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नोएडा में अब तक की सबसे बड़ी साइबर ठगी, शेयर बाजार में निवेश के नाम पर साफ किए 9 करोड़ रुपये
Posted Date : 02-Jun-2024 12:30:37 am

नोएडा में अब तक की सबसे बड़ी साइबर ठगी, शेयर बाजार में निवेश के नाम पर साफ किए 9 करोड़ रुपये

नोएडा। शेयर बाजार में निवेश करने पर करोड़ों का मुनाफा होने की बात कहकर साइबर जालसाजों ने नोएडा के एक व्यक्ति से 9 करोड़ 9 लाख रुपए की ठगी कर ली। ऐप डाउनलोड कराकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया। ठगी की जानकारी होने के बाद पीडि़त ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने में की है।
कुल 13 बार में ठगों ने पीडि़त से रकम ट्रांसफर कराई। किसी एक व्यक्ति के साथ शेयर ट्रेडिंग में यह शहर में अब तक की सबसे बड़ी साइबर ठगी बताई जा रही है।
ठगी रजत बोथरा नाम के व्यक्ति के साथ हुई है, जो नोएडा के सेक्टर- 40 में रहते हैं। साइबर थाने में यह मामला दर्ज हो चुका है और पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
साइबर ठगी से पीडि़त रजत बोथरा ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया है कि 28 अप्रैल को उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड किया गया। उस ग्रुप में शेयर ट्रेडिंग के मुनाफे के बारे में बताया जाता था और एक लिंक भेजा गया, जिस पर क्लिक करने और कई स्टेप्स फॉलो करने के बाद उनके मोबाइल में एक ऐप डाउनलोड हो गया। ऐप का नाम जीएफएसएल सिक्योरिटीज ऑफिशियल स्टॉक सी 80 था।
ऐप में शेयर मार्केट में होने वाले मुनाफे के बारे में बताया गया था, जिसके बाद राजीव बोथरा ने अपने खाते से 9.09 करोड़ ट्रांसफर कर दिये। राजीव ने ये रकम कुल तेरह बार में ट्रांसफर की।
ट्रांसफर के दौरान राजीव ने कई बार बीच में ही पैसे को विथड्रॉ करने की कोशिश की, लेकिन पैसा नहीं निकल पाया। जिस ऐप के जरिए राजीव ने ये इन्वेस्टमेंट की वो एप्लीकेशन पैसे निकालने की अनुमति नहीं दे रहा था। इसके बाद राजीव को शक हुआ। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
राजीव ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया है कि उन्हें जब शक हुआ कि उनको साइबर ठगों द्वारा फर्जी वेबसाइट लिंक और एप्लीकेशन तैयार कर शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे के नाम पर ठग लिया गया है, तो उन्होंने पैसे विथड्रॉ करने की कोशिश की, लेकिन एप्लीकेशन ने परमिशन नहीं दी।
राजीव ने 29 मई को एनसीआरपी पोर्टल पर घटना की शिकायत भी दर्ज करा दी। इसके बाद पुलिस ने देखा कि यह मामला काफी बड़ा है तो उन्हें बुलाकर एफआईआर दर्ज की गई।
फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है और कोशिश की जा रही है कि उन सभी बैंक अकाउंट को फ्रीज किया जाए जिसमें यह पैसा ट्रांसफर हुआ है।

नाशिक में स्वाइन फ्लू की लोगों में दहशत, एक ही दिन में दो लोगों की मौत
Posted Date : 02-Jun-2024 12:30:20 am

