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जम्मू-कश्मीर : मेंढर में सीजफायर के बाद लोगों को राहत, जनजीवन पटरी पर
Posted Date : 11-May-2025 7:53:42 pm

जम्मू-कश्मीर : मेंढर में सीजफायर के बाद लोगों को राहत, जनजीवन पटरी पर

पुंछ। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और सीमा पर गोलाबारी के बाद दोनों देशों सीजफायर पर सहमत हो गए है। इस फैसले ने जम्मू-कश्मीर के मेंढर क्षेत्र में शांति की उम्मीद जगाई है। सीमा पर गोलाबारी के कारण डर और अनिश्चितता के साये में जी रहे स्थानीय लोग अब राहत की सांस ले रहे हैं। बाजारों में रौनक लौटने लगी है और दुकानें फिर से खुल रही हैं। लोग भी बाजारों में जाने लगे हैं।
स्थानीय निवासियों ने इस सीजफायर का स्वागत करते हुए इसे दोनों देशों द्वारा उठाया गया उचित कदम बताया है। मेंढर के निवासी शाहनवाज खान ने कहा, हम इस सीजफायर का स्वागत करते हैं। दोनों मुल्कों ने बहुत अच्छा फैसला लिया है। गोलाबारी से नागरिकों और प्रशासन को भारी नुकसान हुआ था। अब यह शांति बरकरार रहनी चाहिए। हम सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोग हैं, अपने घर छोडक़र कहीं जा नहीं सकते।
पिछले कुछ वर्षों में सीमा पर बार-बार होने वाली गोलाबारी ने मेंढर के लोगों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया था। कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया, मकान और दुकानें तबाह हुईं, और व्यापार ठप हो गया था। व्यापारी कफील खान ने बताया, पहले डर के माहौल में लोग घरों से बाहर नहीं निकलते थे। कुछ लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे। लेकिन अब बाजार में चहल-पहल शुरू हो गई है। पांच दिन बाद बाजार का माहौल सामान्य होने लगा है। हम चाहते हैं कि यह अमन बरकरार रहे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गोलाबारी के कारण न केवल जान-माल का नुकसान हुआ, बल्कि बच्चों की पढ़ाई और युवाओं के रोजगार पर भी बुरा असर पड़ा। कफील खान ने 1947, 1965 और 1971 के युद्धों का जिक्र करते हुए कहा, हमने कई बार गोलाबारी देखी है। इससे सिर्फ नुकसान हुआ है। मेंढर और पुंछ में कम से कम 12 लोग शहीद हो चुके हैं। सरकार को पीडि़त परिवारों को मुआवजा और सहायता देनी चाहिए।
युवा व्यापारी सोनू शर्मा ने भी शांति की वकालत की। उन्होंने कहा, जंग से कुछ हासिल नहीं होता। जिनके परिवार के लोग मारे गए, उनके लिए तो जंग पहले ही हो चुकी है। अब सीजफायर से दोनों देशों को फायदा होगा। यह शांति बरकरार रहनी चाहिए।
स्थानीय लोग सरकार से मांग कर रहे हैं कि इस सीजफायर को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और सीमावर्ती इलाकों में बुनियादी सुविधाएं जैसे स्कूल, अस्पताल, और रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं। लोगों का मानना है कि शांति के साथ-साथ विकास भी जरूरी है ताकि सीमा पर रहने वाले लोग सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी सकें।
वहीं व्यापारियों का कहना है कि पिछले कुछ समय से बाजार पूरी तरह ठप पड़े थे, लेकिन अब ग्राहकों की आवाजाही बढ़ गई है और कारोबार में सुधार आ रहा है। क्षेत्र के बुजुर्गों और युवाओं ने भी एक स्वर में शांति की मांग की और कहा कि सीमा पर रहने वाले लोगों का जीवन तबाह हो जाता है जब गोलियों और गोलों की आवाजें गूंजती हैं।

 

