व्यापार

तेल की बढ़ती कीमतों से रुपया पर मंडरा रहा खतरा
Posted Date : 21-Sep-2023 4:02:56 am

तेल की बढ़ती कीमतों से रुपया पर मंडरा रहा खतरा

मुंबई । अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के चलते डॉलर की मांग बढऩे से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 83.2675 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया है। आगे चलकर रूपए का मूल्य बहुत कुछ वैश्विक बाजारों में तेल की कीमतों पर निर्भर करेगा जो अब 95 डॉलर प्रति बैरल के आसपास मंडरा रही है।
आरबीआई रुपये को सहारा देने के लिए बाजार में डॉलर जारी कर रहा है, लेकिन यह भारतीय मुद्रा की गिरावट को रोकने में काफी नहीं है। देश अपनी कच्चे तेल की जरूरतों का लगभग 85 प्रतिशत आयात करता है जिसके लिए डॉलर में तत्काल भुगतान करना पड़ता है।
एक निजी क्षेत्र के बैंक के विदेशी मुद्रा विशेषज्ञ ने कहा, आरबीआई अपने विदेशी मुद्रा के प्रचूर भंडार के साथ रुपये की रक्षा के लिए मौजूद रहेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि अस्थिरता पर काबू पाया जाए, लेकिन यह एक प्वाइंट से आगे नहीं जा सकता।
एक विश्लेषक ने कहा कि भारतीय शेयर बाजारों में विदेशी निवेश ने भी रुपये की अस्थिरता को नियंत्रित करने में मदद की है, लेकिन यह हॉट मनी है जो अचानक बाहर निकल सकता है और इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
तेल की कीमतें लगातार तीन सप्ताह से बढ़ रही हैं और सऊदी अरब और रूस द्वारा इस साल के अंत तक आपूर्ति में कटौती का फैसला करने के बाद नवंबर के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। आने वाले दिनों में आपूर्ति कम होने की उम्मीद के कारण भी कुछ घबराहट भरी खरीदारी हुई है जिससे कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है।
सिटी बैंक ने सोमवार को भविष्यवाणी की कि बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड की कीमतें इस साल 100 डॉलर के स्तर को पार कर सकती हैं। इसी तरह, शेवरॉन के सीईओ माइक विर्थ ने भी कहा है कि उन्हें कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर जाने की संभावना दिखती है।
भारत की मुद्रा, ऋण और इक्विटी बाजार मंगलवार को बंद हैं। गणेश चतुर्थी सार्वजनिक अवकाश है। बुधवार को बाजार में कारोबार फिर से शुरू होगा।

 

क्रिप्टो में निवेश के बाद गूगल टेकी को लगा 67 लाख रुपये का जोर का झटका
Posted Date : 20-Sep-2023 3:40:17 am

क्रिप्टो में निवेश के बाद गूगल टेकी को लगा 67 लाख रुपये का जोर का झटका

सैन फ्रांसिस्को  ।  22 वर्षीय एक गूगल सॉफ्टवेयर इंजीनियर, जिसने किशोरावस्था से पहले अपने माता-पिता की मदद से शेयर बाजार में निवेश करना शुरू किया, ने खुलासा किया है कि क्रिप्टो में निवेश कर उसे लगभग 67 लाख रुपये का चूना लगा है। उसने उधार के पैसे से क्रिप्टोकरेंसी खरीदी थी।
कैलिफ़ोर्निया के एथन न्गुओनली ने कहा कि यह उसकी सबसे बड़ी वित्तीय गलती थी। न्गुओनली ने कहा कि उसे नवंबर 2021 और जून 2022 के बीच क्रिप्टो में 67 लाख रुपये (लगभग 80,000 डॉलर) का नुकसान हुआ। इतना पैसा उसने कैसे खो दिया, टेकी ने कहा कि उसने पहले ही बिटकॉइन और एथेरियम में लगभग 33 लाख रुपये (40,000 डॉलर) का निवेश किया था। इसके अलावा शीबा इनु और डॉगकॉइन में कुछ सौ डॉलर का निवेश किया था। हालांकि, जैसे ही बिटकॉइन की कीमत गिरी, टेकी ने 12 लाख रुपये (15,000 डॉलर) उधार के पैसे से और खरीदने का फैसला किया। बिटकॉइन की कीमत अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के कारण कुछ समय के लिए उसकी कीमत लगभग 42 लाख (50,000 डॉलर) हो गई। हालांकि, 2021 के अंत तक क्रिप्टो बाजार में गिरावट आ गई और 2022 की गर्मियों तक, बिटकॉइन की कीमत 70 प्रतिशत से अधिक गिर गई।
न्गुओनली ने कहा, मैं कुछ पैसे के साथ निवेश कर रहा था जो मेरे पास जरूरी नहीं था। एक बार जब क्रिप्टो बाजार उलट गया, तो मेरा घाटा बढ़ गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि 22 वर्षीय टेकी अभी भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करता है, वह अब बिटकॉइन और एथेरियम से जुड़ा हुआ है और कम भरोसेमंद विकल्पों से बचता है। अपनी गलती से उसने जो सबसे बड़ा सबक सीखा वह यह कि केवल अपने पास मौजूद पैसे का ही निवेश करें और बहुत अधिक सट्टेबाजी वाले निवेशों में इसका इस्तेमाल न करें।

