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कृषि, प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का नौ माह का निर्यात 13 प्रतिशत बढक़र 19.69 अरब डॉलर
Posted Date : 11-Feb-2023 4:08:40 am

कृषि, प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का नौ माह का निर्यात 13 प्रतिशत बढक़र 19.69 अरब डॉलर

नयी दिल्ली  । कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह (अप्रैल-दिसंबर, 2022) 13 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 19.7 अरब डॉलर रहा। जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इन वस्तुओं का निर्यात 17.5 अरब डॉलर था।
वाणिज्यिक सूचना एवं सांख्यिकी महानिदेशालय द्वारा जारी प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) द्वारा की गई पहल से इन नौ माह में चालू वित्त वर्ष में इन उत्पादों के कुल निर्यात के लक्ष्य का 84 प्रतिशत हासिल कर लिया गया है। वार्षिक लक्ष्य 23.6 अरब डालर है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-दिसंबर, 2022 में प्रसंस्कृत फलों और सब्जियों का निर्यात 30.36 प्रतिशत की वृद्धि तथा जबकि ताजे फलों और सब्जियों के निर्यात में एक साल पहले की इसी अवधि की तुलना में चार प्रतिशत बढ़ा।
प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों जैसे अनाज तैयार करना और विविध प्रसंस्कृत वस्तुओं का निर्यात सालाना आधार पर 24.35 प्रतिशत बढ़ा है। चालू वित्त वर्ष के नौ महीनों में दालों के निर्यात में 80.38 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है और यह इसके पिछले वित्त वर्ष के पहले नौ माह के 24.2 करोड़ डालर से बढक़र 43.6 करोड़ डालर हो गया है।
चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में बासमती चावल के निर्यात में 40.26 प्रतिशत की वृद्धि की दर्ज की गयी और यह एक साल पहले के 2.38 अरब डॉलर से बढक़र 3.38 अरब डॉलर रहा। गैर-बासमती चावल का निर्यात इसी दौरान चार प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4.66 अरब डालर के बराबर रहा।
अप्रैल-दिसंबर, 2022 में कुक्कुट उत्पादों के निर्यात में 91.70 प्रतिशत और अन्य अनाजों के निर्यात में 13.64 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। कुक्कुट उत्पादों का बढक़र 9.5 करोड़ डालर रहा। डेयरी उत्पादों में 19.45 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 47.1 करोड़ डालर हो गया।
इसी दौरान गेहूं के निर्यात में 4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और यह एक साल पहले की इसी अवधि के 1.45 अरब डालर से बढ़ कर 1.51 अरब डालर हो गया।
इसी दौरान अन्य अनाजों का निर्यात इससे पिछले वित्त वर्ष के 76.4 करोड़ डॉलर से बढक़र 86.9 अरब डालर रहा।
एपीडा के अध्यक्ष, एम अंगमुथु ने कहा, हम किसानों, निर्यातकों, प्रोसेसर और भारतीय मिशन जैसे सभी हितधारकों के साथ लगे हुए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि देश से गुणवत्तापूर्ण और उच्च मूल्य वाले कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात किया जाता है। 

 

बाजार में उथलपुथल के बीच आरबीआई का बड़ा बयान, भारत का बैंकिंग क्षेत्र मजबूत, ऋणदाताओं पर हमारी पैनी नजर
Posted Date : 05-Feb-2023 3:45:19 am

बाजार में उथलपुथल के बीच आरबीआई का बड़ा बयान, भारत का बैंकिंग क्षेत्र मजबूत, ऋणदाताओं पर हमारी पैनी नजर