श्रीलंका में दर्दनाक सडक़ हादसा, खाई में गिरी बस, 21 लोगों की मौत, 30 से अधिक घायल
Posted Date : 11-May-2025 7:47:47 pm

श्रीलंका में दर्दनाक सडक़ हादसा, खाई में गिरी बस, 21 लोगों की मौत, 30 से अधिक घायल

कोलंबो  ।  श्रीलंका के सेंट्रल प्रोविंस प्रांत के कोटमाले क्षेत्र में रविवार को एक भीषण सडक़ हादसा हुआ है। एक यात्री बस के गहरी खाई में गिर जाने से कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक यात्री घायल हो गए। स्थानीय पुलिस ने इस दुर्घटना की पुष्टि की है।
पुलिस के अनुसार, यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब राज्य परिवहन निकाय के स्वामित्व वाली बस एक पहाड़ी रास्ते पर बाएं मुडऩे की कोशिश कर रही थी। इसी दौरान बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। दुर्घटना के बाद तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस और बचाव दल ने कई लोगों को खाई से निकालकर नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया।
पुलिस ने बताया कि बस में कुल 75 यात्री सवार थे। यह बस दक्षिणी तीर्थस्थल कटारगामा से उत्तर-पश्चिमी शहर कुरुनेगाला की ओर जा रही थी। हादसे के पीछे की सटीक वजह का अभी पता नहीं चल पाया है, और पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
श्रीलंका के परिवहन एवं राजमार्ग उपमंत्री प्रसन्ना गुनासेना ने दुर्घटना में 21 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि 30 से अधिक घायल यात्रियों को उपचार के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।

 

केंद्रीय जेल पर ड्रोन हमला, 19 कैदियों की मौत; 45 से अधिक घायल
Posted Date : 11-May-2025 7:47:15 pm

केंद्रीय जेल पर ड्रोन हमला, 19 कैदियों की मौत; 45 से अधिक घायल

खार्तूम  । सूडान के पश्चिमी हिस्से नॉर्थ कोर्दोफान राज्य के एल ओबैद शहर में स्थित केंद्रीय जेल पर शनिवार को ड्रोन हमले हुए। इसमें कम से कम 19 कैदियों की मौत हो गई और 45 से अधिक घायल हो गए। यह जानकारी एक चिकित्सा सूत्र और चश्मदीदों ने दी। एल ओबैद अस्पताल के एक चिकित्सा सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अस्पताल में 19 शव और 45 घायल लाए गए हैं। उसने कहा कि मृतकों की संख्या बढऩे की आशंका है।
जेल भवन के पास मौजूद एक चश्मदीद ने बताया, तीन ड्रोन ने पांच मिसाइलें दागीं, जिनमें से तीन सीधे जेल भवन और कैदियों के रहने वाले हिस्से पर गिरीं। एक अन्य चश्मदीद ने कहा, जेल के अंदर राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है और मृतकों और घायलों की संख्या आधिकारिक आंकड़ों से अधिक हो सकती है।
अब तक इस घटना को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) ने हाल ही में सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में सैन्य ठिकानों और प्रमुख सुविधाओं पर ड्रोन हमले तेज कर दिए हैं, जिनमें एल ओबैद भी शामिल है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, आरएसएफ ने पोर्ट सूडान पर सातवें दिन भी ड्रोन हमला जारी रखा। यह शहर मई 2023 से देश की प्रशासनिक राजधानी बन चुका है। हालांकि, आरएसएफ ने इस हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
गौरतलब है कि अप्रैल 2023 के मध्य से सूडान में एसएएफ और आरएसएफ के बीच भीषण संघर्ष चल रहा है, जिसमें अब तक हजारों लोग मारे जा चुके हैं। सटीक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन के अनुसार, इस संघर्ष के चलते अब तक 1.5 करोड़ से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं।

 

चीन के चेहरे से हटा पर्दा, बोला- हम पाकिस्तान के साथ
Posted Date : 11-May-2025 7:46:37 pm