 

ईडी ने हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड के सीएमडी पवन मुंजाल से की पूछताछ
Posted Date : 20-Sep-2023 3:39:54 am

ईडी ने हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड के सीएमडी पवन मुंजाल से की पूछताछ

नई दिल्ली  । हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड और हीरो फिनकॉर्प लिमिटेड के सीएमडी पवन मुंजाल से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम मामले में पूछताछ की।
मुंजाल पर एंटी मनी लॉन्ड्रिंग एजेंसी ने 2014-15 से 2018-19 की अवधि के दौरान 54 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा विदेश भेजने का आरोप लगाया है।
इसके अलावा मुंजाल के एक करीबी सहयोगी द्वारा 40 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा विदेश ले जाने का भी आरोप है।
जांच में शामिल होने के लिए बुलाए गए मुंजाल सोमवार सुबह ईडी के मुख्यालय पहुंचे और करीब 11 बजे पूछताछ में शामिल हुए।
ईडी ने अगस्त में पीएमएलए मामले के सिलसिले में मुंजाल और साल्ट एक्सपीरियंस मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारियों के 12 ठिकानों पर छापेमारी की थी और 25 करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण और विदेशी मुद्रा जब्त की थी।
इसने मुंजाल, एसईएमपीएल, अमित बाली, हेमंत दहिया, के.आर. रमन और अन्य के खिलाफ प्रतिबंधित वस्तुओं यानी विदेशी मुद्रा को ले जाने, निर्यात करने के प्रयास और अवैध निर्यात के लिए सीएमएम, नई दिल्ली के समक्ष सीमा शुल्क अधिनियम की धारा 135 के तहत राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) द्वारा दायर अभियोजन शिकायत के आधार पर पीएमएलए जांच शुरू की।
एसईएमपीएल ने कथित तौर पर लगभग 54 करोड़ रुपये के बराबर विदेशी मुद्रा का अवैध रूप से निर्यात किया था। 2014-2015 से 2018-2019 की अवधि के दौरान विभिन्न देशों में जिसका उपयोग अंतत: मुंजाल के निजी खर्चों के लिए किया गया। ईडी की जांच से पता चला कि एसईएमपीएल को अपने कर्मचारियों दहिया, मुदित अग्रवाल, अमित मक्कड़, गौतम कुमार, विक्रम बजाज और केतन कक्कड़ के नाम पर विभिन्न वित्तीय वर्षों में 2,50,000 डॉलर की वार्षिक अनुमेय सीमा से अधिक लगभग 14 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा जारी की गई।
इसके अलावा, एसईएमपीएल ने अन्य कर्मचारियों के नाम पर भी भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा, यात्रा विदेशी मुद्रा कार्ड निकाले हैं, जिन्होंने विदेश यात्रा भी नहीं की। जांच से पता चला कि मुंजाल का एक प्रमुख सहयोगी अपनी व्यक्तिगत या व्यावसायिक विदेश यात्राओं के दौरान मुंजाल के खर्चों को पूरा करने के लिए लगभग 40 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा अवैध रूप से निर्यात करने में कामयाब रहे।
मामले की आगे की जांच जारी है।

 

एलआईसी एजेंटों और एक लाख कर्मचारियों को सरकार ने दी सौगात, वित्त मंत्रालय ने किया ग्रेच्युटी सीमा में वृद्धि एलान
Posted Date : 20-Sep-2023 3:39:20 am

एलआईसी एजेंटों और एक लाख कर्मचारियों को सरकार ने दी सौगात, वित्त मंत्रालय ने किया ग्रेच्युटी सीमा में वृद्धि एलान


