आज के मुख्य समाचार

सांसद नुसरत जहां की मुश्किलें बढ़ी, फ्लैट धोखाधड़ी मामले में होना होगा अदालत में पेश
Posted Date : 18-Jan-2024 4:31:01 am

सांसद नुसरत जहां की मुश्किलें बढ़ी, फ्लैट धोखाधड़ी मामले में होना होगा अदालत में पेश

कोलकाता । एक्ट्रेस से तृणमूल कांग्रेस की सांसद बनीं नुसरत जहां की मुसीबतें बढ़ रही हैं। कोलकाता की एक अदालत ने फैसला सुनाया कि नुसरत जहां को एक रियल स्टेट कंपनी के निदेशक के रूप में अपने जुड़ाव से संबंधित मामले में अदालत में पेश होना होगा, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को उचित दरों पर फ्लैट देने का वादा करके कई करोड़ रुपये की ठगी की गई थी।
पिछले साल सितंबर में एक अदालत ने इस मामले में नुसरत जहां को पेश होने का आदेश दिया था। हालांकि, उन्होंने इस आदेश को ऊपरी अदालत में चुनौती दी, लेकिन, अदालत ने मंगलवार को आदेश को बरकरार रखा।
नुसरत जहां पहले रियल स्टेट कंपनी सेवेन सेंस इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक थीं। पिछले साल सितंबर में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धोखाधड़ी मामले में नुसरत जहां से पूछताछ की थी।
आरोप है कि फर्म ने वरिष्ठ नागरिकों को आकर्षक दरों पर आवासीय फ्लैट देने का वादा करके उनसे कई करोड़ रुपये इक_ा किए। शिकायत के अनुसार, उन्हें फ्लैट उपलब्ध कराने के बजाय, उनके पैसे का इस्तेमाल नुसरत जहां सहित निदेशकों द्वारा निजी आवासीय आवास खरीदने के लिए किया गया था।
हालांकि, नुसरत जहां ने आरोपों से इनकार किया था और दावा किया था कि उन्होंने उक्त रियल स्टेट कंपनी से लगभग 1.16 करोड़ रुपये का लोन लिया था, और ब्याज सहित 1.40 करोड़ रुपये से ज्यादा का लोन चुका दिया था।
हालांकि, उन्होंने मीडिया के उन सवालों का कोई जवाब नहीं दिया, जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने हाउसिंग लोन देने वाले किसी बैंक या रजिस्टर्ड फाइनेंशियल इंटिट्यूड के बजाय एक रियल स्टेट से लोकल फर्म से लोन क्यों लिया।

 

राममय हुई अयोध्या, घर के दरवाजों से लेकर दुकानों के शटर तक सिर्फ राम ही राम
Posted Date : 18-Jan-2024 4:29:40 am

राममय हुई अयोध्या, घर के दरवाजों से लेकर दुकानों के शटर तक सिर्फ राम ही राम

  • - फहरा रही राम पताका, गूंज रहा राम का नाम
  • -अयोध्या में दिख रही दीपावली सी रौनक

