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ब्रिटिश सुरक्षा परिषद ने अदाणी विझिंजम पोर्ट को प्रदान किया अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार
Posted Date : 21-Mar-2024 2:57:36 am

ब्रिटिश सुरक्षा परिषद ने अदाणी विझिंजम पोर्ट को प्रदान किया अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार

तिरुवनंतपुरम  । श्रमिकों और कार्यस्थलों को स्वस्थ व सुरक्षित रखने की प्रतिबद्धता के लिए अदाणी विझिंजम पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (एवीपीपीएल) को ब्रिटिश सुरक्षा परिषद से 2023 के लिए अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार प्रदान किया गया है।
एवीपीपीएल अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार 2024 में विशिष्टता पुरस्कार हासिल करने वाले दुनिया भर के 269 संगठनों में से एक है।
अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (एपीएसईज़ेड) के सीईओ अश्वनी गुप्ता ने कहा,यह उपलब्धि उच्चतम सुरक्षा मानकों को बनाए रखने के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह हमारी पूरी टीम के समर्पण और कड़ी मेहनत का परिणाम है।
एपीएसईज़ेड, अदाणी समूह का एक हिस्सा है। यह अपने बंदरगाह गेट से ग्राहक गेट तक एंड-टू-एंड सुविधा प्रदान करता है।
ब्रिटिश सुरक्षा परिषद के मुख्य कार्यकारी माइक रॉबिन्सन ने इस उपलब्धि के लिए अदाणी विझिंजम पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड को बधाई देते हुए कहा कि वहां काम करने वाले सभी लोगों को इस उपलब्धि पर गर्व होना चाहिए।
एपीएसईज़ेड पश्चिमी व पूर्वी तट पर स्थित सात-सात बंदरगाहों और टर्मिनलों के साथ भारत में सबसे बड़ा बंदरगाह डेवलपर और ऑपरेटर है।
कंपनी कोलंबो, श्रीलंका में एक ट्रांसशिपमेंट पोर्ट भी विकसित कर रही है और इजऱाइल में हाइफ़ा पोर्ट का संचालन करती है।

 

स्टार्टअप के लिए उच्चतम बाजार पूँजीकरण से अधिक महत्वपूर्ण है सुशासन : उद्योग जगत
Posted Date : 21-Mar-2024 2:57:13 am

स्टार्टअप के लिए उच्चतम बाजार पूँजीकरण से अधिक महत्वपूर्ण है सुशासन : उद्योग जगत

नई दिल्ली  ।  बायजूज जैसी कुछ भारतीय डिजिटल कंपनियाँ, जिनकी वैल्यूएशन एक समय 22 अरब डॉलर थी, कॉरपोरेट गवर्नेंस के मुद्दों में उलझ गई हैं। उद्योग के शीर्ष नेताओं का कहना है कि उच्चतम बाजार पूँजकरण पर पहुँचने की तुलना में ईमानदारी और सुशासन के साथ एक साफ-सुथरी कंपनी चलाना अधिक महत्वपूर्ण है।
अनुभवी निवेशक और इन्फो एज के संस्थापक संजीव बिखचंदानी ने फिनटेक क्षेत्र की प्रमुख कंपनी क्रेड के संस्थापक कुणाल शाह के साथ बातचीत में कहा कि कंपनी के नेतृत्वकर्ता की भूमिका स्टॉक बेचने की नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करने की है कि जब कोई और अपना स्टॉक बेचना चाहता है, तो पर्याप्त खरीदार हों। उन्होंने सीआरईडी क्यूरियस के नवीनतम एपिसोड में शाह से कहा, एक नेता को सभी शेयरधारकों के लिए कंपनी बनाने की ज़रूरत होती है, और यह सुनिश्चित करना होता है कि हर कोई अमीर हो, न कि केवल खुद।
शाह ने कहा कि संस्थापकों को सह-संस्थापकों, सहकर्मियों और शेयरधारकों से बात कर विश्वास बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, विश्वास के सिद्धांत सत्यनिष्ठा, निरंतरता, सक्षमता, परोपकार हैं; सभी की मौजूदगी विश्वास की गारंटी नहीं देती, लेकिन किसी की अनुपस्थिति अविश्वास पैदा करती है। उनके मुताबिक, एक व्यक्ति की गलती पूरे पारिस्थितिकी तंत्र पर असर डालती है। उद्योग के दिग्गजों ने तर्क दिया, 10 वर्षों में कई अधिक लाभदायक और बड़ी भारतीय इंटरनेट कंपनियाँ होंगी। हम सभी पारिस्थितिकी तंत्र के भागीदार हैं और क्षमता, निर्णय, व्यवहार की हर त्रुटि हम सभी को प्रभावित करती है।
ईमानदार कार्यप्रणाली और सुशासन के साथ एक साफ-सुथरी कंपनी चलाना उच्चतम बाजार पूँजीकरण से भी अधिक महत्वपूर्ण है। भीकचंदानी ने संस्थापकों को कंपनी को केवल तभी सार्वजनिक करने की सलाह दी जब मुनाफा इसका समर्थन करने के लिए पर्याप्त हों। वहीं, शाह ने सुझाव दिया कि कंपनियों को केवल तभी सार्वजनिक होना चाहिए जब वे एक सार्वजनिक कंपनी की तरह आठ तिमाहियों को चला चुकी हों।

