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सामूहिक विवाह की खुशी मातम में बदली, ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी, दो युवतियों समेत 5 की दर्दनाक मौत
Posted Date : 08-May-2025 10:35:50 pm

सामूहिक विवाह की खुशी मातम में बदली, ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी, दो युवतियों समेत 5 की दर्दनाक मौत

  • बूंदी में हादसा, 25 से ज्यादा लोग घायल, शादी समारोह में जा रहे थे सभी

बूंदी । खुशियों से भरी बारात का कारवां कब मातम में बदल जाएगा, किसी ने सोचा नहीं था। बूंदी जिले के लाखेरी रोड पर गुरुवार को एक दर्दनाक हादसे में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई, जिसमें दो युवतियों, दो महिलाओं और एक मासूम बच्ची समेत 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
यह हादसा गुरुवार सुबह करीब 11:30 बजे खटकड़ क्षेत्र में स्टेट हाईवे पर हुआ। ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार करीब 40 लोग चौतरा का खेड़ा गांव से माटुंडा गांव में बैरवा समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में शामिल होने जा रहे थे।
बूंदी कलेक्टर अक्षय गोदारा ने बताया कि ट्रैक्टर चालक स्टेट हाईवे पर सामने से आ रही एक बाइक को बचाने की कोशिश में ट्रॉली से संतुलन खो बैठा और वाहन पलट गया। ट्रॉली में बैठे दर्जनों लोग उसके नीचे दब गए।
हादसे में 8 साल की मासूम किरण, 20 वर्षीय कृष्णा और कोमल, 35 साल की ज्योति, और 55 साल की शांति बाई की मौके पर ही मौत हो गई। सभी मृतक बैरवा समाज से ताल्लुक रखते थे और एक ही विवाह समारोह में शामिल होने जा रहे थे।
रेस्क्यू चला आधे घंटे, छ्वष्टक्च से उठाई गई ट्रॉली
हादसे के तुरंत बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और ट्रॉली के नीचे दबे लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की। पुलिस भी मौके पर पहुंची और छ्वष्टक्च मशीन की मदद से ट्रॉली को सीधा किया गया। तीन एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
अस्पताल पहुंचे कलेक्टर और स्क्क, एक की हालत नाजुक
सीएचसी खटकड़ प्रभारी डॉ. परमानंद मीणा के अनुसार सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद बूंदी जिला अस्पताल रेफर किया गया। एक घायल की हालत गंभीर होने पर उसे कोटा रेफर किया गया है। कलेक्टर अक्षय गोदारा और एसपी राजेंद्र कुमार मीणा ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना।
सवालों के घेरे में लापरवाही
ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रैक्टर-ट्रॉली से लोगों को ढोना आम है, लेकिन प्रशासनिक सख्ती के अभाव में ये वाहन दुर्घटनाओं की वजह बनते जा रहे हैं। सामूहिक विवाह जैसे आयोजनों में उत्सव की जगह अब चीत्कार सुनाई देती है।

 

भारत को एक और सफलता, कंधार हाईजैक कांड का मास्टरमाइंड ढेर
Posted Date : 08-May-2025 10:34:15 pm

भारत को एक और सफलता, कंधार हाईजैक कांड का मास्टरमाइंड ढेर

इस्लामाबाद  । आपरेशन सिंदूर को लेकर नया अपडेट सामने आया है। खबर है कि ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी रऊफ अजहर की मौत हो गई है। रऊफ असगर ढ्ढष्ट-814 प्लेन हाई जैक जिसे कंधार प्लेन हाई जैक के नाम से जाना जाता है उसका मास्टरमाइंड था। बुधवार को रऊफ अजहर ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकियों के जनाजे की नमाज पढ़ाता नजर आया था।
भारत ने पहलगाम हमले के बाद फिर दोहराया था कि वो आतंकियों को घर में घुस कर मारेगा। रऊफ की मौत इसी का एक और उदाहरण है। रऊफ कंधार हाईजैक का मास्टरमाइंड था। कई आतंकी हमलों में उसका नाम सामने आया था। इससे पहले मंगलवार देर रात भारत सरकार की सैन्य कार्रवाई में मसूद अजहर का कुनबा उजड़ गया था। भारत की एयरस्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अजहर के परिवार के 10 सदस्य मारे गए थे जबकि उसके चार गुर्गे भी ढेर हो गए थे। इन घायलों में रऊफ भी था।

