आज के मुख्य समाचार

स्कूली बच्चों से भरी नाव पलटी, 13 बच्चों और 2 शिक्षकों की डूबने से मौत
Posted Date : 19-Jan-2024 6:31:18 am

स्कूली बच्चों से भरी नाव पलटी, 13 बच्चों और 2 शिक्षकों की डूबने से मौत

वडोदरा। हरणी लेक में भीषण हादसा हो गया। यहां एक नाव पलट गई जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 13 बच्चे और 2 शिक्षक शामिल हैं। नाव में सवार बाकी 10 बच्चों और 2 टीचर्स को बचा लिया गया है। उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। हालांकि उनकी हालात की जानकारी अभी नहीं मिल सकी है। हादसे का शिकार हुए सभी बच्चे वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के हैं। इनमें से किसी भी बच्चे या टीचर ने लाइफ जैकेट नहीं पहनी थी।
वडोदरा के कलेक्टर एबी गोर ने इस पूरे मामले की जांच की बात कही है। तो वहीं वडोदरा नगर निगम की स्टैडिंग कमेटी के चेयरमैन डॉ. शीलत मिस्त्री ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मिस्त्री ने कहा कि अभी पूरा ध्यान रेस्क्यू ऑपरेशन पर है। जांच में सामने आया है कि वोट की कुल क्षमता 16 लोगों की थी, लेकिन इसमें ज्यादा छात्रों और शिक्षकों को बैठाया गया।

 

बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाओं को श्रीरामलला के दर्शन कराएगी सरकार, बिल्कुल फ्री मिलेगी ई कार्ट सुविधा
Posted Date : 19-Jan-2024 6:30:56 am

बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाओं को श्रीरामलला के दर्शन कराएगी सरकार, बिल्कुल फ्री मिलेगी ई कार्ट सुविधा

अयोध्या। 22 जनवरी को श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बड़ी संख्या में अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए यूपी सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं। इसी क्रम में सरकार श्रीरामलला के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालुओं को राम मंदिर और हनुमान गढ़ी तक पहुंचाने के ई कार्ट चलाएगी। ये ई कार्ट या गोल्फ कार्ट बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाओं के लिए निशुल्क होंगी।
इस महत्वपूर्ण योजना को मूर्त रूप देने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण ने निजी औद्योगिक घरानों को प्रस्ताव भेजा है। यह प्रयास किया जा रहा है कि निजी औद्योगिक घराने अपने सीएसआर फंड के माध्यम से अयोध्या में इस सेवा के लिए डोनेशन प्रदान करें, ताकि बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाओं को राहत प्रदान की जा सके। वहीं अयोध्या विकास प्राधिकरण का फैसिलिटी मैनेजमेंट पार्टनर कवच ग्लोबल जल्द ही 650 ई कार्ट्स को रोड पर उतारने जा रहा है।
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह के अनुसार, प्राण प्रतिष्ठा के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु नए मंदिर में श्रीरामलला के दर्शनों के लिए अयोध्या आएंगे। इसमें दिव्यांग, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं भी शामिल होंगी। जो श्रद्धालु अपने वाहनों से अयोध्या आएंगे उन्हें पार्किंग स्थल पर ही ई कार्ट की सुविधा मिलेगी, जिसके माध्यम से वो हनुमान गढ़ी और श्रीरामलला के दर्शनों के साथ ही धाम में स्थित अन्य धार्मिक स्थलों तक जा सकेंगे। बुजुर्गों, दिव्यांगो और गर्भवती महिलाओं को निशुल्क सेवा उपलब्ध कराने की योजना है।
अयोध्या विकास प्राधिकरण के फैसिलिटी मैनेजमेंट पार्टनर कवच ग्लोबल कनेक्ट्स प्रा. लि. भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कवच ग्लोबल के डायरेक्टर तक्ष रावल ने बताया कि हमें टेंडर के माध्यम से अयोध्या विकास प्राधिकरण में विभिन्न लोकेशन मिली हैं। इन लोकेशंस पर हम श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधा प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में हमारी योजना है कि श्रद्धालुओं को इन लोकेशंस से 12 सीटर और 18 सीटर ई कार्ट की सुविधा मिले जो उन्हें अयोध्या के विभिन्न धार्मिक स्थलों की सैर कराए। इसमें ओएनजीसी, आईओसी, टाटा प्रोजेक्ट्स जैसी कंपनियों से सर्वाधिक डोनेशन मिला है।
उन्होंने कहा कि पहले चरण में हम जनवरी से मार्च तक 650 ई कार्ट्स उतारने जा रहे हैं। एडीए के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने पूरी अयोध्या की कनेक्टिविटी के लिए जो हाइपरलूप मॉडल तैयार किया है, ये प्रोजेक्ट उसी का हिस्सा है। आने वाले दिनों में राम पथ पर 4 व्हीलर्स पर रोक रहेगी, तब ये ई कार्ट ही लोगों को दर्शन कराएंगी। दिव्यांगों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए ये पूरी तरह निशुल्क रहेंगी। इन ई कार्ट्स की ओनरशिप एडीए की रहेगी और ये विभिन्न लोकेशंस से ऑपरेट की जाएंगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा जो प्रस्ताव कॉर्पोरेट हाउसेस को दिया गया है उसमें कई बातों का जिक्र किया गया है। इसमें ई कार्ट या गोल्फ कार्ट के मेंटिनेंस, इसकी निगरानी, पार्किंग, ड्राइवर के चयन और प्राधिकरण द्वारा प्रदान की जाने वाली सहायता के संबंध में जानकारी दी गई है।