 

प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण : नवाचार के साथ अग्रणी उपभोक्ता अनुभव के प्रति रियलमी का समर्पण
Posted Date : 20-Mar-2024 4:04:54 am

प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण : नवाचार के साथ अग्रणी उपभोक्ता अनुभव के प्रति रियलमी का समर्पण

नई दिल्ली   । आज के तेजी से विकसित हो रहे डिजिटल परिदृश्य में प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण एक परिवर्तनकारी आंदोलन के रूप में उभरा है। यह अवधारणा केवल अभूतपूर्व नवाचारों के निर्माण के बारे में ही नहीं है, यह यह सुनिश्चित करने के बारे में भी है कि सामाजिक-आर्थिक या भौगोलिक बाधाओं के बावजूद ये प्रगति सभी के लिए सुलभ हो।
यह समावेशी दृष्टिकोण एक न्यायसंगत डिजिटल भविष्य को आकार देने में सहायक है, जहां प्रौद्योगिकी के लाभ सभी के लिए सुलभ होते हैं।
रियलमी इस आंदोलन की अगुआ है। यह एक वैश्विक तकनीकी ब्रांड है, जो अपने यूजर केंद्रित दर्शन के साथ खड़ा है। कंपनी अपने यूजर्स की आवश्यकताओं को समझने और उनके रोजमर्रा के जीवन को बेहतर बनाने वाली अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ है। टेक्नोलॉजी को लोकतांत्रिक बनाने के लिए रियलमी के प्रयास लगातार और उल्लेखनीय रहे हैं, जो व्यापक स्तर पर दर्शकों की पहुंच के भीतर उन्नत तकनीक लाने के उसके मिशन को दर्शाता है।
इस प्रतिबद्धता का प्रतीक रियलमी की नवीनतम पेशकश नार्जो 70 प्रो 5जी है। एयर जेस्चर, रेनवॉटर टच और 3डी वीसी कूलिंग सिस्टम जैसे इनोवेटिव फीचर्स से लैस यह स्मार्टफोन हाई-एंड टेक्नोलॉजी को सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए रियलमी के समर्पण का प्रतीक है।
एयर जेस्चर भौतिक संपर्क के बिना नियंत्रण की अनुमति देकर उपयोगकर्ता के संपर्क में क्रांतिकारी बदलाव लाता है, जबकि रेनवाटर टच स्क्रीन गीली होने पर भी निर्बाध कार्यक्षमता सुनिश्चित करता है। 3डी वीसी कूलिंग सिस्टम उपयोग के दौरान डिवाइस के जरूरी तापमान को बनाए रखकर इसके प्रदर्शन को बेहतर बनाए रखता है। ये सुविधाएं मात्र ऐड-ऑन नहीं हैं, बल्कि अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और व्यावहारिक उपयोगिता के बीच अंतर को पाटने की रियलमी की रणनीति के अभिन्न अंग हैं।
