बेंगलुरु । भारत में सर्बैंक की ब्रांच को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से एक आईटी यूनिट स्थापित करने की अनुमति मिल गई है।
ऑफिशियल रिलीज में कहा गया, नए आईटी ऑफिस में सर्बैंक का इन-हाउस डेटा प्रोसेसिंग सेंटर होगा।
बेंगलुरु भारत का तीसरा सबसे बड़ा शहर और देश का लीडिंग साइंटिफिक और इंडस्ट्रियल सेंटर है, जो अन्य चीजों के अलावा, एयरोस्पेस, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री और आईटी प्रोडक्ट्स के डेवलपमेंट में विशेषज्ञता रखता है।
जबकि सर्बैंक की भारतीय ब्रांच 2010 से नई दिल्ली में एक्टिव है और वित्तीय सेवाओं की एक विस्तृत रेंज प्रदान करती है, बेंगलुरु ऑफिस पूरी तरह से सूचना प्रौद्योगिकी विकसित करने पर केंद्रित होगा।
सर्बैंक के कार्यकारी बोर्ड के उपाध्यक्ष अनातोली पोपोव ने कहा, बेंगलुरु को अक्सर भारत की सिलिकॉन वैली कहा जाता है, और यह प्रतीकात्मक है कि सर्बैंक ने अपने अंतरराष्ट्रीय आईटी प्रोजेक्ट के लिए उस शहर को चुना है।
बेंगलुरु हब न केवल हमारी भारतीय ब्रांच की तकनीकी जरूरतों को संभालेगा बल्कि अपने ग्राहकों के लिए नए डिजिटल प्रोडक्ट्स का विकास और कार्यान्वयन भी करेगा और लंबी अवधि में, हम अपनी नए यूनिट्स में 200 आईटी विशेषज्ञों को नियुक्त करने की योजना बना रहे हैं।
पीजेएससी सर्बैंक रूस का सबसे बड़ा बैंक और एक लीडिंग ग्लोबल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन है। कुल रूसी बैंकिंग सेक्टर की संपत्ति का लगभग एक-तिहाई हिस्सा रखने वाला, सर्बैंक राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का प्रमुख ऋणदाता है और रूस में सबसे बड़े डिपोजिट लेने वालों में से एक है।
नई दिल्ली । बीते दिन गुरुवार को टेस्ला इंक के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। इसका सीधा असर कंपनी के मालिक एलन मस्क की कुल संपत्ति पर पड़ा है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार यह अब तक की सातवीं सबसे बड़ी गिरावट है। आइए, इस रिपोर्ट में इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
एलन मस्क की कंपनी टेस्ला के शेयरों में बीते दिन गिरावट देखने को मिली है। इसका असर एलन मस्क की कुल संपत्ति पर भी पड़ा है। बीते एक दिन में ही एलन मस्क की कुल संपत्ति 20.3 बिलियन डॉलर कम हो गई। संपत्ति के कम होने की सबसे बड़ी वजह यह है कि टेस्ला के इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत है। दरअसल, टेस्ला के इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में कटौती जारी है। इस कटौती को जारी रखना पड़ सकता है। ऐसे में टेस्ला के शेयरों में गिरावट आ सकती है।
कुल संपत्ति के गिरावट के बाद मस्क और दुनिया के दूसरे अमीर व्यक्ति बर्नार्ड अरनॉल्ट के बीच संपत्ति के मूल्य का अंतर और कम हो गया है। अरनॉल्ट लग्जरी सामान बनाने वाली कंपनी रुङ्करू॥ के चेयरमैन है। टेस्ला के शेयर में गिरावट के बाद भी मस्क की संपत्ति अरनॉल्ट से लगभग 33 बिलियन डॉलर ज्यादा है।
बीते दिन इनकी संपत्ति में भी आई गिरावट
बीते दिन केवल एलन मस्क की संपत्ति में ही गिरावट नहीं आई है। इनके साथ ्रद्वड्ड5शठ्ठ.ष्शद्व ढ्ढठ्ठष्. के जेफ बेजोस, ह्रह्म्ड्डष्द्यद्ग ष्टशह्म्श्च. के लैरी एलिसन, पूर्व रूद्बष्ह्म्शह्यशद्घह्ल ष्टशह्म्श्च. सीईओ स्टीव बाल्मर, मेटा प्लेटफ़ॉर्म इंक के मार्क जुकरबर्ग और अल्फाबेट इंक के सह-संस्थापक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन की कुल संपत्ति में भी गिरावट आई है। इनकी संपत्ति में भी 20.8 बिलियन डॉलर की गिरावट आई है। इस गिरावट की वजह है कि टेक-हैवी नैस्डैक-100 के शेयर 2.3 फीसदी गिर गए हैं।
गुरुवार के दिन न्यूयॉर्क के शेयर बाजार में सबसे ज्यादा टेस्ला के शेयर में गिरावट दर्ज हुई है। ऑस्टिन स्थित टेस्ला के शेयर 9.7 फीसदी गिरकर 262.90 डॉलर पर आ गए। ये गिरावट 20 अप्रैल के बाद सबसे ज्यादा देखने को मिली है। कंपनी ने पहले से ही कम हो रही प्रॉफिट को लेकर चेतावनी दी थी। इस गिरावट ने महीनों की मार्क डाउन में ऑटोमोटिव सकल मार्जिन पर असर डाला है, ऐसे में ये दूसरी तिमाही में चार साल के निचले स्तर पर गिर गया है।
टेस्ला के शेयरों में गिरावट क्यों