अयोध्या । अध्यात्म से परिपूर्ण रामनगरी में पौष मास, शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि से श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान का शुभारंभ हो गया। इस अयोध्या की हर दुकान, हर मकान, हर सडक़, हर रास्ते पर सिर्फ जय श्रीराम की आध्यात्मिक अनुभूति महसूस की जा रही है तो विरासत और आधुनिकता का समावेश बैठाती नव्य अयोध्या भी दिख रही है। एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में राममय हुई आधुनिक अयोध्या त्रेतायुगीन वैभव सी सजने लगी है तो वहीं रामपथ की दुकानों पर फहरा रही राम पताका बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। महज पांच दिन और शेष, जब श्रीरामलला अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे तो यकीनन दृश्य बेहद भव्य होगा। यह सोच कर ही रामभक्तों का रोम-रोम पुलकित हो उठ रहा है। यहां तक की विंटेज आर्टिस्टिकली क्राफ्टेड स्ट्रीट लाइट लैंप पोल पर भी राम की पताका फहरा रही है।  जैसे दीपावली के पहले रंगते-पुतते घरों की साज-सज्जा समेटी जाती है, अयोध्या के लिए भी समय कम और काम बहुत अधिक है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में 5 दिन शेष हैं। सरयू के तटों पर मकर संक्रांति की रौनक ने जैसे प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का मंगलाचरण कर दिया है। यहां घाटों पर श्रीराम की स्तुतियां, भजन और मंदिर निर्माण के लिए हुए अथक संघर्ष के विजय गीत गूंज रहे हैं। रामघाट से अयोध्या में प्रवेश करते समय दिख रही रौनक दीवाली सी अनुभूति भी करा रही है। ’अयोध्या अब सजने लगी है’, ’अयोध्या के राजा भारत है आपका-महलों में आओ, स्वागत है आपका’ आदि गीत श्रद्धालुओं के रोम-रोम को पुलकित कर रहे थे।  विरासत और आधुनिकता का समावेश बैठाती नव्य अयोध्या में विंटेज आर्टिस्टिकली क्राफ्टेड स्ट्रीट लाइट लैंप पोल लगाया जा रहा है। यह देखने में आकर्षक तो है ही, इस पर भी श्रीराम का धनुष बाण अलग ही सौंदर्य बयां कर रहा। सज रही आधुनिक अयोध्या में इस लैम्प तक पर धनुष बाण और राम पताका फहर रही है, जो खुद ही बरबस ध्यानाकृष्ट कर रही है।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब रामनगरी को सजाने की पहल शुरू की तो ही उनके जेहन में था कि रामनगरी अब त्रेतायुगीन वैभव का अहसास कराए। ऐसे में, छोटी से छोटी चीजों का ध्यान रखा गया। रोड चौड़ीकरण के उपरांत जब नए सिरे से दुकानें सजाई गईं तो उसके शटर पर भी राम-जयश्रीराम और ध्वजा की आकृति बनाई गई। उस वक्त तो यह सिर्फ पेंटिंग ही रही पर जब योगी आदित्यनाथ की इस परिकल्पना को बाहर से आए लोगों ने देखा तो इस पहल के कायल हो गए और उनके मुख से यही निकला कि योगी आदित्यनाथ ने आधुनिक अयोध्या की दीवारों तक को राम नाम में रंग दिया है।   यहां जीर्णोद्धार किए जा रहे मकान-दुकान और मंदिरों पर लगाए जाने वाले पत्थरों पर भी जय श्रीराम की गूंज है। हनुमानगढ़ी से पहले सब्जी मंडी के समीप सप्तसागर कॉलोनी के पास के मकान हों या तुलसी उद्यान के पीछे की कॉलोनी, यहां पर भी लगाए गए दरवाजे रामनाम से अतिथि देवो भव के रूप में स्वागत कर रहे हैं। किसी मकान के दरवाजे पर श्रीराम तो किसी पर गजानन महराज की फोटो लगी है। रामनगरी में ठहरने वालों के लिए बनाए गए होम स्टे-गेस्ट हाउस आदि पर इसी आकृति से आगन्तुकों का स्वागत हो रहा है।  
मकर संक्रांति पर स्नान करने आईं बस्ती की मनोरमा हों या गोरखपुर की गीता। देवरिया से आए रामप्रसाद भी सरयू स्नान के पश्चात मंदिर दर्शन करने जा रहे थे। काफी वर्षों बाद यहां आए रामप्रसाद रामपथ पर दीवारों का एक सा रंग देख अनुभूति कर रहे हैं कि त्रेतायुगीन अयोध्या ऐसी ही रही होगी। इन रास्तों पर सजी दुकानों पर फहरा रही केसरिया पताका देख श्रद्धालु भी जयश्रीराम का उद्घोष कर रहे थे। वे इसका श्रेय योगी आदित्यनाथ को देते हुए कहते हैं कि म्यूरल पेंटिंग्स, फ़साड लाइट आदि से रामनगरी और भव्य हो गई है।

