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श्रीरामलला की मूर्ति की वायरल फोटो पर मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास सख्त, बोले- प्राण-प्रतिष्ठा से पहले नहीं खोली जा सकती आंख; होगी जांच
Posted Date : 21-Jan-2024 5:43:52 am

श्रीरामलला की मूर्ति की वायरल फोटो पर मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास सख्त, बोले- प्राण-प्रतिष्ठा से पहले नहीं खोली जा सकती आंख; होगी जांच

अयोध्या । पिछले कुछ घंटों से अयोध्या में श्रीराम मंदिर की मूर्ति की तस्वीरें काफी वायरल हो रही हैं। रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इस मूर्ति को अभी खोला नहीं गया है। लेकिन एक तस्वीर बार बार सामने आ रही है कि उनके नेत्र खुले हैं। इस पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने अपनी टिप्पणी दी है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि मूर्ति स्थापित हो गई है और उसे अभी खोला नहीं गया है। उन्होंने कहा कि रामलला की मूर्ति को कपड़े से ढक दिया गया है।
रामलला की आंख से पट्टी हटने और खुली आंखों वाली तस्वीर के सवाल पर सत्येंद्र दास ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले आंखों को खोला नहीं जा सकता। जिस मूर्ति का चयन हो जाता है, उस मूर्ति की आंखें बंद कर दी जाती हैं। उनकी आंखों को ढक दिया जाता है। जो तस्वीर दिखाई दे रही है वो मूर्ति है ही नहीं।
सत्येंद्र दास ने कहा कि ऐसी तस्वीर मिल नहीं सकती और अगर ऐसी तस्वीर है तो उसकी जांच होगी। ये जांच होगी कि मूर्ति की आंखें किसने खोली और ये तस्वीर कैसे वायरल हो गई। मंदिर के मुख्य पुजारी का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा के लिए सारे कार्य होंगे, लेकिन नेत्र नहीं खुलेंगे। इस समय कर्म कांड किए जा रहे हैं।

 

पीएम मोदी ने रामेश्वरम में समुद्र में लगाई पवित्र डुबकी, श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की
Posted Date : 21-Jan-2024 5:43:42 am

पीएम मोदी ने रामेश्वरम में समुद्र में लगाई पवित्र डुबकी, श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की

रामेश्वरम । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के रामेश्वरम में श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री ने यहां समुद्र में पवित्र डुबकी भी लगाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में श्री रामायण पारायण कार्यक्रम में भाग लिया।कार्यक्रम में, आठ अलग-अलग पारंपरिक मंडलियाँ संस्कृत, अवधी, कश्मीरी, गुरुमुखी, असमिया, बंगाली, मैथिली और गुजराती रामकथाओं (श्री राम की अयोध्या वापसी के प्रसंग का वर्णन) का पाठ किया।

 

दर्दनाक हादसा: कुत्तों से बचने की कोशिश कर रहे भाई-बहन ट्रेन की चपेट में आए, मौत
Posted Date : 21-Jan-2024 5:42:16 am

दर्दनाक हादसा: कुत्तों से बचने की कोशिश कर रहे भाई-बहन ट्रेन की चपेट में आए, मौत

जयपुर । जोधपुर में कुत्तों से बचने की कोशिश करते समय मालगाड़ी की चपेट में आने से दो चचेरे भाई-बहन की मौत हो गई। हादसा शुक्रवार को शहर के माता का थान में हुआ। हादसे की सूचना मिलने पर एसीपी मंडोर पीयूष कविया भी मौके पर पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक, छात्रा अनन्या (12) और छात्र युवराज सिंह (14) बनाड़ के गणेश पुरा के रहने वाले थे। वे दोनों आर्मी चिल्ड्रन अकादमी में 5वीं और 7वीं क्लास में पढ़ते थे। जब वे तीन अन्य दोस्तों के साथ स्कूल से लौट रहे थे, तो कुत्तों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया और भयभीत बच्चे डरकर भागने लगे।
भागते समय पीडि़तों सहित उनमें से तीन रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए। उसी दौरान अनन्या और युवराज एक मालगाड़ी की चपेट में आ गए। जिससे उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलने पर लडक़ी के पिता प्रेम सिंह और अन्य परिजन मौके पर पहुंचे। युवराज के पिता मदन सिंह कर्नाटक में हैं। उन्हें फोन के जरिए हादसे की जानकारी दी गई। जोधपुर नगर निगम की टीम द्वारा कुत्तों को पकडऩे के बाद ही परिजन शव ले गए।

 