टेस्ला के चेयरमैन मस्क ने कहा कि अगर ब्याज दरें इसी तरह बढ़ती रही तो टेस्ला को अपने इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों को कम करनी होंगी। महीनों की मार्क डाउन ने पहले ही ऑटोमोटिव सकल मार्जिन पर असर डाला है, जो दूसरी तिमाही में चार साल के निचले स्तर पर गिर गया है।
मस्क और अरनॉल्ट की नेटवर्थ
52 वर्षीय मस्क की संपत्ति में टेस्ला की हिस्सेदारी के साथ-साथ स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलॉजीज और ट्विटर की भी हिस्सेदारी है। इस साल बुधवार तक उनकी संपत्ति करीब 118 अरब डॉलर बढ़ गई थी। वहीं, टेस्ला के शेयर 136 प्रतिशत चढ़ गए।
अगर दुनिया के दूसरे व्यक्ति की संपत्ति देखें तो 74 साल के अरनॉल्ट की नेटवर्थ इस साल 39 अरब डॉलर बढक़र 201.2 अरब डॉलर हो गई है। इसी के साथ पेरिस स्थित रुङ्करू॥ के शेयरों में भी 26 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
नई दिल्ली । जेएसडब्ल्यू स्टील ने शुक्रवार को जून तिमाही 2023-24 के नतीजों का ऐलान किया है। कंपनी ने इस तिमाही में अपना नेट प्रॉफिट में लगभग तीन गुना वृद्धि दर्ज हुई है। इस तिमाही प्रॉफिट 2,428 करोड़ रुपये दर्ज हुआ है। जेएसडब्ल्यू स्टील ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि 2022-23 की इसी तिमाही में 839 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था। कंपनी के नतीजों के कहा गया है कि कंपनी की कुल इनकम भी एक साल पहले की तिमाही में 42,544 करोड़ रुपये बढ़ गई है। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी की इनकम 38,275 करोड़ रुपये थी। इस तिमाही कंपनी का खर्च में भी कमी देखने को मिली है। कंपनी का खर्च 39,030 करोड़ रुपये रहा, जो पहले 36,977 करोड़ रुपये था।
कंपनी के शेयर में तेजी
कंपनी के जून तिमाही के नतीजे जारी होने के बाद कंपनी के शेयर में तेजी देखने को मिली है। खबर लिखते वक्त, बीएसई पर करीब 2 फीसदी की बढ़त के साथ 815 रुपए प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था। वहीं, एनएसई पर 1.6 फीसदी की बढ़त के साथ 812 रुपए प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा था।
जेएसडब्ल्यू स्टील के बारे में
जेएसडब्ल्यू स्टील कंपनी जेएसडब्ल्यू ग्रुप्सकी कंपनी है। ये इंफ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी, सीमेंट,पेंट,स्पोर्ट और वैनच्योर कैपिटल के सेक्टर में काम करते हैं। इसी के साथ कंपनी ने शुक्रवार को हुए बोर्ड ऑफ मीटिंग में स्वयं सौरभ को मुख्य वित्तीय अधिकारी नियुक्त किया।
कोच्चि । मिल्मा ब्रांड के नाम से प्रसिद्ध केरल को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (केसीएमएमएफ) ने एर्नाकुलम में स्थित अपनी नव-निर्मित राज्य केंद्रीय गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला के प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) काफ लिमिटेड के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
मिल्मा की राज्य केंद्रीय गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला एडापल्ली में एर्नाकुलम क्षेत्रीय सहकारी दूध उत्पादक संघ (ईआरसीएमपीयू) मुख्यालय में स्थित है। जिसका निर्माण केंद्र सरकार की लगभग दस करोड़ रुपये की सहायता से किया गया था। गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि लैब सभी खाद्य उत्पादों, पशु चारा और खनिज मिश्रण की जांच परख करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
समझौते के अनुसार मिल्मा लैब के संचालन का प्रबंधन दस साल की अवधि के लिए एनडीडीबी काफ लिमिटेड को सौंपा जाएगा। एनडीडीबी काफ लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजेश सुब्रमण्यम और मिल्मा के प्रबंध निदेशक आसिफ के यूसुफ आईएएस ने एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश सी शाह, मिल्मा के अध्यक्ष के एस मणि और एर्नाकुलम क्षेत्रीय संघ के अध्यक्ष एम टी जयन की उपस्थिति में 18 जुलाई को गुजरात के आनंद एनडीडीबी में समझौते पर हस्ताक्षर किए।
केसीएमएमएफ ने डेयरी विकास के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीडीडी) योजना के तहत भारत सरकार के वित्तीय सहयोग से एर्नाकुलम क्षेत्रीय सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड (ईआरसीएमपीयू) मुख्यालय के परिसर में राज्य केंद्रीय गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला की स्थापना की। एनडीडीबी काफ लिमिटेड इस लैब को भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) और भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के लिए एक रेफरल प्रयोगशाला बनाएगा।
