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भारत का कोयला उत्पादन 2022-23 में 893 मिलियन टन रहा
Posted Date : 06-May-2023 3:05:21 am

भारत का कोयला उत्पादन 2022-23 में 893 मिलियन टन रहा

नई दिल्ली । भारत का कुल कोयला उत्पादन 2021-22 में 778.19 की तुलना में 2022-23 में 893.08 मिलियन टन रहा है, जो 14.78 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। सरकार का लक्ष्य चालू वित्तवर्ष में उत्पादन को बढ़ाकर 1,012 मिलियन टन करना है। आधिकारिक आंकड़ों अनुसार, पिछले पांच वर्षो में कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) का उत्पादन 2018-2019 में 606.89 मिलियन टन की तुलना में 15.9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 703.21 मिलियन टन बढ़ा है। सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) ने 2018-19 में 64.40 मिलियन टन से 4.3 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2022-23 में 67.14 मिलियन टन की वृद्धि दिखाई है।
कैप्टिव और अन्य खदानों ने भी 113.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ वित्तवर्ष 2022-23 में 122.72 मिलियन टन उत्पादन दर्ज किया है, जो वित्तवर्ष 2018-19 में 57.43 मिलियन टन था।

 

गो फर्स्ट  की आंधी में फंसे बड़े बैंक, लग सकती है 6,521 करोड़ की चपत
Posted Date : 04-May-2023 4:29:16 am

गो फर्स्ट की आंधी में फंसे बड़े बैंक, लग सकती है 6,521 करोड़ की चपत

नई दिल्ली। गो फर्स्ट दिवालिया होने की कगार पर है। हर पल इस मामले में नई बातें सामने आ रही हैं। अब उन बैंकों के नाम सामने आ गए हैं जिन्होंने गो फर्स्ट को कर्ज दिया है। ऐसे लेंडर्स की संख्या चार से पांच बताई जा रही है जिनका बकाया अभी 6500 करोड़ रुपये से ज्यादा है। खास बात ये है कि एयरलाइन ने अप्रैल तक किसी भी लेंडर की किस्त में कोई चूक नहीं की है, लेकिन दिवालिनया फाइलिंग के बाद अब इसमें ब्रेक लगता हुआ दिखाई दे रहा है। इस घटना के बाद कर्ज देने वाले लेंडर्स के शेयरों में भारी गिरावट भी देखने को मिल रही है।
गो फर्स्ट को कर्ज देने वाले बैंकों में बैंक ऑफ बड़ौदा, आईडीबीआई बैंक और एक्सिस बैंक के नाम देखें जा रहे हैं। एयरलाइन को इन कंपनियों का 6,521 करोड़ रुपये बकाया चुकाना है। गो फर्स्ट द्वारा दाखिल किए गए दिवालियापन फाइलिंग के अनुसार, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और ड्यूश बैंक जैसे बैंक भी गो फर्स्ट के वित्तीय लेनदारों में से हैं। वैसे संकट में घिरी एयरलाइन ने अप्रैल के अंत तक इनमें से किसी भी बकाये पर चूक नहीं की है। वैसे अब कॉर्पोरेट आवेदक की वर्तमान वित्तीय स्थिति को देखते हुए आने वाले महीनों में किस्तें रुक सकती हैं।
गो फर्स्ट के डूबने की खबर के बाद आज यानी बुधवार को लेंडर्स के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शेयर बुधवार को शुरुआती कारोबार में 7 फीसदी तक गिर गए। बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयरों में कारोबारी सत्र के दौरान 4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। आईडीबीआई बैंक के शेयरों में करीब 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है और एक्सिस बैंक का शेयर एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट पर कारोबार कर रहा था।
वाडिया ग्रुप की गो फर्स्ट ने मंगलवार को जानकारी देते हुए कहा था कि उसने दिवाला इन्सॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन के लिए आवेदन दिया है। एयरलाइन ने कहा कि अमेरिकी कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी की ओर से समय पर इंजन प्रोवाइड नहीं कराए, जिसकी वजह से उन्हें 50 प्लेन को ग्राउंडेड रखना पड़ा। जिसकी वजह से कंपनी अपना बकाया चुकाने में पूरी तरह से असमर्थ है। वैसे पिछले महीने एक रिपोर्ट आई थी कि वाडिया ग्रुप गो फर्स्ट में 300 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।

 

आधार से जुड़े ईमेल/मोबाइल नंबर को सत्यापित करने की अनुमति
Posted Date : 04-May-2023 4:28:35 am

