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पत्नी को बचाने के चक्कर में पति भी कुएं में गिरा दोनों की मौत
Posted Date : 06-May-2024 11:39:47 am

पत्नी को बचाने के चक्कर में पति भी कुएं में गिरा दोनों की मौत

प्रयागराज।  हंडिया थाना क्षेत्र के दुलापुर गांव में विवाद के बाद कुएं में कूदने जा रही पत्नी को बचाने के चक्कर में पति भी कुएं में गिर गया। जिससे दोनों की मौत हो गई। घटना से परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पाकर पुलिस अधिकारी फायर ब्रिगेड के साथ मौके पर पहुंच गए। किसी तरह से शव को बाहर निकलवाया गया। 
दुलापुर गांव निवासी लवकुश विश्ववकर्मा (34) गांव में ही बढ़ई गिरी का कार्य करता था। उसकी शादी भदोही जिले में सुरियावां थाना क्षेत्र के कंजिया में पिंकी (32) के साथ हुई थी। दोनों के कुल सात बेटियां ही हैं। सबसे छोटी बेटी अभी तीन माह की ही है, जबकि सबसे बड़ी बच्ची ग्यारह साल की है। रविवार की देर रात पति-पत्नी में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। तैश में आकर पिंकी आत्महत्या करने के लिए घर के पास बने कुएं की तरफ दौड़ी। यह देख लवकुश उसको बचाने के लिए पीछे पीछे दौड़ा। कुएं की जगत पर चढक़र पिंकी ने जैसी ही छलांग लगाई तब तक लवकुश भी उसका हाथ पकडक़र बचाने लगा। पत्नी के साथ वह भी कुएं में जा गिरा। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना से गांव में खलबली मच गई। सूचना पाकर कोतवाल हंडिया के अलावा सीओ एसीपी हंडिया मौके पर पहुंच गए। फायर ब्रिगेड की मदद से दंपती का शव बाहर निकलवाया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घर में सिर्फ बूढ़ी मां सोना देवी पत्नी सोहनलाल ही है। लवकुश दो भाइयों में बड़ा था। छोटा भाई राजा मुंबई में फर्नीचर बनाने का कार्य करता है।

 

