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वंदे भारत ने छह दिन में कमाए 2.70 करोड़, 14 मई तक हाउसफुल
Posted Date : 07-May-2023 5:53:07 am

वंदे भारत ने छह दिन में कमाए 2.70 करोड़, 14 मई तक हाउसफुल

 नई दिल्ली । भारतीय रेल की तरफ से सुदूर दक्षिण राज्य केरल में हाई स्पीड ट्रेन की सेवा शुरू करने के बाद सिर्फ छह दिनों में वंदे भारत एक्सप्रेस ने 2 करोड़ 70 लाख रुपये की कमाई कर ली है। कासरगोड से तिरुवनंतपुरम के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन ने टिकटों के मामले में सबसे अधिक कमाई की है। वंदे भारत एक्सप्रेस ने 28 अप्रैल से 3 मई के बीच चलने के दौरान बंपर कमाई करते हुए रेलवे के लिए करोड़ों रुपये बटोरे हैं।
छह दिनों में हुई इतनी कमाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिखाई गई हरी झंडी के बाद इस ट्रेन को लोगों ने हाथों-हाथ लिया है। वंदे भारत एक्सप्रेस ने 28 अप्रैल को तिरुवनंतपुरम-कासरगोड सेवा के लिए 19.5 लाख बटोरे। वहीं 29 अप्रैल को 20.30 लाख, 30 अप्रैल को 20.50 लाख, 1 मई को 20.1 लाख, 2 मई को 18.2 लाख और 3 मई को 18 लाख रुपये रेलवे के खजाने में भर दिए। साउथ के राज्यों के चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों की तुलना में केलर में चलने वाली हाई स्पीड ट्रेन सोने के समान है। तिरुवनंतपुरम से कासरगोड तक की सेवा के लिए औसत टिकट कलेक्शन 18 लाख रुपये है। इस दौरान वंदे भारत एक्सप्रेस में 27,000 लोगों ने सफर किया और 31,412 बुकिंग की जा चुकी है।
लोग प्रेफर कर रहे एग्जीक्यूटिव क्लास
हालांकि किराया अधिक है फिर भी अधिक यात्रियों ने एग्जीक्यूटिव क्लास को प्रेफर किया। 14 मई तक के सभी टिकट पहले ही बिक चुके हैं। हालांकि, ऐसा भी बताया जा रहा है कि इस रूट पर वंदे भारत ट्रेन अपने अपेक्षित गति से नहीं चल रही है और अन्य ट्रेनों को क्रॉस कराने के लिए वंदे भारत रुकी हुई नजर आई। लेकिन रेलवे ने जवाब दिया कि वंदे भारत ट्रेन को लेकर शेड्यूल का पालन किया जा रहा है।
क्यों हुई इतनी कमाई?
वंदे भारत से हुए टिकट कलेक्शन इस बात की तरफ इशारा करता है कि यह ट्रेन केरल में पूरी तरह से हिट है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि लोग पर्यटन के लिहाज से केरल आते हैं और अलग-अलग जगहों पर जाने के लिए इस ट्रेन को प्रेफर कर रहे हैं। वंदे भारत ट्रेन कम समय में गंतव्य तक पहुंचने के साथ एक आरामदायक यात्रा भी मुहैया कराती, जो हवाई यात्राओं में भी नसीब हो पाता है।

 

गो फर्स्ट यात्रियों का पूरा किराया करेगी रिफंड, सभी फ्लाइट्स 12 मई तक कैंसिल
Posted Date : 07-May-2023 5:46:42 am