आधार से जुड़े ईमेल/मोबाइल नंबर को सत्यापित करने की अनुमति

नयी दिल्ली। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ( यूआईडीएआई ) ने उपयोगकर्ताओं के लाभों को ध्यान में रखते हुए निवासियों को आधार के साथ जुड़े उनके मोबाइल नंबर और ईमेल आदि को सत्यापित करने की अनुमति दी है।
यूआईडीएआई के संज्ञान में आया था कि कुछ मामलों में निवासियों को इसके बारे में पता नहीं था/निश्चित नहीं था कि उनका कौन सा मोबाइल उनके आधार से जुड़ा हुआ है। इसलिए, निवासियों को चिंता थी कि आधार ओटीपी किसी दूसरे मोबाइल नंबर पर तो नहीं जा रहा है। अब , इस सुविधा के साथ निवासी इन्हें बहुत सरलता के साथ देख सकते हैं।
इस सुविधा का लाभ आधिकारिक वेबसाइट पर या एमआधार ऐप के माध्यम से ‘ वेरिफाई ईमेल/मोबाइल नंबर ‘फीचर के तहत उठाया जा सकता है। इसे निवासियों के लिए यह सत्यापित करने के लिए डेवलप किया गया है कि उनका ईमेल/मोबाइल नंबर संबंधित आधार के साथ जुड़ा हुआ है।
यह फीचर निवासियों को इसकी पुष्टि करती है कि उनकी जानकारी के तहत उनका ईमेल/मोबाइल नंबर केवल संबंधित आधार के साथ ही जुड़ा हुआ है। किसी विशेष मोबाइल नंबर के लिंक न होने की स्थिति में भी यह निवासी को अधिसूचित करता है और निवासी को जानकारी देता है कि यदि वे चाहें तो मोबाइल नंबर को अपडेट करने के लिए आवश्यक कदम उठा सकते हैं।
ऐसी स्थिति में जब मोबाइल नंबर पहले से ही सत्यापित है तो निवासियों को एक मैसेज दिखाई देगा, जैसे ‘‘आपके द्वारा प्रविष्ट मोबाइल नंबर पहले ही हमारे रिकॉर्ड के साथ सत्यापित है’’, जो उनके स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा।

 

अडानी टोटल गैस के वित्तीय प्रदर्शन में सुधार, तिमाही लाभ 21 प्रतिशत बढ़ा
Posted Date : 04-May-2023 4:26:48 am

अडानी टोटल गैस के वित्तीय प्रदर्शन में सुधार, तिमाही लाभ 21 प्रतिशत बढ़ा

नयी दिल्ली। अडानी टोटल गैस लिमिटेड ने 31 मार्च 2023 को समाप्त पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में सालाना आधार पर 20.74 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 97.91 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी ने 81.09 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था।
अडानी समूह और फ्रांस की टोटल एनर्जी का यह संयुक्त वाहनों को सीएनजी और घरों में पाइप्ड गैस की खुदरा बिक्री करता है। कंपनी के मंगलवार को जारी तिमाही नतीजों के अनुसार आलोच्य तिमाही (जनवरी-मार्च 2023) में परिचालन से उसका राजस्व 12.37 प्रतिशत बढक़र 1197.31 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी अवधि में 1065.48 करोड़ रुपये था। अक्टूबर-दिसंबर, 2022 की तिमाही में कंपनी का राजस्व 1185 करोड़ रुपए रहा।
कंपनी के निदेशक मंडल ने वर्ष 2022-23 के लिए प्रत्येक एक रुपये के अंकित मूल्य के प्रति शेयर पर 25 पैसे (25 प्रतिशत) की दर से लाभांश दिए जाने की सिफारिश की है।
अडानी टोटल गैस ने पूरे वित्तीय वर्ष 2022-23 में 46.06 की वृद्धि के साथ 4683.39 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी का राजस्व 3206.36 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का शुद्ध लाभ 7.28 प्रतिशत बढक़र 546.49 करोड़ रुपये हो गया। इससे पिछले वित्त वर्ष (2021-22) में उसे 509.40 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी का कहना है कि बिक्री मूल्य में वृद्धि के साथ बिक्री की मात्रा बढऩे से उसके परिचालन राजस्व में सुधार हुआ।
पिछले वित्त वर्ष के कारोबार पर कंपनी ने बयान में कहा कि उसके सीएनजी नेटवर्क के विस्तार के चलते सीएनजी की बिक्री मात्रा के हिसाब से सालाना आधार पर 28 प्रतिशत ऊंची रही, लेकिन औद्योगिक उपभोक्ताओं द्वारा गैस की कम खपत के कारण पीएनजी की बिक्री की मात्रा 13 प्रतिशत गिर गयी।
कंपनी ने कहा है कि उसने पूरे देश में 26 स्थानों पर 104 ईवी चार्जिंग पॉइंट चालू किए गए हैं तथा वाराणसी, में पहला कम्प्रेस्ड बायो-गैस (सीबीजी) स्टेशन भी चालू किया गया है।
अडानी टोटल गैस के कार्यकारी निदेशक और सीईओ सुरेश पी मंगलानी ने कहा, एटीजीएल का प्रदर्शन मजबूत रहा है। पूरे साल उच्च गैस की कीमतों के बावजूद चौतरफा भौतिक बुनियादी ढांचे और वित्तीय- दोनों मोर्चे पर अच्छा काम हुआ। स्टील पाइपलाइन नेटवर्क का तेजी से विकास और नए क्षेत्रों में सीएनजी स्टेशनों के विस्तार से प्राकृतिक गैस के कारोबार के पारिस्थितिकी तंत्र को मदद मिली है। हम इस क्षेत्र में मौजूद हैं और इससे हमें पीएनजी उपभोक्ताओं को जोडने में में मदद मिलेगी।