 

रामलला में आ रहा प्रतिमाह डेढ़ से दो करोड़ चढ़ावा
Posted Date : 18-Jan-2024 4:29:22 am

रामलला में आ रहा प्रतिमाह डेढ़ से दो करोड़ चढ़ावा

अयोध्या  । अयोध्या आकर श्रीरामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में काफी वृद्धि हो रही है। श्रद्धालु भगवान का दर्शन-पूजन और दिल खोलकर दान भी कर रहे हैं। फिलहाल यहां रोजाना तीन से चार लाख का दान भगवान रामलला की दान पेटी में आ रहा है। पूरे महीने की बात करें तो यह राशि डेढ़ से 2 करोड़ रुपये है। ऑनलाइन दान की अभी तक कोई काउंटिंग नहीं की जा सकी।
22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में लाखों भक्त पहुंचेंगे। वे यहां भगवान श्रीराम का दर्शन पूजन करेंगे और अपने इच्छा भाव से श्रीराम मंदिर के लिए दान भी करेंगे। फिलहाल यहां अस्थायी मंदिर में भी अपने रामलला के दर्शन-पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी है।
अपनी श्रद्धा से दान करने वालों का यह आलम तब है, जब भगवान श्री रामलला अपने अस्थायी मंदिर में हैं। जब वे अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे तो इसका कोई अंदाजा नहीं है कि प्रतिदिन कितना दान आएगा। हालांकि, यह जरूर है कि मंदिर बन जाने के बाद श्रद्धालुओं की ओर से दान-चढ़ावे का आंकड़ा चार गुना बढ़ जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता के मुताबिक हमारे यहां दान पात्रों में रोजाना धन पड़ता है। जब भर जाता है तब उसकी गिनती होती है। कैसे कह दिया जाए कितना आ रहा है, लेकिन, काउंटर पर जो आ रहा है, वह प्रतिदिन तीन से चार लाख के बीच है। महीने में लगभग डेढ़ करोड़ रुपए आ रहा है। दानदाताओं की कमी नहीं है। अपने सामर्थ्य से लोग बढ़चढ़ कर दान दे रहे हैं। लोग अनोखी-अनोखी चीजें भी बनवाकर ला रहे हैं। लोग सोच रहे हैं कि भगवान के लिए क्या कर दें। लोग जो कर रहे हैं, हम उसकी कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।

 

6 जिलों से अयोध्या धाम के लिए शुरू होगी हेलीकॉप्टर सेवा, सरकार ने तय किया किराया
Posted Date : 18-Jan-2024 4:29:07 am

