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11 रुपये में विदेश जाने का मौका! होली पर इस देश की एयरलाइन ने पेश किया शानदार ऑफर
Posted Date : 26-Feb-2025 7:09:25 am

11 रुपये में विदेश जाने का मौका! होली पर इस देश की एयरलाइन ने पेश किया शानदार ऑफर

नई दिल्ली  ।  वियतनाम की वियतजेट एयरलाइन ने भारतीयों के लिए होली सेल का शानदार ऑफर पेश किया है। इस ऑफर के तहत भारतीय यात्रियों के लिए वन-वे इकोनॉमी क्लास का किराया महज 11 रुपये से शुरू हो रहा है।
बता दें कि यह ऑफर लिमिटेड टाइम पीरियड के लिए उपलब्ध है। इसके तहत आप 28 फरवरी 2025 तक टिकट बुक करा सकेंगे। इस ऑफर के तहत 10 मार्च से 30 सितंबर 2025 के बीच यात्रा कर सकेंगे। यह ऑफर भारत से वियतनाम के सभी रूट पर लागू होगा। हालांकि, सेल में ऑफर किये जा रहे किराये की राशि के अलावा टैक्स और एयर पोर्ट का अन्य शुल्क देना होगा। वियतजेट एयरलाइन के खास ऑफर के तहत भारतीय यात्री नई दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, कोच्चि, हैदराबाद और बेंगलुरु से वियतनाम के प्रमुख शहरों हनोई, हो ची मिन्ह सिटी और डा नांग के लिए फ्लाइट ले सकते हैं। टिकट बुकिंग वियतजेट की ऑफिशियल वेबसाइट और वियतजेट एयर मोबाइल ऐप के जरिये की जा सकती है।
वियतजेट एयरलाइन भारत और वियतनाम के बीच सबसे ज्यादा फ्लाइट वाली एयरलाइन बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। मार्च 2025 में वियतजेट बेंगलुरु और हैदराबाद से हो ची मिन्ह सिटी को जोडऩे वाली दो नई सीधी फ्लाइट शुरू करने जा रही है। इसके साथ भारत-वियतनाम के बीच इसके नेटवर्क में कुल 10 रूट हो जाएंगे और हर हफ्ते 78 फ्लाइट संचालित की जाएंगी। होली के इस जश्न को खास बनाने के लिए वियतजेट यात्रियों को फ्लाइट के दौरान खास मनोरंजन, फेस्टिव गिफ्ट और 10,000 मीटर की ऊंचाई पर अनोखे सरप्राइज देने का प्लान कर रहा है।

 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कॉपर पर संभावित शुल्क की जांच के दिए आदेश
Posted Date : 26-Feb-2025 7:09:01 am

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कॉपर पर संभावित शुल्क की जांच के दिए आदेश