ट्रैक्टर पलटने से पांच की मौत
Posted Date : 06-May-2024 11:39:12 am

ट्रैक्टर पलटने से पांच की मौत

जबलपुर। सोमवार सुबह ट्रैक्टर पलटने से पांच लोगों की मौत हो गई। मरने वालों की उम्र 10 से 18 साल के बीच है। 10 और 12 साल के दो बच्चे घायल हुए हैं। घटना चरगंवा थाना के तिनेटा गांव की है। पुलिस ने घायलों को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया है।
एएसपी सूर्यकांत शर्मा के मुताबिक, सभी बच्चे आपस में रिश्तेदार हैं। एक ही गांव तिनेटा देवरी के रहने वाले हैं। वे ट्रैक्टर से पानी का टैंकर लेने जा रहे थे। ट्रैक्टर को 18 साल का धर्मेंद्र ठाकुर (गोंड) चला रहा था। उसकी बहन की आज बारात आना थी। घर से 500 मीटर दूर ही निकले, तभी ट्रैक्टर अनबैलेंस होकर सडक़ से उतरकर खेत में पलट गया। बताया जाता है कि हादसे के बाद शादी को आगे बढ़ा दिया गया है।
प्रशासन की ओर से फौरी तौर पर मृतकों के परिजन को 50-50 हजार रुपए और घायलों को 10-10 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी गई है। वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृतक बच्चों के परिवारों को 2-2 लाख रु. की सहायता राशि देने की बात कही है। रतलाम दौरे के दौरान उन्होंने मदद की घोषणा की।
हादसे में तीन सगे भाईयों के साथ ही चाचा के दो बेटों की मौत हुई है। जानकारी के अनुसार घर पर बहन की बारात आनी थी, सभी मिलकर शादी की तैयारी कर रहे थे। पिता रामप्रसाद ने बड़े बेटे से कहा कि गांव में पानी की किल्लत है, दूसरे गांव से टैंकर लेकर आना होगा। पिता की बात सुनते ही धर्मेन्द्र गांव से तीन किलोमीटर दूर देवरी टैंकर लेने के लिए जाने लगा। धर्मेन्द्र को जाते देख उसके दोनों छोटे भाई राजवीर और लकी भी जाने की जिद करने लगे तो धर्मेन्द्र ने उन्हें भी ट्रैक्टर में बैठा लिया। इस बीच धर्मेंद्र के चाचा के दो बेटे अनूप, देवेन्द्र के साथ ही रिश्तेदारी में आए दलपत और विकास भी बैठ गए। गांव से 500 मीटर दूर आगे घाट पर ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया। इस घटना में पांच बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो बच्चे दूर जा गिरे। घटना के बाद वहां मौजूद लोगों ने काफी प्रयास कर ट्रेक्टर में दबे बच्चों को बाहर निकाला।
0-हादसे में इनकी मौत:धर्मेंद्र (18) पिता राम प्रसाद ठाकुर,देवेंद्र (15) पिता मोहन बरकड़े,राजवीर (13) पिता राम प्रसाद ठाकुर,अनूप (12) पिता गोविंद बरकड़े,लकी (10) पिता राम प्रसाद ठाकुर
0-ये हुए घायल:दलपत (12) पिता निरंजन गौंड.विकास (10) पिता राम कुमार उइके
घटना की सूचना पर मंत्री राकेश सिंह अस्पताल पहुंचे। वे घायलों से मिले। उन्होंने डॉक्टरों से हादसे की जानकारी ली। घायलों के उचित इलाज के निर्देश दिए। साथ ही मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता भी दी जा जा रही है।
सीएम डॉ.मोहन यादव ने दुख जाहिर करते हुए एक्स पर लिखा,तिनेटा देवरी में ट्रैक्टर पलटने से 5 बच्चों के असामयिक निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान व शोक संतप्त परिजनों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। हादसे में जो 2 बच्चे घायल हुए हैं। उनके उचित इलाज के निर्देश दिए हैं। बाबा महाकाल से सभी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। शासन द्वारा मृतक बच्चों के परिजनों को 50-50 हजार रुपए और घायलों के लिए 10-10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है।
ग्राम पंचायत तिनेटा में सडक़ हादसे के बाद जिला पंचायत सदस्य राम कुमार सैयाम मौके पर पहुंचे थे। एक घंटे तक एंबुलेंस तक एंबुलेंस नहीं आई तो रामकुमार अपनी ही गाड़ी में घायलों को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे और इलाज के लिए भर्ती करवाया।
पांच बच्चों की मौत के बाद कलेक्टर दीपक सक्सेना ने एडीएम मिशा सिंह और एसडीएम पंकज श्रीवास्तव को मौके पर भेजा। मिशा सिंह ने मेडिकल कालेज पहुंचकर घायलों बच्चों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। एडीएम के मुताबिक जो बच्चा ट्रेक्टर चला रहा था, उसका नाम धर्मेन्द्र सिंह था। तेज रफ्तार में ट्रेक्टर होने के कारण यह हादसा हुआ है। मामले की जांच की जा रही है।

 

मनी लॉड्रिंग केस में जेट एयरवेज फाउंडर नरेश गोयल को मिली अंतरिम जमानत, कहा था- जेल में ही मर जाऊंगा
Posted Date : 06-May-2024 11:38:56 am

मनी लॉड्रिंग केस में जेट एयरवेज फाउंडर नरेश गोयल को मिली अंतरिम जमानत, कहा था- जेल में ही मर जाऊंगा

नई दिल्ली। जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल को मनी लॉन्ड्रिंग केस में अंतरिम जमानत मिल गई है। मुंबई हाईकोर्ट ने नरेश गोयल को मेडिकल आधार पर दो महीने की अंतरिम जमानत दी। न्यायमूर्ति एनजे जमादार की पीठ ने कहा कि गोयल को 1 लाख रुपये की जमानत देनी होगी और विशेष अदालत की पूर्व अनुमति के बिना मुंबई नहीं छोड़ेंगे। अदालत ने गोयल को अपना पासपोर्ट जमा करने का भी निर्देश दिया है।
बता दें कि इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नरेश गोयल की अंतरिम जमानत याचिका का विरोध किया था। ईडी ने कहा था कि निजी अस्पताल में भर्ती रहने की उनकी अवधि एक महीने के लिए बढ़ाई जा सकती है। बता दें कि नरेश गोयल ने खुद और पत्नी के कैंसर से पीडि़त होने का हवाला देते हुए स्वास्थ्य और मानवीयता के आधार पर अंतरिम जमानत मांगी थी। बीते फरवरी में एक विशेष अदालत ने नरेश गोयल की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। हालांकि अदालत ने उन्हें उनकी पसंद के किसी निजी अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराने की अनुमति जरूर दी थी। इसके बाद गोयल ने अंतरिम जमानत के लिए अप्रैल महीने में मुंबई हाईकोर्ट का रुख किया था।
पिछले साल हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग करने और केनरा बैंक द्वारा कर्ज के रूप में जेट एयरवेज को दिये गये 538.62 करोड़ रुपये में धांधली करने के आरोप में गोयल को सितंबर, 2023 में गिरफ्तार किया था। ईडी की ओर से इस मामले में आरोपपत्र दाखिल करने पर गोयल की पत्नी अनीता गोयल को नवंबर, 2023 में गिरफ्तार किया गया था। अनीता को उनकी उम्र और चिकित्सकीय स्थिति के आधार पर गिरफ्तारी के दिन ही विशेष अदालत ने जमानत दे दी थी लेकिन विशेष अदालत ने गोयल को इस आधार पर जमानत से इनकार कर दिया था कि उन्हें उनकी पसंद के अस्पताल में इलाज मुहैया कराया जा रहा है।