 

पीएम मोदी ने राम मंदिर पर जारी किया डाक टिकट, 48 पेज की किताब में 20 देशों के टिकट
Posted Date : 19-Jan-2024 6:30:42 am

पीएम मोदी ने राम मंदिर पर जारी किया डाक टिकट, 48 पेज की किताब में 20 देशों के टिकट

नई दिल्ली। अयोध्या में तैयार हो चुके राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर पूरे देश में हर्षोल्लास का माहौल है। इस कार्यक्रम को खास बनाने की तैयारी की जा रही है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर स्मारक डाक टिकट और दुनिया भर में भगवान राम पर जारी टिकटों की एक पुस्तक जारी की। पीएम मोदी ने कुल 6 टिकट जारी की, जिसमें राम मंदिर, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, जटायु, केवटराज और मां शबरी के टिकट शामिल हैं। टिकटों पर राम मंदिर, चौपाई ‘मंगल भवन अमंगल हारी’, सूर्य, सरयू नदी और मंदिर में और उसके आसपास की मूर्तियों की आकृति बनाई गई है।
स्टाम्प पुस्तक विभिन्न समाजों पर श्री राम की अंतर्राष्ट्रीय अपील को प्रदर्शित करने का एक प्रयास है। 48 पन्नों की इस पुस्तक में अमेरिका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, कंबोडिया और संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठनों सहित 20 से अधिक देशों द्वारा जारी किए गए डाक टिकट शामिल हैं।

 

विजयवाड़ा में अंबेडकर की 206 फीट ऊंची प्रतिमा का किया जाएगा अनावरण
Posted Date : 19-Jan-2024 6:30:25 am