स्कूल हॉस्टल में लगी भीषण आग, 13 लोगों की दर्दनाक मौत; मचा हडक़ंप
Posted Date : 21-Jan-2024 5:41:27 am

स्कूल हॉस्टल में लगी भीषण आग, 13 लोगों की दर्दनाक मौत; मचा हडक़ंप

बीजिंग  । चीन के हेनान प्रांत में एक स्कूल हॉस्टल में आग लगने से 13 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 1 अन्य घायल हो गया है। हेनान के यानशानपु गांव में यिंगकाई स्कूल में आग लगने की सूचना स्थानीय अग्निशमन विभाग को बीती रात 11 बजे दी गई। बचावकर्मी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और रात 11.38 बजे आग बुझा दी गई। जानकारी के मुताबिक, 13 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है, जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया है। 
इस मामले में स्कूल प्रमुख को हिरासत में ले लिया गया है। ढीले सुरक्षा मानकों के कारण चीन में घातक आग लगना आम बात है। नवंबर में, उत्तरी चीन के शांक्सी प्रांत में एक कोयला कंपनी के ऑफिस में आग लगने से 26 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, दर्जनों लोगों को अस्पताल भर्ती किया गया था। पिछले साल अप्रैल में, बीजिंग में एक अस्पताल में आग लगने से 29 लोगों की मौत हो गई और कई लोगों को बचने के लिए खिड़कियों से बाहर कूदने के लिए मजबूर होना पड़ा था।

 

सीएम योगी ने अयोध्या में रखी नए अध्याय की नींव, रूफ माउंटेड सोलर बोट परिचालन का किया उद्घाटन
Posted Date : 19-Jan-2024 8:19:34 pm

सीएम योगी ने अयोध्या में रखी नए अध्याय की नींव, रूफ माउंटेड सोलर बोट परिचालन का किया उद्घाटन

