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अडानी ग्रुप ने किया अबू धाबी की कंपनी टीएक्यूए के साथ करार से इनकार, नहीं हो रहा 2.5 अरब डॉलर का सौदा
Posted Date : 18-Aug-2023 7:56:52 pm

अडानी ग्रुप ने किया अबू धाबी की कंपनी टीएक्यूए के साथ करार से इनकार, नहीं हो रहा 2.5 अरब डॉलर का सौदा

नईदिल्ली। गौतम अदाणी की कंपनी अदाणी ट्रांसमिशन ने शुक्रवार को इस बात से इनकार कर दिया कि अबू धाबी नैशनल एनर्जी कंपनी, जिसे टीएक्यूए के नाम से जाना जाता है, अदाणी समूह में हिस्सेदारी खरीदने के लिए 1.5 अरब डॉलर से 2.5 अरब डॉलर के बीच निवेश करेगी।
इससे पहले ऐसी खबर आ रही थी कि अबू धाबी की नैशनल एनर्जी कंपनी पीजेएससी (टीएक्यूए) भारत में अपना बिजनेस बढ़ाने की तैयारी मे है और इसके लिए यह 1.5 से 2.5 अरब डॉलर का निवेश करने जा रही है। लेकिन अदाणी ट्रांसमिशन की तरफ से इस खबर को खारिज कर दिया गया है।
इस रिपोर्ट में बताया गया था कि 1.5 अरब डॉलर से 2.5 अरब डॉलर तक का निवेश सिंगल या उससे ज्यादा ग्रुप बिजनेस में किया जा सकता है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया जा रहा था कि टीएक्यूए अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में लगभग 20 प्रतिशत हिस्सेदारी भी खरीद सकती है।
हालांकि, स्टॉक एक्सचेंज स्पष्टीकरण में, अदाणी ट्रांसमिशन ने कहा, ‘इस संबंध में, हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि कंपनी कंपनी में अपने निवेश के लिए अबू धाबी नैशनल एनर्जी कंपनी पीजेएससी (टीएक्यूए) के साथ किसी भी चर्चा में शामिल नहीं है।’
रिपोर्ट के अनुसार, टीएक्यूए  ने भी यह कहा कि रिपोर्टों में ‘कोई सच्चाई नहीं’ है।
इन इनकारों के बावजूद, सूत्रों ने पहले संकेत दिया था कि अबू धाबी सिक्योरिटीज एक्सचेंज पर दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक टीएक्यूए, अदाणी समूह की कंपनियों या किसी दूसरी सिंगल यूनिट में निवेश करना चाहता है।
सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि टीएक्यूए अदाणी समूह की कंपनियों या किसी सिंगल यूनिट में 1.5 अरब डॉलर से 2.5 अरब डॉलर के बीच निवेश करने करना चाहती है। इसमें यह भी कहा गया कि दोनों पक्षों का मानना है कि टीएक्यूए और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, जिसे पहले अदाणी ट्रांसमिशन के नाम से जाना जाता था, के बीच एक महत्वपूर्ण तालमेल था और इससे उत्तरी अफ्रीका और पश्चिम एशिया में परियोजनाओं पर एक साथ काम करने के लिए एक रणनीतिक गठबंधन हो सकता है।

 

अब फ्लोटिंग से फिक्स्ड रेट में कर सकेंगें स्विच, आरबीआई ने दिया निर्देश
Posted Date : 18-Aug-2023 7:56:13 pm

