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पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने परिवार के साथ किए रामलला के दर्शन
Posted Date : 18-May-2024 9:35:34 pm

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने परिवार के साथ किए रामलला के दर्शन

अयोध्या । दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को अपने परिवार के साथ रामलला के दर्शन किए।
इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति मंदिर परिसर में करीब डेढ़ घंटे तक रहे। उन्होंने राम मंदिर निर्माण सहित पूरे परिसर को देखा। इस दो दिवसीय यात्रा में करीब 80 लोगों को समूह उनके साथ है।
उनकी अगवानी के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय पहले से मंदिर परिसर में थे। पूर्व राष्ट्रपति रामलला के दर्शन-पूजन के बाद कुबेर टीला भी गये और पक्षिराज जटायु की विशाल प्रतिमा के समक्ष श्रद्धापूर्वक नतमस्तक हुए।
पूर्व राष्ट्रपति कोविंद शुक्रवार दोपहर बाद ही परिवारजनों के साथ रामनगरी पहुंच गए थे। पहले से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार वह वंदे भारत ट्रेन से परिवार समेत अयोध्या पहुंचे। अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन से सभी जैन मंदिर पहुंचे। इसके बाद पूरे परिवार के साथ पूर्व राष्ट्रपति मां सरयू के तट पर दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे। उन्होंने सरयू की आरती उतारी। फिर हनुमान जी के दरबार पहुंचकर दर्शन किये।
पत्रकारों से बातचीत में पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि सरयू आरती में भाग लेना अपने आप में एक दिव्य अनुभूति है। ऐसा लगता है कि हम 500 वर्ष पूर्व के कालखंड में पहुंच गये हैं। सरयू की कृपा और बहुत सारे कारणों से राम मंदिर का निर्माण संभव हो सका है।
जैन मंदिर के व्यवस्थापक विजय कुमार जैन ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति की यह पूर्ण रूप से धार्मिक यात्रा है।

 

श्री माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड की अनोखी पहल, तीर्थयात्रियों को अब प्रसाद के रूप में मिलेगा एक पौधा
Posted Date : 18-May-2024 9:34:46 pm

श्री माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड की अनोखी पहल, तीर्थयात्रियों को अब प्रसाद के रूप में मिलेगा एक पौधा

जम्मू । जम्मू-कश्मीर में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा अपनी तरह की पहली पहल में श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों को प्रसाद के रूप में एक पौधा दिया जाएगा। श्री माता वैष्णो देवी का यह मंदिर प्रदेश के रियासी जिले में कटरा शहर की त्रिकुटा पहाडिय़ों पर स्थित है।
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सहायक वन संरक्षक विनय खजूरिया ने कहा,  निहारिका भवन में एक कियोस्क स्थापित करने का निर्णय लिया गया है, जो भक्तों को ‘प्रसाद’ के रूप में पौधे प्रदान करेगा ताकि लौटने पर वे इसे श्री माता वैष्णो देवी के आशीर्वाद के रूप में अपने मूल स्थानों पर लगा सकें। 
उन्होंने कहा कि यह पहल लोगों को अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिये प्रोत्साहित करने और ‘पृथ्वी’ को जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग से बचाने के लिये की गयी है। उन्होंने कहा,  हर साल फूलों की खेती के लगभग दो से तीन लाख पौधे और एक लाख से अधिक वन प्रजातियों को निर्धारित लक्ष्य के रूप में लगाये जाते है। 
उन्होंने कहा, अगले कुछ दिनों में बोर्ड औपचारिक रूप से वैष्णो देवी मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों को ‘प्रसाद’ के रूप में पौधे देना शुरू कर रहा है। भक्त माता रानी के आशीर्वाद के रूप में पौधे अपने साथ ले जा सकते हैं।
गौरतलब है कि श्राइन बोर्ड द्वारा विशेष रूप से कटरा के पास पैंथल क्षेत्र के कुनिया गांव में एक उच्च तकनीक नर्सरी स्थापित की गयी है। प्रतिवर्ष लगभग एक करोड़ तीर्थयात्री पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन करने के लिये कटरा आते हैं।

 

सीएम धामी ने आईजी अरुण मोहन जोशी को दी बड़ी जिम्मेदारी, चारधाम यात्रा में आई भीड़ को करेंगें नियंत्रित
Posted Date : 18-May-2024 9:34:29 pm

