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10 मिनट में चार्ज होगी इलेक्ट्रिक कार, भारतीय मूल के शोधकर्ता ने खोज निकाली खास तकनीक
Posted Date : 26-May-2024 10:25:33 pm

10 मिनट में चार्ज होगी इलेक्ट्रिक कार, भारतीय मूल के शोधकर्ता ने खोज निकाली खास तकनीक

नई दिल्ली  । भारतीय मूल के शोधकर्ता अंकुर गुप्ता और उनकी टीम ने एक नई तकनीक खोज निकाली है, जिसके जरिए एक इलेक्ट्रिक कार को 10 मिनट और खराब लैपटॉप या फोन को एक मिनट के भीतर चार्ज किया जा सकता है। जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित एक शोध में शोधकर्ताओं ने पता लगाया कि आयन नामक छोटे आवेशित कण सूक्ष्म छिद्रों के एक जटिल नेटवर्क के भीतर कैसे चलते हैं।
अमेरिका स्थित कोलोराडो बोल्डर विश्वविद्यालय में रासायनिक और जैविक इंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर गुप्ता ने बताया, इस सफलता से ‘सुपरकैपेसिटर’ जैसे अधिक कुशल ऊर्जा भंडारण उपकरणों के विकास को बढ़ावा मिल सकता है। गुप्ता ने कहा, यह नई खोज वाहनों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में ऊर्जा भंडारण के लिए ही नहीं बल्कि यह पावर ग्रिड के लिए भी महत्वपूर्ण है। जहां ऊर्जा की मांग में उतार-चढ़ाव के कारण समय बचाने और उच्च मांग के दौरान शीघ्र कुशल भंडारण की आवश्यकता होती है।
उन्होंने कहा, सुपरकैपेसिटर, ऊर्जा भंडारण उपकरण अपने छिद्रों में आयन संग्रह पर निर्भर करते हैं। यह बैटरी की तुलना में तेज चार्जिंग समय और लंबे जीवन काल वाले होते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार सुपरकैपेसिटर की प्राथमिक अपील उसकी स्पीड पर निर्भर करती है। शोधकर्ताओं ने कहा कि यह खोज मिनटों में हजारों परस्पर जुड़े छिद्रों के जटिल नेटवर्क में बैटरी में आयन के फ्लो को बढ़ाती है।
इस शोध से पहले भी नई बैटरी प्रौद्योगिकी से बनने वाली इलेक्ट्रिक कारों के संबंध में कई शोध सामने आए हैं। इलेक्ट्रिक कारों को तीन श्रेणियों में चार्ज किया जा सकता है, जिसमें ट्रिकल चार्ज, एसी चार्ज और डीसी चार्ज शामिल है।
ट्रिकल चार्ज की बात करें तो यह घर में ही इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने का सबसे धीमा तरीका है, जिसमें एक मानक (तीन-प्रोंग) 220 वाट के प्लग का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं ‘एसी चार्ज’ में वॉलवॉक्स स्थापित होने से बैटरी 3-4 गुना तेजी से चार्ज हो सकती है। एसी पब्लिक चार्जिंग भी उपलब्ध है।
डीसी चार्ज में चार्ज करने का सबसे तेज साधन है। इस तरीके से बैटरी को लगभग 40 मिनट में 20 से 80 प्रतिशत तक चार्ज किया जा सकता है। इसके आलावा अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग स्टेशन भी लगाए जा सकते हैं जो 150 किलोवाट से ज्यादा पावर देते हैं। अगर भारतीय मूल के शोधकर्ता अंकुर गुप्ता और उनकी टीम का यह शोध कारगर साबित होता है तो वाहनों को तेजी और सुविधाजनक तरीके से चार्ज किया जा सकेगा। जो बचत के साथ समय भी कम कर देगा।

 

एफआईआई, तिमाही नतीजों के साथ अगले हफ्ते ये फैक्टर्स शेयर बाजार के लिए होंगे अहम
Posted Date : 26-May-2024 10:24:58 pm