वाशिंगटन  । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कॉपर के आयात से अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता को लेकर संबंधित खतरे की जांच के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। इस कार्यकारी आदेश के तहत एयरक्राफ्ट, वाहन, जहाज और दूसरे मिलिट्री हार्डवेयर बनाने में इस्तेमाल होने वाले मेटल पर नए शुल्क लगाए जा सकते हैं।
ट्रंप ने वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक को 1962 के व्यापार विस्तार अधिनियम की धारा 232 के तहत जांच करने का निर्देश दिया। जिसके अनुसार अगर कोई आयात संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करता है तो राष्ट्रपति को आयात प्रतिबंध लगाने की अनुमति है।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब ट्रंप अमेरिका के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने, अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करने और दूसरे नीतिगत लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए शुल्क का उपयोग कर रहे हैं।
व्हाइट हाउस ने एक फैक्ट शीट में कहा,  इस आयातित कॉपर से संयुक्त राज्य अमेरिका पर पडऩे वाले संभावित खतरे को लेकर जांच की जाएगी। इसका एक उद्देश्य घरेलू उद्योगों की सुरक्षा को लेकर किए जा रहे उपायों की जरूरत का आकलन करना भी होगा।
इसमें कहा गया है, जांच के बाद एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसमें कॉपर की सप्लाई चेन में कमजोरियों की पहचान की जाएगी और अमेरिका की घरेलू कॉपर इंडस्ट्री को और मजबूत करने को लेकर सिफारिशें दी जाएंगी।
एक सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के स्टील और एल्युमीनियम इंडस्ट्री की तरह, कॉपर इंडस्ट्री भी हमारे घरेलू उत्पादन पर हमला करने वाले ग्लोबल एक्टर्स द्वारा तबाह कर दी गई है।
उन्होंने ट्रुथ सोशल पर लिखा, हमारी कॉपर इंडस्ट्री को फिर से खड़ा करने के लिए, मैंने अपने वाणिज्य सचिव और यूएसटीआर से कॉपर के आयात की स्टडी करने और अमेरिकियों को बेरोजगार करने वाले अनुचित व्यापार को समाप्त करने का अनुरोध किया है। टैरिफ हमारे अमेरिकी कॉपर इंडस्ट्री को फिर से खड़ा करने और हमारी राष्ट्रीय रक्षा को मजबूत करने में मदद करेंगे।
यूएसटीआर अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि का संक्षिप्त नाम है।
उन्होंने आगे कहा, अमेरिकी उद्योग कॉपर पर निर्भर हैं और इसे अमेरिका में ही बनाया जाना चाहिए -- कोई छूट नहीं, कोई अपवाद नहीं! ‘अमेरिका फर्स्ट’ अमेरिकी नौकरियों का सृजन करता है और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करता है। कॉपर के ‘कम होम’ का समय आ गया है।
कानून के अनुसार, वाणिज्य सचिव के पास कॉपर के मुद्दे के संबंध में अपने विभाग के निष्कर्षों और सिफारिशों को राष्ट्रपति के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए 270 दिन हैं।
सचिव से रिपोर्ट प्राप्त करने के 90 दिनों के भीतर राष्ट्रपति को यह निर्धारित करना है कि क्या वह विभाग के निष्कर्षों से सहमत हैं या नहीं और फिर निर्णय लेते हैं।
हालांकि, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने अनुमान लगाया कि जांच प्रक्रिया ट्रंप के समय में तेजी से आगे बढ़ेगी।
ट्रंप ने पहले ही सभी स्टील और एल्युमीनियम आयातों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की योजना की घोषणा कर दी है, जबकि उनका प्रशासन अमेरिकी आयातों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की ओर बढ़ रहा है, जो अन्य देशों द्वारा अमेरिकी निर्यात पर लगाए जाने वाले शुल्कों से मेल खाएगा। वह कारों, चिप्स और फार्मास्यूटिकल्स पर संभावित टैरिफ लगाने पर भी विचार कर रहे हैं।

 

एसबीआई ने 2055 में अपने शताब्दी वर्ष के लिए नेट जीरो उत्सर्जन लक्ष्य किया निर्धारित
Posted Date : 25-Feb-2025 4:54:19 pm

एसबीआई ने 2055 में अपने शताब्दी वर्ष के लिए नेट जीरो उत्सर्जन लक्ष्य किया निर्धारित

मुंबई । भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) अपने शताब्दी वर्ष 2055 तक उत्सर्जन में नेट जीरो होने का लक्ष्य रखा है। एसबीआई के चेयरमैन चल्ला श्रीनिवासुलु सेट्टी ने हाल ही में यह जानकारी दी।
सेट्टी ने यह घोषणा एसबीआई ग्रीन मैराथन सीजन 5 कार्यक्रम में की, जिसे उन्होंने 5 किमी, 10 किमी और 21 किमी कैटेगरी में भाग लेने वाले 10,000 से ज्यादा रनर्स-कम ग्रीन इंडिया एम्बेसडर के साथ हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
2018 में अपनी स्थापना के बाद से, एसबीआई ग्रीन मैराथन भारत के मिशन लाइफ : पर्यावरण के लिए जीवन शैली’ के प्रति बैंक के ठोस समर्पण का प्रतीक बन गया है। यह बैंक की एक स्थायी भविष्य के लिए इसकी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को दिखाता है।
इस रोमांचक कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने अलग-अलग दौड़ की कैटेगरी में बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिसमें शीर्ष प्रदर्शन करने वालों को 21 किमी की दौड़ में 15,000 रुपये, 10,000 रुपये और 7,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया। इसी तरह 10 किमी की दौड़ में 10,000 रुपये, 7,000 रुपये और 5,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया।
एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल मैराथन एंड डिस्टेंस रेस द्वारा मैराथन के प्रमाणन ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया, जिससे उन्हें मैराथन समुदाय के भीतर वैश्विक मान्यता मिली।
सभी प्रतिभागियों को और अधिक प्रेरित करने के लिए, इस कार्यक्रम में दिग्गज धावक विनोद कुमार शर्मा, बरुन कुमार, विशाक कृष्णस्वामी, आशीष आर्य मौजूद थे।
इसके अलावा, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना की भागीदारी इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण थी।
मुंबई और जयपुर के बाद, एसबीआई ग्रीन मैराथन 2 मार्च को भोपाल और 9 मार्च, 2025 को दिल्ली में समाप्त होगी।
12 शहरों में अपने सीजन 5 की यात्रा के हिस्से के रूप में, एसबीआई ग्रीन मैराथन पहले ही विशाखापत्तनम, लखनऊ, चंडीगढ़, अहमदाबाद, पुणे, गुवाहाटी, भुवनेश्वर और पटना में आयोजित की जा चुकी है।
कंपनी के बयान के अनुसार, एसबीआई ग्रीन मैराथन हरित और अधिक सस्टेनेबल भारत के लिए बैंक की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
एसबीआई संपत्ति, जमा, शाखाओं, ग्राहकों और कर्मचारियों के मामले में देश का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बैंक है।
यह देश का सबसे बड़ा बंधक ऋणदाता भी है, जिसने अब तक 30 लाख से अधिक भारतीय परिवारों के घर खरीदने के सपने को पूरा किया है।
बैंक का होम लोन पोर्टफोलियो 6.93 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है। दिसंबर 2023 तक बैंक के पास 47.62 लाख करोड़ रुपये से अधिक का जमा आधार है, जिसका सीएएसए अनुपात 41.18 प्रतिशत है और 35.84 लाख करोड़ रुपये से अधिक का एडवांस है।
एसबीआई के पास होम लोन और ऑटो लोन में क्रमश: 26.5 प्रतिशत और 19.5 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी है।
भारत में इसकी 22,400 से अधिक शाखाओं और 65,000 से अधिक एटीएम/एडीडब्ल्यूएम का सबसे बड़ा नेटवर्क है, जिसमें 81,000 से अधिक बीसी आउटलेट हैं।
इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करने वाले ग्राहकों की संख्या क्रमश: 125 मिलियन और 133 मिलियन है।

