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आसानी से बना सकेंगे प्रभावशाली विज्ञापन, गूगल पेश कर रहा है नए जेनरेटिव एआई टूल
Posted Date : 09-Nov-2023 4:49:09 am

आसानी से बना सकेंगे प्रभावशाली विज्ञापन, गूगल पेश कर रहा है नए जेनरेटिव एआई टूल

नई दिल्ली ।  गूगल ज्यादा प्रभावशाली विज्ञापन बनाने, कुछ ही क्लिक में कैपेंन के लिए नए टेक्स्ट और इमेज एसेट्स तैयार करने के लिए नए जेनरेटिव एआई-संचालित फीचर पेश कर रहा है। अगर आप क्रिएटिव एजेंसी या ब्रांड हैं, तो आप परफॉर्मेंस मैक्स ऐड कैपेंन प्रोडक्ट के माध्यम से नई हेडलाइन, डिस्क्रिप्शन और इमेज जनरेट कर सकते हैं, जिससे आप टॉप पर नए क्रिएटिव कॉन्सेप्ट्स को तुरंत आजमा सकते हैं।
गूगल ने मंगलवार देर रात एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, फिर, आप मौजूदा और जेनरेट की गई दोनों इमेज की वेरिएशन को आजमाने के लिए इमेज एडिटिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। ‘परफॉर्मेंस मैक्स’ को सर्च, यूट्यूब, डिस्प्ले, डिस्कवर, जीमेल और मैप्स सहित सभी गूगल ऐड इन्वेंट्री पर काम करने के लिए 2021 में पहले एआई-संचालित कैंपेन के रूप में लॉन्च किया गया था।
कंपनी ने कहा, हमने इस साल की शुरुआत में गूगल मार्केटिंग लाइव में परफॉर्मेंस मैक्स में जेनरेटिव एआई फीचर्स की घोषणा की थी और आज हम उन्हें यूएस में सभी ग्राहकों के लिए बीटा के रूप में रोल आउट करना शुरू कर रहे हैं। इससे मार्केटर्स को बड़े पैमाने पर मदद करने और हाई-क्वालिटी एसेट्स बनाने में परफॉर्मेंस मैक्स और भी बेहतर हो जाएगा।
गूगल एआई ऐसी एसेट्स उत्पन्न करेगा जो आपको गूगल की सभी परफॉर्मेंस इन्वेंट्री और फॉर्मेट्स में कस्टमर्स तक पहुंचने में मदद करेंगी।आपके विज्ञापनों को बेहतर परफॉर्मेंस में मदद करने के लिए आपके कैपेंन के लिए कुछ एसेट्स का सुझाव देते या तैयार करते समय परफॉर्मेंस मैक्स परफॉर्मेंस डेटा को भी ध्यान में रखेगा।
यूजर्स के पास सीधे गूगल ऐड्स में एआई-संचालित इमेज-एडिटिंग क्षमताओं के साथ उत्पन्न और मौजूदा दोनों एसेट्स को बढ़ाने के लिए अधिक फ्लेक्सिबिलिटी होगा। गूगल ने कहा, सभी अकाउंट्स को 2024 की शुरुआत तक गूगल ऐड्स एसेट लाइब्रेरी के जरिए इमेज एडिटिंग तक पहुंच प्राप्त होगी।
गूगल ने कहा, कम क्रिएटिव रिसोर्सेज वाले बिजनेस के लिए, आप कुछ ही प्रांप्ट में अपनी क्रिएटिव विजन को जीवन में ला सकते हैं और अपने कैपेंन के एसेट्स को शुरू से तैयार करने के लिए सेकंडों में हाई-क्वालिटी एसेट्स उत्पन्न कर सकते हैं।

 

गिरावट पर खरीदारी की रणनीति से निवेशकों को फायदा
Posted Date : 08-Nov-2023 4:52:41 am