विजयवाड़ा में अंबेडकर की 206 फीट ऊंची प्रतिमा का किया जाएगा अनावरण

विजयवाड़ा।  आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी डॉ. बी.आर. अम्बेडकर की 206 फीट ऊंची प्रतिमा का शुक्रवार को विजयवाड़ा में अनावरण करेंगे। अंबेडकर स्मृति वनम में 81 फीट ऊंचे आसन पर स्थापित 125 फीट ऊंची मूर्ति, दुनिया की सबसे ऊंची अंबेडकर प्रतिमा है। यह प्रतिमा ऐतिहासिक स्वराज मैदान में स्थापित की गई है। मुख्यमंत्री ने लोगों से प्रतिमा के अनावरण समारोह में स्वेच्छा से शामिल होने की भावनात्मक अपील की है।
उन्होंने इस प्रतिमा को सामाजिक न्याय की सबसे बड़ी मूर्ति बताया, जो न केवल राज्य बल्कि देश के ताज में एक बेहतरीन रत्न के रूप में स्थापित है।
भारतीय संविधान के निर्माता को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि दूरदर्शी का आकाश जैैसा विराट व्यक्तित्व और सौ साल पहले व्यक्त किए गए उनके सुधार-उन्मुख विचार देश के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक इतिहास को प्रभावित और बदलते रहेंगे।
उन्होंने कहा,प्रतिमा को बड़ी जिम्मेदारी के साथ स्थापित किया गया है क्योंकि सरकार उनकी विचारधारा में पूर्ण विश्वास के साथ नवरत्नालु कल्याण योजनाओं को लागू कर रही है। डॉ. अंबेडकर ने शिक्षा को उत्पीडि़त वर्गों के करीब ले जाते हुए अस्पृश्यता के खिलाफ विद्रोह किया। वह सामाजिक न्याय और समानता के प्रतीक हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका विशाल व्यक्तित्व एक सर्वशक्तिमान के रूप में संवैधानिक अधिकारों के माध्यम से हमारी रक्षा करने का काम करता है, प्रत्येक गांव में उनकी मूर्तियों की उपस्थिति एक प्रचुर प्रेरणा के रूप में कार्य करती हैंं, जो कमजोर वर्गों को निरंतर आत्मविश्वास, समर्थन और साहस प्रदान करती है।
उन्होंने आगे कहा कि हम सभी डॉ. अंबेडकर का सम्मान करते हैं, क्योंकि उनकी विचारधारा 77 वर्षों में जाति, पंथ और धर्म के बावजूद दलितों और गरीबों के जीवन में आए बदलावों का स्रोत बनी हुई है।
उन्होंने आगे कहा, विजयवाड़ा में अंबेडकर प्रतिमा का अनावरण न केवल राज्य के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा, बल्कि यह भविष्य में भी सैकड़ों वर्षों तक दूसरों को प्रेरित करता रहेगा।
उन्होंने कहा, मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह गरीबों को राजनीतिक सत्ता में स्थायी स्थान दिलाने में मदद करेगा, साथ ही हमें समाज में सुधार करते हुए सामंतवादी ताकतों के खिलाफ विद्रोह करने के लिए मार्गदर्शन करेगा और हमें समाज की दिशा बदलने के लिए सामाजिक समानता की ओर मोड़ेगा।

 

अयोध्या : राममंदिर के गर्भगृह में पहुंचे रामलला
Posted Date : 19-Jan-2024 6:30:06 am

अयोध्या : राममंदिर के गर्भगृह में पहुंचे रामलला

अयोध्या। अयोध्या में निर्माणाधीन राममंदिर के गर्भगृह में रामलला पहुंच चुके हैं। थोड़ी देर में उनकी स्थापना होगी। इस मौके पर गर्भगृह में विशेष पूजन का आयोजन किया गया। इसके बाद क्रेन की मदद से रामलला के विग्रह को मंदिर के अंदर ले जाया गया। नेपाल के काली नदी से आई शिला से निर्मात 51 इंच का विग्रह स्थापित होने के बाद इनकी प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया शुरू होगी। मंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 22 जनवरी को होनी है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का प्रधान संकल्प लेते हुए आगे प्रक्रिया शुरू होगी। इससे पहले बुधवार को यहां महिलाओं ने भव्य कलश यात्रा निकाली। उसके बाद पूजन कर रामलला के विग्रह को राम मंदिर परिसर में प्रवेश कराया गया था। बताया जा रहा है कि रामलला का यह विग्रह करीब 200 किलो वजन का है। जानकारी के मुताबिक विग्रह को गर्भ गृह में ले जाने से पहले यज्ञ मंडप के 16 स्तंभों और चारों द्वारों का पूजन किया गया।
इस मौके पर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के मुख्य आचार्य पं. लक्ष्मीकांत दीक्षित मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि 16 स्तंभ 16 देवताओं के प्रतीक हैं। मंडप के चार द्वार चार वेदों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इसी प्रकार द्वार के दो-दो द्वारपाल चारों वेदों की दो-दो शाखाओं के प्रतिनिधि हैं। अब 22 जनवरी को रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इसको लेकर समूचे देश में हर्ष और उत्साह का माहौल है।

 

50 फ़ीसदी से अधिक छात्र गणित के प्रश्न सुलझाने में असमर्थ
Posted Date : 19-Jan-2024 6:29:45 am