एफआईआई, तिमाही नतीजों के साथ अगले हफ्ते ये फैक्टर्स शेयर बाजार के लिए होंगे अहम

मुंबई  । भारतीय शेयर बाजार बीते हफ्ते ऑल-टाइम हाई पर बंद हुआ। इस दौरान निफ्टी ने 23,000 का स्तर को छुआ और सेंसेक्स भी पहली बार 75,500 के पार निकला।
बीते हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से सरकार को 2.11 लाख करोड़ रुपये का लाभांश दिए जाने की घोषणा के कारण बैंकिंग शेयरों में उछाल देखने को मिला और बैंक निफ्टी में 2 प्रतिशत की तगड़ी तेजी दर्ज की गई।
अगले हफ्ते बाजार के लिए कई फैक्टर अहम रहने वाले हैं। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल का दाम, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड और जापान एवं अमेरिकी बाजारों से आने वाले डेटा पर बाजार की नजर होगी। इसके साथ ही सोने, चांदी और करेंसी मार्केट में उतार-चढ़ाव का भी शेयर बाजार पर असर देखने को मिल सकता है।
घरेलू स्तर पर चौथी तिमाही के नतीजे काफी अहम होने वाले हैं। डिविस लैब, टाटा स्टील और अपोलो हॉस्पिटल जैसी कंपनियां अगले हफ्ते नतीजे जारी करेंगी। अगर कंपनियों की ओर से अच्छे नतीजे आते हैं तो बाजार में तेजी जारी रह सकती है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश के आंकड़े भी बाजार की दिशा तय करने का काम करेंगे।
आनंद राठी शेयर्स और स्टॉक ब्रोकर्स में डीवीपी-टेक्निकल रिसर्च, मेहुल कोठारी ने कहा, भारतीय बाजारों के लिए ये हफ्ता काफी अच्छा रहा। निफ्टी 23,000 के स्तर को छूने में कामयाब रहा। इस दौरान एनएसई बेंचमार्क में करीब 2 प्रतिशत की रैली देखने को मिली। ऐसा लगता है कि बाजार मान रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी आसानी से पूर्ण बहुमत हासिल कर लेगी। गिरावट की स्थिति में 22,800 से लेकर 22,600 का स्तर एक अच्छे सपोर्ट का काम निफ्टी के लिए करेगा।
आगे कहा, निफ्टी इस समय ऊपरी स्तरों पर है और राइजिंग चैनल 23,100 से लेकर 23,200 के आसपास है। ये तभी टूट सकता है जब नतीजे बहुत ही अप्रत्याशित हों। इस वजह से हम बाजार में मुनाफा वसूली की राय दे रहे हैं।

 

अदाणी पोर्ट 24 जून को सेंसेक्स में होगा शामिल, आईटी दिग्गज विप्रो होगा बाहर
Posted Date : 26-May-2024 10:24:38 pm

अदाणी पोर्ट 24 जून को सेंसेक्स में होगा शामिल, आईटी दिग्गज विप्रो होगा बाहर

मुंबई  । अदाणी ग्रुप की पोर्ट कंपनी अदाणी पोर्ट एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एसईजेड) 24 जून को बीएसई के मुख्य बेंचमार्क सेंसेक्स में शामिल होने जा रहा है।  
अदाणी पोर्ट बीएसई के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स में विप्रो की जगह लेगा। एशिया इंडेक्स प्राइवेट की ओर से इंडेक्स में बदलाव के नतीजे जारी किए गए। इसमें बताया गया कि 24 जून को अदाणी पोर्ट सेंसेक्स में विप्रो की जगह लेगा।
अदाणी पोर्ट की सेंसेक्स में एंट्री ने बाजार को आश्चर्यचकित किया है, क्योंकि इस हफ्ते बाजार में आई एक रिपोर्ट में बताया गया था कि अदाणी एंटरप्राइजेज, विप्रो की जगह सेंसेक्स में ले सकता है।
कारोबारी सत्र में भी अदाणी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त एक्शन देखने को मिला। अदाणी टोटल गैस 2.5 प्रतिशत बढक़र, अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस करीब 0.50 प्रतिशत बढक़र बंद हुआ।
हालांकि, अदाणी एंटरप्राइजेज करीब सपाट बंद हुआ है। भारतीय बाजार में शुक्रवार के सत्र में सीमित दायरे में कारोबार देखने को मिला। सेंसेक्स 7 अंक और निफ्टी 10 अंक की गिरावट के साथ क्रमश: 75,410 अंक और 22,957 अंक पर बंद हुआ।