 

पेटीएम ने व्यापारियों के लिए भारत का पहला सोलर साउंडबॉक्स लॉन्च किया
Posted Date : 25-Feb-2025 4:53:50 pm

पेटीएम ने व्यापारियों के लिए भारत का पहला सोलर साउंडबॉक्स लॉन्च किया

जयपुर । पेटीएम (वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड) जो भारत की अग्रणी भुगतान और वित्तीय सेवा वितरण कंपनी है तथा क्यूआर कोड, साउंड बॉक्स और मोबाइल भुगतान की अग्रणी रही है, ने व्यापारियों के लिए ‘पेटीएम सॉलर साउंडबॉक्स’ लॉन्च किया है, जो भारत में अपनी तरह का पहला उपकरण है। 
यह इनोवेशन हल्की धूप में भी जल्दी चार्ज होकर पूरे दिन की पावर प्रदान करता है, जिससे छोटे दुकानदारों और व्यापारियों को बिना किसी परेशानी के भुगतान और विश्वसनीय सेवा मिलती है। भारत में बना यह पेटीएम सॉलर साउंड बॉक्स एक एनवायरमेंट फ्रेंडली समाधान है, जो कम लागत वाले वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत का उपयोग करता है। 
यह ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के साथ-साथ उन स्थानों में भी व्यापारियों को डिजिटल इकोसिस्टम का हिस्सा बनने में सक्षम बनाता है जहां बिजली की कमी होती है। इसके साथ, पेटीएम व्यापारियों को समर्थन देना, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना और पूरे देश में स्थायी प्रथाओं को प्रोत्साहित करना जारी रखता है।

 

फिर लाल निशान में खुला शेयर बाजार, इन शेयरों ने बड़े उतार-चढ़ाव के साथ शुरू किया कारोबार
Posted Date : 25-Feb-2025 4:52:54 pm

फिर लाल निशान में खुला शेयर बाजार, इन शेयरों ने बड़े उतार-चढ़ाव के साथ शुरू किया कारोबार