गिरावट पर खरीदारी की रणनीति से निवेशकों को फायदा

नई दिल्ली।  वैश्विक चिंताओं से उबरने की क्षमता इस कठिन समय में शेयर बाजार में स्पष्ट रूप से दिख रही है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने ये बात कही है।
जोखिम लेने वाले निवेशकों के लिए गिरावट पर खरीदारी की रणनीति ने अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि इजराइल-हमास संघर्ष को लेकर अनिश्चितता के बावजूद बाजार की संरचना निवेशकों के लिए अनुकूल है।
अमेरिका में 10 साल की बॉन्ड यील्ड में अक्टूबर के 5 फीसदी के उच्चतम स्तर से अब 4.58 फीसदी की तेज गिरावट बाजार के लिए सबसे मजबूत संकेतक है। डॉलर इंडेक्स में 105.2 तक की गिरावट, ब्रेंट क्रूड का 85 डॉलर पर आना और सोने में 1988 डॉलर तक की गिरावट बाजार में जोखिम के संकेत हैं। उन्होंने कहा, एफआईआई की रणनीति काम नहीं आई और उनके जल्द ही खरीदार बनने की संभावना है।
भले ही स्मॉल-कैप सूचकांक मजबूत दिखा रहा है, वैलुएशन और सुरक्षा लार्ज-कैप में है। वित्तीय और ऑटोमोबाइल मजबूत स्थिति में हैं। उन्होंने कहा कि आईटी के लिए गति मिडकैप में है।
प्रभुदास लीलाधर की वाइस प्रेसिडेंट (तकनीकी अनुसंधान) वैशाली पारेख ने कहा कि पिछले हफ्ते निफ्टी में अच्छी तेजी आई है और यह 0.38 प्रतिशत रिट्रेसमेंट से ऊपर अच्छा उछाल देकर 19,220 के स्तर से ऊपर बंद हुआ है।
सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 303 अंक ऊपर 64,667 अंक पर है। एक्सिस बैंक में 2 फीसदी से ज्यादा की तेजी है।

 

एसबीआई ने कर्मचारियों के वेतन और पेंशन में बढ़ोतरी के लिए 8,900 करोड़ रुपये अलग रखे
Posted Date : 08-Nov-2023 4:51:25 am

एसबीआई ने कर्मचारियों के वेतन और पेंशन में बढ़ोतरी के लिए 8,900 करोड़ रुपये अलग रखे

मुंबई।  एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि देश के सबसे बड़े बैंक के कर्मचारियों के वेतन और पेंशन में संभावित बढ़ोतरी ने दूसरी तिमाही के शुद्ध लाभ को प्रभावित किया है।
बैंक दूसरी तिमाही में वेतन में 14 फीसदी बढ़ोतरी मानकर प्रावधान कर रहा है।
खारा ने मुंबई में एसबीआई की दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बैंक नवंबर 2022 से प्रभावी संभावित वेतन संशोधन के लिए पैसा अलग रख रहा है और उसने अब तक इसके लिए 8,900 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं।
खारा ने कहा, हमें जो एकमुश्त प्रावधान करना था, उसके कारण मुनाफा थोड़ा कम हो गया है। अन्यथा हमें उम्मीद है कि अगले वित्त वर्ष में विकास की गति 16 प्रतिशत से 17 प्रतिशत तक जारी रहेगी। घरेलू मांग मजबूत है, त्योहार से जुड़े खर्च के कारण इसे और बढ़ावा मिलेगा।
एसबीआई ने चालू वित्तवर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए शनिवार को शुद्ध लाभ में 8 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 14,330 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की।
खुदरा ऋण में 16 प्रतिशत की वृद्धि कॉर्पोरेट ऋण वृद्धि से अधिक रही जो 7 प्रतिशत थी।
हालांकि, खारा ने कहा कि कंपनियां धीरे-धीरे ऋण ले रही हैं और बैंक 4.77 लाख करोड़ रुपये के ऋण की पाइपलाइन पर मंजूरी और वितरण का इंतजार कर रहा है।
खारा ने कहा, बैंक के पास 3.20 लाख करोड़ रुपये का असुरक्षित ऋण है। हमारे लगभग 86 प्रतिशत असुरक्षित ऋण वेतनभोगी ग्राहकों को दिए गए हैं जो सुरक्षित सरकारी नौकरियों में काम कर रहे हैं और चिंता का कोई कारण नहीं है।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने हाल की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में बैंकों और एनबीएफसी की असुरक्षित ऋण में वृद्धि पर चिंता जताई थी।
दास ने कहा, बैंकों और एनबीएफसी को अपने आंतरिक निगरानी तंत्र को मजबूत करने, जोखिमों का बढऩा टालने और उनके हित में उपयुक्त सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी जाएगी।

