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दिल्ली हाई कोर्ट का एनएसआईडीसी चेयरमैन की नियुक्ति के खिलाफ पीआईएल पर सुनवाई से इनकार
Posted Date : 04-Jun-2024 9:20:25 pm

दिल्ली हाई कोर्ट का एनएसआईडीसी चेयरमैन की नियुक्ति के खिलाफ पीआईएल पर सुनवाई से इनकार

नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय लघु उद्योग विकास निगम (एनएसआईडीसी) के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक के रूप में सुभ्रांशु शेखर आचार्य की नियुक्ति को चुनौती देने वाली जनहित याचिका (पीआईएल) पर सुनवाई से इनकार कर दिया है।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति मनमीत पी.एस. अरोड़ा की खंडपीठ ने अपने फैसले में कहा कि सर्विस के मामलों में जनहित याचिका विचारणीय नहीं है।
अदालत ने कहा कि केवल गैर-नियुक्त लोगों के पास ऐसी नियुक्तियों या विस्तार प्रक्रियाओं की वैधता को चुनौती देने का अधिकार है।
सद्दाम अली द्वारा दायर जनहित याचिका में तर्क दिया गया था कि आचार्य की नियुक्ति में 11 जुलाई 2023 को केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञापन में निर्धारित शर्तों का उल्लंघन किया गया है।
अली के अनुसार, विज्ञापन की तिथि तक आंतरिक उम्मीदवारों के लिए पात्र स्केल में एक वर्ष की न्यूनतम सेवा अवधि और अन्य उम्मीदवारों के लिए दो वर्ष की सेवा अवधि की आवश्यकता थी।
अली ने तर्क दिया कि आचार्य दो साल की सेवा आवश्यकता को पूरा नहीं करते हैं और वह आंतरिक उम्मीदवार भी नहीं थे।
तर्कों को सुनने के बाद, अदालत ने अली की दलील में कोई योग्यता नहीं पाई।
पीठ ने कहा, याचिकाकर्ता के वकील को सुनने के बाद, हम वर्तमान जनहित याचिका पर विचार करने के इच्छुक नहीं हैं। न्यायालय ने अपने निर्णय के समर्थन में विभिन्न निर्णयों का हवाला देते हुए कहा कि उसने जनहित याचिका में उठाए गए मुद्दों के गुण-दोष पर कोई फैसला नहीं सुनाया है।
 
ओडिशा में भीषण गर्मी और लू का कहर, 72 घंटे में 99 लोगों की मौत
Posted Date : 03-Jun-2024 11:57:55 am

ओडिशा में भीषण गर्मी और लू का कहर, 72 घंटे में 99 लोगों की मौत

भुवनेश्वर। देश के अधिकांश राज्य भीषण गर्मी की चपेट में है. ओडिशा में जानलेवा गर्मी का कहर दिख रहा है. ओडिशा में भीषण गर्मी की चपेट में आकर 72 घंटे में 99 लोगों की मौत हुई है. इन सभी मामलों में से सनस्ट्रोक से 20 लोगों की मौत की पुष्टि पोस्टमार्टम और जांच के आधार पर की गई है. गर्मी के इस सीजन में मौत का आंकड़ा 140 के पार पहुंच चुका है. ओडिशा समेत कई राज्यों हालात गंभीर हैं.
राज्य के विभिन्न जिलों में पिछले शुक्रवार से अब तक भीषण गर्मी और लू के प्रकोप के कारण 99 लोगों की मौत होने का संदेह है. बयान में बताया गया कि पोस्टमार्टम और प्रशिक्षण के बाद 20 लोगों की मौत सनस्ट्रोक से होने की पुष्टि की गई. इसमें कहा गया कि बाकी मामलों में जांच जारी है.
बयान में कहा गया कि इससे पहले सनस्ट्रोक के कारण 42 संदिग्ध मौत के मामले दर्ज किए गए थे तथा उनमें से छह मामलों में भीषण गर्मी के प्रकोप की वजह से मृत्यु की पुष्टि हुई थी और अन्य की मौत अन्य कारणों से हुई. अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश मौत बोलांगीर, संबलपुर, झारसुगुड़ा, क्योंझर, सोनपुर, सुंदरगढ़ और बालासोर जिले में दर्ज की गईं.
मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना और विशेष राहत आयुक्त सत्यव्रत साहू ने रविवार को जिलाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने जिला प्रशासन को लू संबंधी परामर्श को लागू करने तथा एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए. जिलों को यह भी कहा गया कि वे अनुग्रह राशि की मंजूरी के लिए तापघात से हुई प्रत्येक संदिग्ध मौत के मामले में पोस्टमार्टम कराना सुनिश्चित करें.
अधिकारियों ने कहा कि प्रत्येक मौत का सही कारण जानने के लिए स्थानीय राजस्व अधिकारी और स्थानीय चिकित्सा अधिकारी द्वारा संयुक्त जांच भी की जानी चाहिए. उत्तर भारत में भी भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है. इसके चलते अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी गौर आग लगने की घटनाएं भी बढ़ी हैं.
राजधानी दिल्ली से लेकर ओडिशा, यूपी, पंजाब, चंडीगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान सहित कई क्षेत्रों में भीषण गर्मी पड़ रही है. सुबह होते ही आसमान से आग बरसने लगती है. राजधानी दिल्ली में भी पारा खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा हो रहे हैं.