अयोध्या  ।  उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर अयोध्या को विकसित करने का योगी सरकार का सपना वास्तविकता की शक्ल ले चुका है। इसमें शुक्रवार को एक और अध्याय जुड़ गया। अयोध्या के त्रेतायुगीन वैभव को लौटाने के साथ ही उसे आधुनिकता और विरासत के समावेश से विकसित करने की प्रक्रिया के अंतर्गत ‘नव्य अयोध्या’ परियोजना बेहद सफल हो रही है। इसी परियोजना के अंतर्गत सरयू नदी को सौर व स्वच्छ ऊर्जा नौका परिवहन तथा इनलैंड वॉटरवेज के लिहाज से रोल मॉडल के तौर पर स्थापित करने की दिशा में सीएम योगी ने नए अध्याय की नींव रखी।
22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दृष्टिगत शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ तैयारियों का जायजा लेने अयोध्या आए हैं। इस क्रम में उन्होंने उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा अभिकरण (यूपीनेडा) द्वारा विकसित की गई रूफ टॉप माउंटेड सोलर बोट सर्विस का उद्घाटन कर देश में पहली बार इनलैंड वॉटरवेज के लिहाज से गेमचेंजिंग साबित होने वाले इलेक्ट्रिक सोलर टेक्नोलॉजी बेस्ड बोस सर्विस का शुभारंभ किया। उन्होंने इस बोट के परिचालन को लेकर तमाम तकनीकी पहलुओं के निरीक्षण के साथ ही इनलैंड वॉटरवेज के विकास के लिहाज से अयोध्या में हो रहे प्रयासों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने बटन दबाकर बोट संचालन की शुरुआत की तथा सरयू नदी में बोट पर सवार होकर नदी किनारे बने फ्लोटिंग जेटी व फ्लोटिंग बोट चार्जिंग स्टेशन का भी जायजा लिया।
सीएम ने सरयू में बोटिंग कर लिया नौकायन परिवहन की तैयारियों का जायजा
सीएम योगी ने अयोध्या में सरयू घाट पर शुक्रवार को सोलर बोट के संचालन का शुभारंभ करते हुए फीता काटकर व बोट के नेवीगेशन बटन को दबाकर आगाज किया। इस दौरान उन्होंने सरयू नदी में इस बोट के जरिए नौकायन भी किया तथा सरयू नदी के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं तथा इनलैंड वॉटरवेज के हिसाब से विकसित की जा रही सुविधाओं का जायजा लेते हुए उनके बारे में जानकारियां प्राप्त कीं। बोट पर राइड के दौरान उन्होंने घाटों पर भारी तादाद में जुटे श्रद्धालुओं का हाथ हिलाकर अभिवादन किया तथा बोट के संचालन से संबंधित विभिन्न पहलुओं की जानकारी भी ली। इस दौरान, सेलिंग जेटी के तौर पर कार्यरत ई-बोट चार्जिंग स्टेशन बनाए गए गंगा-6 को भी देखा तथा इसके बारे में जानकारी प्राप्त की। उल्लेखनीय है कि यह सेलिंग जेटी 15 दिसंबर से अयोध्या में डेरा डाले हुए है तथा यह 20 बोट्स के बर्थिंग का माध्यम बन सकता है। सेलिंग जेटी पर इलेक्ट्रिक पावर चार्जिंग प्लग प्वॉइंट्स को भी विकसित किया गया है, जिसके जरिए सरयू नदी में चलने वाली ई-बोट्स की चार्जिंग व बर्थिंग प्रक्रिया को पूर्ण किया जा सकेगा। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, अमित सिंह चौहान, रामचंद्र यादव समेत अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। सीएम योगी ने 127 नाविकों को लाइफ जैकेट भी प्रदान किया। सीएम योगी ने रामभूमि स्वच्छ भूमि अभियान के तहत प्लास्टिक डिपॉजिट रिफंड सेंटर के काउंटर का भी शुभारंभ किया। अयोध्या नगर निगम के साथनिजी क्षेत्र की द कबाड़ीवाला डॉट कॉम कंपनी के साथ यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
देश में पहली बार अपनी तरह के अनूठा प्रयास है सोलर बोट
यूपीनेडा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस बोट को सरयू घाट के किनारे असेंबल किया गया है तथा देश के विभिन्न कोनों से इसके कल-पुर्जे व अन्य साजो-सामान मंगाए गए हैं। यह बोट पूरी तरह से स्वदेशी है और इसे मेक इन इंडिया के तहत बनाया गया है। फिलहाल, एक बोट को कंप्लीट कर लिया गया है तथा आने वाले दिनों में ऐसी अन्य बोटों के नियमित संचालन का मार्ग प्रशस्त होगा।
जानते हैं इस बोट की खासियतों के बारे मेंज्
1-यह सोलर पावर इनेबल्ड बोट क्लीन एनर्जी के जरिए संचालन की परिकल्पना के आधार पर कार्य करती है। यह ड्यूअल मोड ऑपरेटिंग बोट है जो 100 प्रतिशत सोलर इलेक्ट्रिक पावर बेस पर काम करती है।
2-इसे सोलर एनर्जी से चार्ज करने के साथ ही इलेक्ट्रिक एनर्जी के जरिए भी ऑपरेट किया जा सकता है। सबसे खास बात यह है कि यह बोट कैटामरैन केटेगरी की है जिसके अंतर्गत दो हल स्ट्रक्चर्स को जोडक़र एक बोट स्ट्रक्चर में कन्वर्ट किया जा सकता है।
3-यह बोट फाइबरग्लास बॉडी युक्त है जोकि लाइट वेट व हेवी ऑपरेशन ड्यूरेबल मटीरिल से बनी है। साथ ही, बोट के संचालन के दौरान किसी प्रकार की ध्वनि या पर्यावरणीय प्रदूषण नहीं होता है।
4-इस बोट में एक बार में 2 क्रू मेंबर्स तथा 30 लोग यात्रा कर सकेंगे। यह सरयू नदी में नया घाट से संचालित होगी। इस बोट टूर का ट्रैवलिंग ड्यूरेशन 45 मिनट से लेकर एक घंटे के आसपास रखा जाएगा, जिसमें सरयू नदी के किनारे स्थित विभिन्न ऐतिहासिक मंदिरों व धरोहरों का दर्शन यात्री कर सकेंगे।
5-हालांकि, बोट की ऑपरेटिंग कैपेसिटी इससे कहीं ज्यादा है और पूरी तरह चार्ज होने पर 5 से 6 घंटे तक के प्रोपल्शन टाइमफ्रेम को मैनेज किया जा सकता है।
6-इस बोट को पुणे की सनी बोट्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से असेंबल किया गया है जबकि चेन्नई की रा सोर्स प्राइवेट लिमिटेड इसमें सोलर व प्रोपल्शन पार्टनर की भूमिका निभा रहा है।
7-यह बोट 12 किलोवॉट इलेक्ट्रिक आउटबोर्ड ट्विन मोटर आधारित है। बोट में 46 किलोवॉट प्रति घंटा क्षमता वाली एलएफटी बैटरी लगाई गई है तथा बोट 30 पैसेंजर्स व 2 क्रू के लिहाज से ऑपरेशनल होगी। बोट को 3.3 किलोवॉट रूफ टॉप सोलर पैनल्स के जरिए संचालित किया जा रहा है।
8-बोट की रूफटॉप पर कुल 6 सोलर पैनल लगे हैं जोकि 550 वॉट पॉवर ऊर्जा का उत्पादन करते हैं। क्रूजिंग के लिहाज से इसकी स्पीड 6 नॉट्स रहेगी जबकि यह 9 नॉट्स की टॉप स्पीड को भी प्राप्त कर सकता है।
9-इसके अतिरिक्त, यह बोट रिमोट व्यूइंग कैपेसिटी से लैस है जिसके जरिए बोट के बैटरी व सोलर पैरामीटर्स का निरीक्षण रिमोट व्यूइंग के जरिए कहीं से भी किया जा सकता है।
10-फिलहाल, इस बोट के संचालन के लिए शोर बेस्ड जेटी में मीटर पावर प्लग सोर्स की भी व्यवस्था की गई है, जिसमें कोलकाता से अयोध्या लाई गई गंगा वीआई-6 सेलिंग जेटी बोट को इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन के तौर पर विकसित किया गया है।