नई दिल्ली  । वित्त मंत्रालय ने भारतीय जीवन बीमा निगम के एजेंटों और कर्मचारियों के लाभ के लिए कल्याणकारी उपायों की एक श्रृंखला को मंजूरी दे दी है। ये कल्याणकारी उपाय एलआईसी (एजेंट) विनियम, 2017 में संशोधन, ग्रेच्युटी सीमा में वृद्धि और परिवार पेंशन की एक समान दर में संशोधनों से संबंधित हैं।
एलआईसी एजेंटों और कर्मचारियों के लिए कल्याणकारी उपायों को मंजूरी दी गई हैं जिसमें एलआईसी एजेंटों के लिए ग्रेच्युटी की सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गयी है। इससे एलआईसी एजेंटों की कामकाज स्थिति और लाभ में पर्याप्त सुधार आएगा। पुन: नियुक्त एजेंटों को नवीकरण कमीशन के लिए पात्र होने में सक्षम बनाया गया है जिससे उन्हें बढ़ी हुई वित्तीय स्थिरता प्रदान की जा सकेगी। वर्तमान में, एलआईसी एजेंट पुरानी एजेंसी के तहत किए गए किसी भी बिजनेस पर नवीकरण कमीशन के लिए पात्र नहीं हैं।
एजेंटों के लिए टर्म इंश्योरेंस कवर को 3,000-10,000 रुपये की मौजूदा सीमा से बढ़ाकर 25,000-1,50,000 रुपये कर दिया गया है। टर्म इंश्योरेंस में यह वृद्धि मृतक एजेंटों के परिवारों के लिए काफी लाभदायक होगी, जिससे उन्हें अधिक कल्याणकारी लाभ प्राप्त होगा। एलआईसी कर्मचारियों के परिवारों के कल्याण के लिए परिवार पेंशन की 30 प्रतिशत की एक समान दर लागू होगी। इन कल्याणकारी उपायों से उन 13 लाख से अधिक एजेंटों और एक लाख से अधिक नियमित कर्मचारी को लाभ होगा, जो एलआईसी के विकास और भारत में बीमा की गहरी पैठ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

 

हवाई अड्डों, एयरलाइंस द्वारा राजस्व साझा करने से विमानन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा : अध्ययन
Posted Date : 19-Sep-2023 4:43:08 am

हवाई अड्डों, एयरलाइंस द्वारा राजस्व साझा करने से विमानन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा : अध्ययन

लखनऊ  । भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), लखनऊ और लिवरपूल विश्वविद्यालय के एक नए अध्ययन में पाया गया है कि हवाई अड्डों और एयरलाइंस द्वारा राजस्व साझा करने से उन्हें पर्यावरण-अनुकूल बनने में मदद मिल सकती है और विमानन क्षेत्र में विकास को स्थायी बढ़ावा मिल सकता है।
आईआईएम लखनऊ के नेतृत्व में किया गया यह अध्ययन इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे एयरलाइंस और हवाई अड्डे विभिन्न समझौतों के माध्यम से सहयोगात्मक रूप से सतत विकास हासिल कर सकते हैं।
इसके अलावा, सरकार भी समग्र नेतृत्व प्रदान करते हुये कर लगाकर इस क्षेत्र को और अधिक हरा-भरा बनाने में सक्षम बना सकती है, जैसा कि अध्ययन में सुझाव दिया गया है।
यह अध्ययन यूरोपियन जर्नल ऑफ ऑपरेशनल रिसर्च एंड ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च में प्रकाशित हुआ है।
आईआईएम लखनऊ के एसोसिएट प्रोफेसर सुरेश के. जाखड़ ने कहा, भारत में विमान सेवा कंपनियां ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए ईंधन दक्षता में सुधार पर काम कर रही हैं। इसमें अधिक ईंधन-कुशल विमान को अपनाना, उड़ान मार्गों को अनुकूलित करना और परिचालन प्रथाओं को लागू करना शामिल है जो ईंधन की खपत को कम करते हैं, विमानों के टैक्सी के समय को कम करते हैं, और लैंडिंग अनुमति में देरी के दौरान अनावश्यक ईंधन जलने को कम करने के लिए प्रक्रियाओं को लागू करते हैं।
जाखड़ ने कहा, विमानन क्षेत्र को डीकार्बोनाइज करने की तात्कालिकता में तेजी आने के साथ, अध्ययन स्थिरता को आगे बढ़ाने में एयरलाइंस और हवाई अड्डों के बीच सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका को संबोधित करता है। टीम ने सार्वजनिक रूप से उपलब्ध माध्यमिक स्रोतों से एकत्र किए गए डेटा का उपयोग किया, जिसमें एयरलाइन और हवाई अड्डे के कार्यक्रम और एयरलाइंस के पास उपलब्ध वित्तीय और अन्य दस्तावेज शामिल हैं।
उन्होंने कहा, हमने बुनियादी सवालों का समाधान किया है कि कैसे एयरलाइंस और हवाई अड्डों के बीच समन्वित समझौते अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और समाज के लिए बेहतर परिणाम ला सकते हैं। हमने हवाई अड्डे के शुल्क, टिकट की कीमतों और हवाई यात्रा की मांग पर पर्यावरणीय और सामाजिक कारकों के प्रभाव को भी दिखाया है।
अध्ययन हवाई अड्डों और एयरलाइंस के समन्वय में पारस्परिकता, निष्पक्षता और यात्रियों की पर्यावरण जागरूकता की भूमिकाओं पर प्रकाश डालता है।
यह ट्रिपल-बॉटम-लाइन विकास प्राप्त करने के लिए एक विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करता है। इस ढांचे में पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं में निवेश करने वाली एयरलाइंस, कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी पहल करने वाले हवाई अड्डे, दोनों सरकारी हस्तक्षेप के पूरक शामिल हैं।
अध्ययन के अनुसार, विमानन उद्योग में एक एयरलाइन का प्रदर्शन हवाई अड्डे की मांग को निर्धारित करता है, जबकि हवाई अड्डे को आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रदान करके एयरलाइन को सुविधा प्रदान करने की आवश्यकता होती है। इस अंतर-निर्भरता को अच्छी तरह से समन्वित किया जाना चाहिए, जिसके विफल होने पर सीमित आर्थिक विकास, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक विकास होगा।