 

मजबूत भुगतान सेवाओं के लिए यूपीआई , कार्ड प्रोसेसिंग व ईएमआई पर ध्यान केंद्रित करेगा पेटीएम
Posted Date : 25-May-2024 12:27:37 pm

मजबूत भुगतान सेवाओं के लिए यूपीआई , कार्ड प्रोसेसिंग व ईएमआई पर ध्यान केंद्रित करेगा पेटीएम

नई दिल्ली  । भुगतान व वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम ने कहा कि वह अपने भुगतान सेवा व्यवसाय को और मजबूत करने के लिए कार्ड प्रोसेसिंग और ईएमआई भुगतान के साथ-साथ यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) पर ध्यान केंद्रित करेगा। उसे उम्मीद है कि इससे कंपनी के हालात में फिर से सुधार होगा और वह देश में भुगतान सेवा में अपनी अग्रणी स्थिति को बनाए रखेगी। कंपनी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पहले कुल सकल व्यापारिक मूल्य (जीएमवी) में 70 प्रतिशत का योगदान देने वाला यूपीआई, अब लगभग 80-85 प्रतिशत योगदान दे रहा है। कंपनी ने बिजनेस मॉडल में यूपीआई की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
वित्तीय वर्ष 24 की चौथी तिमाही और वित्तीय वर्ष 24 के नतीजे जारी करने के बाद बुधवार को अर्निंग कॉल के दौरान, पेटीएम ने अपने मर्चेंट जीएमवी की रिकवरी पर भी जोर दिया। वित्तीय वर्ष 24 में, पेटीएम का जीएमवी पिछले साल के मुकाबले 39 प्रतिशत बढक़र 18.3 लाख करोड़ रुपये हो गया। पेटीएम के राजस्व प्रवाह में यूपीआई प्रोत्साहन और रुपे क्रेडिट कार्ड लेनदेन, ओवरड्राफ्ट और ईएमआई एकत्रीकरण से उच्च भुगतान प्रसंस्करण मार्जिन शामिल हैं।
जबकि यूपीआई मर्चेंट भुगतान मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) उत्पन्न नहीं करता है। पेटीएम को सरकार से सबवेंशन भुगतान से लाभ मिलता है। पेटीएम को वित्तीय वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 288 करोड़ रुपये की यूपीआई प्रोत्साहन राशि प्राप्त हुई। वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही में कंपनी को 182 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि मिली थी। भुगतान सेवाओं से पेटीएम का राजस्व 26 प्रतिशत बढक़र 6,235 करोड़ रुपये हो गया। इसके अतिरिक्त, शुद्ध भुगतान मार्जिन 50 प्रतिशत बढक़र 2,955 करोड़ रुपये हो गया।
अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा के दौरान, कंपनी ने यह भी कहा कि अप्रैल से कुछ उत्पादों को छोडक़र भुगतान जीएमवी में सकारात्मक वृद्धि की प्रवृत्ति देखी जा रही है। पेटीएम साउंडबॉक्स अब यूपीआई पर रुपे क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी देता है। यह छोटे व्यापारियों को 2,000 रुपये से कम के लेनदेन के लिए शून्य मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) की पेशकश करता है। यह सेवा छोटे व्यवसायों को लेनदेन शुल्क बचाने, उनकी लाभप्रदता बढ़ाने और डिजिटल भुगतान अपनाने को आसान बनाती है।
पेटीएम के जीएमवी में साल-दर-साल वृद्धि देखी गई है। इसका लक्ष्य निष्क्रिय व्यापारियों को फिर से सक्रिय करना और नए व्यापारियों को अपने प्लेटफॉर्म पर जोडऩा है। मार्च 2024 तक, मर्चेंट सब्सक्रिप्शन 1.07 करोड़ हो गया। पिछले साल के मुकाबले इसमें 39 लाख की बढ़ोतरी हुई। कंपनी ने कहा, हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही तक शुद्ध वृद्धि पिछले ट्रेंड लाइन के बराबर हो जाएगी।
इनोवेटिव उत्पादों को जारी कर पेटीएम अपने व्यापारियों की जरूरतों को पूरा कर रहा है। इसमें एक बड़े वितरण और सेवा नेटवर्क का सहयोग है। इसने हाल ही में दो और ‘मेड इन इंडिया’ साउंडबॉक्स लॉन्च किए हैं। इसमें लाउड स्पीकर और लंबी बैटरी लाइफ के साथ व्यापारियों की जरूरतों का ध्यान रखा गया है।
कंपनी की योजना अपने डिवाइस सब्सक्रिप्शन का विस्तार करना है। प्रति डिवाइस मीट्रिक सदस्यता फिर से बढऩे की उम्मीद है। यूजर्स जुड़ाव को बढ़ावा देने और यूपीआई, साउंडबॉक्स, पेटीएम यूपीआई लाइट वॉलेट और अन्य भुगतान उपकरणों से लोगों को अवगत कराने के लिए कंपनी एक नया विज्ञापन अभियान भी शुरू करने जा रही है। यह पेटीएम के रिकवरी फोकस को दर्शाता है।