गो फर्स्ट यात्रियों का पूरा किराया करेगी रिफंड, सभी फ्लाइट्स 12 मई तक कैंसिल

नई दिल्ली । बजट एयरलाइंस गो फर्स्ट की सभी फ्लाइट्स अब 12 मई तक कैंसिल रहेंगी। कंपनी ने खुद को दिवालिया घोषित करने के बाद से उसकी फ्लाइट सर्विस बंद चल रही है। कंपनी ने 2 मई को खुद के दिवालिया होने का ऐलान किया था, इसी के साथ एनसीएलटी में इसके लिए अप्लाई किया था। हालांकि एनसीएलटी में अभी कंपनी के खिलाफ 2 और दिवाला अर्जी दाखिल की गई हैं।
गो फर्स्ट ने पहले 3 से 5 मई तक अपनी फ्लाइट सर्विस को कैंसिल रखने की बात कही थी, फिर इसे बढ़ाकर 9 मई कर दिया गया। अब कंपनी ने एक बार फिर फ्लाइट सर्विस को 12 मई तक बंद रखने की बात कही है। एविएशन रेग्युलेटर डीजीसीए को भेजे पत्र में कंपनी 15 मई तक फ्लाइट टिकट बुकिंग को बंद रखने बात पहले ही कह चुकी है।
गो फर्स्ट के अचानक से अपनी फ्लाइट सर्विस बंद करने के बाद डीजीसीए ने कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। वहीं यात्रियों का पैसा रिफंड करने के लिए भी कहा था। अब गो फर्स्ट का कहना है कि वह जल्द ही लोगों को रिफंड जारी करेगी। यात्रियों ने जिस माध्यम से पेमेंट किया होगा, उसी माध्यम से उन्हें पूरा पैसा भेज दिया जाएगा।
कंपनी का अपने बयान में कहना है कि फ्लाइट कैंसिलेशन की वजह से यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए उसे खेद है। कंपनी यात्रियों को हर संभव तरीके से मदद करेगी।

 

एचडीएफसी के लुढक़ने से शेयर बाजार में कोहराम, निवेशकों को लगी 64 हजार करोड़ रुपए की चपत
Posted Date : 07-May-2023 5:46:11 am

एचडीएफसी के लुढक़ने से शेयर बाजार में कोहराम, निवेशकों को लगी 64 हजार करोड़ रुपए की चपत

मुंबई  । एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के विलय के बाद एमएससीआई अपडेट को लेकर दोनों दिग्गज कंपनियों में करीब छह प्रतिशत की भारी गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की अन्य अठारह कंपनियों में हुई बिकवाली के दबाव में आज शेयर बाजार में कोहराम मच गया।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 694.96 अंक अर्थात 1.13 प्रतिशत का गोता लगाकर 61054.29 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 186.80 अंक यानी 1.02 प्रतिशत लुढक़कर 18069 अंक पर आ गया। दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों में भी बिकवाली हुई, जिससे मिडकैप 0.50 प्रतिशत टूटकर 25,851.86 अंक और स्मॉलकैप 0.39 प्रतिशत गिरकर 29,283.87 अंक पर रहा।
बीएसई पर एचडीएफसी बैंक के शेयर 5.56 प्रतिशत गिरकर 1,631 रुपये के निचले स्तर पर आ गए। एचडीएफसी का शेयर 5 प्रतिशत गिरकर 2710 रुपये पर आ गया। कारोबार के शुरुआती कुछ मिनटों में ही दोनों कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 63,870 करोड़ रुपये की कमी आ गई।
इस दौरान बीएसई में कुल 3641 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2040 में गिरावट जबकि 1474 में तेजी रही वहीं 127 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में 30 कंपनियों में बिकवाली जबकि 19 में लिवाली हुई वहीं एक के भाव स्थिर रहे।
बीएसई के 14 समूहों में गिरावट रही। इस दौरान वित्तीय सेवाएं 2.28, बैंकिंग 1.87, धातु 1.55, कमोडिटीज 0.63, ऊर्जा 0.49, हेल्थकेयर 0.20, आईटी 0.58, दूरसंचार 0.34, यूिलिटीज 0.42, तेल एवं गैस 0.57, पावर 0.14, रियल्टी 0.24, टेक 0.59 और सर्विसेज समूह के शेयर 0.44 प्रतिशत गिर गए।
इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.32, जर्मनी का डैक्स 0.76, जापान का निक्केई 0.12 और हांगकांग का हैंगसेंग 0.50 प्रतिशत चढ़ गया जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.46 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.48 प्रतिशत उतर गया।