हालांकि, रियलमी का दृष्टिकोण अपने उपकरणों में उन्नत सुविधाओं को शामिल करने से परे है। ब्रांड का लक्ष्य दुनिया भर के युवा यजर्स को अपेक्षाओं से अधिक तकनीकी अनुभवों का आनंद प्रदान करना है। प्रदर्शन, फोटोग्राफी और डिज़ाइन पर ध्यान केंद्रित करके, रियलमी युवा पीढ़ी के लिए उन्नत तकनीक लाने का प्रयास करता है, ताकि उन्हें इन नवाचारों तक अधिक तेज़ी से पहुंचने और उनका आनंद लेने में सक्षम बनाया जा सके।
भविष्य को देखते हुए, रियलमी प्रौद्योगिकी को लोकतांत्रिक बनाने के अपने मिशन को और आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। ब्रांड संयुक्त रूप से नवोन्वेषी उत्कृष्ट प्रौद्योगिकी विकसित करने के लिए 33 से अधिक शीर्ष अंतरराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी भागीदारों के साथ सहयोग करने की योजना बना रहा है। अनुसंधान और विकास खर्च में 470 प्रतिशत की अनुमानित वृद्धि और अपने वैज्ञानिक अनुसंधान कर्मियों के 400 प्रतिशत के अनुमानित विस्तार के साथ, रियलमी अपने दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदलने के लिए तैयार है।
ब्रांड रियलमी अपनी निर्यात योजनाओं को मजबूत करने, दुनिया भर के कई बाजारों में अपनी विविध उत्पाद श्रृंखला के निर्बाध वितरण की सुविधा प्रदान करने के लिए भी प्रतिबद्ध है। कंपनी का यह दृष्टिकोण न केवल वैश्विक स्तर पर ग्राहकों की अपेक्षाओं को पूरा करने, बल्कि उनसे आगे निकलने के लिए रियलमी के समर्पण को दर्शाता है।
प्रौद्योगिकी को लोकतांत्रिक बनाने के लिए रियलमी की प्रतिबद्धता कॉर्पोरेट बयानबाजी से परे है। यह कंपनी के कार्यों, उत्पादों और रणनीतिक रोडमैप में परिलक्षित होता है। नार्जो 70 प्रो इस प्रतिबद्धता का उदाहरण है। यह दर्शाता है कि कैसे उन्नत तकनीक को रोजमर्रा की जिंदगी में सहजता से एकीकृत किया जा सकता है।
जैसे-जैसे हम भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं, रियलमी जैसी कंपनियां एक समावेशी तकनीकी परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी, जहां नवाचार एक विशेषाधिकार नहीं, बल्कि एक सार्वभौमिक अधिकार है। अपनी अटूट प्रतिबद्धता के माध्यम से, रियलमी वास्तव में प्रौद्योगिकी को और अधिक लोकतांत्रिक बना रहा है, एक समय में एक स्मार्टफोन।

 

अदाणी समूह वित्तवर्ष 2024-25 में 1.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगा
Posted Date : 20-Mar-2024 4:04:27 am

अदाणी समूह वित्तवर्ष 2024-25 में 1.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगा

