नई दिल्ली । पाकिस्तान में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक के बाद केंद्र सरकार ने सभी अर्धसैनिक बलों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। गृह मंत्रालय ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को बॉर्डर पर हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। पूरे देश में मॉक ड्रिल की तैयारी भी शुरू हो गई है।
गृहमंत्री अमित शाह ने अर्धसैनिक बलों के डीजी को निर्देश दिए हैं कि बॉर्डर पर पूरी सतर्कता बरती जाए और किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार रहें। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पंजाब और जम्मू सीमाओं के अलावा राजस्थान और गुजरात बॉर्डर पर भी अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है और सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना ने रात 1:28 बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया, जिसमें लाहौर में हाफिज सईद और बहावलपुर में मसूद अजहर के अड्डों को निशाना बनाया गया। क्कश्य के मुजफ्फराबाद, धामोल, कोटली और बाघ सेक्टर में भी मिसाइल हमले किए गए।
इन हमलों में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के करीब 30 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन की पूरी रात निगरानी की, जबकि एनएसए अजित डोभाल लगातार अपडेट देते रहे। दूसरी ओर पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने देर रात इमरजेंसी बैठक बुलाई और कहा कि पाकिस्तान जवाब देगा।
गुरदासपुर । भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनातनी के बीच मंगलवार रात आपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसके मद्देनजर देश भर के कई हवाई अड्डों पर उड़ानें रद्द कर दी गईं और सीमावर्ती जिलों के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया।
इसी सुरक्षा उपाय के तहत श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर भी बंद कर दिया गया। बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे दर्शन हेतु पहुंचे 491 श्रद्धालु तीन घंटे तक प्रतीक्षा के बाद निराश लौट गए। अधिकारियों ने सुरक्षा परिस्थितियों का हवाला देते हुए कॉरिडोर अगले आदेश तक बंद रहने की घोषणा की है।
दर्शनों के लिए सुबह 8:30 बजे से शुरू होने वाली प्रक्रिया रद्द होने से श्रद्धालुओं को गुरुद्वारे के दर्शन नसीब नहीं हो सके। इससे पहले भी तनाव के दौर में सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
नई दिल्ली । भारतीय सेना ने बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकियों के नौ ठिकानों पर सटीक हमला किया। इसके बाद देश के कई इलाकों से उड़ानों को रद्द या देर से चलाया गया।
11 सीमावर्ती हवाईअड्डों पर फ्लाइट ऑपरेशन तत्काल प्रभाव से बंद कर दिए गए हैं। प्रभावित हवाईअड्डों में जम्मू, श्रीनगर, लेह, चंडीगढ़, बीकानेर, जोधपुर, राजकोट, धर्मशाला, अमृतसर, भुज और जामनगर शामिल हैं।
एयर इंडिया ने सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म ङ्ग पर बताया कि जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट के लिए सभी उड़ानें दोपहर तक रद्द कर दी गई हैं। इसके साथ ही दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को अमृतसर से दिल्ली डायवर्ट कर दिया गया।
स्पाइसजेट और इंडिगो ने भी पुष्टि की है कि जम्मू, श्रीनगर, लेह, धर्मशाला और अमृतसर हवाईअड्डों पर फिलहाल कोई परिचालन नहीं हो रहा है और इन रद्दीकरणों से व्यापक प्रभाव पड़ा है। एयरलाइन्स यात्रियों को रिडायरेक्शन और रिफंड विकल्प उपलब्ध करा रही हैं।
चंडीगढ़ । भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक के बाद पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट, फाजिल्का और फिरोजपुर जिलों में अगले आदेश तक सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। सुरक्षा कारणों से करतारपुर कॉरिडोर भी बंद कर दिया गया है।
सीएम भगवंत मान और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के आज के पंजाब दौरे के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। अमृतसर एयरपोर्ट 10 मई तक बंद रहेगा, जबकि चंडीगढ़ एयरपोर्ट को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।
सीएम भगवंत मान ने ङ्ग पर कहा, आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में पूरा देश एकजुट है। हमें अपनी भारतीय सेना और वीर सैनिकों पर गर्व है। वहीं कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि फिलहाल सरकार के सारे कार्यक्रम रद्द किए गए हैं। पंजाब की जनता से अपील है कि सरकार की एडवाइजरी का पालन करें। सेना के साथ पूरा पंजाब खड़ा है। नेताओं की अपील के साथ प्रशासन ने सीमावर्ती इलाकों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