अब फ्लोटिंग से फिक्स्ड रेट में कर सकेंगें स्विच, आरबीआई ने दिया निर्देश

0-बढ़ती ईएमआई से मिलेगी राहत ! 
नईदिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों से कहा है कि ब्याज दरें नए सिरे से तय करते समय वे कर्ज ले रखे ग्राहकों को ब्याज की निश्चित (फिक्स्ड) दर चुनने का विकल्प उपलब्ध कराएं।
केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को जारी अधिसूचना में कहा कि ऐसा देखने में आया है कि ब्याज दर बढऩे पर कर्ज की अवधि या मासिक किस्त (ईएमआई) बढ़ा दी जाती है और ग्राहकों को इसके बारे में सही तरीके से सूचित नहीं किया जाता है और न ही उनकी सहमति ली जाती है। इस चिंता को दूर करने के लिए रिजर्व बैंक ने अपने नियमन के दायरे में आने वाली इकाइयों को एक उचित नीतिगत ढांचा बनाने को कहा है।
रिजर्व बैंक ने कहा, ‘कर्ज की मंजूरी के समय बैंकों को अपने ग्राहकों को स्पष्ट तौर पर बताना चाहिए कि मानक ब्याज दर में बदलाव की स्थिति में ईएमआई या कर्ज की अवधि पर क्या प्रभाव पड़ सकता है। ईएमआई या कर्ज की अवधि बढऩे की सूचना उचित माध्यम से तत्काल ग्राहक को दी जानी चाहिए।’
केंद्रीय बैंक ने कहा कि ब्याज दरों को नए सिरे से तय करते समय बैंक ग्राहकों को निश्चित ब्याज दर को चुनने का विकल्प दें। इसके अलावा नीति के तहत ग्राहकों को यह भी बताया जाए कि उन्हें कर्ज की अवधि के दौरान इस विकल्प को चुनने का अवसर कितनी बार मिलेगा। साथ ही कर्ज लेने वाले ग्राहकों को ईएमआई या ऋण की अवधि बढ़ाने या दोनों विकल्प दिए जाएं।
अधिसूचना में कहा गया है कि ग्राहकों को समय से पहले पूरे या आंशिक रूप से कर्ज के भुगतान की अनुमति दी जाए। यह सुविधा उन्हें कर्ज के अवधि के दौरान किसी भी समय मिलनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि आरबीआई ने पिछले सप्ताह पेश मौद्रिक नीति समीक्षा में कर्ज लेने वाले लोगों को परिवर्तनशील (फ्लोटिंग) ब्याज दर से निश्चित ब्याज दर का विकल्प चुनने की अनुमति देने की बात कही थी।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि इसके लिए एक नया ढांचा तैयार किया जा रहा है। इसके तहत बैंकों को कर्ज लेने वाले ग्राहकों को ऋण की अवधि तथा मासिक किस्त (ईएमआई) के बारे में स्पष्ट जानकारी देनी होगी।

 

नीलामी के बाद 10 साल वाला नया बॉन्ड बनेगा बेंचमार्क
Posted Date : 18-Aug-2023 3:24:19 am

नीलामी के बाद 10 साल वाला नया बॉन्ड बनेगा बेंचमार्क

नईदिल्ली  । दस वर्षीय नया बॉन्ड (7.18 फीसदी, 2033) चार और नीलामी के बाद बेंचमार्क बॉन्ड बन सकता है। इसका प्रतिफल मोटे तौर पर स्थिर है और वॉल्यूम 50,000 करोड़ रुपये पर पहुंचने वाला है।
सरकार ने 14,000 करोड़ रुपये के नए 10 वर्षीय बॉन्ड बेचे, जिसकी बाजार में अच्छी मांग रही। डीलरों ने कहा कि नीलामी में इसके पहले इश्यू का ज्यादातर हिस्सा सरकारी बैंकों ने खरीदा।
एक सरकारी बैंक के डीलर ने कहा, नया 10 वर्षीय बॉन्ड (7.18 फीसदी, 2033) अगली तीन से चार नीलामियों में बेंचमार्क बन जाएगा क्योंकि 7.26 फीसदी वाले 2033 बॉन्ड उतारे जाने के समय के मुकाबले उतारचढ़ाव अपेक्षाकृत कम है। उन्होंने कहा, हर कोई नए बॉन्ड में हाथ आजमाना चाहता है और चार नीलामियों में वॉल्यूम आदि इतना अच्छा हो जाएगा कि उसे बेंचमार्क माने जाने पर विचार कर लिया जाएगा।
नए 10 वर्षीय बॉन्ड की कूपन दर हालांकि मौजूदा बेंचमार्क 10 वर्षीय बॉन्ड के प्रतिफल के मुकाबले 1 आधार अंक कम तय की गई थी, लेकिन नए बॉन्ड ने आरबीआई के नेगोशिएटेड डीलिंग सिस्टम ऑर्ड मैचिंग प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग चार्ट में तेजी से दूसरे पायदान पर जगह बना ली।
एक अन्य सरकारी बैंक के डीलर ने कहा, नीलामी में कुल मिलाकर मांग हालांकि पिछले वर्षों की तरह नहीं थी। साथ ही बाजार के लिए कोई नया संकेतक भी नहीं था। उन्होंने कहा, लेकिन यह देखते हुए कि यह 10 वर्षीय बॉन्ड है, द्वि?तीयक बाजार में वॉल्यूम ने जल्दी ही जोर पकड़ लिया।
नए 10 वर्षीय बॉन्ड और मौजूदा बेंचमार्क बॉन्ड के बीच स्प्रेड 2 आधार अंक बढ़ा है। मौजूदा बेंचमार्क बॉन्ड ने अपने पूर्ववर्ती 7.26 फीसदी 2032 की जगह लेने में सामान्य से ज्यादा वक्त लिया था, जिसकी वजह सीमित ट्रेड वॉल्यूम थी। कुछ वजहों से बॉन्ड का वॉल्यूम कम रहा था। 3 फरवरी को पहला इश्यू जारी किए जाने के बाद करीब दो महीने में हुई चार नीलामी में कुल 52,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड जारी किए गए। इसका कारण सरकार का वित्त वर्ष 2022-23 का उधारी कार्यक्रम था, जो 24 फरवरी को समाप्त हो गया।
मौजूदा बेंचमार्क 10 वर्षीय बॉन्ड का बकाया 1.5 लाख करोड़ रुपये है। 1.5 लाख करोड़ रुपये की बकाया रकम को किसी बॉन्ड को इलिक्विड घोषित करने की खातिर अनौपचारिक सीमा माना जाता है।