मुंबई । शेयर बाजार आज एक बार फिर गिरावट के साथ लाल निशान में खुला। हालांकि, आज बाजार ने मामूली गिरावट के साथ कारोबार शुरू किया। मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स 14.11 अंकों की गिरावट के साथ 74,440.30 अंकों पर खुला। वहीं दूसरी ओर, एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स भी 36.9 अंकों की गिरावट के साथ 22,516.45 अंकों पर खुला। बताते चलें कि सोमवार को बाजार में भयानक गिरावट दर्ज की गई थी। कल सेंसेक्स 856.65 अंकों के नुकसान के साथ 74,454.41 बंद हुआ। जबकि निफ्टी 242.55 अंक गिरकर 22,553.35 अंकों पर बंद हुआ था।
सेंसेक्स के इन शेयरों में में सबसे ज्यादा उछाल और गिरावट
आज सेंसेक्स की 30 में से 16 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ हरे निशान में खुले, जबकि बाकी की 13 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ लाल निशान में खुले और एक कंपना का शेयर बिना किसी बदलाव के साथ खुला। इसी तरह, निफ्टी 50 की भी 50 में से 25 कंपनी के शेयर तेजी के साथ हरे निशान में खुले और 24 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ लाल निशान में खुले जबकि एक कंपनी का शेयर बिना किसी बदलाव के साथ खुला। आज सेंसेक्स की कंपनियों में शामिल महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर सबसे ज्यादा 1.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ खुला और टीसीएस के शेयर सबसे ज्यादा 0.93 प्रतिशत की गिरावट के साथ खुले।
बाकी कंपनियों के शेयर की कैसी रही ओपनिंग
इनके अलावा, आज आईसीआईसीआई बैंक के शेयर 0.97 प्रतिशत, जोमैटो 0.92 प्रतिशत, टाटा स्टील 0.58 प्रतिशत, बजाज फिनसर्व 0.51 प्रतिशत, कोटक महिंद्रा बैंक 0.40 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 0.35 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक 0.35 प्रतिशत, भारती एयरटेल 0.32 प्रतिशत, अडाणी पोर्ट्स 0.30 प्रतिशत, मारुति सुजुकी 0.27 प्रतिशत, एचडीएफसी बैंक 0.26 प्रतिशत, एसबीआई 0.22 प्रतिशत की बढ़त के साथ खुले। वहीं दूसरी ओर, लार्सन एंड टुब्रो के शेयर 0.86 प्रतिशत, एचसीएल टेक 0.56 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 0.44 प्रतिशत, टाइटन 0.39 प्रतिशत, टेक महिंद्रा 0.25 प्रतिशत, बजाज फाइनेंस 0.13 प्रतिशत, सनफार्मा 0.09 प्रतिशत, एशियन पेंट्स 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ खुले।

 

हम चूक गए, गूगल ने कर दिखाया, सत्या नडेला ने बताई माइक्रोसॉफ्ट की सबसे बड़ी गलती
Posted Date : 24-Feb-2025 9:16:43 pm

हम चूक गए, गूगल ने कर दिखाया, सत्या नडेला ने बताई माइक्रोसॉफ्ट की सबसे बड़ी गलती

नई दिल्ली । माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने स्वीकार किया कि उनकी सबसे बड़ी गलतियों में से एक यह थी कि वे इंटरनेट पर सर्च इंजन के दबदबे को सही समय पर नहीं समझ पाए। गूगल ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और इसे अपने सबसे बड़े व्यवसाय के रूप में विकसित किया।
नडेला ने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट ने शुरुआत में यह सोचा था कि वेब हमेशा डिसेंट्रलाइज्ड रहेगा, यानी अलग-अलग वेबसाइट स्वतंत्र रूप से काम करेंगी। लेकिन वे यह नहीं समझ पाए कि सर्च इंजन ही वेब का सबसे महत्वपूर्ण बिजनेस मॉडल बन जाएगा।
उन्होंने इसे एक बड़ा सीखने वाला अनुभव बताया और कहा, हमने वेब पर सबसे बड़े बिजनेस मॉडल को समझने में चूक कर दी, क्योंकि हमने मान लिया था कि वेब सिर्फ स्वतंत्र रूप से बंटा हुआ रहेगा।
यूट्यूबर द्वारकेश पटेल के साथ बातचीत में नडेला ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट ने सर्च इंजन की अहमियत को कम आंका, जबकि गूगल ने इसे सही समय पर पहचान कर अपनी रणनीति को सफलतापूर्वक लागू किया।
नडेला ने कहा, कौन सोच सकता था कि सर्च इंजन वेब को व्यवस्थित करने का सबसे बड़ा तरीका बन जाएगा?
उन्होंने माना कि माइक्रोसॉफ्ट इसे समय पर नहीं समझ सका, जबकि गूगल ने इसे पहचाना और बेहतरीन तरीके से लागू किया। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ तकनीकी बदलाव को समझना काफी नहीं है, बल्कि यह भी पहचानना जरूरी है कि असली लाभ कहां मिलेगा।
नडेला ने यह भी कहा कि व्यापार के तरीकों में बदलाव लाना, नई तकनीक सीखने से ज़्यादा मुश्किल होता है।
उन्होंने अपने करियर में आए कई बड़े तकनीकी बदलावों को याद किया, जैसे मेनफ्रेम कंप्यूटर से पर्सनल कंप्यूटर तक का सफर और उसके बाद क्लाइंट-सर्वर आर्किटेक्चर का विकास।
उन्होंने वेब के उभरने पर भी चर्चा की और बताया कि कैसे मोज़ेक और नेटस्केप जैसे ब्राउजर आने के बाद माइक्रोसॉफ्ट को अपनी रणनीति बदलनी पड़ी।
1992 में सन माइक्रोसिस्टम्स में काम करने के बाद माइक्रोसॉफ्ट से जुडऩे वाले नडेला ने तकनीकी दुनिया के कई बदलाव देखे हैं।
उन्होंने मैंगलोर यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली है, यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन-मिल्वौकी से कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री और यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो से एमबीए किया है