 

पाकिस्तानी सेना के 12 जवानों की मौत, बलोच आर्मी ने आईईडी विस्फोट से उड़ाई गाड़ी
Posted Date : 08-May-2025 10:33:13 pm

पाकिस्तानी सेना के 12 जवानों की मौत, बलोच आर्मी ने आईईडी विस्फोट से उड़ाई गाड़ी

इस्लामाबाद  ।  भारत की एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के लिए संकट और गहरा गया है। इस बार झटका अपने ही देश बलूचिस्तान से मिला है। बलोच लिबरेशन आर्मी (क्चरु्र) ने एक बार फिर पाकिस्तानी सेना को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। दक्षिण-पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान के माच कुंड क्षेत्र में क्चरु्र के स्पेशल टैक्टिकल ऑपरेशन स्क्वैड (स्ञ्जह्रस्) ने सेना की गाड़ी को रिमोट कंट्रोल ढ्ढश्वष्ठ से उड़ा दिया, जिसमें 12 जवानों की जान चली गई।
हमला उस वक्त हुआ जब सुरक्षाबलों की टीम किसी सैन्य ऑपरेशन के लिए जा रही थी। धमाका इतना जबरदस्त था कि सेना की गाड़ी के परखच्चे उड़ गए और जवानों के शव कई मीटर तक बिखर गए। घटना की फुटेज अब सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें धमाके की भयावहता साफ नजर आ रही है। हालांकि पाकिस्तानी सेना ने आधिकारिक बयान में सिर्फ 7 सैनिकों की मौत की पुष्टि की है। सेना ने यह भी बताया कि हमले के बाद इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
बलूच लिबरेशन आर्मी लगातार पाकिस्तान के खिलाफ हिंसक अभियान चला रही है। मार्च में क्चरु्र ने क्वेटा-पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस का अपहरण किया था, जिसमें 440 यात्री सवार थे। उसमें भी दर्जनों पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। बलूचिस्तान में पिछले दो दशकों से जारी असंतोष की जड़ें गहरी हैं। स्थानीय नेताओं का आरोप है कि इस क्षेत्र की खनिज संपदा का शोषण हो रहा है और सरकार वहां के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।

 

भारत के आतंकी ठिकानों पर हमले से पाकिस्तान में मातम, जनाजों में शामिल हुए पाक सेना और आईएसआई अफसर
Posted Date : 08-May-2025 10:32:16 pm

भारत के आतंकी ठिकानों पर हमले से पाकिस्तान में मातम, जनाजों में शामिल हुए पाक सेना और आईएसआई अफसर

