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नथिंग फ़ोन 2 हुआ लॉन्च, नथिंग फ़ोन 1 की कीमत में गिरावट
Posted Date : 13-Jul-2023 4:01:22 am

नथिंग फ़ोन 2 हुआ लॉन्च, नथिंग फ़ोन 1 की कीमत में गिरावट

नई दिल्ली। नथिंग फोन 2 आखिरकार भारत में 44,999 रुपये की शुरुआती कीमत पर लॉन्च हो गया है. नथिंग फोन 2 भारत में दो रंग विकल्पों और तीन कॉन्फिग़रेशन में पेश किया जाएगा. फोन की बिक्री भारत में 21 जुलाई से फ्लिपकार्ट पर शुरू होगी. 
नथिंग फोन 1 की तरह, नथिंग फोन 2 का निर्माण कंपनी के तमिलनाडु प्लांट में किया जा रहा है. नया स्मार्टफोन प्रत्येक छोर पर पारदर्शी प्लास्टिक के साथ एक अद्वितीय यूएसबी-सी केबल के साथ आएगा. 
किसी भी चीज़ ने प्रीमियम गुणवत्ता के अलावा तुलनात्मक रूप से सस्ते उत्पाद पेश करने की प्रतिष्ठा नहीं बनाई है. जैसा कि नथिंग का दावा है कि फोन 2 एक प्रीमियम पेशकश है, यह देखना दिलचस्प होगा कि यह अन्य फ्लैगशिप के मुकाबले कितना अच्छा है.  नथिंग फोन 2 भारत में दो रंग विकल्पों और तीन कॉन्फिग़रेशन में पेश किया जाएगा.  
नथिंग फोन 2 ग्राहक 8जीबी /128जीबी, 8जीबी /256जीबी और 12जीबी /256जीबी में से चुन सकते हैं जिनकी कीमत क्रमश: 44,999 रुपये, 49,999 रुपये और 54,999 रुपये है. इसके अलावा भारत में, फोन 2 फ्लिपकार्ट पर एक्सिस बैंक लेनदेन पर 3,000 रुपये की छूट के साथ उपलब्ध होगा. एक्सचेंज ऑफर और एक्सचेंज की बढ़ोतरीचुनिंदा स्मार्टफोन पर मिलेगी.
नथिंग फोन 2 के लॉन्च के बाद नथिंग ने अपने आधिकारिक ईकॉमर्स पार्टनर फ्लिपकार्ट पर नथिंग फोन 1 की कीमत कम कर दी है. जैसा कि कंपनी ने नथिंग फोन 2 को अपने पूर्ववर्ती की तुलना में 12,000 रुपये अधिक कीमत पर लॉन्च किया है. वहीं नथिंग फोन 1 फिलहाल फ्लिपकार्ट पर 28,999 रुपये की कीमत पर उपलब्ध है.

 

टमाटर के दाम ने छुई नयी ऊंचाइयां
Posted Date : 12-Jul-2023 3:52:34 am

टमाटर के दाम ने छुई नयी ऊंचाइयां

0-अदरक-हरी मिर्च के दाम भी बढ़े
नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से टमाटर लगातार तांडव मचा रहा हैं. बाजार में टमाटर के दाम बढऩे के साथ अब अदरक-हरी मिर्च के दाम भी बढ़ चुके हैं.  टमाटर की कीमतें अभी 120 रुपये से लेकर 160 रुपये तक पहुंच चुकी हैं. बढ़ती टमाटर की कीमतें देश की अनुमानित महंगाई दर पर भी असर डाल सकती हैं. हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक के शोधकर्ताओं की रिपोर्ट में इसे लेकर चिंता जाहिर की है. 
टमाटर को लेकर एक रिपॉर्ट जारी की गई हैं. जिसमें बताया गया है कि टमाटर की कीमत का असर प्याज-आलू पर भी होता है. भारतीय रिजर्व बैंक की एक रिपॉर्ट में सामने आया कि अगर टमाटर के दाम में कोई बदलाव होता है, तो प्याज और आलू पर भी उसका असर नजर आने लगता है. क्योंकि ये तीनों सब्जियां काफी हद तक एक-दूसरे पर निर्भर करती हैं. इसलिए इनकी कीमतें एक दूसरे पर असर डालती हैं. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में टमाटर, प्याज और आलू की हिस्सेदारी बहुत मामूली है, लेकिन ये प्रमुख सब्जियां महंगाई दर पर असर डालने की क्षमता रखती हैं.
क्योंकि सिर्फ सब्जियां ही महंगी नहीं हुई हैं, बल्कि मोटे अनाज-दूध के दाम भी बढ़े हैं. 2018-2019 तक खाद्य कीमतों की महंगाई दर नीचे रहती थी. इसके पीछे की सबसे अहम वजह बागवानी उत्पाद और खाद्यान्न के पर्याप्त भंडार होना थी. लेकिन हाल ही के वर्षों में खाद्य महंगाई दर बढऩी शुरू हुई है. इसकी सबसे अहम वजह सब्जियों के बढ़ते दाम भी हैं.