सीएम धामी ने आईजी अरुण मोहन जोशी को दी बड़ी जिम्मेदारी, चारधाम यात्रा में आई भीड़ को करेंगें नियंत्रित

देहरादून ।  उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 2024 को शुरू हुए एक हफ्ता हो गया है। इस साल अभी तक मात्र एक हफ्ते में पिछले साल के मुकाबले दोगुनी संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा में दर्शन करने आ रहे हैं। जिसके कारण चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
हालात ये है कि यमुनोत्री गंगोत्री धाम में प्रशासन की व्यवस्था श्रद्धालुओं के लिए नाकाफी साबित हो रही है। जिसके कारण खुद मुख्यमंत्री धामी ने ग्राउंड पर जाकर चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं की समस्याओं को सुना, साथ ही तमाम अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री धामी ने आईपीएस अधिकारी आईजी अरुण मोहन जोशी को यमुनोत्री गंगोत्री धाम की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी है। चारधाम यात्रा इस बार अत्यधिक भीड़ के कारण पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। ऐसे में व्यवस्थाएं सुचारु बनाए रखना आसान नहीं है। इन्हीं अव्यवस्थाओं को व्यवस्थित करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईजी अरुण मोहन जोशी को जिम्मा दिया है।
आईजी अरुण मोहन जोशी ने कांवड़ और कोरोना काल में बेहतरीन कार्य किया था। इतना ही नहीं वे भीड़ नियंत्रण के मामले में भी खासा अनुभव रखते हैं। चारधाम यात्रा में कांवड़ जैसे बड़े आयोजन का अनुभव रखने वाले अफसर को जिम्मेदारी देने से उनके अनुभव का लाभ प्रशासन को मिल सकेगा।
हरिद्वार में एसएसपी के रूप में तैनाती के दौरान 2012 में आईपीएस जोशी ने शहर के किनारे बैरागी कैंप शुरू करवाकर भीड़ को एक तरफ करने की नई व्यवस्था शुरू की। उससे कांवड़ यात्रा काफी हद तक पटरी पर आ गई थी। वहीं कोरोनाकाल में जोशी देहरादून के एसएसपी थे।
संकटकाल में उन्होंने लोगों के बीच मदद की कई योजनाएं खुद शुरू कीं। गरीबों के लिए लगातार मुफ्त भोजन, अकेले रहने वाले बुजुर्गों को घर पर दवाएं, भोजन आदि उपलब्ध करवाने के अलावा पीडि़तों को उपचार के प्रबंध किए। इससे पुलिस की लोकमित्र छवि बनी है। वहीं अब उम्मीद है कि चारधाम यात्रा में आने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को व्यस्थित करने में काफी मदद मिल सकेगी।

 

तीन वर्षीय बच्ची को कार में भूल शादी में पहुंचे पेरेंन्ट, दम घुटने से मासूम की दर्दनाक मौत
Posted Date : 17-May-2024 11:49:21 am

तीन वर्षीय बच्ची को कार में भूल शादी में पहुंचे पेरेंन्ट, दम घुटने से मासूम की दर्दनाक मौत

कोटा । राजस्थान के कोटा में पैरेंट्स की लापरवाही के चलते उनकी 3 वर्षीय मासूम बेटी की मौत हो गई। दरअसल बच्ची के मां-बाप उसे कार में भूलकर शादी में चले गए थे। 2 घंटे बाद जब लौटे तो मासूम अचेत मिली। बच्ची संभवत इस दौरान रोई भी होगी, लेकिन शादी समारोह में तेज डीजे बज रहा था। ऐसे में किसी का ध्यान कार की ओर नहीं गया, तेज धूप में कार खड़ी हुई थी। इधर, अचेत बेटी को लेकर परिजन इटावा अस्पताल पहुंचे। चिकित्सकों ने उसे चेक करने के बाद मृत घोषित कर दिया। मृतक बच्ची की पहचान गोरविका नागर के रूप में हुई।
पुलिस के अनुसार, घटना बुधवार शाम की है जब बच्ची के माता-पिता शादी समारोह मे गए थे। खतौली थाने के प्रभारी बन्ना लाल ने बताया कि प्रदीप नागर अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ जोरावरपुरा गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे। जैसे ही परिवार कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा, मां और उसकी बड़ी बेटी कार से बाहर निकल आईं और प्रदीप वाहन पार्क करने चले गए।
उन्होंने कहा, ‘प्रदीप को लगा कि गोरविका अपनी मां के साथ कार्यक्रम स्थल के अंदर गई है और उन्होंने कार को लॉक किया तथा समारोह में शामिल होने के लिए चले गये। लगभग दो घंटे तक वे शादी समारोह में ही रहे।’ लाल ने बताया कि जब वे (बच्ची के माता पिता) मिले और एक-दूसरे से गोरविका के बारे में पूछा तो उन्हें पता चला कि वह उनमें से किसी के भी साथ नहीं थी जिसके बाद उन्होंने उसे ढूंढना शुरू कर दिया।
लाल ने बताया कि बच्ची के माता-पिता ने उसे कार की पिछली सीट पर बेहोश पाया और उसे अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। खातौली थाने के हेड कांस्टेबल भरतराज गुर्जर ने कहा तीन साल की मासूम बच्ची की गाड़ी में सोते समय दम घुट जाने से मौत हुई है। परिजनों ने किसी तरह की पुलिस कार्रवाई से इनकार कर दिया। शव को परिजनों के हवाले कर दिया।