जांच एजेंसियों की नाकामी के चलते फरार हुए नीरव मोदी, विजय माल्या और मेहुल चोकसी
Posted Date : 03-Jun-2024 11:56:39 am

जांच एजेंसियों की नाकामी के चलते फरार हुए नीरव मोदी, विजय माल्या और मेहुल चोकसी

0-कोर्ट ने लगाई फटकार
मुंबई। मुंबई की एक अदालत ने 30 मई को एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की, जिसने देश के कुछ सबसे बड़े वित्तीय घोटालों को लेकर जाँच एजेंसियों की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. स्पेशल जज एम.जी. देशपांडे ने प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (पीएमएलए) के तहत एक मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी, विजय माल्या और मेहुल चोकसी देश से भाग पाए क्योंकि जाँच एजेंसियाँ उन्हें समय पर गिरफ्तार करने में नाकाम रहीं.
यह टिप्पणी एक आरोपी द्वारा अपनी यात्रा की शर्तों में छूट माँगने के आवेदन पर सुनवाई के दौरान आई थी. आरोपी का कहना था कि उसे काम के सिलसिले में विदेश यात्रा करनी पड़ती है. इसके जवाब में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के विशेष अभियोजक सुनील गोंसाल्वेस ने कहा कि अगर इस तरह की यात्रा को अनुमति दी जाती है तो नीरव मोदी, विजय माल्या और मेहुल चोकसी जैसी स्थिति पैदा हो सकती है.
जज ने गोंसाल्वेस के इस दलील पर कहा कि मैंने इस तर्क का ध्यानपूर्वक अध्ययन किया और मुझे यह नोट करना जरूरी लगा कि ये सभी लोग जाँच एजेंसियों की विफलता के कारण भाग पाए क्योंकि वे समय पर गिरफ्तारी नहीं कर पाईं.
नीरव मोदी और विजय माल्या, जो वर्तमान में यूके में रह रहे हैं, को मुंबई की अदालतों ने भगोड़े आर्थिक अपराधी (एफईओ) घोषित किया है. मेहुल चोकसी वर्तमान में डोमिनिका में है और ईडी ने उसे एफईओ घोषित करने के लिए आवेदन दिया है.
इस मामले में, जज देशपांडे के सामने आवेदन करने वाला व्यक्ति, व्योमेश शाह, 2022 के मनी लॉन्ड्रिंग मामले का आरोपी है. शाह को ईडी द्वारा दायर आरोप पत्र पर संज्ञान लेने के बाद अदालत ने तलब किया था. 7 जून, 2022 को अदालत में पेश होने के बाद, शाह को कुछ शर्तों के साथ जमानत पर रिहा कर दिया गया था, जिसमें व्यक्तिगत बंधन और जमानत देने जैसी शर्तें शामिल थीं. शाह पर लगाई गई शर्तों में से एक यह भी थी कि वह बिना अदालत की अनुमति के देश नहीं छोड़ सकता है.
शाह ने इसी शर्त में बदलाव करने के लिए आवेदन दिया था, यह तर्क देते हुए कि उसके काम के लिए ग्राहकों और काम की तलाश में विभिन्न देशों की यात्रा करना जरूरी है, और हर बार अदालत की अनुमति लेना व्यावहारिक नहीं है.
आवेदन पर विचार करने के बाद, जज देशपांडे ने आवेदन को मंजूर कर दिया. अदालत ने इस बात पर जोर दिया कि वह वह नहीं कर सकती जो ईडी करने में विफल रहा. जज ने कहा, ईडी मूल रूप से ऐसे व्यक्तियों को बिना किसी रोक-टोक के विदेश यात्रा करने, सबूतों में छेड़छाड़ करने और बाधा डालने, भागने के खतरे, शिकायतों के निपटान और इस प्रक्रिया में सहायता करने जैसे डर के बिना जाने देता है, लेकिन पहली बार जब ऐसा व्यक्ति अदालत के सामने पेश होता है तो अदालत के सामने ये सभी दलीलें और आपत्तियां अचानक सामने आती हैं. इसलिए, इस अदालत ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि अदालत वह नहीं कर सकती जो ईडी करने में विफल रहा है.
हालांकि, जज ने शाह को हर यात्रा से पहले ईडी को अपनी यात्रा कार्यक्रम और यात्रा कार्यक्रम की जानकारी देने का आदेश दिया. यह फैसला जाँच एजेंसियों द्वारा आरोपियों को समय पर गिरफ्तार करने में विफलता पर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी है, और भविष्य में इस तरह के मामलों में सतर्कता बरतने का संकेत है.