 

जीएसटी परिषद की 50वीं बैठक आज, कैंसर की दवाइयों पर घट सकता हैं टैक्स
Posted Date : 12-Jul-2023 3:52:16 am

जीएसटी परिषद की 50वीं बैठक आज, कैंसर की दवाइयों पर घट सकता हैं टैक्स

नई दिल्ली। जीएसटी परिषद की 50वीं बैठक आज नई दिल्ली में होगी. उम्मीद जतायी जा रही हैं कि इसमें ऑनलाइन गेमिंग पर कराधान, उपयोगी वाहनों की परिभाषा, पंजीकरण और इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा करने के नियमों को सख्त करने पर विचार किया जा सकता है. 
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक में सिनेमाघारों में परोसे जाने वाले खाद्य एवं पेय पदार्थों और कैंसर के इलाज में उपयोगी दवा के आयात पर छूट दी जा सकती है. ऑनलाइन गेमिंग, कसीनो और घुड़दौड़ पर 28 फीसदी जीएसटी देना पड़ सकता है. 
जीएसटी परिषद के मंत्रियों का समूह (जीओएम) इन पर 28 फीसदी जीएसटी लगाने पर सहमत हो गया है. हालांकि ऑनलाइन गेमिंग पर कर की दर को लेकर गोवा असहमत है. राज्य ने इस पर 18 फीसदी जीएसटी लगाने का सुझाव दिया है. ताकि युवाओं के आकर्षण को कम किया जा सके. 
फिटमेंट समिति ने कहा, सिनेमाघरों में परोसे जाने वाले भोजन व पेय पदार्थों पर 5 फीसदी कर लगाया जाए न कि 18 फीसदी, जैसा कुछ मल्टीप्लेक्स में किया जा रहा है. वहीं जीएसटी परिषद कैंसर के इलाज में उपयोगी व्यक्तिगत रूप से आयातित दवा डिनुटूक्सिमैब पर कर में छूट दे सकती है. वर्तमान में ऐसे आयात पर 5 या 12 फीसदी आईजीएसटी लगता है. फिटमेंट समिति ने सुझाव दिया है कि जिस दवा की लागत 36 लाख रुपये है, उसे जीएसटी से छूट दी जानी चाहिए. 

 

ग्लोबल मार्केट में तेजी के संकेत, एशिया में भी हरियाली
Posted Date : 12-Jul-2023 3:51:54 am

