मुंबई । रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने एआई की दुनिया में अब अपने पैर पसारने के लिए एक बड़ी डील की है। इसके तहत जियो प्लेटफॉर्म्स ने क्लाउड आधारित एआई कंप्यूट का बुनियादी ढांचा तैयार करने के लिए वैश्विक चिप डिजाइन फर्म एनवीडिया के साथ करार किया गया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी चिप निर्माता एनवीडिया के साथ हुई ये डील भारत की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सेमीकंडक्टर चिप महत्वाकांक्षाओं को बढ़ावा देने के लिए की गई है।
इस साझेदारी से रिलायंस इंडस्ट्रीज के डिजिटल सेवा कारोबार को और बढ़ावा मिलेगा, जो जियो प्लेटफॉर्म्स के अंतर्गत आता है. जियो प्लेटफॉर्म्स की ओर से एक बयान में कहा गया है कि एआई क्लाउड का यह नया बुनियादी ढांचा देश भर के शोधकर्ताओं, डेवलपर, स्टार्टअप, वैज्ञानिकों, एआई विशेषज्ञों को त्वरित कंप्यूटिंग और हाई-स्पीड, सुरक्षित क्लाउड नेटवर्किंग तक पहुंच में सक्षम बनाएगा। एनवीडिया के फाउंडर और सीईओ जेनसेन हुआंग ने कहा कि भारत में अत्याधुनिक एआई सुपर कंप्यूटर बनाने के लिए रिलायंस के साथ साझेदारी करके हमें खुशी हो रही है। भारत के पास स्किल, डेटा और टेलेंट है। सबसे उन्नत एआई कंप्यूटिंग बुनियादी ढांचे के साथ, रिलायंस अपने स्वयं के बड़े लैंग्वेज मॉडल का निर्माण कर सकता है, जो भारत के लोगों के लिए देश में बने जेनरेटर एआई अनुप्रयोगों को शक्ति प्रदान करेगा।
नई दिल्ली । ट्विटर (अब एक्स) प्रतिद्वंद्वी मेटा के थ्रेड्स ने मोबाइल और वेब दोनों पर भारत सहित ज्यादा देशों में कीवर्ड सर्च फीचर शुरू की है, जिसका टेस्टिंग कंपनी ने पिछले हफ्ते ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में शुरू किया था। भारत के साथ-साथ कंपनी ने इस फीचर को अर्जेंटीना, मैक्सिको, यूके और यूएस में भी लॉन्च किया है।
मेटा ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, आज, हम इंग्लिश और स्पेनिश में कीवर्ड सर्च शुरू करेंगे, उन देशों में जहां ज्यादातर लोग मोबाइल और वेब दोनों पर अर्जेंटीना, भारत, मैक्सिको, यूके और यूएस जैसी भाषाओं में पोस्ट करते हैं। मेटा ने यह भी कहा कि वह इस फीचर को जल्द से जल्द अन्य भाषाओं और देशों में लाने पर काम कर रहा है।
मेटा के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने भी थ्रेड्स पोस्ट में डेवलपमेंट को साझा किया। उन्होंने कहा, आज अधिकांश इंग्लिश और स्पेनिश भाषी देशों में शुरू हो रहा है। जल्द ही और भी बहुत कुछ आने वाला है। हालांकि, जुलाई की शुरुआत में एंड्रॉइड डिवाइस पर ग्लोबल स्तर पर लगभग 50,000 डेली एक्टिव यूजर्स के शिखर पर पहुंचने के बाद थ्रेड्स में लगातार गिरावट आ रही है और अब यह लगभग 10 मिलियन है। डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म सिमिलरवेब के अनुसार, यह संख्या ट्विटर की यूजर्स संख्या के दसवें हिस्से से भी कम है।
जुकरबर्ग के अनुसार, 5 जुलाई को लॉन्च होने के सात घंटों के भीतर 10 मिलियन से अधिक लोग सोशल मीडिया ऐप से जुड़ गए। मार्केट इंटेलिजेंस डेटा प्रोवाइडर सेंसर टॉवर के अनुसार, थ्रेड्स एक दशक में अपने पहले दिन सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला नॉन-गेम ऐप बन गया और 100 मिलियन यूजर्स को पार कर गया। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि थ्रेड्स पर यूजर्स ऐप पर प्रति दिन केवल 2.4 मिनट बिताते हैं, जो जुलाई की शुरुआत में अपने चरम से 80 प्रतिशत कम है।