तेज रफ्तार कार कार डिवाइडर से टकराकर पलटी, 4 लोगों की मौत
Posted Date : 03-Jun-2024 11:53:54 am

तेज रफ्तार कार कार डिवाइडर से टकराकर पलटी, 4 लोगों की मौत

सतना। नेशनल हाईवे पर एक तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। कार सवार 5 लोगों में से 4 की मौत हो गई। एक युवक गंभीर घायल है। ये लोग जन्मदिन मनाने के लिए निकले थे। उन्हें रीवा जाना था। रामपुर बघेलान के पास हादसा हो गया।
घटना रविवार रात 10 बजे मनकहरी ओवरब्रिज की है। एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, तीन लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ा। हादसे में घायल युवक का नाम किशन जोशी है। उसका रविवार को जन्मदिन भी था। उसे सतना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसे की सूचना मिलते ही रामपुर बाघेलान थाना प्रभारी उमेश प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों की मदद से कार मे फंसे लोगों को बाहर निकलवाया। मृतकों की पहचान शिवा पांडे पिता श्याम सुंदर (26) निवासी पुष्पराज कॉलोनी, नितिन पांडे (32) निवासी पन्नीलाल चौक सतना, शिबू पांडे (35) निवासी सर्किट हाउस व दयानंद स्कूल के सामने साइकिल की दुकान चलाने वाले शानू खान के रूप में हुई है।

 

के कविता ने आप नेताओं को दी 100 करोड़ की रिश्वत, चार्जशीट में ईडी का आरोप
Posted Date : 03-Jun-2024 11:53:39 am