नई दिल्ली  । तेज विकास के अगले चरण के लिए मंच तैयार करने के प्रयास में अदाणी समूह ने अगले वित्तवर्ष (2024-25) में अपनी कंपनियों में लगभग 14 अरब डॉलर (करीब 1.2 लाख करोड़ रुपये) के निवेश का लक्ष्य रखा है।
सूत्रों ने बताया कि समूह अगले वित्तवर्ष में हरित ऊर्जा, हवाईअड्डों, सीमेंट, कमोडिटी जैसे पोर्टफोलियो में 14 अरब डॉलर का निवेश करेगा।
अदाणी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष गौतम अडाणी पहले ही कह चुके हैं कि वह अगले 10 साल में देश की हरित ऊर्जा यात्रा में अनुमानित 100 अरब डॉलर का निवेश करेंगे, जिसमें 2027 तक सौर विनिर्माण क्षमता बढ़ाकर 10 गीगावॉट करने की योजना शामिल है।
सूत्रों के मुताबिक, वित्तवर्ष 2024-25 के लिए अनुमानित पूंजीगत व्यय समूह की कंपनियों द्वारा आगामी 31 मार्च को समाप्त हो रहे वित्तवर्ष के अनुमान से 40 प्रतिशत अधिक है।
पूंजीगत व्यय का 70 प्रतिशत से अधिक हिस्सा नवीकरणीय ऊर्जा जैसे हरित पोर्टफोलियो में जाएगा और बाकी का उपयोग विश्वस्तरीय हवाईअड्डों जैसे प्रमुख बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए किया जाएगा।
समूह की कंपनियों के एकीकृत लाभ में दिसंबर 2023 में समाप्त तीसरी तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 63.6 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई। इसके परिणामस्वरूप, कैलेंडर वर्ष 2023 में कंपनी का कर पूर्व लाभ 78,823 करोड़ रुपये (9.5 अरब डॉलर) रहा। यह वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में ढाई गुना है जबकि वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले 37.8 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी ने कहा कि 31 दिसंबर 2023 के अंत में 44,572 करोड़ रुपये (5.4 अरब डॉलर) की नकदी के साथ समूह की उच्च तरलता बनी हुई है।
कंपनी ने एक बयान में कहा था कि कोर इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म ने पिछले 12 महीने में 66,208 करोड़ रुपये (आठ अरब डॉलर) का कर पूर्व लाभ अर्जित किया है, जो पहले के एक साल के मुकाबले 35.4 फीसदी अधिक है।
एसएंडपी ग्लोबल और मूडीज सहित घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों ने सभी प्रमुख अदाणी कंपनियों के लिए परिदृश्य को सकारात्मक रूप से संशोधित किया है।

 

वाहन कंपनियों की नजर शहरों के मुकाबले गांव-देहात पर, वित्तीय वर्ष 25 में 5 फीसदी तक बढ़ सकती है बिक्री
Posted Date : 19-Mar-2024 4:26:44 am

वाहन कंपनियों की नजर शहरों के मुकाबले गांव-देहात पर, वित्तीय वर्ष 25 में 5 फीसदी तक बढ़ सकती है बिक्री