मुंबई   । भारतीय रिजर्व बैंक  ने शेयर बाजार में उथलपुथल को लेकर उभरी चिंताओं के बीच कहा है कि भारत का बैंकिंग क्षेत्र मजबूत और स्थिर है। केंद्रीय बैंक ने इसके साथ ही यह भी कहा कि वह ऋणदाताओं पर लगातार पैनी नजर बनाए हुए है। आरबीआई ने बयान में कहा कि भारतीय बाजार में उथलपुथल पर भारतीय बैंकों के कर्ज के बारे में चिंता जताने वाली मीडिया रिपोर्टों को संज्ञान में लेते हुए वह लगातार बैंकिंग क्षेत्र की निगरानी कर रहा है। हालांकि, आरबीआई ने अडानी समूह का नाम नहीं लिया।
 आरबीआई ने कहा कि वर्तमान मूल्यांकन के अनुसार ‘‘बैंकिंग क्षेत्र जुझारू और स्थिर बना हुआ है। पूंजी पर्याप्तता, संपत्ति की गुणवत्ता, नकदी, प्रावधान प्रसार और लाभप्रदता से संबंधित विभिन्न मानदंड अच्छी स्थिति में हैं।
 केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘‘नियामक और पर्यवेक्षक के रूप में, आरबीआई वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए बैंकिंग क्षेत्र और प्रत्येक बैंक की लगातार निगरानी करता है। आरबीआई के पास बड़े ऋणों से संबंधित सूचनाओं का केंद्रीय संग्रह (सीआरआईएलसी) डेटाबेस प्रणाली है, जहां बैंक अपने पांच करोड़ और इससे अधिक के कर्ज की जानकारी देते हैं। इस जानकारी का इस्तेमाल निगरानी के लिए किया जाता है।
 बयान में कहा गया कि केंद्रीय बैंक सतर्क रहता है और लगातार भारतीय बैंकिंग क्षेत्र की स्थिरता की निगरानी करता है। बयान में आगे कहा गया कि बैंक बड़े कर्ज के ढांचे (एलईएफ) के दिशानिर्देशों का अनुपालन कर रहे हैं।

 

अडानी की धन जुटाने की क्षमता साल-दो साल में घट सकती है, पर अभी कर्ज का दबाव नहीं : मूडीज
Posted Date : 05-Feb-2023 3:45:01 am

अडानी की धन जुटाने की क्षमता साल-दो साल में घट सकती है, पर अभी कर्ज का दबाव नहीं : मूडीज

नयी दिल्ली   । वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वे
मूडीज ने एक बयान में कहा है कि अडानी समूह पर 2024-25 से पहले किसी बड़े कर्ज की देनदारी नहीं खड़ी होने वाली है पर अमेरिकी मंदडिया कंपनी की रिपोर्ट के बाद उसके शेयरों में मची उठापटक से उसकी विस्तार परियोजनाओं के लिए योजनानुसार कर्ज जुटाना आने वाले एक-दो साल में कठिन हो सकता है। पर मूडीज ने यह भी जोड़ा है कि ‘‘वह समझती है कि समूह क्षमता विस्तार के काम को आगे के लिए टालने की स्थिति में भी है।’’
अडानी समूह के बारे में अमेरिकी मंदडिया कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी की प्रतिकूल रिपोर्ट से शेयर बाजार में अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में उथल पुथल के बीच मूडीज द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है,‘अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, और अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड के लिए मूडी की रेटिंग उनके विनियमित बुनियादी ढाँचे के कारोबार के दीर्घावधि बिक्री अनुबंधों, या उनके मजबूत परिचालन नकदी प्रवाह और बाजार में उनकी प्रभावकारी स्थिति से जुड़ी है।
मूडीज ने कहा है कि अडानी समूह की कंपनियों का बाजार भाव तेजी से टूटने के बाद हमारा तत्काल ध्यान मुख्य रूप से सूह की उन कंपनियों की समग्र वित्तीय शक्ति का आकलन करने पर है जिनकी वित्तीय साख की वह रेटिंग करती है। इसमें उनकी तरलता की स्थिति और कर्ज चुकाने के लिए वित्तपोषण तथा कारोबार में विस्तार की इस समय चल रही पहलों के लिए धन की सुविधा का आकलन शामिल है।
मूडीज ने कहा है कि , जो भी है, इन प्रतिकूल घटनाओं से अगले 1-2 वर्षों में पहले से तय पूंजीगत व्यय के कार्यों और परिपच् हो रहे कर्जोँ के लिए कर्ज जुटोन की समूह की झमता कम होने के आसार हैं।
मूडीज ने हालांकि यह भी कहा है कि अडाणी समूह चाहते तो पूंजीगत व्यय को टाल भी सकता है। बयान में कहा गया है,हम मानते हैं कि पूंजीगत व्यय टाले जा सकतें हैं तथा जिन कंपनियों की हम साख निर्धारित करते हैं उन कोई बांड वित्त वर्ष 2024-25 से पहले परिपच् नहीं हो रहा है।’’
अडानी समूह के बारे में इसी तरह की रिपोर्ट आज फिच रेटिंग ने भी जारी की है।

 

 

गौतम अडानी का बड़ा फैसला, रद्द किया 20000 करोड़ का एफपीओ, निवेशकों का पैसा करेंगे वापिस
Posted Date : 03-Feb-2023 3:34:57 am

गौतम अडानी का बड़ा फैसला, रद्द किया 20000 करोड़ का एफपीओ, निवेशकों का पैसा करेंगे वापिस