 

19 असाधारण बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित करेंगी  राष्ट्रपति मुर्मु
Posted Date : 19-Jan-2024 8:19:07 pm

19 असाधारण बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित करेंगी राष्ट्रपति मुर्मु

नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु असाधारण उपलब्धि प्राप्त करने वाले 19 बच्चों को 22 जनवरी को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, 2024 से सम्मानित करेंगी। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार देश के सभी क्षेत्रों से चुने गए 19 बच्चों को कला और संस्कृति (7), वीरता (1), नवाचार (1), विज्ञान और प्रौद्यगिकी (1), समाज सेवा (4) और खेल (5) के क्षेत्र में उनकी असाधारण उपलब्धि के लिए प्रदान किया जा रहा है। पुरस्कार विजेताओं में दो आकांक्षी जिलों सहित 18 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से नौ लडक़े और 10 लड़कियां हैं।
मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 जनवरी को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत करेंगे। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी 24 जनवरी को राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई की उपस्थिति में बच्चों के साथ बातचीत करेंगी और उन्हें उनकी संबंधित श्रेणियों में उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए बधाई देंगी।
केंद्र सरकार बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पुरस्कार प्रदान करती है। यह पुरस्कार पांच से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को सात श्रेणियों में कला और संस्कृति, वीरता, पर्यावरण, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा तथा खेल में उनकी उत्कृष्टता के लिए प्रदान किए जाते हैं। प्रत्येक पुरस्कार विजेता बच्चे को एक पदक और एक प्रमाणपत्र दिया जाता है।
इस वर्ष महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने क्षेत्रीय समाचार पत्रों और सभी प्रमुख राष्ट्रीय समाचार पत्रों में विज्ञापन जारी करके नामांकन बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए। राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल को नामांकन के लिए नौ मई से 15 सितंबर 23 तक की लंबी अवधि के लिए खोला गया था। संबंधित मंत्रालयों, सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों एवं प्रशासकों, देश भर के जिलाधीशों से प्रिंट मीडिया के माध्यम से व्यापक रूप से प्रचारित करने का अनुरोध किया गया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और अन्य माध्यमों से पुरस्कार का प्रचार-प्रसार किया गया ताकि ग्राम पंचायतों, नगर पालिकाओं सहित सभी स्तरों से नामांकन प्रस्तुत किए जा सकें।
मीडिया सामग्री के माध्यम से पिछले दो वर्षों से डेटा विश्लेषण के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया गया । योग्य उम्मीदवारों की सिफारिश करने के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की भी सहायता ली गई। दावों की सत्यनिष्ठा की जांच और सत्यापन जिला मजिस्ट्रेटों और विशेषज्ञों सहित कई माध्यम से किया गया, जिसके बाद एक छानबीन समिति बनाई गई जिसमें सामाजिक सेवा, पर्यावरण, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कला एवं संस्कृति, खेल आदि जैसे विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ शामिल थे।
छानबीन समिति की बैठक के बाद चुने गए प्रोफाइल की फिर से संगीत नाटक अकादमी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग, भारतीय लोक प्रशासन संस्थान तथा भारतीय खेल प्राधिकरण सहित विभिन्न क्षेत्रों के राष्ट्रीय स्तर के स्वतंत्र विशेषज्ञों से जांच करायी गई। राष्ट्रीय चयन समिति ने अंतिम चयन के लिए प्रोफाइल की जांच की।