ग्लोबल मार्केट में तेजी के संकेत, एशिया में भी हरियाली

नई दिल्ली। लगातार तीन कारोबारी दिन तक गिरावट का सामना करने के बाद ग्लोबल मार्केट से आज मजबूती के संकेत मिल रहे हैं। अमेरिकी बाजार पिछले कारोबारी सत्र के दौरान बढ़त के साथ बंद हुए। इसी तरह यूरोपीय बाजार के तीनों सूचकांक भी ग्रीन जोन में बंद होने में सफल रहे। एशियाई बाजारों में भी आज लगातार खरीदारी होती नजर आ रही है।
पिछले कारोबारी सत्र के दौरान वॉल स्ट्रीट में उत्साह का माहौल नजर आया। डाओ जोंस 209.52 अंक यानी 0.62 प्रतिशत की मजबूती के साथ 33,944.40 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह एसएंडपी 500 इंडेक्स ने 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 4,409.53 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के कारोबार का अंत किया। इसके अलावा नैस्डेक 0.18 प्रतिशत चढक़र 13,685.48 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
जानकारों का मानना है कि पिछले कारोबारी सत्र के दौरान वॉल स्ट्रीट में उत्साह का माहौल जरूर रहा, लेकिन निवेशक अभी भी ब्याज दरों को लेकर आशंकित हैं। अमेरिकी फेडरल रिजर्व (यूएस फेड) की अगली बैठक 25 और 26 जुलाई को होने वाली है, जिसमें ब्याज दरों पर फैसला किया जाएगा। यूएस फेड की ओर से पहले ही ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का संकेत दिया जा चुका है। इसलिए निवेशक सतर्क होकर कारोबार कर रहे हैं। कल ही अमेरिका में महंगाई के आंकड़े आने वाले हैं। वॉल स्ट्रीट की नजर महंगाई के आंकड़ों पर भी रहेगी। इसलिए पिछले कारोबारी सत्र में भले ही वॉल स्ट्रीट के तीनों सूचकांकों ने ग्रीन जोन में अपना कारोबार खत्म किया, लेकिन आने वाले दिनों में अमेरिकी बाजार में उतार-चढ़ाव की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
यूरोपीय बाजार भी पिछले कारोबारी सत्र के दौरान मजबूती के साथ बंद हुए। एफटीएसई इंडेक्स 0.23 प्रतिशत की तेजी के साथ 7,273.79 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह सीएसी इंडेक्स में 0.45 प्रतिशत की छलांग लगाकर 7,143.69 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के कारोबार का अंत किया। इसके अलावा डीएएक्स इंडेक्स 0.45 प्रतिशत की बढ़त के साथ 15,673.16 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में भी आज सुबह से ही मजबूती नजर आ रही है। एशिया के सभी 9 बाजारों के सूचकांक बढ़त के साथ ग्रीन जोन में कारोबार कर रहे हैं। गिफ्ट निफ्टी 0.23 प्रतिशत की तेजी के साथ 19,501 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह निक्केई इंडेक्स 6.33 प्रतिशत मजबूत होकर 32,297.21 अंक तक पहुंच गया है। हैंग सेंग इंडेक्स 291.93 अंक यानी 1.58 प्रतिशत उछलकर 18,771.65 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं ताइवान वेटेड इंडेक्स भी अभी तक के कारोबार में 227.43 अंक यानी 1.37 प्रतिशत की तेजी के साथ 16,880.23 अंक के स्तर तक पहुंच गया है। इसी तरह कोस्पी इंडेक्स 1.39 प्रतिशत की मजबूती के साथ 2,555.67 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ है। इसके अलावा स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स 0.12 प्रतिशत मजबूत होकर 3,153.03 अंक के स्तर पर, सेट कंपोजिट इंडेक्स 0.46 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,503.71 अंक के स्तर पर, जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स 0.61 प्रतिशत उछलकर 6,771.91 और शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.48 प्रतिशत की मजबूती के साथ 3,219.20 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहे हैं।

 

ऊंची ब्याज दरों के कारण रियल एस्टेट सेक्टर में पीई निवेश पांच फीसदी घटा
Posted Date : 11-Jul-2023 3:39:51 am