 

तूफान के बाद आसमान से मौत बनकर गिरी बिजली, 12 लोगों की मौत
Posted Date : 17-May-2024 11:49:03 am

तूफान के बाद आसमान से मौत बनकर गिरी बिजली, 12 लोगों की मौत

कोलकाता । पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में गुरुवार को अपराह्न में तेज रफ्तार हवाओं के साथ बिजली गिरने और तूफान की चपेट में आने से कम से कम बारह लोगों की मौत हो गई। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि तूफान ने राज्य के उत्तरी क्षेत्र में भी जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया, जिसमें कई लोगों को चोटें आईं। सूत्रों ने कहा कि आपदा में नुकसान का आकलन अभी नहीं किया गया है, क्योंकि बिजली गिरने से मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
सूत्रों ने बताया कि घायलों को मालदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भर्ती कराया गया है। मृतकों के शवों को भी परीक्षण के लिए इस अस्पताल में भेज दिया गया। मृतकों की पहचान पुराने मालदा के चंदन साहनी (41), राज मृधा (17) और मनोजीत मंडल के रूप में की गई। गोजोल में बिजली गिरने से किशोर असित साहा की मौत हो गई।लगभग सभी मृतकों की पहचान कर ली गई है।
स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की यथासंभव मदद कर रहा है और पुनर्वास के लिए दो-दो लाख रुपये की राहत की घोषणा की है। जिले में कई मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘मालदा में बिजली गिरने के कारण अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। मैं इस कठिन समय के दौरान उनके प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मेरी दुआएं घायलों के साथ हैं। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं। 
उन्होंने कहा, हमारा जिला प्रशासन प्रभावितों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। हम जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए अपनी क्षमता से सब कुछ करेंगे।

 

मुंडन कराने जा रहे श्रद्धालुओं की कार पेड़ से टकराई, दो जुड़वां बच्चों समेत तीन की मौत
Posted Date : 17-May-2024 11:48:43 am

मुंडन कराने जा रहे श्रद्धालुओं की कार पेड़ से टकराई, दो जुड़वां बच्चों समेत तीन की मौत

जमुई । बिहार के जमुई जिले के चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र में शुक्रवार तडक़े एक स्विफ्ट कार के सडक़ के किनारे एक पेड़ में टकरा जाने से तीन लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दो बच्चे भी शामिल हैं। इस दुर्घटना में पांच लोग घायल भी बताए जा रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, आरा के चरपोखरी के रहने वाले आनंद कुमार अपने परिवार के साथ कार से अपने बच्चों का मुंडन कराने देवघर जा रहे थे। रास्ते में चकाई-देवघर मुख्य मार्ग पर बसबुटिया गांव के पास कार अनियंत्रित होकर सडक़ के किनारे एक पेड़ से जा टकराई।
बताया जाता है कि इस घटना में तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि चार-पांच लोग घायल बताए जा रहे हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मृतकों में दो जुड़वा बच्चे शामिल हैं, जिनकी उम्र पांच साल बताई जा रही है।
इधर, घटना की जानकारी के बाद चंद्रमंडीह थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। घायलों को बेहतर इलाज के लिए रेफरल अस्पताल चकाई से देवघर रेफर किया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है।