 

9 मई तक सभी फ्लाइट्स कैंसिल, डीजीसीए का गो फस्ट को आदेश- यात्रियों को पैसे लौटाना शुरू करें
Posted Date : 06-May-2023 3:07:19 am

9 मई तक सभी फ्लाइट्स कैंसिल, डीजीसीए का गो फस्ट को आदेश- यात्रियों को पैसे लौटाना शुरू करें

नई दिल्ली । गो-फर्स्ट एयरलाइंस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इंजन सप्लायर कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी की तरफ से इंजनों की आपूर्ति न हो पाने के चलते एयरलाइन ने अब अपनी उड़ानों को 9 मई तक के लिए रद्द कर दिया है। पहले कंपनी ने फ्लाइट्स को 3 दिन के लिए ही रोका था। हालांकि वित्तीय संकट न सुलझने की वजह से गो फर्स्ट की मुसीबतें बढ़ गई हैं।
गौरतलब है कि कंपनी ने दिवालिया कार्रवाई के तहत सरकार से संकट से निकालने की भी मांग रख दी है। ऐसे में यात्रियों ने अपने टिकट रिफंड की मांग का मुद्दा उठाया है। अब विमानन नियामक डीजीसीए ने इसे लेकर एक आदेश जारी किया है। डीजीसीए ने कहा है कि गो फर्स्ट यात्रियों को रिफंड की प्रक्रिया शुरू कर दे।
वहीं दूसरी तरफ त्रश फर्स्ट को दिल्ली नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने भी बड़ा झटका दिया है। गो ने एयरलाइन की अंतरिम मोरेटोरियम की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड के तहत इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है। न्यायमूर्ति रामलिंगम सुधाकर और एलएन गुप्ता की पीठ ने कहा कि आईबीसी के तहत केवल पूर्ण स्थगन का प्रावधान है। मतलब यह हुआ कि एयरलाइन को बकाया भुगतान करने के लिए कुछ महीनों की रोक नहीं मिलेगी।

 

शोपिफाई ने दो हजार कर्मचारियों को निकाला, लॉजिस्टिक्स कारोबार बेचा
Posted Date : 06-May-2023 3:06:31 am

शोपिफाई ने दो हजार कर्मचारियों को निकाला, लॉजिस्टिक्स कारोबार बेचा

नई दिल्ली । ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म शोपिफाई ने 20 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की है। इसे करीब दो हजार लोग प्रभावित होंगे। कंपनी ने बताया कि शोपिफाई को अमेरिकी बहुराष्ट्रीय निगम फ्लेक्सपोर्ट खरीदेगा।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) टोबी लुत्के ने कहा, शोपिफाई का आकार 20 प्रतिशत कम होगा और फलेक्सपोर्ट शोपीफाई के लॉजिस्टिक्स को खरीदेगा। इसका मतलब है कि आप में से कुछ लोगों को आज शोपिफाई छोडऩा होगा। मुझे मालूम है कि यह फैसला आप में से कुछ लोगों को तोड़ देगा, लेकिन हमने यह फैसले हल्के में नहीं किया है।
प्रभावित कर्मचारियों को कम से कम 16 सप्ताह का विच्छेद वेतन दिया जाएगा। इसके अलाव जितने साल उन्होंने शोपिफाई में काम किया है उतने सप्ताह का वेतन अलग से दिया जाएगा।
सीईओ ने एक ब्लॉग में कहा, इस अवधि के लिए चिकित्सा लाभ और हमारे कर्मचारी सहायता कार्यक्रम (ईएपी) तक पहुंच मिलती रहेगी। यदि आप चाहते हैं तो हम दूसरी कंपनियों में प्लेसमेंट के लिए सेवाएं देने के लिए भी तैयार हैं। हमने जो भी ऑफिस फर्नीचर दिए हैं उन्हें आप रख सकते हैं।
उन्होंने कहा, हमें कानूनी रूप से उस लैपटॉप की जरूरत है जिस पर आप काम कर रहे थे, लेकिन हम इसकी जगह नया लैपटॉप लेने के लिए भुगतान में आपकी मदद करेंगे। आप भविष्य में उद्यमशीलता का रास्ता चुनते हैं, तो आपको उन्नत शॉपिफाई योजना की मुफ्त सेवा मिलती रहेगी।
शॉपिफाई ने पिछले साल जुलाई में अपने कर्मचारियों के 10 प्रतिशत - वर्टिकल में लगभग 1,000 कर्मचारियों - की कटौती की घोषणा की। वह महामारी के दौरान दो साल में ई-कॉमर्स उद्योग में आई तेजी के बाद इस क्षेत्र के भविष्य के बारे में अनुमान लगाने में विफल रहा।
अपेक्षित वृद्धि को पूरा करने के लिए शॉपिफाई का कार्यबल 2016 में 1,900 से बढक़र 2021 में लगभग 10,000 हो गया। लुत्के ने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि यह सही फैसला नहीं रहा।