ऊंची ब्याज दरों के कारण रियल एस्टेट सेक्टर में पीई निवेश पांच फीसदी घटा

नईदिल्ली। रियल एस्टेट क्षेत्र में निजी इक्विटी निवेश (पीई निवेश) चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून की तिमाही में सालाना आधार पर पांच फीसदी घटकर 1.9 अरब डॉलर रह गया है। रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक ने यह जानकारी देते हुए कहा कि ऊंची ब्याज दरों की वजह से निजी इक्विटी फ्लो में कमी आई है। इससे पिछले साल की समान तिमाही में रियल एस्टेट क्षेत्र में निजी इक्विटी निवेश दो अरब डॉलर रहा था।
एनारॉक ने ‘भारतीय रियल एस्टेट में पूंजी फ्लो पर-फ्लक्स 2023-24 की पहली तिमाही की निगरानी रिपोर्ट’ में कहा है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ऊंची ब्याज दरों की वजह से पीई गतिविधियों में मामूली गिरावट आई है। वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में पीई फ्लो 1.4 अरब डॉलर रहा था। वहीं 2020-21 की पहली तिमाही में यह 20 करोड़ डॉलर और 2019-20 की पहली तिमाही में 1.7 अरब डॉलर रहा था।
आंकड़ों के मुताबिक, पीई निवेश में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 94 फीसदी, जबकि घरेलू कोषों की हिस्सेदारी छह प्रतिशत रही। पीई गतिविधियों में मुख्य रूप से इक्विटी का दबदबा रहा। कुल प्रवाह में इक्विटी निवेश का हिस्सा 94 फीसदी रहा। मई में ब्रुकफील्ड इंडिया रीट (बीआईआरईटी) और सिंगापुर की जीआईसी ने समान भागीदारी में भारत में 1.4 अरब डॉलर में दो वाणिज्यिक संपत्तियों के अधिग्रहण की घोषणा की थी।
एनारॉक कैपिटल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी शोभित अग्रवाल ने कहा, ‘इस सौदे को छोड़ दिया जाए, तो ऊंची ब्याज दरों तथा वैश्विक अनिश्चितताओं की वजह से पीई गतिविधियों कमोबेश सुस्त रही हैं।’ अप्रैल-जून के दौरान रियल एस्टेट क्षेत्र में कुल पीई निवेश में से 90 फीसदी कार्यालय संपत्तियों में आया। एक साल पहले समान अवधि में यह आंकड़ा 68 फीसदी रहा था।

 

जी इंटरटेनमेंट के प्रमोटर चंद्रा और गोयनका को नहीं मिली राहत
Posted Date : 11-Jul-2023 3:39:30 am

जी इंटरटेनमेंट के प्रमोटर चंद्रा और गोयनका को नहीं मिली राहत

0-सेबी के फैसले के खिलाफ दायर की थी याचिका
नईदिल्ली। जी इंटरटेनमेंट (ज़ी एंटरटेनमेंट) के प्रमोटर सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका को सेबी के फैसले के खिलाफ दायर की गई याचिका मामले में एसएटी से राहत नहीं मिली है।
सिक्योरिटीज एंड अपीलीय ट्राइब्यूनल (एसएटी) ने आज यानी 10 जुलाई को सेबी के फैसले के खिलाफ जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के प्रमोटर्स द्वारा दायर की गई याचिका में राहत नहीं देने का फैसला किया है।
ज़ी के प्रमोटर्स सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका ने सेबी के द्वारा किसी भी कंपनी में कोई अहम पद लेने पर रोक लगावे के फैसले के खिलाफ याचिका दायर की थी। अपीलीय ट्राइब्यूनल ने इस मामले में सेबी और ज़ी एंटरटेनमेंट के सीईओ पुनीत गोयनका की दलील सुनने के बाद 27 जून को अपना फैसला रिजर्व कर लिया था।
जानकारी के मुताबिक, गोयनका और चंद्रा अगले दो हफ्तों में सेबी को अपना जवाब भेजेंगे। बता दें, 12 जून को सेबी ने अपने अंतरिम आदेश में कहा था कि एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और ज़ी एंटरटेनमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ पुनीत गोयनका किसी भी लिस्टेड कंपनी में कोई अहम पद नहीं ले पाएंगे।
कंपनी के प्रमोटर्स के खिलाफ फैसला आने के बाद ज़ी एंटरटेनमेंट के शेयरों में गिरावट बढ़ गई। दोपहर 12.07 पर ज़ी एंटरटेनमेंट के शेयर 3.05 फीसदी टूटकर 200.15 रुपए पर ट्रेड कर रहे थे ।