 

स्कोडा ऑटो का चाकन सुविधा से एक्सपोर्ट 6,00,000 इकाइयों के पार
Posted Date : 18-Aug-2023 3:23:41 am

स्कोडा ऑटो का चाकन सुविधा से एक्सपोर्ट 6,00,000 इकाइयों के पार

नईदिल्ली  । स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (स््रङ्कङ्खढ्ढक्करु) की पुणे स्थित चाकन सुविधा से कार निर्यात करने का आकंड़ा 6,00,000 इकाइयों के पार पहुंच गया है।
एसएवीडब्ल्यूआईपीएल, जर्मन ऑटोमोटिव विनिर्माण फॉक्सवैगन समूह की भारतीय अनुषंगी कंपनी है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी पीयूष अरोड़ा ने कहा, ‘‘ भारत से निर्यात हमारी वैश्विक रणनीति का अभिन्न हिस्सा है। 6,00,000 इकाइयों का आंकड़ा पार करना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। भारत की रणनीतिक भौगोलिक स्थिति और यहां की इंजीनियरिंग क्षमताएं हमारे बढ़ते निर्यात की कुंजी रही है।’’
फॉक्सवैगन समूह ने 2011 में भारत से निर्यात शुरू किया था।

 

तेजस नेटवर्क को टीसीएस से मिला 7000 करोड़ से अधिक का ऑर्डर, 4 जी और 5 जी के उत्पाद करेगी सप्लाई
Posted Date : 17-Aug-2023 4:11:56 am

तेजस नेटवर्क को टीसीएस से मिला 7000 करोड़ से अधिक का ऑर्डर, 4 जी और 5 जी के उत्पाद करेगी सप्लाई