नई दिल्ली । भारत के विमानन निगरानी निकाय, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मुंबई और हैदराबाद में एयर इंडिया की सिम्युलेटर सुविधाओं को सशर्त नवीनीकृत मंजूरी दे दी है।
यह निर्णय एयरलाइन को पायलट प्रशिक्षण फिर से शुरू करने में सक्षम बनाता है, जिसे नियामक द्वारा नियामक मानकों के गैर-अनुपालन का खुलासा करने वाले ऑडिट के कारण इसकी मंजूरी निलंबित करने के बाद रोक दिया गया था। डीजीसीए के एक अधिकारी ने कहा, कमियों को दूर करने के बाद 30 दिनों की अवधि के लिए सशर्त मंजूरी दी गई है। इस 30 दिनों की अवधि के भीतर एक आंतरिक ऑडिट किया जाएगा और समीक्षा के परिणाम बाद में हमारे साथ साझा किए जाएंगे।
एयर इंडिया पायलट प्रशिक्षण के लिए दो अलग-अलग सिमुलेटर का प्रबंधन करती है। मुंबई में सुविधा बोइंग पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिए समर्पित है, जबकि हैदराबाद में सुविधा मुख्य रूप से एयरबस पायलट प्रशिक्षण के लिए उपयोग की जाती है।
पिछले हफ्ते, डीजीसीए ने एयर इंडिया की हैदराबाद और मुंबई सुविधाओं में सिम्युलेटर प्रशिक्षण को निलंबित कर दिया था।
नईदिल्ली। भारत को 2047 तक विकसित देश बनने के लिए अगले 20 वर्षों तक 8-9 प्रतिशत की दर से बढऩे की जरूरत है। डेलॉयट दक्षिण एशिया के सीईओ रोमल शेट्टी ने यह बात कही।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने की दिशा में काम करने का आह्वान किया है।
शेट्टी ने कहा कि भारत को ‘चीन प्लस वन’ रणनीति से फायदा मिल सकता है, क्योंकि कोई दूसरा देश इस तरह के परिचालन के पैमाने और आकार की पेशकश नहीं कर सकता, जैसा यहां उपलब्ध है।
अंतरिक्ष क्षेत्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में पहले ही 200 स्टार्टअप हैं और यहां 2040 तक 100 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश आ सकता है।
शेट्टी ने बताया, हमें एक विकसित अर्थव्यवस्था बनने के लिए कम से कम 2047 तक 8-9 प्रतिशत की दर से बढऩे की जरूरत हैज् मध्यम आय स्तर से आगे बढऩा होगाज् इस गति से वृद्धि आसान नहीं है। दुनिया में बहुत कम देश ऐसे हैं, जो सालाना 8-9 प्रतिशत की गति से बढऩे में सक्षम हैं।
मोदी ने हाल ही में कहा था कि भारत निकट भविष्य में शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में होगा। उन्होंने कहा था, मुझे यकीन है कि 2047 तक हमारा देश विकसित देशों में होगा। हमारी अर्थव्यवस्था और भी अधिक समावेशी होगी।
भारत इस समय अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी के बाद दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
नईदिल्ली। एप्पल के फोन को लेकर चीन और अमेरिका के बीच चल रहा ट्रेड वॉर थमने का नाम नहीं ले रहा। इसके चलते एप्पल शेयर पर असर पड़ा है, लगातार तीसरे दिन शेयर गिरावट पर हैं। आज यानी शुक्रवार को दोपहर तक 2.92 फीसदी की गिरावट पर देखा गया। गुरुवार को स्टॉक में लगातार दूसरे दिन की गिरावट देखी गई। गुरुवार को ऐप्पल का स्टॉक 3 फीसदी लुढक़ा था।
