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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान को पत्र लिख कर कहा है कि सार्थक बातचीत के लिए भारत तैयार
Posted Date : 20-Aug-2018 6:14:53 pm

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान को पत्र लिख कर कहा है कि सार्थक बातचीत के लिए भारत तैयार

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने नवनिर्वाचित पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान को पत्र लिख कर कहा है कि भारत उनके देश के साथ रचनात्मक और सार्थक बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मोदी ने आतंकवाद से मुक्त दक्षिण एशिया के लिए काम करने की आवश्यकता पर भी बल दिया. सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने यह पत्र 18 अगस्त को लिखा, जिस दिन खान ने पाकिस्तान के 22 वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. मोदी ने उन्हें बधाई देते हुए दोनों देशों के बीच अच्छे पड़ोसी संबंधों के लिए भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त की.

मोदी ने जीत पर इमरान को बधाई दी थी 
इस्लामाबाद में, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सभी लंबित मुद्दों के हल के लिए भारत के साथ ‘‘अबाधित’’ वार्ता की पेशकश की और कहा कि यह “एकमात्र बुद्धिमत्तापूर्ण तरीका’’ है क्योंकि दोनों देश जोखिम नहीं उठा सकते हैं. मोदी ने 30 जुलाई को आम चुनावों में खान की पार्टी की जीत पर उन्हें बधाई देने के लिए फोन किया था और उम्मीद जतायी थी कि दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय शुरू करने के लिए काम करेंगे. मोदी के फोन कॉल से कुछ दिन पहले, खान ने कहा था कि वह भारत के साथ संबंध सुधारना चाहते हैं और बातचीत के जरिए सभी मुद्दों को हल करना चाहते हैं. ”

सार्थक तथा रचनात्मक बातचीत की भारत की प्रतिबद्धता

अगर भारत हमा री ओर एक कदम उठाता है, तो हम दो कदम उठाएंगे.’’ सूत्रों ने पत्र के हवाले से कहा कि मोदी ने खान के साथ टेलीफ़ोन पर हुयी बातचीत का जिक्र किया जिसमें उन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप में शांति, सुरक्षा और खुशहाली लाने के लिए अपनी साझा दृष्टि की बात की थी. प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में यह विश्वास जताया कि पाकिस्तान में सुगमता से सत्ता हस्तांतरण होने से लोकतंत्र के प्रति लोगों की धारणा और मजबूत होगी. एक सूत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के लोगों के लाभ के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच अच्छे पड़ोसी संबंध बनाने और सार्थक तथा रचनात्मक बातचीत की भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त की.हमलों तथा भारत के लक्षित हमलों से द्विपक्षीय संबंधों में और तनाव आ गया था.

पाकिस्तान सिद्धू के खिलाफ मुजफ्फरपुर में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया
Posted Date : 20-Aug-2018 6:12:56 pm

पाकिस्तान सिद्धू के खिलाफ मुजफ्फरपुर में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया

 पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्‍तान सेना प्रमुख से गले मिलने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इसके चलते सिद्धू के खिलाफ मुजफ्फरपुर में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है। 24 अगस्त को कोर्ट द्वारा इस मामले में सुनवाई की जाएगी।

यह देशद्रोह का मुकदमा सीजेएम(मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी) की अदालत में दर्ज किया गया है। याचिकाकर्ता अधिवक्‍ता सुधीर ओझा का कहना है कि सिद्धू ने पाकिस्‍तान सेना प्रमुख के गले लगकर सेना का अपमान किया है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के पद पर इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पड़ोसी देश के सैन्य प्रमुख को गले लगाने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।

हालांकि सिद्धू ने इसका बचाव करते हुए कहा था कि अगर कोई कहे कि हमारी संस्कृति एक है और ऐतिहासिक गुरूद्वारा करतारपुर साहिब का रास्ता खोलने की बात करे तो उन्हें क्या करना चाहिए था?

यही नहीं इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पहली पंक्ति में पीओके प्रमुख के बगल में बैठने के मुद्दे पर कांग्रेस नेता ने जवाब दिया था, ”अगर आपको कहीं सम्मान स्वरूप अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया जाता है तो आप वहीं बैठते हो जहां आपको कहा जाता है। मैं कहीं ओर बैठ सकता था लेकिन उन्होंने मुझे वहां बैठने के लिए कहा।”

ब्रिटेन :डॉक्टरो को महिला के ऑपरेशन के दौरान 28 साल पुराना कॉन्टेक्ट लेंस मिला
Posted Date : 19-Aug-2018 3:36:44 pm