चीन के चेहरे से हटा पर्दा, बोला- हम पाकिस्तान के साथ

बीजिंग  । पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी नापाक हरकत को अंजाम दिया है. सीजफायर के कुछ घंटों बाद ही उसने इस समझौते का घोर उल्लंघन किया. इन सबके बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच चीन का असली चेहरा भी सामने आ गया है. चीन ने इन हालातों में पाकिस्तान का समर्थन किया है. भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे हालिया तनाव के दौरान चीन ने एक बार फिर अपने पुराने रुख को दोहराते हुए पाकिस्तान का खुला समर्थन किया है.
क्या बोला चीन
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार से टेलीफोन पर बातचीत में यह साफ कर दिया कि चीन, पाकिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा. इस बयान से एक बार फिर यह स्पष्ट हो गया है कि दक्षिण एशिया में चीन की विदेश नीति किस दिशा में अग्रसर हैं.
चीन का बयान और रणनीतिक संकेत
चीन के विदेश कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, वांग यी ने पाकिस्तान की राष्ट्रीय स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के समर्थन की बात की. उन्होंने पाकिस्तान के संयमपूर्ण रवैये की सराहना की और कहा कि ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में पाकिस्तान ने परिपक्वता दिखाई है. 
यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (रुशष्ट) पर संघर्षविराम की ताज़ा घोषणा हुई है और दोनों देशों के ष्ठत्ररूह्र स्तर पर बातचीत जारी है.
चीन का रणनीतिक संकेत
दरअसल चीन का यह समर्थन केवल कूटनीतिक नहीं, बल्कि रणनीतिक संकेत भी देता है. चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (ष्टक्कश्वष्ट), जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से होकर गुजरता है, पहले से ही भारत की संप्रभुता पर सवाल उठाता रहा है. ऐसे में चीन का यह बयान भारत के लिए सीधा संदेश है कि वह पाकिस्तान के पक्ष में अपनी स्थिति बनाए रखेगा. 
भारत के लिए क्यों अहम
यह कोई नई बात नहीं है कि चीन, पाकिस्तान का रणनीतिक सहयोगी रहा है. लेकिन वर्तमान संदर्भ में जब भारत और पाकिस्तान एक बार फिर से सैन्य तनाव की स्थिति में हैं और संघर्षविराम की दिशा में छोटे-छोटे कदम उठाए जा रहे हैं, ऐसे समय में चीन का यह बयान स्थिति को और संवेदनशील बना सकता है. इससे यह भी स्पष्ट होता है कि चीन केवल आर्थिक ही नहीं, बल्कि कूटनीतिक और सामरिक रूप से भी पाकिस्तान के साथ खड़ा रहना चाहता है.
चीन का पाकिस्तान को दिया गया समर्थन इस क्षेत्र में अस्थिरता को और गहरा कर सकता है. ऐसे समय में वैश्विक समुदाय की जि़म्मेदारी है कि वह दोनों देशों को रचनात्मक संवाद के लिए प्रोत्साहित करे, न कि किसी एक पक्ष के समर्थन में बयानबाज़ी करके हालात को और बिगाड़े.

 

ऑपरेशन सिंदूर : पाकिस्तान के टॉप-5 आतंकी ढेर, मोस्ट वांटेड मसूद अजहर पर भी करारी चोट
Posted Date : 10-May-2025 9:51:43 am

ऑपरेशन सिंदूर : पाकिस्तान के टॉप-5 आतंकी ढेर, मोस्ट वांटेड मसूद अजहर पर भी करारी चोट

नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए करारा जवाब दिया था। भारतीय सेना की कार्रवाई में पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया। अब, भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान में मारे गए आतंकियों की लिस्ट सामने आई है।
सूत्रों के मुताबिक, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान में टॉप-5 आतंकवादियों को ढेर किया है। इसमें लश्कर आतंकी मुदस्सर खादियान शामिल है, जिसे पाकिस्तानी सेना ने भी सम्मान दिया था। सामने आई लिस्ट में भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर के करीबियों के भी खात्मे की पुष्टि होती है।
वहीं, मोहम्मद यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद जी उर्फ मोहम्मद सलीम उर्फ घोसी साहब के मारे जाने की बात भी सामने आई है। इस आतंकवादी ने जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी वारदातों को अंजाम दिया था। वहीं, इंडियन एयरलाइंस के आईसी-814 विमान के हाईजैक मामले में भी वांटेड था।
लिस्ट में मारे गए टॉप आतंकियों से जुड़ी जानकारियां :-
1 :- मुदस्सर खादियान खास उर्फ मुदस्सर उर्फ अबू जुंदाल (लश्कर-ए-तैयबा)
मरकज तैयबा, मुरीदके का प्रभारी। पाकिस्तान सेना ने उसके अंतिम संस्कार में गार्ड ऑफ ऑनर दिया। पाक सेना प्रमुख और पंजाब की मुख्यमंत्री (मरियम नवाज) की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उसके अंतिम संस्कार की नमाज एक सरकारी स्कूल में आयोजित की गई, जिसका नेतृत्व जमात-उद-दावा (वैश्विक आतंकवादी संगठन) के हाफिज अब्दुल रऊफ ने किया। पाक सेना के एक रिटायर लेफ्टिनेंट जनरल और पंजाब पुलिस के आईजी नमाज समारोह में शामिल हुए।
2 :- हाफिज मुहम्मद जमील (जैश-ए-मोहम्मद)
मौलाना मसूद अजहर का सबसे बड़ा साला। बहावलपुर के मरकज सुभान अल्लाह का प्रभारी। युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और जैश-ए-मोहम्मद के लिए धन जुटाने में सक्रिय रूप से शामिल।
3 :- मोहम्मद यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद जी उर्फ मोहम्मद सलीम उर्फ घोसी साहब (जैश-ए-मोहम्मद)
मौलाना मसूद अजहर का साला। जैश-ए-मोहम्मद के लिए हथियारों की ट्रेनिंग संभालता था। जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल। आईसी-814 अपहरण मामले में वांछित।
4 :- खालिद उर्फ अबू अक्शा (लश्कर-ए-तैयबा)
जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल। अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी में शामिल। फैसलाबाद में सुपुर्द-ए-खाक किया गया, जिसमें वरिष्ठ पाकिस्तानी सेना के अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर शामिल हुए।
5 :- मोहम्मद हसन खान (जैश-ए-मोहम्मद)
मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा, जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जैश का ऑपरेशनल कमांडर था। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के समन्वय में अहम भूमिका निभाई।

 

पाकिस्तान सेना ने सीमा पर सैनिकों, हथियारों और आर्टिलरी की तैनाती बढ़ाई, भडक़ाने की कोशिश
Posted Date : 10-May-2025 9:51:25 am

पाकिस्तान सेना ने सीमा पर सैनिकों, हथियारों और आर्टिलरी की तैनाती बढ़ाई, भडक़ाने की कोशिश

नई दिल्ली । भारत-पाकिस्तान सीमा पर इन दिनों असामान्य सैन्य गतिविधियाँ देखी जा रही हैं। खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक, पाकिस्तान सेना ने अग्रिम चौकियों पर सैनिकों, भारी हथियारों और आर्टिलरी की तैनाती बढ़ा दी है। यह केवल सैन्य अभ्यास नहीं, बल्कि एक संभावित हमले की तैयारी का संकेत माना जा रहा है। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अपने नागरिकों की रक्षा के लिए हर स्तर पर तैयार है। पाकिस्तान द्वारा किया गया हमला केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं था, बल्कि यह मानवता पर सीधा हमला था।
भारत ने अपनी सैन्य तैयारी से न केवल पाकिस्तानी रणनीति को मात दी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने यह संदेश भी स्पष्ट कर दिया कि संयम और ताकत दोनों में भारत सक्षम है।