21 जून को समाप्त होने के बाद उन्हें 22 जून से दो साल के लिए या अगला आदेश आने तक के लिए, इनमें से जो भी पहले होगा, फिर से डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है।
श्री जैन को जून 2018 में तीन साल के लिए डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था। वह आरबीआई में नियुक्ति से पहले आईडीबीआई बैंक के प्रबंध निदेशक थे। उन्होंने आईडीबीआई बैंक से जुडऩे से पहले इंडियंन बैंक का नेतृत्व किया था।
नई दिल्ली ,09 जून । डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म फोनपे ने आज घोषणा की कि उसने 30 करोड़ पंजीकृत उपयोगकर्ताओं की उपलब्धि हासिल कर ली है। कंपनी ने मई में 12.5 करोड़ मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता (एमएयू) और 390 अरब डॉलर से अधिक की वार्षिक टीपीवी का आकंडा पार किया है। इसका मर्चेंट नेटवर्क भी पूरे भारत में तेजी से बढ़ रहा है, और अब भारत में 11,000 कस्बों और तालुकाओं में 2 करोड़ से अधिक ऑफ़लाइन व्यापारी इससे जुड़े हैं।
फोनपे ने नवंबर 2020 में 25 करोड़ पंजीकृत उपयोगकर्ताओं का आंकड़ा पार कर लिया था, और 6 महीने से भी कम समय में 5 करोड़ पंजीकृत उपयोगकर्ताओं को जोड़ा है। मार्च 21 में, फोनपे एक महीने में एक अरब से अधिक यूपीआई लेनदेन को संसाधित करने वाला बन गया, और तब से हर महीने अपने प्लेटफॉर्म पर एक अरब से अधिक यूपीआई लेनदेन कर रहा है।