नई दिल्ली  । अडानी समूह ने अपने एफपीओ को लेकर बड़ा फैसला किया है। अडानी एंटरप्राइजेज ने कहा कि वो 20 हजार करोड़ रुपये के एफपीओ को रद्द कर रहे है। वहीं निवेशकों को पैसा लौटाने की बात भी कही है। अब इस एलान को लेकर गौतम अदाणी खुद वीडियो संदेश में दिखाई दिए हैं। गौतम अदाणी ने अपने बयान में कहा है कि पूरी तरह से सब्सक्राइब्ड एफपीओ के बाद कल इसे वापस लेने के फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया होगा। लेकिन कल देखे गए बाजार के उतार-चढ़ाव को देखते हुए बोर्ड ने दृढ़ता से महसूस किया कि एफपीओ के साथ आगे बढऩा नैतिक रूप से सही नहीं होगा।
उन्होंने आगे कहा, उद्यमी के रूप में 4 दशकों से अधिक की मेरी विनम्र यात्रा में मुझे सभी हितधारकों विशेष रूप से निवेशक समुदाय से भारी समर्थन प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है। मेरे लिए यह स्वीकार करना महत्वपूर्ण है कि मैंने जीवन में जो कुछ भी थोड़ा बहुत हासिल किया है, वह उनके विश्वास और भरोसे के कारण है। मैं अपनी सारी सफलता का श्रेय उन्हीं को देता हूं।
गौतम अदाणी ने कहा, मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है और सब कुछ गौण है। इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने एफपीओ वापस ले लिया है। इस निर्णय का हमारे मौजूदा परिचालनों और भविष्य की योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हम परियोजनाओं के समय पर क्रियान्वयन और डिलीवरी पर ध्यान देना जारी रखेंगे।
हमारी कंपनी के फंडामेंटल मजबूत हैं। हमारी बैलेंस शीट मजबूत है और संपत्ति मजबूत है। हमारा एबिट्डा स्तर और नकदी प्रवाह बहुत मजबूत रहा है और हमारे पास अपने ऋण दायित्वों को पूरा करने का एक त्रुटिहीन ट्रैक रिकॉर्ड है। हम दीर्घकालिक मूल्य निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे और विकास आंतरिक संसाधनों द्वारा प्रबंधित किया जाएगा। बाजार में स्थिरता आने के बाद हम अपनी पूंजी बाजार रणनीति की समीक्षा करेंगे।
उन्होंने आगे कहा, हमारा ईएसजी पर खासा फोकस है और हमारा हर बिजनेस जिम्मेदार तरीके से वैल्यू क्रिएट करता रहेगा। हमारे शासन के सिद्धांतों का सबसे मजबूत सत्यापन, कई अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों से आता है, जिन्हें हमने अपनी विभिन्न संस्थाओं में बनाया है। उन्होंने कहा, मैं इस अवसर पर एफपीओ को बेधडक़ समर्थन देने के लिए देश के भीतर और बाहर के हमारे निवेश बैंकरों, संस्थागत निवेशकों और शेयरधारकों को धन्यवाद देता हूं। पिछले सप्ताह स्टॉक में उतार-चढ़ाव के बावजूद, कंपनी, इसके व्यवसाय और इसके प्रबंधन में आपका विश्वास और विश्वास हम सभी के लिए बेहद आश्वस्त और विनम्र रहा है। हमें पूरा विश्वास है कि भविष्य में भी हमें सहयोग मिलता रहेगा।
गौर हो कि जिस एफपीओ को अदाणी की तरफ से वापस लिया गया है कि उसे मंगलवार तक पूरी तरह सब्सक्राइब कर लिया गया था। इसके बावजूद इसे वापस लेने और निवेशकों को पैसा लौटाने की एक वजह हिंडनबर्ग की वह रिपोर्ट मानी जा रही है, जिसकी वजह से अदाणी ग्रुप की कई कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, अदाणी एंटरप्राइजेज के एफपीओ के तहत 4.55 करोड़ शेयरों की पेशकश की गई थी, जबकि इसपर 4.62 करोड़ शेयरों के लिए आवेदन मिले थे। यानी पेशकश से 1.12 फीसदी ज्यादा आवेदन। गैर संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित 96.16 लाख शेयरों पर करीब तीन गुना बोलियां मिली थीं। वहीं पात्र संस्थागत खरीदारों के खंड के 1.28 करोड़ शेयरों पर पूर्ण अभिदान मिला था। हालांकि, एफपीओ को लेकर खुदरा निवेशकों और कंपनी के कर्मचारियों की प्रतिक्रिया ठंडी रही थी।
‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की पिछले हफ्ते आई रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है। गिरावट का यह सिलसिला बजट पेश होने के दिन भी जारी रहा। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में समूहों की कंपनियों का सामूहिक बाजार पूंजीकरण सात लाख करोड़ रुपये घट गया है।

