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भाषाओं की दीवार होगी खत्म, रिलायंस जिओ का एआई सॉल्युशन देगा रियल टाइम ट्रांसलेशन व ट्रांसक्रिप्शन
Posted Date : 31-Oct-2023 5:33:31 am

भाषाओं की दीवार होगी खत्म, रिलायंस जिओ का एआई सॉल्युशन देगा रियल टाइम ट्रांसलेशन व ट्रांसक्रिप्शन

नई दिल्ली । दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो ने एआई टेक्नोलॉजी आधारिक स्किल डेवलपमेंट सॉल्युशन के माध्यम से भाषाओं की दीवार को तोड़ते हुये रियल टाइम ट्रांसलेशन एवं ट्रांसक्रिप्शन सहित कई सुविधाओं का प्रदर्शन किया है। राजधानी में आज संपन्न तीन दिवसीय इंडिया मोबाइल कांग्रेस में यह प्रदर्शन किया गया। मुकेश अंबानी ने करीब दो माह पहले रिलायंस की वार्षिक बैठक में ‘एमआई फॉर एवरीवन’ की वकालत की थी और दो महीनों में जियो स्वदेशी एआई टेक्नोलॉजी की झलक दिखाई दी है।
जियो का यह सॉल्युशन, भाषाओं की दीवारें गिरा देता है। इसकी सबसे बड़ी खूबी है कि यह रियल टाइम में एक भाषा का कई भाषाओं में अनुवाद कर सकता है। अगर दिल्ली में बैठा कोई शिक्षक अंग्रेजी में ऑनलाइन पढ़ा रहा होगा तो चेन्नई, कोलकता, अहमदाबाद और मुंबई में बैठे छात्र इसे क्षेत्रीय भाषाओं यानी तमिल, बंगाली ,गुजराती और मराठी में सुन सकेंगे। अभी यह सॉल्युशन तमिल, कन्नड़, मराठी, गुजराती, बंगाली, तेलगु, मलयालम, अंग्रेजी और हिंदी जैसी नौ भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता है।
यह सॉल्युशन जियो ने रेडिसिस के साथ साझेदारी में बनाया है। इस भाषाई सॉल्युशन का इस्तेमाल करना बेहद आसान है। जियो-मीट के जरिए जियो-रेडिसिस प्लेटफॉर्म लॉगइन कर, अपनी पसंदीदा भाषा का चुनाव करें। एक बार लॉगइन होने पर छात्र या प्रशिक्षु को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हुई बातचीत का लाइव अनुवाद यानी ऑडियो और ट्रांसक्रिप्शन मिलने लगेगा। भविष्य की जरूरतों के लिए इस अनुवाद और ट्रांसक्रिप्शन को प्रिंट या डिजिटल तौर पर रखा जा सकता है। जियो के सॉल्युशन में कंटेंट शेयरिंग की भी सुविधा भी उपलब्ध है।
अनुवाद के साथ यह टू-वे इंटरैक्टिव कम्युनिकेशन को भी सपोर्ट करता है। इसका मतलब छात्र या प्रशिक्षु केवल सुन ही नही रहे होंगे वे चाहें तो अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में सवाल भी पूछ सकेंगे। अगर मुंबई में बैठा कोई छात्र या प्रशिक्षु मराठी में सवाल करता है तो बाकी छात्र, शिक्षक या ट्रेनर उसे अपनी-अपनी पसंद की भाषा में सुन सकेंगे इससे पढ़ाई और प्रशिक्षण के अनुभव को इंटरैक्टिव और बेहतर बनाया जा सकता है।

 

1,49,000 रुपए के ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में लगी आग, फायर ब्रिगेड ने पाया काबू
Posted Date : 31-Oct-2023 5:33:09 am

1,49,000 रुपए के ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में लगी आग, फायर ब्रिगेड ने पाया काबू

नई दिल्ली । पुणे में एक ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई। एक्स पर एक यूजर ने घटना का वीडियो साझा किया। वीडियो को साझा करते हुए यूजर ने बताया कि स्कूटर मॉडल ओला एस1 था, जिसमें आग लग गई। यह घटना पिंपरी चिंचवड़ में डी.वाई पाटिल कॉलेज के पार्किंग स्थल के पास हुई। आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। यूजर ने लिखा, चौंकाने वालाज् डीवाई पाटिल इंस्टीट्यूट पिंपरी पुणे के पास पार्किंग में ओला एस1 में आग लग गई।
फायर ब्रिगेड टीम इस आग को बुझाने की कोशिश कर रही है। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन स्कूटर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पुणे में ओला के इलेक्ट्रिक स्कूटर से जुड़ी यह दूसरी ऐसी घटना है। मार्च 2022 में पुणे के धनोरी इलाके में एक और ओला एस1 प्रो स्कूटर में आग लग गई।
इस साल जुलाई में, केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में एक आवास पर 149,000 रुपये मूल्य के एक ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में कथित तौर पर आग लग गई। इस बीच, 20 अक्टूबर को एक अन्य एक्स यूजर ने इसी तरह की घटना की सूचना दी थी, जिसमें ओला एस1 प्रो में आग लगने की घटना का जिक्र था। उन्होंने अपने पोस्ट में बड़े पैमाने पर क्षतिग्रस्त वाहन की तस्वीर भी साझा की।