नई दिल्ली । इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाटसएप एक बार फिर डाउन हुआ है। इस महीने ये दूसरी बार हुआ है, जब वॉट्सऐप की सर्विसेस प्रभावित हुई हैं। बुधवार देर रात अचानक व्हाटसएप ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा।
वॉट्सऐप की मालिकाना कंपनी मेटा ने इस बारे में पुष्टि करते हुए अपने ऑफिशियल ट्वीट पर कहा, ‘हम वॉट्सऐप पर आ रही कनेक्टिविटी समस्याओं को हल करने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं और हम आपको जल्द से जल्द इसका अपडेट देंगे।’
रिपोर्ट के मुताबिक सर्विस करीब एक घंटा ठप रही, जिसके बाद वह फिर से बहाल हो गई। कुछ देर बाद, समस्या हल हो गई और कंपनी द्वारा ट्वीट करके अपडेट दिया गया, ‘अब हम वापस आ गए हैं, खुशी से चैटिंग कीजिए!’ फिलहाल अब तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि आउटेज की वजह क्या थी।
वॉट्सऐप डाउन होने के बाद ट्विटर पर प्तङ्खद्धड्डह्लह्य्रश्चश्च ष्ठश2ठ्ठ ट्रेंड करने लगा और लोग ऐप के मजे भी लेने लगे। इसके अलावा ऐप में दिक्कत आने के चलते कुछ परेशान यूज़र्स अपनी भड़ास निकालने भी पहुंच गए, और फिर प्लैटफॉर्म पर मीम्स की बाढ़ आ गई है।
नई दिल्ली । श्री सीमेंट को कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) के क्षेत्रीय निदेशक (एनडब्ल्यूआर) के कार्यालय से एक पत्र मिला, जिसमें कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 206 (5) के तहत निरीक्षण के आदेश के बारे में बताया गया है।
कंपनी ने एक फाइलिंग में कहा, श्री सीमेंट निर्देशों का पालन करेगी।
जून में श्री सीमेंट द्वारा 23,000 करोड़ रुपये की कर चोरी की खबरें आई थीं, जिसके बाद स्टॉक में 10 फीसदी की गिरावट आई थी। केंद्र सरकार प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों का उल्लंघन करते हुए कंपनी अधिनियम की धारा 206(5) के तहत एकतरफा कार्रवाई कर सकती है और अपने द्वारा नियुक्त निरीक्षक द्वारा कंपनी की पुस्तकों और कागजात का निरीक्षण करने का निर्देश दे सकती है।
रिपोर्टों के अनुसार, जून में, आयकर अधिकारियों ने राजस्थान भर में विभिन्न स्थानों पर श्री सीमेंट समूह के परिसरों की तलाशी ली थी और कम से कम 23,000 करोड़ रुपये की कर धोखाधड़ी का संकेत देने वाले दस्तावेज जब्त किए थे।
आयकर अधिकारियों ने कहा कि छापे में मिले दस्तावेजों की जांच से पता चला है कि हर साल लगभग 1,200 से 1,400 करोड़ रुपये की कर चोरी की जाती थी।
यह छापेमारी आयकर अधिकारियों द्वारा समूह द्वारा किए गए कर कटौती के दावों पर संदेह करने के बाद हुई।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि केंद्र और राज्य सरकारों को सरपंच, ग्राम पंचायत और संबंधित स्थानीय निकायों द्वारा किए गए फर्जी समझौतों के माध्यम से नुकसान हुआ और आयकर विभाग के अधिकारियों ने जालसाजी से संबंधित समझौतों को भी जब्त कर लिया है।
आयकर विभाग के जयपुर कार्यालय की एक टीम ने जयपुर, ब्यावर, उदयपुर, अजमेर और चित्तौडग़ढ़ में श्री सीमेंट के 24 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की थी। इन छापों में 200 से अधिक आईटी अधिकारी और पुलिसकर्मी शामिल थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आईटी अधिकारियों के मुताबिक, सीमेंट उत्पादन के लिए खरीदे गए कोयले और इसके लिए किए गए भुगतान के हिसाब-किताब में भारी अनियमितताएं थीं और विभाग ने नई तकनीक और सॉफ्टवेयर की मदद से इस धोखाधड़ी का पता लगाया।
श्री सीमेंट ने स्पष्ट किया था कि आयकर विभाग द्वारा सर्वेक्षण 21 जून को शुरू हुआ था और कंपनी ने उसी दिन स्टॉक एक्सचेंज को इसके बारे में सूचित किया था।
बाद में जब उसे पता चला कि कंपनी और उसके अधिकारियों के बारे में कुछ नकारात्मक और गलत जानकारी मीडिया के कुछ हिस्सों में प्रसारित हो रही है, तो उसने तुरंत एक स्पष्टीकरण जारी किया कि कंपनी अधिकारियों को पूरा सहयोग दे रही है और मीडिया में अन्यथा प्रसारित हो रही जानकारी गलत
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