 

एप्पल ने भारत में पहली तिमाही की बिक्री का रिकॉर्ड बनाया
Posted Date : 06-May-2023 3:05:44 am

एप्पल ने भारत में पहली तिमाही की बिक्री का रिकॉर्ड बनाया

नई दिल्ली । आईफोन और स्मार्ट डिवाइस बनाने वाली कंपनी एप्पल ने इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में देश में रिकॉर्ड बिक्री की और साल-दर-साल आधार पर दहाई अंक की वृद्धि दर हासिल की। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक ने यह जानकारी दी। कुक पिछले महीने ही भारत आए थे और मुंबई तथा नई दिल्ली में कंपनी के पहले ब्रांड रिटेल स्टोर का उद्घाटन किया था। एप्पल ने अपनी मार्च में समाप्त तिमाही में 94.8 अरब डॉलर का रिकॉर्ड राजस्व दर्ज किया जो उम्मीद से बेहतर है।
कुक ने विश्लेषकों को बताया, भारत में व्यवसाय को देखते हुए, हमने एक तिमाही का रिकॉर्ड स्थापित किया है। साल-दर-साल आधार पर दहाई अंक की मजबूत वृद्धि दर्ज की है। इसलिए यह हमारे लिए काफी अच्छी तिमाही थी। भारत एक अविश्वसनीय रूप से रोमांचक बाजार है। यह हमारे लिए एक प्रमुख फोकस है। मैं हाल ही में वहां गया था। बाजार में गतिशीलता अविश्वसनीय है।
उन्होंने कहा कि एप्पल अधिक ग्राहकों की सेवा करने के लिए समय के साथ भारत में परिचालन का विस्तार कर रहा है।
कुक ने कहा, तीन साल पहले हमने ऐप्पल स्टोर ऑनलाइन लॉन्च किया था। और फिर हमने कुछ सप्ताह पहले ही दो स्टोर - एक मुंबई में और एक दिल्ली में - लॉन्च किए जिनकी शुरुआत काफी अच्छी रही है।
एप्पल को देश में कई चैनल पार्टनर भी मिले हैं।
एप्पल सीईओ ने कहा, कुल मिलाकर, मैं वहां ब्रांड के लिए जो उत्साह देख रहा हूं उससे ज्यादा खुश और उत्साहित नहीं हो सकता। मध्यम वर्ग में बहुत सारे लोग आ रहे हैं, और मुझे वास्तव में लगता है कि भारत एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। वहां होना बहुत अच्छा है।
कंपनी ने मेक्सिको, इंडोनेशिया, फिलीपींस, सऊदी अरब, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात में किसी भी तिमाही के और ब्राजील, मलेशिया और भारत में जनवरी-मार्च तिमाही के नए रिकॉर्ड बनाए हैं।