 

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में के कविता को बड़ा झटका, कोर्ट ने जमानत देने से किया इनकार
Posted Date : 06-May-2024 11:38:44 am

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में के कविता को बड़ा झटका, कोर्ट ने जमानत देने से किया इनकार

नई दिल्ली। दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नेता के. कविता को राउज एवेन्यू कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया है। फिलहाल बीआरएस सुप्रीमो और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी कविता 7 मई तक न्यायिक हिरासत में हैं। राउज एवेन्यू कोर्ट की जज कावेरी बावेजा ने उनकी जमानत वाली मांग को ठुकरा दिया।
कविता को पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और बाद में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 11 अप्रैल को गिरफ्तार किया था, जब वह तिहाड़ जेल में हैं। जज बावेजा ने तब उन्हें यह कहते हुए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया था कि आरोपी से विस्तृत पूछताछ आवश्यक है। अब, वह दोनों एजेंसियों द्वारा जांच किए जा रहे मामले में न्यायिक हिरासत में है। कविता ने अपने आवेदन में आरोप लगाया है कि उनकी गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है, जिसका उद्देश्य उन्हें और उनकी पार्टी को चुनाव में प्रचार करने से रोकना है।
उन्होंने दावा किया है कि तेलंगाना में नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से कुछ ही दिन पहले सीबीआई द्वारा उनकी गिरफ्तारी केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा उनके चुनाव प्रचार में बाधा डालने के लिए की गई थी। उन्होंने कहा है कि दिल्ली की आबकारी नीति से उनका कोई संबंध नहीं है और सत्तारूढ़ दल उनकी और उनके पिता की छवि खराब करने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।

 

हिंदू नेताओं को जान से मारने की धमकी देने वाला मौलाना सूरत में गिरफ्तार
Posted Date : 05-May-2024 10:47:25 pm

हिंदू नेताओं को जान से मारने की धमकी देने वाला मौलाना सूरत में गिरफ्तार

सूरत । हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा समेत अन्य हिंदू नेताओं को पाकिस्तान, नेपाल व अन्य देशों के लोगों के साथ मिलकर जान से मारने की धमकी देने वाले मौलाना को सूरत क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया। मौलाना को कामरेज के कठोर गांव से पकड़ा गया। उसका नाम सोहेल अबुबकर बताया गया है।
सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि सूरत क्राइम ब्रांच ने एक खुफिया सूचना के आधार पर मौलाना सोहेल अबुबकर को चौक बाजार भरीमाता फूलवाड़ी स्थित आइकरा अपॉर्टमेंट से गिरफ्तार किया। पूछताछ में मौलाना ने बताया कि वह लसकाना के डायमंड नगर में धागा काटने वाली फैक्ट्री में मैनेजर के पद पर काम करता है और मुस्लिम बच्चों को निजी तौर पर भी इस्लाम के बारे में पढ़ाता भी है।
मौलाना से शुरुआती पूछताछ में पता चला कि वह सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान के डोगर और नेपाल के इसाम के संपर्क में था। ये दोनों सोशल मीडिया के माध्यम से मौलाना से संपर्क करते थे और उसे हिंदू संगठनों के नेताओं के खिलाफ भडक़ाते थे।
मौलना अबूबकर ने अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सिम कार्ड भी हासिल किया और मोबाइल फोन में व्हाट्सएप बिजनेस सक्रिय कर हिंदू नेताओं को धमकी दे रहा था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि मौलाना ने सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को धमकी दी। इसके अलावा हैदराबाद के हिंदू नेता राजासिंह, सुदर्शन न्यूज चैनल के प्रधान संपादक सुरेश चौहान और भाजपा नेता नूपुर शर्मा की हत्या की साजिश रच रहा था।
मौलाना के मोबाइल से मिली चैट में पुलिस को पता चला है कि उपदेश राणा की हत्या के लिए पाकिस्तान से बंदूक मंगाने की तैयारी की जा रही थी। मौलाना ने इसे जल्द भेजने की मांग की थी। चैट में इस घटना को अंजाम देने के लिए किसी को एक करोड़ रुपये देने की भी बात की गई है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी मोहम्मद सोहेल दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने के इरादे से सोशल मीडिया के माध्यम से भारत के राष्ट्रीय ध्वज के साथ छेड़छाड़ करता था और हिंदू देवी-देवताओं के बारे में अश्लील बातें करता था। उसने एक विदेशी शख्स से हथियार भी मंगवाए थे। वह पाकिस्तान, वियतनाम, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान और लाओस समेत कई देशों के लोगों के संपर्क में था।
पुलिस ने मौलाना के पास एक मोबाइल फोन बरामद किया। पुलिस जांच में यह भी पता चला है वह अपने टारगेट का नाम बदलकर बातें करता था। उसने सूरत के उपदेश को धक्कन नाम दिया था। वह धक्कन नाम से बातचीत करता था। किसी को शक न हो, इसलिए ये लोग लूडो जैसा गेम खेलने के बहाने इक_ा होते थे। इसमें चैटिंग का भी विकल्प होता है और फिर वारदात को अंजाम देने की चर्चा करते थे।