 

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने पकड़ी रफ्तार, अप्रैल में चार महीने के हाई पर
Posted Date : 02-May-2023 5:07:04 am

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने पकड़ी रफ्तार, अप्रैल में चार महीने के हाई पर

नईदिल्ली। देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में इस साल तेजी देखी जा रही है। आंकड़े देखें तो अप्रैल का मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई चार महीनों के उच्चतम स्तर पर है। माना जा रहा है कि मजबूत फैक्ट्री ऑर्डर और प्रोडक्शन की वजह से मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई अप्रैल में 56.4 से बढक़र अप्रैल में 57.2 हो गया है।
मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई का अप्रैल का आंकड़ा एसएंडपी ग्लोबल इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) ने जारी किए हैं।
एस एंड पी ग्लोबल इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स की इकोनॉमिक एसोसिएट डायरेक्टर पॉलिन्ना डी लीमा ने कहा कि नए ऑर्डर मिलने से और प्रोडक्शन में तेजी आने की वजह से इस सेक्टर में तेजी देखने को मिली है। उन्होंने आगे कहा, ‘कंपनियों पर प्राइस प्रेशर कम देखने को मिला है। साथ ही बेहतर इंटरनेशल सेल्स और सप्लाई चेन की स्थिति में सुधार से भी सेक्टर को फायदा मिला है। ऐसा लग रहा है कि इंडियन मैन्युफैक्चरर के पास आगे बढऩे के लिए काफी अवसर हैं।’
सर्वे के मुताबिक अप्रैल में इनपुट कॉस्ट में कफी तेजी देखने को मिली। हालांकि रिटेल महंगाई के खत्म होने की अभी संभावना नहीं है। डी लीमा के अनुसार मैन्युफैक्चरर के ऑपरेशनल कॉस्ट में इजाफा होने का संकेत दिया है, जिसमें फ्यूल, मेटल, ट्रांसपोर्टेशन और रॉ मटीरियल भी शामिल है।
परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स एक ऐसा सूचकांक है, जिसका इस्तेमाल मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर की मौजूदा स्थिति का आंकलन करने के लिए किया जाता है। इसे अलग-अलग कारोबारी पहलुओं को देखते हुए साथ ही मैनेजरों की राय के आधार पर तैयार किया जाता है।
पीएमआई में कई मैनेजरों से प्रोडक्ट, नए ऑर्डर, उद्योग की उम्मीदों एवं आशंकाओं और रोजगार से जुड़ी हुई राय ली जाती है। इसके साथ ही मैनेजरों से पिछले माह की तुलना में नई स्थिति पर राय और रेटिंग देने के लिए कहा जाता है। इसी के आधार पर हर महीने पीएमआई के आंकड़े जारी किए जाते हैं।

 

चीनी उत्पादन में महाराष्ट्र देश में पहले नंबर पर, 105 लाख 27 हजार टन हुआ चीनी उत्पादन
Posted Date : 02-May-2023 5:06:35 am

चीनी उत्पादन में महाराष्ट्र देश में पहले नंबर पर, 105 लाख 27 हजार टन हुआ चीनी उत्पादन

0-राज्य की 210 चीनी मिलों ने 10 करोड़ 54 लाख 75 हजार टन गन्ने की पेराई का लक्ष्य पूरा किया
पुणे। इस वर्ष महाराष्ट्र की 210 चीनी मिलों ने 10 करोड़ 54 लाख 75 हजार टन गन्ने की पेराई का लक्ष्य पूरा किया है। इस वर्ष कुल 105 लाख 27 हजार टन का चीनी का उत्पादन हुआ है। वर्ष 2021 की तुलना में दो करोड़ 67 लाख टन गन्ने की पेराई कम हुई है, इसलिए इस बार 31.58 लाख टन चीनी का कम उत्पादन हुआ है।
चीनी आयुक्तालय के अनुसार इस वर्ष सबसे ज्यादा 18.41 लाख टन गन्ने की पेराई सोलापुर के वि_लराव शिंदे सहकारी चीनी मिल में हुई है। नेचुरल शुगर उस्मानाबाद में 164 दिन, सागर सहकारी कर्मयोगी अंकुशराव टोपे सहकारी में 162 दिन, श्री सिद्धेश्वर सहकारी सोलापुर में 160 दिन, श्री विघ्नहर सहकारी पुणे में 158 दिन, श्री सोमेश्वर पुणे में 157 दिन, संत तुकाराम पुणे में 157 दिन गन्ने की पेराई हुई है।
चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड के मुताबिक जलवायु परिवर्तन से गन्ने की फसल प्रभावित हुई है। औसत हेक्टेयर उत्पादकता 115 टन से घटकर 80 से 85 टन तक कम हो गई है। ज्यादा खोडवा गन्ने के कारण भी चीनी के उत्पादन में गिरावट आई है। महाराष्ट्र 105.27 लाख टन चीनी का उत्पादन करने के साथ देश में इस वर्ष भी नंबर वन रहा है।