50 फ़ीसदी से अधिक छात्र गणित के प्रश्न सुलझाने में असमर्थ

नई दिल्ली। ग्रामीण क्षेत्रों में 50 प्रतिशत से अधिक युवा गणित के सामान्य सवाल हल करने में पिछड़ते हैं। 14 से 18 आयु वर्ग के 25 प्रतिशत छात्र ऐसे हैं, जो कक्षा दो की क्षेत्रीय भाषा की पुस्तक पढऩे में असमर्थ हैं। इसके साथ ही करीब 43 प्रतिशत छात्र अंग्रेजी के वाक्य पढऩे में असमर्थ हैं। यह जानकारी ‘वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट (असर) 2023’ में दी गई है। वहीं 90 प्रतिशत से अधिक युवा स्मार्टफोन और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं। भारत में सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को बताने वाली यह रिपोर्ट ‘असर 2023’ जारी की गई है।
‘असर’ रिपोर्ट के लिए 26 राज्यों के 28 जिलों में 14 से 18 आयु वर्ग के 34745 बच्चों पर सर्वेक्षण किया है। असर के मुताबिक, देशभर में 86.8 प्रतिशत बच्चो ने शैक्षणिक संस्थानों में दाखिला लिया है। हालांकि आयु के अनुसार नामांकन में कुछ अंतर है।
इसके मुताबिक, 14 वर्ष के 3.9 प्रतिशत और 18 वर्ष के 32.6 प्रतिशत युवाओ का किसी शैक्षणिक संस्थान में दाखिला नहीं है और वे पढ़ाई नहीं कर रहे हैं। जबकि 14 साल के 96.1 फीसदी छात्रों ने शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश लिया था। 18 की आयु में यह प्रतिशत गिरकर 67.4 फीसदी हो गया। यानी की 14 से 18 वर्ष की आयु के बीच बड़ी संख्या में स्कूल ड्रॉप आउट हुआ है।
वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, स्टेम एरिया यानी साइंस, इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी व मैथ्स में अब लडक़ों का रुझान बढ़ रहा है। देश में 36.3 फीसदी लडक़े इन विषयों में पढ़ाई कर रहे हैं। जबकि लड़कियां का यहां आंकड़ा महज 28.1 फीसदी है। हालांकि, उच्च शिक्षा में ओवरऑल लड़कियां आगे हैं। 14 से 18 आयु वर्ग में सबसे अधिक छात्र कला या मानविकी स्ट्रीम में पढ़ाई करते हैं। कक्षा 11 व 12 के 54 फीसदी छात्र कला और मानविकी में, 9.3 फीसदी वाणिज्य और 33.7 फीसदी ने विज्ञान में अपना नामांकन कराया है। रिपोर्ट के अनुसार अंग्रेजी और गणित में लडक़े, लड़कियां से बेहतर रहे हैं।
शिक्षा मंत्रालय कौशल विकास पर काफी जोर दे रहा है लेकिन स्कूलों में कौशल विकास आधारित कोर्स छात्रों के बीच लोकप्रिय नहीं हैं। रिपोर्ट बताती है कि केवल 5.6 प्रतिशत युवा ही प्रोफेशनल कोर्स में दाखिला ले रहे हैं। हालांकि उच्च शिक्षा में तस्वीर कुछ बेहतर है, यहां 16.2 प्रतिशत छात्रों ने सामान्य पढ़ाई के साथ-साथ प्रोफेशनल कोर्स में दाखिला लिया है। कॉलेज में छह महीने वाले स्किल कोर्स सबसे अधिक पसंद किए गए हैं।
रिपोर्ट बताती है कि छात्रों के बीच स्मार्टफोन का उपयोग बढ़ा है। अब करीब 92 प्रतिशत छात्र स्मार्टफोन का उपयोग कर रहे हैं। इनके अलावा 89 प्रतिशत छात्रों का कहना है कि घर पर उनके पास स्मार्टफोन उपलब्ध है। रिपोर्ट के मुताबिक लड़कियों की तुलना में लडक़ों के पास स्मार्टफोन की संख्या अधिक है है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, 40.3 फीसदी लडक़े पढ़ाई के साथ-साथ घर का काम भी करते हैं। इनमें कृषि क्षेत्र में काम करने वाले छात्रों की संख्या सबसे अधिक हैं। वहीं अगर लड़कियों की बात की जाए तो 28 प्रतिशत छात्राएं पढ़ाई के साथ घर का काम भी करती हैं।
0