6 जिलों से अयोध्या धाम के लिए शुरू होगी हेलीकॉप्टर सेवा, सरकार ने तय किया किराया

अयोध्या  । उत्तर प्रदेश सरकार राम भक्तों और पयर्टकों को हेलीकॉप्टर से अयोध्या धाम के दर्शन कराएगी। सरकार प्रदेश के छह जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध कराने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत लखनऊ से करेंगे।
सरकार की ओर से प्रदेश के छह जिलों से शुरू होने वाली हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाता ऑपरेटर का चयन किया गया है, जो ऑपरेशनल मॉडल पर हेली सर्विसेज सेवायें प्रदान करेगा। राम भक्तों और पर्यटकों को हेलीकॉप्टर सेवा गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज, मथुरा और आगरा से मिलेगी। आने वाले समय में प्रदेश के अन्य जिलों से भी सुविधा को जल्द शुरू किया जाएगा। इतना ही नहीं सरकार श्रद्धालुओं को अयोध्या नगरी और राम मंदिर के हवाई दर्शन भी कराएगी। इसकी जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को दी गई है। इस सुविधा के लिए श्रद्धालुओं को पहले से बुकिंग करानी होगी।
प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने राम भक्तों को हेलीकॉप्टर सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये थे। इसी के तहत प्रदेश के 6 जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की जा रही है। यह सुविधा भक्तों और पर्यटकों को ऑपरेटर मॉडल पर उपलब्ध करायी जाएगी। इसके अलावा राम भक्तों को राम मंदिर एरियल दर्शन भी कराए जाएंगे। इसके लिए रामभक्त सरयू तट स्थित टूरिज्म गेस्ट हाउस के पास बने हेलीपेड से उड़ान भर सकेंगे। इसके तहत श्रद्धालुओं को राम मंदिर, हनुमानगढ़ी, सरयू घाट समेत प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों की हवाई सैर भी करायी जाएगी।
इस हवाई सफर का अधिकतम समय 15 मिनट होगा। जबकि, प्रति श्रद्धालु किराया 3,539 रुपये तय किया गया है। इस सुविधा के जरिये एक हवाई सफर का लुत्फ 5 श्रद्धालु उठा सकेंगे। इसकी भार सीमा 400 किग्रा. है। वहीं, एक श्रद्धालु अधिकतम 5 किग्रा. सामान के साथ सफर कर सकेगा। इसके अलावा श्रद्धालु गोरखपुर से अयोध्या धाम के लिए हेलीकॉप्टर से उड़ान भर सकेंगे। यह दूरी 126 किमी. की होगी, जिसे 40 मिनट में पूरा किया जाएगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 11,327 रुपये तय किया गया है।
पर्यटन विभाग के निदेशक प्रखर मिश्रा ने बताया कि पहले चरण में राजधानी लखनऊ समेत 6 धार्मिक स्थलों से हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत की जा रही है। वहीं, आने वाले समय में मांग के अनुरुप सेवा का विस्तार किया जाएगा। श्रद्धालु वाराणसी के नमो घाट से हेलीकॉप्टर की सेवा का लाभ ले सकेंगे। यह दूरी 160 किमी की होगी, जिसे 55 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 14,159 रुपये तय किया गया है।
इसी तरह श्रद्धालु लखनऊ के रमाबाई से हेलीकॉप्टर की सेवा का लाभ ले सकेंगे। यह दूरी 132 किमी की होगी, जिसे 45 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 14,159 रुपये तय किया गया है। जबकि, प्रयागराज में टूरिज्म गेस्ट हाउस के पास बने हेलीपैड से हेलीकॉप्टर की सेवा मिलेगी। यह दूरी 157 किमी. की है, जिसे 50 मिनट में पूरा किया जाएगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 14,159 रुपये तय किया गया है।
इसके साथ ही मथुरा के बरसाना स्थित गोवर्धन परिक्रमा के पास बने हेलीपेड और आगरा में आगरा एक्सप्रेस-वे के पास बने हेलीपेड से सेवा का लाभ उठाया जा सकेगा। यह दूरी क्रमश: 456 किमी. और 440 किमी. की होगी, जिसे 135 मिनट में पूरा किया जाएगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 35,399 रुपये तय किया गया है।
बता दें कि प्रदेश के 6 जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा का तय किराया वन-वे है। श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम से अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए दोबारा निर्धारित किराया देना होगा। श्रद्धालुओं की संख्या के अनुसार हेलीकॉप्टर अपने गंतव्य से अयोध्या धाम के लिए रोजाना उड़ान भरेगा।

 

महिला ने स्कूल के लिए दान की 7 करोड़ रुपये की जमीन, गणतंत्र दिवस पर किया जाएगा सम्मानित
Posted Date : 17-Jan-2024 5:01:12 am

महिला ने स्कूल के लिए दान की 7 करोड़ रुपये की जमीन, गणतंत्र दिवस पर किया जाएगा सम्मानित