कंपनी के शेयर में ये कमजोरी चीन की एक खबर से जुड़ी है। दरअसर, हाल ही में खबर आई की चीन ने अपने देश में सरकारी कर्मचारियों के द्वारा आईफोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है। हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। बता दें, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर लंबे समय से जारी है। इसी वॉर के बीच चीन के आईफोन पर बैन लगाने के कदम से आशंका तेज हो गई है कि ऐप्पल के एक बड़े मार्केट में ऐसे प्रतिबंध उसकी आय पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं।
आज जहां स्टॉक 2.92 फीसदी की गिरावट पर हैं वहीं गुरुवार को एप्पल शेयर 3 फीसदी गिरे। इससे पहले बुधवार को भी स्टॉक में 4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। दरअसल ऐसी कई खबरें सामने आई हैं जिसके मुताबिक चीन के सरकारी कर्मचारी आईफोन का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे हालांकि इन प्रतिबंधों का ऐलान नहीं किया गया है। खबरों के मुताबिक चीन की सरकार ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वो ऑफिस में आईफोन का इस्तेमाल नहीं कर सकते और न ही उन्हें ऑफिस में लेकर आ सकते हैं।
खबरों की मानें तो चीन ऐसा कदम अमेरिका के द्वारा चीन की कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद उठा रहा है। गौरतलब है कि हुवाई को साल 2019 में अमेरिका ने बैन लिस्ट में रखा था। अमेरिका को आशंका थी की हुवाई के रास्ते चीन अमेरिकी कम्युनिकेशंस में पहुंच बना सकता है।
बता दें, चीन के हॉन्गकॉन्ग और ताइवान, एप्पल का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है। यही वजह है कि ऐप्पल पर बैन की खबरों के बाद से स्टॉक में गिरावट देखने को मिल रही है।
नईदिल्ली। बीते महीने यानी अगस्त में देश में निवेशकों ने जमकर डीमैट खाते खोले हैं। अगस्त में 19 महीनों में सबसे ज्यादा नये डीमैट खाते खोले गये। सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विस और नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी के आंकड़ों पर नजर डालें तो, बीते महीने 31 लाख डीमैट खाते खोले गये।
जो कि जनवरी 2022 के बाद से खाता खुलने की सबसे अधिक संख्या है। कुल डीमैट टेली 12.66 करोड़ को पार कर गई। जो इसके एक महीने पहले की संख्या से 2.51 प्रतिशत और एक साल पहले से 25.83 प्रतिशत अधिक है।
अगर भारत के बेंचमार्क इंडेक्सेस सेंसेक्स और निफ्टी की बात करें को बीते महीने यानी अगस्त में लगभग 2.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। जबकि ब्रॉडर मार्केट बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में क्रमश: 2.6 प्रतिशत और 6.1 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।
अगस्त में निवेशकों ने अंडरवैल्यूड स्टॉक्स पर फोकस दिखाया। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सेस में भागीदारी और ट्रेडिंग वॉल्यूम में बढ़त देखी गई। दोनों इंडेक्स अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं।
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि आईपीओ लिस्टिंग में भी उछाल देखने को मिला। आईपीओ ने लगभग 35 प्रतिशत से 40 प्रतिशत का औसत रिटर्न दिया। इसके अलावा, म्यूचुअल फंड ने बेंचमार्क इंडेक्सेस से बेहतर प्रदर्शन किया है। जिससे शेयर बाजार के प्रति लोगों की रुचि में इजाफा देखने को मिला।