 

एडीबी बांग्लादेश को जल प्रबंधन, कृषि उत्पादकता के लिए 10.6 करोड़ डॉलर का कर्ज देगा
Posted Date : 31-Oct-2023 5:32:36 am

एडीबी बांग्लादेश को जल प्रबंधन, कृषि उत्पादकता के लिए 10.6 करोड़ डॉलर का कर्ज देगा

ढाका । एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और बांग्लादेश सरकार ने दक्षिण एशियाई देश में जल संसाधन प्रबंधन और कृषि उत्पादकता में सुधार के लिए 10.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए।
नीदरलैंड्स सरकार की ओर से 17.80 मिलियन अमेरिकी डॉलर के अनुदान के समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए। एडीबी ने कहा कि वह अनुदान का प्रबंधन करेगा जो इनोवेशन पर ध्यान केंद्रित करने वाले इनोवेटिव पायलट कार्यों और परामर्श सेवाओं को वित्तपोषित करेगा।
बांग्लादेश के लिए एडीबी के देश निदेशक एडिमॉन गिंटिंग ने कहा, जलवायु और आपदा प्रतिरोधी लघु-स्तरीय जल संसाधन प्रबंधन परियोजना बाढ़ के तटबंधों को ऊपर उठाने-मजबूत करने, जल धारण बढ़ाने के लिए चैनलों को गहरा करने, कुशल विद्युत पंप-पाइप सिंचाई प्रदान करने, प्रशिक्षण प्रदान करने, क्षमता विकसित करने और जलवायु प्रभावों तथा खाद्य सुरक्षा को संबोधित करने, जलवायु-स्मार्ट कृषि, कृषि व्यवसाय और मत्स्य विकास का समर्थन करने के लिए त्वरित सहायता प्रदान करेगी।
एडिमॉन गिंटिंग ने कहा, परियोजना 380,000 परिवारों, विशेषकर महिलाओं और कमजोर व्यक्तियों की आजीविका का समर्थन करने के लिए उन्नत कृषि विपणन, मत्स्य पालन और जलीय कृषि उत्पादन विस्तार के साथ फसल उत्पादन बढ़ाने में मदद करेगी।
एडीबी ने कहा कि यह परियोजना बांग्लादेश में तीन पूर्व एडीबी-वित्तपोषित सहभागी लघु-स्तरीय जल संसाधन प्रबंधन परियोजनाओं की सफलता और लेसंस पर आधारित है।
मनीला स्थित ऋणदाता के अनुसार, यह बाढ़-सूखा जोखिम प्रबंधन, जल निकासी सुधार व सिंचाई प्रणाली आधुनिकीकरण के लिए नए और बेहतर जल संसाधन बुनियादी ढांचे तथा सेवाओं के माध्यम से जलवायु, आपदा लचीलापन और खाद्य सुरक्षा के लिए समर्थन तेज करते हुए निवेश को बढ़ाएगा।

 

 

एक्स ने लॉन्च किए दो नए सबक्रिप्शन प्लान, हर महीने करना होगा 1334 रुपये का भुगतान
Posted Date : 30-Oct-2023 6:43:09 am

एक्स ने लॉन्च किए दो नए सबक्रिप्शन प्लान, हर महीने करना होगा 1334 रुपये का भुगतान