नाशिक में स्वाइन फ्लू की लोगों में दहशत, एक ही दिन में दो लोगों की मौत

0-अब तक 28 मरीज हुए प्रभावित
नासिक। नाशिक में स्वाइन फ्लू के अब तक 28 मरीज सामने आएं है, इसके साथ ही दो मरीजों की मौत की जानकारी भी सामने आई है. स्वाइन फ्लू के मरीजों के बढऩे की वजह से नाशिक महानगर पालिका के हाथ पैर फुल गए  है. इससे पहले अप्रैल 2024 में मालेगांव में दो मरीजों की मौत हो चुकी थी. अब दो महीनों के बाद फिर मरीजों की मौत का मामला सामने आया है.
बता दें की एच1एन1 वायरस है, यह एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है. यह एक तरह की सामान्य खांसी और सर्दी से इसकी शुरुवात होती है. इससे होनेवाले बीमारी को स्वाइन फ्लू कहा जाता है. स्वाइन फ्लू एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति में फ़ैल सकता है. साल 2009 में पहली बार मनुष्य में इसके वायरस दिखाई दे दिए थे. अब इस बीमारी ने पूरी दुनिया में पैर फैला रखे है.
डब्ल्यूएचओ ने 2010 में ही इसे महामारी घोषित किया था. यह बीमारी टीबी जैसे फैलती है, जिसके कारण कई लोग बीमार हो सकते है. इसको लेकर सावधानी बरतना बहुत जरुरी है.

 

बिजली की उच्च मांग को देखते हुए ऊर्जा संयंत्रों के पास पर्याप्त कोयला मौजूद : केंद्र सरकार
Posted Date : 02-Jun-2024 12:30:05 am

बिजली की उच्च मांग को देखते हुए ऊर्जा संयंत्रों के पास पर्याप्त कोयला मौजूद : केंद्र सरकार

नई दिल्ली। भीषण गर्मी के बीच बिजली की बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए ताप विद्युत ऊर्जा संयंत्रों के पास 19 दिन तक उत्पादन जारी रखने लायक कोयला मौजूद है। कोयला मंत्रालय ने शनिवार को ये जानकारी दी।
हीट वेव के चलते पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है, जिसके कारण भारत में ऊर्जा की मांग अब तक के उच्चतम स्तर 250 गीगावाट पर पहुंच गई है।
ऐसे में बिजली की मांग को पूरा करने के लिए सरकार ऊर्जा संयंत्रों को निर्बाध कोयला आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है। इसके कारण बिजली उत्पादन के लिए पर्याप्त कोयला ऊर्जा संयंत्रों के पास मौजूद है।
मंत्रालय ने कहा कि ताप विद्युत ऊर्जा संयंत्रों के पास 45 मीट्रिक टन से ज्यादा का कोयले का भंडार मौजूद है, जो कि पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा है। इस कोयले की मदद से आसानी से 19 दिनों बिजली की मांग को पूरा किया जा सकता है।
मई के महीने में ताप विद्युत ऊर्जा संयंत्रों में करीब 10,000 टन प्रति दिन की कोयले की खपत है।
कोयले के उत्पादन में सालाना आधार पर 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। खदानों में 100 मीट्रिक टन से ज्यादा का स्टॉक पड़ा हुआ है। इसके कारण ऊर्जा के उत्पादन के लिए पर्याप्त कोयला उपलब्ध है।
रेल मंत्रालय की ओर से भी रेलवे रेक्स की प्रतिदिन उपलब्धता में 9 प्रतिशत की वृद्धि सुनिश्चित की गई है।
मंत्रालय ने कहा, पहले के समय में कोयला का परिवहन केवल पारादीप पोर्ट से ही किया जाता था, लेकिन सरकार की कोल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी के तहत अब धामरा और गंगावरण पोर्ट पर भी कोयला आ रहा है।
मंत्रालय ने आगे बताया कि मानसून सीजन को देखते हुए भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और 42 मीट्रिक टन से ज्यादा कोयला भंडारण में रखा जाएगा।

 

अरविंद केजरीवाल को कोर्ट से नहीं मिली राहत, फिर से जाना होगा तिहाड़ जेल
Posted Date : 02-Jun-2024 12:29:43 am