नईदिल्ली। टाटा समूह का हिस्सा तेजस नेटवर्क, जो वायरलेस नेटवर्किंग उत्पादों का डिजाइन और निर्माण करता है,उसे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज से 4जी और 5जी उपकरण के लिए 7,492 करोड़ रुपये का खरीद ऑर्डर मिला है। अगर आसान शब्दों में कहें तो तेजस नेटवर्क इंटरनेट सर्विस को ऑप्टिल फाइबर से घर घर पहुंचाने और ऑफिस में स्पीड फास्ट करने का काम कंपनी करती है।
तेजस कंपनी ने बताया कि उसने बीएसएनएल के अखिल भारतीय 4जी/5जी नेटवर्क के लिए अपने रेडियो एक्सेस नेटवर्क उपकरण की आपूर्ति, सपोर्ट और मेंटिनेंस सर्विसेज के लिए टीसीएस के साथ एक मास्टर कॉन्ट्रैक्ट किया है।
टीसीएस से 7,492 करोड़ रुपये के खरीद ऑर्डर के हिस्से के रूप में, तेजस 100,000 साइटों के लिए उपकरणों की आपूर्ति करेगा।तेजस नेटवर्क के सीईओ और प्रबंध निदेशक आनंद अत्रेय ने कहा, ‘बेसबैंड और रेडियो उत्पादों का हमारा अत्याधुनिक पोर्टफोलियो बीएसएनएल को एक स्केलेबल और लागत प्रभावी नेटवर्क शुरू करने में सक्षम करेगा जो विश्व स्तरीय प्रदर्शन और गुणवत्ता मानकों को पूरा करता है। यह वायरलेस और वायरलाइन पेशकशों के एंड-टू-एंड सूट के साथ भारत की पहली वैश्विक स्तर की दूरसंचार और नेटवर्किंग उत्पाद कंपनी बनाने के हमारे मिशन को भी आगे बढ़ाता है।’ 
तेजस ने कहा कि इस सौदे को मार्च 2023 को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए अपने शेयरधारकों से आवश्यक मंजूरी मिल गई है।तेजस नेटवर्क 75 से अधिक देशों में दूरसंचार सेवा प्रदाताओं, इंटरनेट सेवा प्रदाताओं, उपयोगिताओं, रक्षा और सरकारी संस्थाओं के लिए वायरलेस और वायरलेस नेटवर्किंग उत्पाद बनाती है।
कारोबारी साल 2022-23 की अप्रैल-जून तिमाही के मुकाबले कारोबारी साल 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का घाटा 26.3 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले ये घाटा 11.5 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी की आमदनी भी गिरी है। ये 37 फीसदी गिरकर 188 करोड़ रुपये रही है। एक साल पहले ये 299 करोड़ रुपये थी।

 

सोने-चांदी की कीमतों में नरमी, 59 हजार रुपये से नीचे सोना, 70 हजार रुपये के करीब चांदी
Posted Date : 17-Aug-2023 4:10:56 am

सोने-चांदी की कीमतों में नरमी, 59 हजार रुपये से नीचे सोना, 70 हजार रुपये के करीब चांदी

नईदिल्ली। सोने के वायदा भाव आज गिरावट के साथ खुले, लेकिन चांदी के वायदा भाव की शुरुआत तेजी के साथ हुई। लेकिन बाद में इसके भाव में भी नरमी देखी जाने लगी। चांदी के वायदा भाव 70 हजार रुपये और सोने के भाव 59 हजार रुपये से नीचे कारोबार कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने—चांदी की कीमतों में नरमी देखी जा रही है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर चांदी का बेंचमार्क सितंबर कॉन्ट्रैक्ट आज 23 रुपये की तेजी के साथ 69,977 रुपये के भाव पर खुला। हालांकि खबर लिखे जाने के समय यह कॉन्ट्रैक्ट 25 रुपये की गिरावट के साथ 69,929 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था। इस समय इसने 69,977 रुपये के भाव पर दिन का उच्च और 69,900 रुपये प्रति किलो के भाव पर दिन का निचला स्तर छू लिया। मई महीने में चांदी के वायदा भाव 78 हजार रुपये किलो को पार कर सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए थे।
एमसीएक्स पर सोने का बेंचमार्क अक्टूबर कॉन्ट्रैक्ट 143 रुपये की गिरावट के साथ 58,831 रुपये के भाव पर खुला। खबर लिखे जाने के समय यह कॉन्ट्रैक्ट 126 रुपये की गिरावट के साथ 58,848 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था। इस समय इसने 58,859 रुपये के भाव पर दिन का उच्च स्तर और 58,802 रुपये के भाव पर निचला स्तर छू लिया। मई महीने में सोने के वायदा भाव ने 61,845 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर सर्वोच्च स्तर छू लिया था।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव गिरावट के साथ खुले। कॉमेक्स पर सोना 1933.10 डॉलर प्रति औंस के भाव पर खुला। पिछले क्लोजिंग प्राइस 1935.20 डॉलर था। खबर लिखे जाने के समय यह 0.30 डॉलर की गिरावट के साथ 1934.90 डॉलर प्रति औंस के भाव पर कारोबार कर रहा था। कॉमेक्स पर चांदी के वायदा भाव 22.59 डॉलर के भाव पर खुले, जबकि पिछला क्लोजिंग प्राइस 22.65 डॉलर था। हालांकि खबर लिखे जाने के समय यह मामूली गिरावट के साथ 22.64 डॉलर प्रति औंस के भाव पर कारोबार कर रही थी।