नईदिल्ली। पिछले कुछ वर्षों में गांव-देहात में शहरों के मुकाबले ज्यादा यात्री वाहन बिक रहे हैं। यह देखकर यात्री वाहन कंपनियां छोटे शहरों एवं नए बाजारों में कारोबार फैलाने में जुट गई हैं। वाहन उद्योग का अनुमान है कि वर्ष 2024-25 में यात्री वाहनों की बिक्री औसतन 3-5 प्रतिशत बढ़ सकती है। इस उद्योग के प्रतिनिधियों के अनुसार गांव-देहात में यात्री वाहनों की बिक्री परवान चढ़ते देख वहां कारोबारी तंत्र का विस्तार करना जरूरी हो गया है। वर्ष 2023-24 में यात्री वाहनों की कुल बिक्री 42 लाख रहने का अनुमान है।
मारुति सूजुकी इंडिया में वरिष्ठ कार्याधिकारी (प्रचार एवं बिक्री) शशांक श्रीवास्तव कहते हैं, ‘पिछले कुछ वर्षों के दौरान ग्रामीण इलाकों में शहरी क्षेत्र की तुलना में यात्री वाहनों की बिक्री अधिक रही है। कोविड महामारी के दौरान जब शहरी इलाकों में बिक्री की रफ्तार पर ब्रेक लग गया था तब गांव-देहात में ऐसे वाहनों की बिक्री फर्राटा भर रही थी। यात्री वाहनों की कुल बिक्री की बात करें तो इसका लगभग 32-33 प्रतिशत हिस्सा गांव-देहात झटक लेते हैं। मतलब साफ है कि हमें देश के ग्रामीण इलाकों में अपना कारोबार फैलाने पर अब औरअधिक ध्यान देना होगा।’
इस समय मारुति की 45 प्रतिशत कारें गांव-देहात में ही बिकती हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि वर्ष 2018-19 में आंकड़ा लगभग 38 प्रतिशत रहा था।
टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने बताया, ‘वित्त वर्ष 2024 में टाटा मोटर्स की कारों की बिक्री वित्त वर्ष 2020 की तुलना में 5 गुना अधिक रही है। इनमें गांव-देहात में बिक्री 40 प्रतिशत तक रही है।’
चंद्रा ने कहा कि ग्राहकों के करीब पहुंचने के लिए कंपनी ने बिक्री एवं मरम्मत आदि सुविधाएं तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने ऐसे 800 से अधिक केंद्र (आउटलेट) स्थापित किए हैं जो आस-पास के शहरों के करीब हैं और विशेष तौर पर ग्रामीण ग्राहकों को अपनी सेवाएं देते हैं। चंद्रा ने कहा कि कंपनी ने 135 अनुभव वैन (मोबाइल शोरूम) भी स्थापित किए हैं।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा में मुख्य कार्याधिकारी (ऑटोमोटिव सेक्टर) नलिनीकांत गोलागुंटा ने कहा, ‘ग्रामीण क्षेत्रों में अब सडक़ सुविधाओं का काफी विकास हुआ है। सडक़ें सुधरने के बाद अब हम कारोबार फैलाने की योजना आगे बढ़ा रहे हैं ताकि ग्राहकों को आसानी हो। इससे हमें भी कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी।’
गोलागुंटा ने कहा कि देश के शहरी एवं ग्रामीण दोनों ही इलाकों में कंपनी की एसयूवी की बिक्री लगातार बढ़ रही है। अलबत्ता गांव-देहात के लिए यात्री वाहन कंपनियां थोड़ी अलग रणनीति अपना रही हैं।

 

शेयर बाजार ने शुरूआती बढ़त गंवाई, लाल निशान में फिसले निफ्टी और सेंसेक्स
Posted Date : 19-Mar-2024 4:26:28 am

शेयर बाजार ने शुरूआती बढ़त गंवाई, लाल निशान में फिसले निफ्टी और सेंसेक्स

मुंबई। वॉल स्ट्रीट से कमजोर संकेत और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स सोमवार को शुरुआती कारोबार में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 126.36 अंक चढक़र 72,769.79 अंक पर पहुंच गया। इसके बाद सेंसेक्स ने अपनी शुरूआती गिरावट गंवा दी और लगभग सपाट कारोबार कर रहा था। इसी तरह, एनएसई का निफ्टी-50 भी 20.65 अंक बढक़र 22,044 पर खुला।
हालांकि, बाद में दोनों बेंचमार्क इक्विटी सूचकांकों ने शुरुआती बढ़त खो दी और लाल निशान में फिसल गए। 30 शेयरों वाला बीएसई 118.03 अंक गिरकर 72,525.40 पर और निफ्टी 56.70 अंक गिरकर 21,953.70 पर कारोबार कर रहा था।
सेंसेक्स की कंपनियों में में महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स और एचसीएल टेक्नोलॉजीज ग्रीन निशान में कारोबार रहे है जबकि एशियन पेंट्स, पावर ग्रिड, टाइटन और मारुति लाल निशान में थे।
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग बढ़त पर कारोबार कर रहे थे। इसके अलावा अमेरिकी बाजार शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुए।
स्टॉक एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 848.56 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।
30 शेयरों वाला बीएसई बेंचमार्क शुक्रवार को 453.85 अंक या 0.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72,643.43 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 123.30 अंक या 0.56 प्रतिशत गिरकर 22,023.35 अंक के लेवल पर बंद हुआ था।