 

अकाउंट निलंबन के खिलाफ ट्विटर पर अब कोई भी कर सकता है अपील
Posted Date : 03-Feb-2023 3:34:29 am

अकाउंट निलंबन के खिलाफ ट्विटर पर अब कोई भी कर सकता है अपील

नई दिल्ली । एलन मस्क द्वारा संचालित ट्विटर ने घोषणा की कि अब कोई भी उनके खाते के निलंबन के खिलाफ अपील कर सकता है। यह कदम पिछले हफ्ते की घोषणा का हिस्सा है कि ट्विटर अपने नियमों को तोडऩे वाले उपयोगकर्ता के खातों के खिलाफ कम गंभीर कार्रवाई करेगा, उन्हें विवादास्पद ट्वीट्स को हटाने और आगे बढऩे के लिए कहेगा। ट्विटर ने कहा, आज से कोई भी अनुरोध कर सकता है कि हम अपने नए मानदंडों के तहत बहाली के लिए निलंबित खाते की समीक्षा करें।
ट्विटर पर सभी खातों की तरह बहाल खातों को अभी भी ट्विटर के नियमों का पालन करना होगा।
कंपनी ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह केवल उन ट्विटर खातों को निलंबित करेगी जो उसके नियमों का बार-बार उल्लंघन करते हैं।
माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने कहा, हमारी नीतियों के बार-बार उल्लंघन पर कंपनी का खाता निलंबन का अधिकार आरक्षित रहेगा।
गंभीर उल्लंघनों में अवैध सामग्री या गतिविधि में शामिल होना, हिंसा या नुकसान के लिए उकसाना या धमकी देना, गोपनीयता का उल्लंघन, प्लेटफॉर्म में हेरफेर या स्पैम, और उपयोगकर्ताओं के लक्षित उत्पीडऩ में शामिल होना शामिल है।
ट्विटर ने कहा कि वह पहले से निलंबित खातों को रूप से बहाल कर रहा है।

 

वाई-फाई 6ई नेटवर्क को आईफोन 15 प्रो मॉडल तक सीमित कर सकता है एप्पल
Posted Date : 30-Jan-2023 4:15:56 am

वाई-फाई 6ई नेटवर्क को आईफोन 15 प्रो मॉडल तक सीमित कर सकता है एप्पल

सैन फ्रांसिस्को  । टेक कंपनी एप्पल वाई-फाई 6ई नेटवर्क को केवल आईफोन 15 प्रो मॉडल तक ही सीमित करेगी। एप्पल की ओर से साझा किए गए एक दस्तावेज में आईफोन 15 के एंटीना आर्किटैक्चर के डायग्राम दिखाए गए हैं।
दस्तावेज में आईफोन 15 प्रो मॉडल को डी8एक्स के रूप में लेबल किया गया था और संकेत दिया था कि तेज वाई-फाई 6ई को आईफोन 15 प्रो और आईफोन 15 प्रो मैक्स मॉडल तक ही सीमित होगा।
वर्तमान में वाई-फाई 6ई को पहले से ही आईफोन निर्माता के कुछ उत्पाद लाइनअप में जोड़ा जा चुका है, लेकिन यह नवीनतम आईपैड प्रो मैक मिनी और मैकबुक प्रो मॉडल तक ही सीमित है।
वाई-फाई 6ई मानक उपकरणों को राउटर और मोडेम से कनेक्ट करने में सक्षम बनाता है, जो इसका समर्थन करते हैं, हालांकि यह एक नई तकनीक है और अभी तक व्यापक रूप से उपयोग नहीं की जाती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वाई-फाई 6 की तुलना में, वाई-फाई 6ई अधिक बैंडविड्थ देता है, तेज कनेक्टिविटी गति, कम विलंबता और बढ़ी हुई क्षमता प्रदान करता है।
पिछले हफ्ते बार्कलेज के विश्लेषकों ब्लेन कर्टिस और टॉम ओ मैली ने भी यह जानकारी साझा की थी, लेकिन यह निर्दिष्ट नहीं किया था कि यह सुविधा सभी मॉडलों पर उपलब्ध होगी या प्रो मॉडल तक सीमित होगी।