 

वैश्विक विकास की वर्तमान गति काफी धीमी :  सीतारमण
Posted Date : 08-Nov-2023 4:51:05 am

वैश्विक विकास की वर्तमान गति काफी धीमी : सीतारमण

नई दिल्ली । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि कोरोना महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों में उलझा हुआ है जिससे वैश्विक विकास प्रभावित हो रहा है। वैश्विक अर्थव्यवस्था की रिकवरी तो हो रही है, लेकिन यह धीमी और असमान है।
3.8 प्रतिशत की औसत विकास दर
सतत व मजबूत विकास को लेकर वित्त व वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से आयोजित एक सेमिनार में सीतारमण ने कहा कि वैश्विक विकास की वर्तमान गति काफी धीमी है जो पिछले दो दशक की 3.8 प्रतिशत की औसत विकास दर से भी कम है।
आने वाले समय में विकास दर कमजोर होता ही दिख रहा है। निर्मला सीतारमण ने कहा कि सतत, मजबूत व समावेशी विकास को सुनिश्चित करने की दिशा में वैश्विक व घरेलू दोनों ही स्तर पर नीतिगत सहयोग काफी चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
जी-20 से मिलेगा लाभ
उन्होने कहा कि ये सब इसे ध्यान में रखते हुए ही जी-20 की नई दिल्ली घोषणा पत्र में वैश्विक स्तर पर वित्तीय स्थिरता लाने और समान विकास के लिए तैयार किए गए नीति को तत्काल लागू करने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि भारत की अध्यक्षता में जी-20 गरीब व विकासशील देशों में टेक्नोलॉजी के उपयोग को बढ़ाकर उनके विकास पर ध्यान दे रहा है।
जी-20 की अध्यक्षता में दुनिया की अधिकतर आबादी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक स्पष्ट नीति बनाई गई है। क्योंकि गरीब व विकासशील देशों की आवाज अक्सर इस प्रकार के बहुराष्ट्रीय फोरम पर दब जाती है। हालांकि, अब भी इस दिशा में काफी काम किया जाना है।

 

अप्रैल से अक्टूबर के बीच बिजली की मांग 9.4 प्रतिशत बढक़र हुई 984.39 बिलियन यूनिट, उर्जा मंत्रालय ने जारी किए आंकड़े
Posted Date : 07-Nov-2023 8:04:12 am

अप्रैल से अक्टूबर के बीच बिजली की मांग 9.4 प्रतिशत बढक़र हुई 984.39 बिलियन यूनिट, उर्जा मंत्रालय ने जारी किए आंकड़े