अरविंद केजरीवाल को कोर्ट से नहीं मिली राहत, फिर से जाना होगा तिहाड़ जेल

नईदिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपनी जमानत अवधि बढ़ाने के मामले में राहत नहीं मिली है।दिल्ली की ट्रायल कोर्ट ने उनकी जमानत अवधि बढ़ाने की याचिका पर सुनवाई 7 जून तक के लिए स्थगित कर दी है।ऐसे में अब उन्हें अंतरिम जमानत खत्म होने की अवधि पर 2 जून को फिर से तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करना होगा।इसका सीधा मतलब है कि अब केजरीवाल लोकसभा चुनाव के नतीजे जेल में रहकर ही देख सकेंगे।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सुनवाई के दौरान जमानत अवधि बढ़ाने कर विरोध किया है। ईडी ने विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा से कहा कि केजरीवाल ने तत्थों को दबाया है और अपने स्वास्थ्य सहित अन्य मुद्दों पर गलत बयान दिए हैं। ईडी ने दावा किया कि केजरीवाल अपनी स्वास्थ्य जांच कराने की जगह चुनाव प्रचार में घूम रहे हैं। उनका वजन 7 किलो कम नहीं हुआ है, जबकि 1 किलो बढ़ा है। ऐसे में जमानत बढ़ाना गलत हो सकता है।
ईडी ने शराब नीति के कथित घोटाले में 21 मार्च को केजरीवाल को उनके घर से गिरफ्तार किया था।पहले 11 दिन वह ईडी की हिरासत में रहे और 1 अप्रैल को कोर्ट ने उन्हें 15 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ भेज दिया।10 मई को जेल से बाहर आने से पहले तक 50 दिन तिहाड़ जेल में बंद रहे।उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में जमानत अवधि बढ़ाने की याचिका दायर की थी, लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया गया था।

 

विवेकानंद रॉक मेमोरियल में मोदी की साधना पूरी, कन्याकुमारी में 45 घंटों तक ध्यान में बैठे रहे प्रधानमंत्री
Posted Date : 02-Jun-2024 12:29:26 am

विवेकानंद रॉक मेमोरियल में मोदी की साधना पूरी, कन्याकुमारी में 45 घंटों तक ध्यान में बैठे रहे प्रधानमंत्री

नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 45 घंटे की ध्यान साधना पूरी हो गई है. साधना पूरी करने के बाद पीएम मोदी विवेकानंदर रॉक मेमोरियल से लौट रहे हैं. विवेकानंदर रॉक मेमोरियल पर पर चप्पे चप्पे पर पर से सुरक्षा बल तैनात हैं. बता दें कि लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का चुनाव प्रचार खत्म करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीधे तमिलनाडु के कन्याकुमारी स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे थे. जहां उन्होंने गुरुवार शाम को 45 घंटे लंबी ध्यान साधना शुरू की थी.
आज यानी शनिवार को पीएम मोदी की ध्यान साधन का आखिरी दिन था. अब पीएम की ध्यान साधना पूरी हो चुकी है और अब वह दिल्ली वापस लौट रहे हैं. पीएम मोदी की सुरक्षा में विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर जेड प्लस सुरक्षा लगाई है. बता दें कि विवेकानंदर रॉक मेमोरियल भारत के सबसे दक्षिणी छोर यानी कन्याकुमारी के पास स्थित है. इसी स्थान पर देश की पूर्वी और पश्चिमी तट रेखाएं मिलती हैं. ये स्थान हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर का मिलन बिंदु भी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वामी विवेकानंद से काफी प्रभावित हैं. यही वजह है कि लोकसभा चुनाव में 70 दिनों तक प्रचार करने के बाद पीएम मोदी गुरुवार को सीधे कन्याकुमारी पहुंचे थे. यही वह ऐतिहासिक स्थान है जहां विवेकानंद को जिंदगी का असली मकसद पता चला था. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के लिए गुरुवार को पंजाब में प्रचार किया था.
बता दें कि प्रचार खत्म करने के बाद पीएम मोदी तिरुवनंतपुरम पहुंचे और उसके बाद वहां हेलिकॉप्टर से कन्याकुमारी पहुंचे. पीएम मोदी का हेलीकॉप्टर विवेकानंद मंडपम के ठीक सामने 300 मीटर दूर लैंड किया था. इसके बाद पीएम मोदी ने कन्याकुमारी के भगवती अम्मान मंदिर में पूजा की. जहां से वह विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे और उसके बाद शाम करीब पौने सात बजे ध्यान साधना में चले गए.