इस्लामाबाद  । भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद पड़ोसी मुल्क में मातम का माहौल है। चौंकाने वाली बात यह है कि इन हमलों में मारे गए आतंकवादियों के जनाजों में पाकिस्तानी सेना, पुलिस और खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारी भी शामिल हुए और मातम मनाते नजर आए। इस दौरान भारत के खिलाफ नारेबाजी भी की गई, जिसने एक बार फिर आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के दोहरे चरित्र को उजागर कर दिया है।
भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित 9 आतंकी अड्डों को निशाना बनाते हुए मिसाइलें दागी थीं। इन सटीक हमलों में बड़ी संख्या में आतंकियों के मारे जाने की सूचना है। भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने भारतीय एयरस्पेस में रहते हुए ही पाकिस्तान के बहावलपुर और मुरीदके में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल अटैक किए।
बताया जा रहा है कि बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को निशाना बनाया गया था। इन हमलों में जैश और लश्कर के कई बड़े आतंकवादियों के मारे जाने की खबरें हैं। हमलों के बाद जहां पाकिस्तान सरकार बयानबाजी कर रही थी, वहीं आतंकियों के परिवारों में कोहराम मचा हुआ था। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिनमें ताबूतों के सामने पाकिस्तानी सेना के अधिकारी सिर झुकाए खड़े दिख रहे हैं।
न्मुरीदके में भारतीय हमले में मारे गए लोगों के जनाजों में पाकिस्तानी सैनिक शामिल हुए। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैन्य अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस और आईएसआई के कई आला अधिकारी भी मातम में शरीक हुए। सामने आए कुछ वीडियो में लोग भारत विरोधी नारे लगाते हुए भी सुने जा सकते हैं।
यह जगजाहिर है कि पाकिस्तान में सेना और आतंकवादी संगठनों के बीच गहरा गठजोड़ है। कई बार यह भी कहा जाता है कि दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। ऐसे में भारत के इस प्रहार से पाकिस्तानी सेना को भी स्वाभाविक तौर पर दर्द हुआ है, जो आतंकियों के जनाजों में उनकी मौजूदगी से साफ जाहिर होता है।

 

‘ऑपरेशन सिंदूर’ : भारत की एयर स्ट्राइक में मारे गए 70 से अधिक आतंकी
Posted Date : 07-May-2025 10:16:00 pm

‘ऑपरेशन सिंदूर’ : भारत की एयर स्ट्राइक में मारे गए 70 से अधिक आतंकी

नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकियों के नौ ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें 70 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
ये हमले नौ लक्षित स्थानों- मुजफ्फराबाद, कोटली, बहावलपुर, रावलकोट, चकस्वरी, भीमबर, नीलम घाटी, झेलम और चकवाल में किए गए। इन हमलों में 60 से अधिक आतंकवादी घायल हो गए।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में सरकार ने बुधवार सुबह मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि ये कार्रवाई नपी-तुली और गैर-उत्तेजित प्रकृति की, आनुपातिक और जिम्मेदाराना थी, जो पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद और भारत पर हमलों के निरंतर समर्थन के खिलाफ थी।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि लक्ष्यों का चयन विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर किया गया और इसका उद्देश्य आतंकी ढांचे को ध्वस्त करना और आतंकियों को बेदम करना था।
उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सीमा पार आतंकवाद का जवाब देने और उसे रोकने के देश के अधिकार का प्रतिनिधित्व करता है।
मिस्री के अलावा प्रेस कॉन्फ्रेंस को भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भी संबोधित किया।
उन्होंने पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों और उनके भारत पर हमलों से लक्षित ठिकानों के संबंधों पर प्रकाश डाला।
नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमलों के जरिए भारत ने दिखाया कि वह अब सीमा पार आतंकवाद या इसे बढ़ावा देने वाली सरकारी संस्थाओं की मिलीभगत को बर्दाश्त नहीं करेगा।
भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने ऐतिहासिक अभियान में रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे पर हमले किए।
सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात भर चले ऑपरेशन की लगातार निगरानी कर रहे थे।
भारत ने पाकिस्तान और पीओके में उन ठिकानों पर हमला किया, जहां से आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था।
भारत ने बयान में कहा, हमारी कार्रवाई केंद्रित, संतुलित रही। पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया। भारत ने लक्ष्यों के चयन और कार्रवाई के तरीके में काफी संयम दिखाया।

 

9 आतंकी ठिकाने, 25 मिनट की एयर स्ट्राइक और सब बर्बाद, कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की दी पूरी जानकारी
Posted Date : 07-May-2025 10:15:39 pm