के कविता ने आप नेताओं को दी 100 करोड़ की रिश्वत, चार्जशीट में ईडी का आरोप

नईदिल्ली। दिल्ली से जुड़े शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के कविता पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। ईडी का कहना है कि कविता ने कथित तौर पर तथाकथित दक्षिण समूह के सदस्यों और आम आदमी पार्टी (आप) नेताओं के साथ मिलकर 292.8 करोड़ रुपये की रिश्वत देने और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अनुचित लाभ प्राप्त करने की साजिश रची। 
सूत्रों ने अपनी रिपोर्ट में ये जानकारी दी है। चार्जशीट के मुताबिक, कविता 292.8 करोड़ रुपये के अपराध में शामिल थीं। इसमें 100 करोड़ आप नेताओं को रिश्वत और 192.8 करोड़ इंडोस्पिरिट्स कंपनी का लाभ शामिल है।कविता ने अपनी भूमिका छिपाने के लिए डिजिटल साक्ष्य नष्ट किए और मोबाइल फोन का डेटा डिलीट कर दिया। कविता के पास से ईडी को 9 मोबाइल मिले, लेकिन ये सभी फॉर्मेट कर दिए गए थे और इनमें कोई डेटा नहीं था।
ईडी ने कहा कि कविता गवाहों को प्रभावित करने में भी शामिल थी। ईडी ने कहा, के कविता के चार्टर्ड अकाउंटेंट बुची बाबू ने अपने बयान में खुलासा किया कि बीआरएस नेता के एक सहयोगी को उनके खिलाफ 23 फरवरी और 28 फरवरी को ईडी को दिए गए अपने बयान वापस लेने के लिए कहा जा रहा था।कविता को अपने सहयोगी अभिषेक बोइनपल्ली के नाम पर इंडो स्पिरिट्स से 5.5 करोड़ रुपये की अपराध आय भी प्राप्त हुई।
दिल्ली की एक कोर्ट ने मामले में कविता की न्यायिक हिरासत 7 जून तक बढ़ा दी है। इससे पहले उनकी हिरासत 3 जून तक थी।बता दें कि शराब नीति मामले में 15 मार्च को तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी कविता को ईडी ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था।बाद में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भी उन्हें जेल से ही गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी का आरोप है कि कविता शराब व्यापारियों के उस दक्षिण समूह से जुड़ी हुई हैं, जिसने दिल्ली सरकार की नई शराब नीति के तहत लाभ के एवज में दिल्ली में सत्तारूढ़ आप को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी। ईडी ने दावा किया कि इस बात के साक्ष्य हैं कि कविता ने दूसरे लोगों के साथ मिलकर साजिश रची और आप को रिश्वत देकर शराब कंपनी इंडोस्पिरिट्स में 65 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी।
दिल्ली सरकार ने नवंबर, 2021 में नई शराब नीति लागू की थी। इसमें शराब के ठेके निजी शराब कंपनियों को दिए गए थे।उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस नीति में भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए इसकी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की सिफारिश की।इसी मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी जेल में बंद है।बाद में ईडी भी मामले की जांच में शामिल हो गई थी।

 

पाकिस्तान की आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले ब्रह्मोस एयरोस्पेस के इंजीनियर को उम्रकैद
Posted Date : 03-Jun-2024 11:52:52 am

पाकिस्तान की आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले ब्रह्मोस एयरोस्पेस के इंजीनियर को उम्रकैद

नागपुर। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए जासूसी करने वाले ब्रह्मोस एयरोस्पेस के पूर्व इंजीनियर निशांत अग्रवाल दोषी ठहराए गए हैं। महाराष्ट्र में नागपुर की एक कोर्ट ने सोमवार को अग्रवाल को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। अग्रवाल को 2018 में आईएसआई को गोपनीय सूचना देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।अग्रवाल को 2023 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने जमानत दी थी। गिरफ्तारी के समय अग्रवाल की उम्र 27 साल थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, अग्रवाल ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड में वरिष्ठ सिस्टम इंजीनियर थे, जो रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूस के सैन्य औद्योगिक संघ (एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया) का संयुक्त उद्यम है।अग्रवाल ने भारत की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल पर काम किया था, जिसे जमीन, हवा, समुद्र-पानी के नीचे से लॉन्च किया जा सकता है।अग्रवाल मूलरूप से उत्तराखंड के रुडक़ी के हैं। उनको साढ़े 4 साल जेल में रहने के बाद अप्रैल, 2023 में जमानत मिली थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, अग्रवाल 2 फेसबुक अकाउंट नेहा शर्मा और पूजा रंजन के जरिए संदिग्ध पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के संपर्क में था।इस्लामाबाद से संचालित इन दोनों खातों के बारे में माना जाता है कि इन्हें पाकिस्तान के खुफिया एजेंट चलाते हैं।कंपनी के मिसाइल केंद्र के तकनीकी अनुसंधान अनुभाग में कार्यरत अग्रवाल को अक्टूबर, 2018 में सैन्य खुफिया और उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्तों के संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया गया था।