नई दिल्ली । एलन मस्क द्वारा संचालित एक्स ने शनिवार को अपने यूजर्स के लिए दो नई सदस्यता योजनाएं शुरू कीं। एक प्लान का नाम है प्रीमियम प्लस टियर और दूसरे प्लान का नाम है बेसिक। प्रीमियम प्लस प्लान में आपको 16 डॉलर प्रति माह का भुगतान करना होगा। प्रीमियम प्लस के अलावा, कंपनी ने आपके उत्तरों को थोड़ा बढ़ावा देने के लिए 3 डॉलर प्रति माह पर एक नया बेसिक विकल्प भी लॉन्च किया है।
सोशल नेटवर्क ने कहा,प्रीमियम प्लस का परिचय। फ़ॉर यू या फ़ॉलोइंग में कोई विज्ञापन नहीं, आपके उत्तरों के लिए सबसे बड़ा बढ़ावा (बनाम अन्य प्रीमियम टियर या असत्यापित उपयोगकर्ता), और हमारे क्रिएटर टूल के पूरे सूट तक पहुंच। प्लेटफ़ॉर्म ने 3 डॉलर प्रति माह (वेब के माध्यम से साइन अप करने पर) के लिए एक नया बेसिक टियर भी लंन्च किया जो आपको सबसे आवश्यक प्रीमियम सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करता है। दोनों नए सब्सक्रिप्शन प्लान केवल वेब पर उपलब्ध हैं और बाद में मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए आएंगे।
मूल योजना में जो आपको ब्लू चेकमार्क नहीं देता है, ग्राहकों को उनके उत्तरों पर केवल छोटा बढ़ावा मिलेगा। एक्स की मानक प्रीमियम योजना की लागत 8 डॉलर प्रति माह है। सीईओ लिंडा याकारिनो ने खुलासा किया है कि एक्स पर एक औसत उपयोगकर्ता प्रतिदिन 32 मिनट से अधिक समय बिता रहा है। याकारिनो ने कहा कि कुल मिलाकर, उपयोगकर्ता हमारे वीडियो और सामुदायिक उत्पादों में वृद्धि के कारण हर दिन एक्स पर 7.8 बिलियन सक्रिय मिनट बिताते हैं।
उन्होंने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, आज, औसत उपयोगकर्ता अपने दिन के 32 मिनट से अधिक समय एक्स पर बिताता है। हम प्रतिदिन औसतन लगभग 1.5 मिलियन साइन-अप देखते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कम्युनिटी नोट्स के अब 44 देशों में 100,000 से अधिक योगदानकर्ता हैं और यह बढ़ रहा है। उनके अनुसार, 1,700 से अधिक विज्ञापनदाता पिछली तिमाही में एक्स में लौटे। अपने प्लेटफॉर्म पर उपयोगकर्ताओं को बनाए रखने के लिए, एक्स कॉर्प ने अब तक क्रिएटर्स को 20 मिलियन डॉलर (166 करोड़ रुपये से अधिक) का भुगतान किया है।

 

 

बीपीसीएल ने सितंबर तिमाही में 8,501 करोड़ का नेट मुनाफा दर्ज किया
Posted Date : 30-Oct-2023 6:41:54 am

बीपीसीएल ने सितंबर तिमाही में 8,501 करोड़ का नेट मुनाफा दर्ज किया

नई दिल्ली । कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और कच्चे माल की कम लागत के कारण बीपीसीएल ने चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 8,501 करोड़ रुपये का नेट मुनाफा दर्ज किया है। कंपनी ने पिछले साल की समान तिमाही में 304 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था।
हालांकि, राज्य के स्वामित्व वाली इकाई का समेकित राजस्व (रेवेन्यू) सितंबर तिमाही में 9 फीसदी घटकर 1.17 लाख करोड़ रुपये रह गया।
बीपीसीएल के स्टैंडअलोन ने 2022-23 की इसी छमाही में 6,567 करोड़ रुपये के नुकसान की तुलना में 19,052 करोड़ रुपये का अब तक का सबसे अधिक अर्ध-वार्षिक शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है।

 

भारत का मेट्रो रेल नेटवर्क दो-तीन साल में अमेरिका को पछाड़ देगा : पुरी
Posted Date : 30-Oct-2023 6:41:21 am

भारत का मेट्रो रेल नेटवर्क दो-तीन साल में अमेरिका को पछाड़ देगा : पुरी

नई दिल्ली । केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत के मेट्रो नेटवर्क की लंबाई अगले दो-तीन वर्षों में अमेरिका से अधिक हो जाएगी और दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा बन जाएगा। वर्तमान में देश का मेट्रो नेटवर्क दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा है।
यहां 16वें अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन सह एक्सपो 2023 के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि देश में मेट्रो नेटवर्क के विकास की गति में हाल के वर्षों में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 2014 में भारत में केवल 248 किमी मेट्रो रेल लाइन थी। केवल नौ साल में आज 20 अलग-अलग शहरों में 895 किलोमीटर मेट्रो लाइनें चालू हैं।
मंत्री ने कहा कि मेट्रो नेटवर्क हमारे नागरिकों के जीवन में आराम, स्थिरता और सुरक्षा लाया है। उन्होंने कहा, मुझे यह जानकर खुशी हुई कि मेट्रो नेटवर्क में प्रतिदिन लगभग एक करोड़ यात्री सफर करते हैं।
उन्होंने कहा कि अंतिम कनेक्टिविटी में आसानी और अन्य कारकों से सवारियों की संख्या बढऩे वाली है।
मंत्री ने कहा कि शहरी परिवहन से संबंधित मुद्दों के प्रति सरकार के दृष्टिकोण में 2014 के बाद एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया है। इस अवधि के दौरान तेजी से शहरीकरण को चुनौती की बजाय एक अवसर के रूप में अपनाया गया है।
मंत्री ने क्षेत्रीय और अंतर-शहर कनेक्टिविटी में क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम और वंदे भारत ट्रेनों के महत्व को भी रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि देश रेल आधारित रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के क्षेत्र में बड़े बदलाव के दौर से गुजरा है।
टिकाऊ शहरी परिवहन के विकास पर अपने विचार साझा करते हुए, मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ई-वाहनों के माध्यम से हरित गतिशीलता को बढ़ावा देने के अलावा, जैव ईंधन मिश्रण, स्वच्छ ऊर्जा विकल्प - बायोगैस, ग्रीन हाइड्रोजन आदि पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।