9 आतंकी ठिकाने, 25 मिनट की एयर स्ट्राइक और सब बर्बाद, कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की दी पूरी जानकारी

नई दिल्ली ।   ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय ने संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग की, जिसमें विदेश सचिव विक्रम मिस्री, वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी शामिल हुईं। सैन्य अधिकारियों ने आतंकी ठिकानों पर किए गए हमले की क्लिप भी दिखाई।
प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, पहलगाम आतंकवादी हमले के पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था। नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया गया। पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से आतंकवादी इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा था, जो पाकिस्तान और पीओके दोनों में फैला हुआ है।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, मैं आपको बताना चाहूंगी कि पीओजेके में पहला लक्ष्य मुजफ्फराबाद में सवाई नाला कैंप था, जो नियंत्रण रेखा से 30 किलोमीटर दूर स्थित है। यह लश्कर-ए-तैयबा का प्रशिक्षण केंद्र था। 20 अक्टूबर 2024 को सोनमर्ग, 24 अक्टूबर 2024 को गुलमर्ग और 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए हमलों में शामिल आतंकवादियों ने यहीं से प्रशिक्षण प्राप्त किया था।
वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया, रात 1 बजकर पांच मिनट से 1 बजकर 30 मिनट के बीच हमला किया गया। पहलगाम आतंकी हमले के पीडि़तों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था। नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया और सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया। नागरिक बुनियादी ढांचे को नुकसान से बचाने और किसी भी नागरिक की जान को नुकसान से बचाने के लिए स्थानों का चयन किया गया था।
इससे पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संयुक्त ब्रीफिंग में बताया, 22 अप्रैल 2025 को लश्कर और पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों ने कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हमला किया और 25 भारतीय नागरिकों और 1 नेपाली नागरिक की हत्या कर दी। आतंकियों ने पर्यटकों को उनके परिवार के सदस्यों के सामने सिर में गोली मार दी। इस दौरान परिवार को धमकाया गया और उस बर्बरता का संदेश देने को कहा गया। चूंकि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन फिर से बढ़ रहा था, इसलिए हमले का मुख्य उद्देश्य उसे नुकसान पहुंचाना और दंगा भडक़ाना था।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, पहलगाम में हमला अत्यंत बर्बरतापूर्ण था, जिसमें पीडि़तों को बहुत नजदीक से सिर में गोली मारकर और उनके परिवार के सामने मारा गया। परिवार के सदस्यों को जानबूझकर इस तरह से मारा गया कि उन्हें संदेश वापस ले लेना चाहिए। यह हमला स्पष्ट रूप से कश्मीर में सामान्य स्थिति को कमजोर करने के उद्देश्य से किया गया था।
उन्होंने आगे कहा, रेजिस्टेंस फ्रंट नामक एक समूह ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है। यह समूह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है। इस हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की पुष्टि हुई है। पहलगाम पर हुआ हमला कायराना था और पहलगाम हमले की जांच से पाकिस्तान के आतंकवादियों से संबंध उजागर हुए हैं।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, आतंकवादी गतिविधियों पर नजर रखने वाली हमारी खुफिया एजेंसियों ने संकेत दिया है कि भारत पर और हमले हो सकते हैं और उन्हें रोकना और उनसे निपटना आवश्यक समझा गया।
उन्होंने कहा, आज सुबह, भारत ने सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए जवाब देने के अपने अधिकार का इस्तेमाल किया। हमारी कार्रवाई नपी-तुली और गैर-बढ़ी हुई, आनुपातिक और जिम्मेदाराना थी। हमने आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने पर ध्यान केंद्रित किया।
इस प्रेस ब्रीफिंग की शुरुआत में भारत पर हुए कई हमलों से जुड़ी एक क्लिप भी दिखाई गई थी, जिसमें 2001 का संसद हमला, 2008 का मुंबई आतंकी हमला, उरी, पुलवामा और पहलगाम हमला शामिल है।