 

फ्लिपकार्ट में हिस्सेदारी खरीदेगा गूगल , कर सकता है 2,900 करोड़ रुपए का निवेश
Posted Date : 25-May-2024 12:27:21 pm

फ्लिपकार्ट में हिस्सेदारी खरीदेगा गूगल , कर सकता है 2,900 करोड़ रुपए का निवेश

नई दिल्ली  । गूगल ने ताजा फंडिंग दौर में ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में हिस्सेदारी खरीदने के लिए करीब 35 करोड़ डॉलर (करीब 2,900 करोड़ रुपये) के निवेश का प्रस्ताव रखा है। वॉलमार्ट समूह की कंपनी ने यह जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक, फ्लिपकार्ट फंडराइजिंग के मौजूदा दौर में एक अरब डॉलर जुटा रही है और उसे अपनी मूल कंपनी एवं अमेरिकी रिटेल दिग्गज वॉलमार्ट से 60 करोड़ डॉलर का कमिटमेंट मिला है।
फ्लिपकार्ट ने एक बयान में कहा, वॉलमार्ट की अगुवाई में होने वाले नए फंडिग दौर के तहत फ्लिपकार्ट ने गूगल को अल्पांश निवेशक के तौर पर अपने साथ जोडऩे की घोषणा की। यह कदम दोनों पक्षों की तरफ से नियामकीय एवं अन्य प्रक्रियागत अनुमोदनों के अधीन होगा। फ्लिपकार्ट ने कहा, गूगल के प्रस्तावित निवेश और उसके क्लाउड सहयोग से फ्लिपकार्ट को अपने कारोबार का विस्तार करने और देश भर में ग्राहकों को सर्विस देने के लिए अपने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
हालांकि, फ्लिपकार्ट ने गूगल की तरफ से निवेश की जाने वाली प्रस्तावित राशि का कोई ब्योरा नहीं दिया। लेकिन माना जा रहा है कि यह आंकड़ा 35 करोड़ डॉलर का हो सकता है। एक सूत्र ने कहा कि फ्लिपकार्ट का मूल्यांकन लगभग 35 अरब अमेरिकी डॉलर होने के आधार पर मौजूदा फंडिंग दौर में लेनदेन की उम्मीद है। अमेरिका स्थित वॉलमार्ट द्वारा किए गए इक्विटी लेनदेन के आधार पर 31 जनवरी, 2024 तक फ्लिपकार्ट का मूल्यांकन 35 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
वॉलमार्ट ने वित्त वर्ष 2023-24 में 3.5 अरब डॉलर का भुगतान कर फ्लिपकार्ट में अपनी हिस्सेदारी 10 प्रतिशत बढ़ाकर लगभग 85 प्रतिशत कर दी थी। मौजूदा फंडिंग दौर में निवेश प्रतिबद्धताओं के वित्तीय विवरण पर गूगल और वॉलमार्ट ने भेजे गए ईमेल का तत्काल कोई जवाब नहीं दिया, जबकि फ्लिपकार्ट ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। फ्लिपकार्ट ने वित्त वर्ष 2022-23 में 4,846 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा और 56,012.8 करोड़ रुपये की एकीकृत शुद्ध आय दर्ज की थी। जबकि उसका खर्च 60,858 करोड़ रुपये था।