ब्रिटेन :डॉक्टरो को महिला के ऑपरेशन के दौरान 28 साल पुराना कॉन्टेक्ट लेंस मिला

ब्रिटेन से एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि जब महिला डॉक्टर के पास अपनी बांई आंख के इलाज के लिए गई तो उसकी आंख में कॉन्टेक्ट लेंस पाया गया। जो कि 28 साल पुराना कॉन्टेक्ट लेंस था। मीडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक 42 वर्षीय महिला को इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उसके आंख में बीते 28 साल से कॉन्टेक्ट लेंस मौजूद था। डॉक्टरों ने जब उसका एमआरआई स्कैन किया तो उसकी आंख में गांठ पाई गई। इसके बाद डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन किया और उसी दौरान उन्हें आंख में कॉन्टेक्ट लेंस मिला।रिपोर्ट के मुताबिक जब महिला की उम्र 14 साल थी तभी से उसकी आंख में वो लेंस था। उसकी मां का कहना है कि 14 साल की उम्र में बैडमिंटन खेलते हुए उसकी आंख में शटर लग गई थी। उसे लगा कि उसकी आखों में जो लेंस लगा है वह गिर गया है और खो गया है। लेकिन वो लेंस निकलने की बजाय उसकी आंख के अंदर जा चुका था। डॉक्टर भी हैरान हैं कि 28 साल से उसकी आंखों में एक लेंस था लेकिन उसे कोई नुकसान नहीं हुआ।

इंडोनेशिया में आया भूकंप, तीव्रता 6.5
Posted Date : 19-Aug-2018 3:34:55 pm

इंडोनेशिया में आया भूकंप, तीव्रता 6.5

 इंडोनेशिया में आया भूकंप, तीव्रता 6.5 मापी गयी है।

पीएम इमरान के लिए पाकिस्तानियों की इन वादों को पूरा करने की चुनौती
Posted Date : 19-Aug-2018 3:32:51 pm

पीएम इमरान के लिए पाकिस्तानियों की इन वादों को पूरा करने की चुनौती

इस्लामाबाद :1 करोड़ नौकरियां पैदा करना, एक इस्लामिक कल्याणकारी देश बनाना और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तार-तार हो चुकी पाकिस्तान की छवि को सुधारना, नए प्रधानमंत्री इमरान खानके सामने अब देश से किए खुद के इन वादों को पूरा करने की चुनौती है। स्टार क्रिकेटर रहे और फायरब्रैंड राष्ट्रवादी खान ने बीते महीने हुए चुनावों में सबसे ज्यादा सीटें जीती। इस चुनाव को जीतने के लिए खान ने देश में भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने और लोगों को गरीबी से निकालने का वादा किया। लेकिन उन्हें कई चुनौतियां विरासत में मिली है, जिनमें से आर्थिक संकट और आतंकवाद के मुद्दे पर अहम सहयोगी रहे अमेरिका के साथ खराब रिश्ते सबसे बड़ी हैं। अफगानिस्तान और भारत जैसे पड़ोसी देशों के साथ भी तनावपूर्ण रिश्ते चुनौतियों में शुमार है।

संसद में विपक्षी खान को कठपुतली बताकर और उनकी जीत के पीछे सेना के साथ गठजोड़ को कारण बता उनके खिलाफ एक महागठबंधन बनाने की राह पर हैं। हालांकि, खान लगातार चुनावों में सेना की मदद मिलने के आरोपों का खंडन करते रहे हैं।

अपने विजयी भाषण में खान ने भारत के साथ तनाव खत्म करने की बात कही तो वहीं अमेरिका के साथ परस्पर फायदेमंद रिश्तों का समर्थन किया।

विशेषज्ञ कहते हैं कि प्रधानमंत्री के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा करने वाले खान पहले नेता बनेंगे या नहीं यह प्रभावशाली सैन्य अफसरों के साथ उनके रिश्तों पर निर्भर करता है। अगर उनकी विदेश नीति सैन्य अधिकारियों से अलग होगी, तो विशेषज्ञ कहते हैं कि खान का भी वही हाल होगा जो दूसरे प्रधानमंत्रियों का हुआ और वह भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे। पॉलिटिकल कमेंटेटर आमिर अहमद कहते हैं, ‘तब उनका भविष्य भी बाकी नेताओं के जैसा ही होगा।’

जनता की बड़ी उम्मीदें
संसद में बहुमत के लिए छोटी पार्टियों पर निर्भर, और सेनेट में विपक्ष का नियंत्रण, खान की गठबंधन सरकार के लिए बड़े और कड़े फैसले लेने की राह में रोड़ा बन सकते हैं।