 

मुंबई की काम्या कार्तिकेयन ने रचा इतिहास, 16 साल की उम्र में फतह किया माउंट एवरेस्ट
Posted Date : 31-May-2024 9:29:06 pm

मुंबई की काम्या कार्तिकेयन ने रचा इतिहास, 16 साल की उम्र में फतह किया माउंट एवरेस्ट

नईदिल्ली। मुंबई की रहने वाली 16 साल की काम्या कार्तिकेयन ने इतिहास रच दिया. उन्होंने हाल ही में माउंट एवरेस्ट चढऩे का खिताब अपने नाम कर लिया. इसी के साथ वह भारत की सबसे कम उम्र की और दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र लडक़ी बन गईं, जिसने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह किया हो. काम्या का कहना है कि, मैंने हाल ही में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की. मैं नेपाल की ओर से माउंट एवरेस्ट पर चढऩे वाली दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र की लडक़ी और सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई हूं.
काम्या कार्तिकेयन का कहना है कि, यह बहुत लंबे समय से मेरा सपना रहा है, आखिरकार इसे हासिल करना और सुरक्षित वापस आना मेरे लिए सुखद और अच्छा रहा. उन्होंने कहा कि जब मैं 7 साल की थी तब मैंने अपना पहला हिमालयी ट्रेक किया था, तभी से मुझे ट्रैकिंग का शौक लग गया. काम्या कहती हैं कि 2017 में मैंने एवरेस्ट बेस कैंप तक ट्रैकिंग की. माउंट एवरेस्ट मेरे लिए 7 शिखरों में से छठा था.
बता दें काम्या कार्तिकेयन के पिता भारतीय नौसेना में एक अधिकार हैं. काम्या  मुंबई के नेवी चिल्ड्रन स्कूल में बारहवीं की छात्रा हैं उनके पिता एस. कार्किकेयन भारतीय नौसेना में एक अधिकारी हैं. बता दें कि उनके साथ उनके पिता ने भई माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी. उन्होंने 20 मई 2024 को नेपाल के रास्ते माउंट एवरेस्ट को सफलतापूर्वक फतह कर लिया. काम्या ने सात महाद्वीपों में से छह सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करने में सफलता पाई है. काम्या का लक्ष्य इस साल दिसंबर में अंटार्कटिका के माउंट विंसन मैसिफ पर चढऩा है. जिससे वह वह दुनिया की सात सबसे ऊंची चोटियों को फतेह करने की चुनौती को पूरा करने वाली सबसे कम उम्र की लडक़ी बन जाएं.
काम्या कार्तिकेयन ने भले ही 16 साल की उम्र में माउंट एवरेस्ट फतह किया हो लेकिन उनका ये शौक बचपन का है. जब वह महज तीन साल की थीं तब से ही उन्हें ट्रैकिंग का शौक लग गया था.  जब वह सात साल की हुईं तो वह अपने माता-पिता के साथ उत्तराखंड के एक शिखर को फहत करने पहुंच गईं थी. जब वह 9 साल की थीं तब उन्होंने लद्दाख की चोटी को फतह करने में सफलता पाई थी. बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी भी ‘मन की बात’ में काम्या की उपलब्धियों का उल्लेख कर चुके हैं.