 

कोविशील्ड वैक्सीन पर सियासत जारी, विशेषज्ञों ने कहा, घबराने की जरूरत नहीं
Posted Date : 05-May-2024 10:47:10 pm

कोविशील्ड वैक्सीन पर सियासत जारी, विशेषज्ञों ने कहा, घबराने की जरूरत नहीं

देहरादून । कोविशिल्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर कुछ दिनों से सियासत जारी है। विपक्ष सवाल उठा रहा है, तो वहीं सत्ता पक्ष सवालों का मुस्तैदी से जवाब देने में जुटा है। इस बीच विशेषज्ञ डॉक्टरों ने लोगों से न घबराने की अपील की है।
यूके की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने पहली बार लंदन के कोर्ट में स्वीकार किया है कि कोरोना वायरस के खिलाफ लगने वाली उसकी वैक्सीन से दुर्लभ मामलों में गंभीर साइड इफेक्ट हो सकते हैं। इसके बाद इस पर सियासत तेज हो गई है। राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि इस वैक्सीन के फायदे ज्यादा हैं और नुकसान बेहद कम हैं। इसलिए कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। वैक्सीन सेफ है और जिसको साइड इफेक्ट होने थे, वो वैक्सीनेशन के बाद ही हो गए होंगे।विशेषज्ञों ने कहा है कि कोविशील्ड को लेकर आ रही खबरों से घबराने की जरूरत नहीं है।
कार्डियोलाजिस्ट डॉ. एसडी जोशी ने कहा कि कोविड की वैक्सीन लगने के एक से छह हफ्ते के बाद साइड इफेक्ट आ जाते हैं। लोगों को डरने की कोई जरूरत नहीं है। अब तक 230 करोड़ वैक्सीन की डोज देश में लग चुकी है। यदि साइड इफेक्ट होते तो, अब तक आधे से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई होती। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, इसलिए घरबराएं नहीं। वहीं न्यूरोसर्जन डॉ. महेश कुडिय़ाल ने भी कहा कि वैक्सीन को लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि ब्रिटेन की अदालत में हलफनामा देकर सीरम कंपनी ने स्वीकार किया है उनकी वैक्सीन के कारण हार्ट अटैक, ब्रेन हैमरेज व ब्लड क्लॉटिंग की आशंका है। देश में करोड़ों लोगों को कोविशिल्ड वैक्सीन लगी है। इससे हर शख्स के मन में भय है। वहीं बीजेपी के प्रदेश मीडिया मनवीर चौहान ने कहा कि करोड़ों लोगों के जीवन की रक्षा करने वाली वैक्सीन के खिलाफ, जिस तरह से कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा दुष्प्रचार किया जा रहा है, वो किसी एजेंडा का हिस्सा है।
देश में वैक्सीन ने करोड़ों लोगों की जान बचाई। उस समय भी विपक्षी दलों ने सवाल उठाए थे। मोदी वैक्सीन कह कर इसका दुष्प्रचार किया गया। बाद ने उन्होंने खुद भी वैक्सीन लगवाई। भारत में निर्मित वैक्सीन का पूरी दुनिया ने लाभ उठाया। लेकिन आज देश में चुनावी माहौल के दौरान दुष्प्रचार कर जनता को भ्रमित किया जा रहा है।