 

टाटा के अधिग्रहण के बाद एयर इंडिया ने की पहली वेतन वृद्धि की घोषणा
Posted Date : 25-May-2024 12:26:56 pm

टाटा के अधिग्रहण के बाद एयर इंडिया ने की पहली वेतन वृद्धि की घोषणा

नई दिल्ली  । एयर इंडिया ने 2022 में टाटा समूह द्वारा अधिग्रहण के बाद पहली बार 31 दिसंबर, 2023 से पहले एयरलाइन में शामिल होने वाले अपने कर्मचारियों के लिए वेतन वृद्धि की घोषणा की।
एयरलाइन में ग्राउंड स्टाफ, केबिन क्रू और पायलट सहित लगभग 18,000 कर्मचारी हैं।
एयर इंडिया के बयान में कहा गया, वित्तवर्ष 2023-2024 के दौरान विहान के टेक-ऑफ चरण के एक भाग के रूप में एयर इंडिया ने विकास और परिवर्तन के लिए मजबूत नींव रखते हुए महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल किएज् अपनी यात्रा को सक्षम करने के लिए हमने अपने मानव संसाधन अभ्यास में पिछले साल दो महत्वपूर्ण बदलाव किए।
मुख्य मानव संसाधन अधिकारी (सीएचआरओ), रवींद्र कुमार जी.पी. ने एक पत्र में कहा है, हमने एक समकालीन वार्षिक प्रदर्शन मूल्यांकन प्रक्रिया, राइज लॉन्च की और कर्मचारियों के लिए एक सरलीकृत, बाजार-प्रतिस्पर्धी और उत्पादकता-उन्मुख मुआवजा संरचना में बदलाव किया।
पिछले वित्तीय वर्ष के लिए हमारी मूल्यांकन प्रक्रिया और मुआवजा योजना पूरी हो चुकी है। हमें 1 अप्रैल, 2024 से वार्षिक वेतन वृद्धि और कंपनी और व्यक्तिगत प्रदर्शन के आधार पर वित्तवर्ष 2023-24 के लिए प्रदर्शन बोनस की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है।
पायलटों को प्रति माह 5,000 रुपये से 15,000 रुपये तक वेतन वृद्धि और जूनियर फर्स्ट अधिकारियों से लेकर वरिष्ठ कमांडरों के लिए 42,000 रुपये से 1.8 लाख रुपये प्रति वर्ष तक का बोनस मिलेगा।
इसके अलावा, उन पायलटों को मुआवजा प्रदान किया जाएगा, जिन्हें अपने ग्राउंड और सिम्युलेटर प्रशिक्षण में अत्यधिक देरी का सामना करना पड़ा है।