 

अरबपति निवेशक मार्क क्यूबन को क्रिप्टो घोटाले में 8.70 लाख डॉलर का नुकसान
Posted Date : 19-Sep-2023 4:42:38 am

अरबपति निवेशक मार्क क्यूबन को क्रिप्टो घोटाले में 8.70 लाख डॉलर का नुकसान

सैन फ्रांसिस्को  । अमेरिकी व्यवसायी, निवेशक, फिल्म निर्माता और टेलीविजन हस्ती मार्क क्यूबन को 15 सितंबर की देर रात एक क्रिप्टो घोटाले में लगभग 8,70,000 डॉलर का नुकसान हुआ।
ऑन-चेन जासूस वाज़ ने सबसे पहले ईथरस्कैन पर मार्क क्यूबन 2 लेबल वाले मेटामास्क क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट में असामान्य लेनदेन को देखा। क्रिप्टोस्लेट की रिपोर्ट के अनुसार, वॉलेट पांच महीने से अधिक समय से निष्क्रिय था।
वाज़ ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, माओ, क्या मार्क क्यूबन का बटुआ अभी खाली हो गया? बटुआ 160 दिनों के लिए निष्क्रिय था और सभी संपत्तियां बस चली गईं।
क्यूबन ने पुष्टि की कि उसने पांच एथेरियम (ईटीएच) टोकन खो दिए हैं, जिनकी कीमत मौजूदा कीमतों पर लगभग 8,170 है। इसके अलावा उनके वॉलेट से कई यूएसडी कॉइन (यूएसडीसी), पॉलीगॉन (मैटिक), लिडो स्टेक्ड एथेरियम (एसटीईटीएच), और सुपररेअर और एथेरियम नेम सर्विस के टोकन भी गायब हो गये हैं।
हालाँकि, अरबपति आने वॉलेट से कॉइनबेस कस्टडी में लगभग 20 लाख यूएसडीसी स्थानांतरित करने में सफल रहे, जिससे अधिकांश संपत्ति चोरी होने से बच गई।
क्यूबन का दावा है कि उसे पूरा यकीन है कि उसने मेटामास्क का एक दुर्भावनापूर्ण संस्करण डाउनलोड किया है, जिसके परिणामस्वरूप हैक हुआ।
उन्होंने कहा, मैं कई महीनों में पहली बार मेटामास्क पर गया। वे अवश्य देख रहे होंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि उनका मेटामास्क एप्लिकेशन दो बार क्रैश हुआ, जिसके बाद उन्होंने ओपनसी पर अपने नॉन-फंजीबल टोकन (एनएफटी) को लॉक कर दिया और अपने सभी मैटिक को खाते से हटा दिया।
यह पहली बार नहीं है जब क्यूबन को क्रिप्टोकरेंसी में नुकसान हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जब 2021 में आयरन फाइनेंस की टाइटन स्थिर मुद्रा एक अफवाह के कारण ढह गई, तो उन्होंने एक अनिर्दिष्ट संपत्ति खो दी।
इस बीच, वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कॉइनएक्स ने घोषणा की है कि उसके हॉट वॉलेट को हैक कर लिया गया है और बड़ी मात्रा में डिजिटल संपत्ति चोरी हो गई है, जिसका इस्तेमाल प्लेटफॉर्म के संचालन का समर्थन करने के लिए किया गया था।
घटना 12 सितंबर को हुई, और प्रारंभिक मूल्यांकन से संकेत मिलता है कि अनधिकृत लेनदेन में एथेरियम, ट्रॉन और पॉलीगॉन क्रिप्टोकरेंसी शामिल हैं।