नई दिल्ली  । बिजली मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त के अप्रैल से अक्टूबर तक में भारत की बिजली खपत एक साल पहले की तुलना में 9.4 प्रतिशत बढक़र लगभग 984.39 बिलियन यूनिट हो गई है।
बिजली की खपत बढऩे का मुख्य कारण आर्थिक गतिविधियों में सुधार का होना है। एक साल पहले की समान अवधि में बिजली की खपत 899.95 बिलियन यूनिट थी।
पीक पावर डिमांड भी बढ़ा
एक अन्य संकेतक, पीक पावर डिमांड, की बात करें तो अप्रैल-अक्टूबर अवधि के दौरान पीक पावर डिमांड लगभग 241 गीगावॉट से अधिक थी, जो 2022 की समान अवधि में 215.88 गीगावॉट थी।
पिछले महीने कितनी थी डिमांड?
पिछले महीने अक्टूबर में देश की बिजली खपत त्योहारों और बढ़ी हुई आर्थिक गतिविधियों के कारण बिजली की मांग में वृद्धि के कारण लगभग 22 प्रतिशत बढक़र 138.94 बिलियन यूनिट (बीयू) हो गई थी।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, एक साल पहले इसी महीने में बिजली की खपत 113.94 बीयू थी, जो अक्टूबर 2021 में दर्ज 112.79 बिलियन यूनिट से अधिक है।
गर्मियों में 229 गीगावॉट तक मांग पहुंचने की उम्मीद
उर्जा मंत्रालय के अनुमान के मुताबिक गर्मियों के दौरान देश में बिजली की मांग 229 गीगावॉट तक पहुंच सकती है। हालांकि, अधिकतम आपूर्ति जून में 224.1 गीगावॉट की नई ऊंचाई को छू चूकी है, लेकिन जुलाई में गिरकर 209.03 गीगावॉट पर आ गई।
अगस्त में अधिकतम मांग 238.19 गीगावॉट तक पहुंच गई। इस साल सितंबर में यह लगभग 241 गीगावॉट थी। अगस्त और सितंबर में बिजली की खपत बढऩे का मुख्य कारण उमस भरा मौसम और त्योहारी सीजन से पहले औद्योगिक गतिविधियों का बढऩा भी है।

 

आज शुरुआती कारोबार डॉलर के सामने मजबूत हुआ रुपया, इतने पैसे चढक़र कर रहा है ट्रेड
Posted Date : 07-Nov-2023 8:03:56 am

आज शुरुआती कारोबार डॉलर के सामने मजबूत हुआ रुपया, इतने पैसे चढक़र कर रहा है ट्रेड

नई दिल्ली  । सोमवार 6 नवंबर को डॉलर के सामने रुपया शुरुआती कारोबार में 5 पैसे बढक़र 83.15 पर ट्रेड कर रहा है जिसके कारण शेयर बाजार में भी आज तेजी देखने को मिल रही है। विदेशी मुद्रा व्यापारियों के मुताबिक अक्टूबर में अमेरिकी नौकरी में उम्मीद से कम वृद्धि के बाद डॉलर के अपने ऊंचे स्तर से गिरने के बाद रुपये में तेजी आई है
कितने पर आज खुला रुपया?
इंटरबैंक फॉरेंन एक्सचेंज पर आज रुपया 83.17 पर खुला और फिर 83.15 के शुरुआती उच्च स्तर को छू गया जो पिछले बंद के मुकाबले 5 पैसे की बढ़त है। वहीं शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 83.20 पर बंद हुआ था।
डॉलर इंडेक्स हुआ मजबूत
डॉलर की ताकत का अनुमान 6 मुद्राओं से लगाने वाला डॉलर इंडेक्स आज शुरुआती कारोबार में 0.03 प्रतिशत चढक़र 105.05 पर ट्रेड कर रहा है।
क्रूड का वायदा हुआ महंगा
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.40 प्रतिशत बढक़र 85.23 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुक्रवार को पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता थे, क्योंकि उन्होंने 12.43 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को बताया कि 27 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2.579 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढक़र 586.111 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
बाजार में जारी है तेजी
शुरुआती काराबोर में शेयर बाजार में आज तेजी देखने को मिल रही है। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 355.05 अंक या 0.55 प्रतिशत चढक़र 64,718.83 अंक पर ट्रेड कर रहा है। निफ्टी 107.75 अंक या 0.56 प्रतिशत चढक़र 19,338.35 पर ट्रेड कर रहा है।