नई दिल्ली । पाकिस्तान और (पीओके) में आतंकियों के नौ ठिकानों पर भारतीय सेना की ओर से की गई एयर स्ट्राइक के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने यूरोप दौरे को रद्द कर दिया है। इससे पहले, पीएम मोदी रूस दौरे को भी रद्द कर चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नॉर्वे, क्रोएशिया और नीदरलैंड की यात्रा पर जाने वाले थे, लेकिन उन्होंने अपनी इस यात्रा को रद्द कर दिया।
इससे पहले, पीएम मोदी ने रूस में 9 मई को होने वाले विजय दिवस समारोह में नहीं शामिल होने का निर्णय लिया था। रूस ने पुष्टि की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 मई को मॉस्को में होने वाले विजय दिवस समारोह में शामिल नहीं होंगे।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा था, “भारत के नेता नहीं आएंगे हालांकि भारत का प्रतिनिधित्व होगा।”
देर रात किए गए एयर स्ट्राइक की जानकारी सेना ने एक्स पर ही दे दी थी। इसके बाद प्रेस ब्रीफिंग में सरकार ने टारगेट अटैक की जानकारी दी। बताया गया कि भारतीय सेना ने नौ स्थानों- मुजफ्फराबाद, कोटली, बहावलपुर, रावलकोट, चकस्वरी, भीमबर, नीलम घाटी, झेलम और चकवाल में हमले किए। इन हमलों में 70 से अधिक आतंकी मारे गए, जबकि 60 से अधिक आतंकवादी घायल हुए।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एयर स्ट्राइक के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बताया कि लक्ष्यों का चयन विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर किया गया और इसका उद्देश्य आतंकी ढांचे को ध्वस्त करना और आतंकियों को अक्षम करना था।
उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सीमा पार आतंकवाद का जवाब देने और उसे रोकने के देश के अधिकार का प्रतिनिधित्व करता है।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात भर चले ऑपरेशन की लगातार निगरानी कर रहे थे। भारत ने पाकिस्तान और पीओके में उन ठिकानों पर हमला किया, जहां से आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। भारत ने बयान में कहा, “हमारी कार्रवाई केंद्रित, संतुलित और गैर-विवाद बढ़ाने वाली रही। पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया। भारत ने लक्ष्यों के चयन और कार्रवाई के तरीके में काफी संयम दिखाया।”
जयपुर । पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की कार्रवाई के बाद देशभर में सतर्कता बढ़ा दी गई है। संभावित आतंकी हमलों को लेकर गृह मंत्रालय ने बुधवार को पूरे देश में मॉक ड्रिल (अभ्यास) आयोजित करने का आदेश जारी किया, जिसके तहत जयपुर से लेकर हैदराबाद और मुंबई तक सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर नजर आईं। देश के 244 शहरों में ब्लैकआउट की रिहर्सल होना बाकी है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में सिविल डिफेंस की टीम ने मॉक ड्रिल के जरिए आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों का अभ्यास किया। इसी तरह जोधपुर और रावतभाटा में भी अभ्यास किया गया, जिसमें स्थानीय प्रशासन और सुरक्षाबलों ने भाग लिया।
महाराष्ट्र में मुंबई के क्रॉस मैदान पर मॉक ड्रिल आयोजित की गई, जहां फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस सेवा, पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें पूरे समन्वय के साथ नजर आईं। वहीं पुणे के काउंसिल हॉल में भी व्यापक नागरिक सुरक्षा अभ्यास हुआ, जिसमें आमजन को भी शामिल किया गया।
दक्षिण भारत में भी इस ड्रिल को गंभीरता से लिया गया। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में सिविल डिफेंस की ओर से मॉक ड्रिल की गई, जहां प्रमुख सार्वजनिक स्थलों और संवेदनशील इलाकों को चिन्हित कर अभ्यास किया गया।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, इस तरह की मॉक ड्रिल का उद्देश्य न सिर्फ सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों को परखना है, बल्कि आम नागरिकों को भी जागरूक करना है कि संकट की स्थिति में उन्हें कैसे प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
देश में सेना की कार्रवाई को लेकर नागरिकों में गर्व का माहौल है, लेकिन साथ ही सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करने में जुटी हैं कि किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधि को समय रहते रोका जा सके।