चेन्नई । स्कूल के विकास के लिए जमीन दान करने वाली 52 वर्षीय महिला को गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन द्वारा सम्मानित किया जाएगा। महिला ने उस स्कूल में पढ़ाई भी की थी। मदुरै जिले की रहने वाली और बैंकर के तौर पर कार्यरत आई अम्मल उर्फ पूरनम को गणतंत्र दिवस पर मेडल से सम्मानित किया जाएगा। पूरनम ने पंचायत यूनियन मिडिल स्कूल, कोडिकुलम, मदुरै को स्कूल को हाई स्कूल बनाने के लिए एक एकड़ से अधिक जमीन दान में दी।
इस जमीन की कीमत लगभग 7 करोड़ रुपये आंकी गई है और यह वर्तमान स्कूल भवन के नजदीक है। केनरा बैंक में काम करने वाली 52 वर्षीय महिला ने यह घोषणा अपनी दिवंगत बेटी यू.जननी की याद में की है, जिनका कुछ साल पहले निधन हो गया था। यह खबर तब सामने आई, जब उन्होंने जमीन की रजिस्ट्री स्कूल के नाम पर कर दी और जमीन के दस्तावेज शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सौंप दिए।
एक्स पर इसकी घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा, शिक्षा ही वास्तविक, अविनाशी धन है। मदुरै के कोडिकुलम की आई अम्मल उर्फ पूरनम ने सरकारी स्कूल के लिए एक अतिरिक्त भवन बनाने के लिए अपनी एक एकड़ और 52 सेंट जमीन दान में दी है। आई अम्मल दिखाती है कि तमिल लोग शिक्षा और शिक्षण को कितना महत्व देते हैं, और उन्हें आगामी गणतंत्र दिवस पर सरकार की ओर से विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
पूर्णम की बेटी जननी, जिनका दो साल पहले निधन हो गया था, एक सामाजिक कार्यकर्ता थीं और वंचित बच्चों के शैक्षिक उत्थान के लिए काम कर रही थीं। पूर्णम की सरकार से एक ही मांग है कि अपग्रेड स्कूल का नाम उनकी बेटी के नाम पर रखा जाए। पूरनम ने कहा, मेरा मानना है कि शिक्षा लोगों के जीवन को बदलने और समाज को बदलने का एकमात्र साधन है। यहां एक हाई स्कूल यहां के ग्रामीण लोगों के जीवन में सुधार लाएगा क्योंकि उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी।

 

ज्ञानवापी मामले में सुप्रीमकोर्ट ने स्वीकर की शिवलिंग के टैंक की सफाई वाली याचिका
Posted Date : 17-Jan-2024 5:00:33 am

ज्ञानवापी मामले में सुप्रीमकोर्ट ने स्वीकर की शिवलिंग के टैंक की सफाई वाली याचिका

वाराणसी  । ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सील एरिया में सफाई की मांग वाली याचिका पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। हिंदू पक्ष ने ज्ञानवापी के सील एरिया को खुलवाकर तत्काल सफाई की मांग की याचिका दायर की थी। हिंदू पक्ष की मांग को सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है और सफाई का आदेश दिया है। कोर्ट ने डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट की देखरेख में सफाई की इजाजत दी है।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान मस्जिद पक्ष ने कहा कि उनको इस याचिका पर कोई ऐतराज नहीं है। हिंदू पक्ष ने कथित शिवलिंग के टैंक में मछलियों की मौत के बाद फैली गंदगी को तत्काल साफ कराने की मांग की थी।
हिंदू पक्ष का कहना है कि चूंकि हमारी मान्यता के मुताबिक वहां पर शिवलिंग मौजूद है और शिवलिंग को किसी भी तरह की गंदगी, मरे हुए जीवों से दूर रखा जाने की जरूरत है। इस तरह की गंदगी के बीच शिवलिंग का रहना असंख्य शिवभक्तों की भावनाओं को आहत करने वाला है।