फिर भी देश, खासतौर पर खान के युवा समर्थक अभी भी आशावान हैं कि खान भ्रष्टाचार मुक्त और समृद्ध नया पाकिस्तान बनाएंगे।

पाकिस्तान के टाइम्स अखबार के एडिटर रज़ा अहमद रूमी कहते हैं, ‘इमरान खान की सबसे बड़ी चुनौती अपने समर्थकों और वोटर्स की उम्मीदों को संभालना है क्योंकि उनके वादे चांद तोड़कर लाने जैसे हैं।’

इसी हफ्ते स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस्लामाबाद की सड़कों पर झंडा फहराते पाकिस्तानियों में से अधिकतर को भरोसा था कि खान वर्ल्ड क्लास अस्पता बनाने और शिक्षा व्यवस्था सुधारने के अपने वादे पूरे करेंगे, वह भी एक ऐसे देश में जहां निरक्षरता दर 40 प्रतिश से ज्यादा है।

खान की पार्टी के लिए चुनावों में स्वेच्छा से काम करने वाले शेख फरहाज कहते हैं, ‘मैंने अपनी बेटी को प्राइवेट स्कूल से निकालकर सरकारी में डाला है क्योंकि हमें भरोसा है कि पाकिस्तान बदलने वाला है।’

देश के लोग इसलिए भी उत्साहित हैं क्योंकि खान ने दशकों से सत्ता पर देश के दो परिवारों के दबदबे को खत्म करते हुए जीत हासिल की है। सड़क किनारे झंडे बेचने वाले शाह सुल्तान ने कहा, ‘हमें इमरान खान से बहुत उम्मीदें हैं। हम निम्न वर्ग के लोग हैं और मैंने खान को इसलिए वोट दिया था क्योंकि पिछले राजनेताओं ने हमारे देश के साथ क्या किया। उन्होंने हमारे देश के पास कुछ भी नहीं छोड़ा।’

बढ़ता आर्थिक संकट
लेकिन खान के कैंपेन में किए वादों को कितना पूरा किया जाएगा, यह देश की आर्थिक हालत से जांचा जा सकता है। सेंट्रल बैंक ने बीते दिसंबर से 4 बार रुपये का अवमूल्यन किया है लेकिन फिर भी मौजूदा घाटा मुद्रा को संकट की ओर ले जा रहा है, जबकि राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 6.8 प्रतिशत तक पहुंच गया है।

आर्थिक विकास लगभग 6 प्रतिशत पर चल रहा है, लेकिन इन घाटे की अस्थिरता को देखते हुए पाकिस्तान की वृद्धि में गिरावट की भविष्यवाणी करना आसान है।

खान सरकार को जल्द ही यह तय करना पड़ेगा कि चीन से और कर्ज लेना है या नहीं या फिर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष से बेलआउट पैकेज लेना है। अगर ऐसा होता है तो 1980 के बाद से यह पाकिस्तान का 15वां बेलआउट पैकेज होगा। दोनों ही कर्जदाता पाकिस्तान से कड़े वित्तीय अनुशासन के पालन की मांग कर सकते हैं, जिसका अर्थ है खर्चे में बड़ी कटौती।खान ने अपने सरकार के पहले 100 दिन का प्लान पेश कर दिया है लेकिन पीटीआई की तरफ से प्रस्तावित अधिकांश सुधारों को पूरा होने में लंबा वक्त लगेगा।

पाकिस्तान से लौटकर बोले सिद्धू – पूरी उम्र जो नहीं मिला वह 2 दिन में मिला है
Posted Date : 19-Aug-2018 3:29:55 pm

पाकिस्तान से लौटकर बोले सिद्धू – पूरी उम्र जो नहीं मिला वह 2 दिन में मिला है

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेकर भारत लौटे पंजाब के मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने वहां की खातिरदारी की जमकर प्रशंसा की. सिद्धू ने रविवार को कहा, ‘पाकिस्तान में बहुत प्यार और अपनापन मिला. ये एक पहल है जो सकारात्मक है.’ कांग्रेस नेता सिद्धू यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा, पूरी उम्र में जो नहीं मिला वह 2 दिन में मिला है. शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के राष्ट्रपति मसूद खान के बगल में बैठने के सवाल पर सिद्धू ने कहा, ‘मैं वहां मेहमान था, मुझे जहां बिठाया गया मैं वहां बैठ गया.’ यहां गौर करने वाली बात यह है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत अपना हिस्सा बताता है. वहां के किसी भी राष्ट्रपति के पद को भारत स्वीकार नहीं करता है.

इससे पहले शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को उम्मीद जतायी कि उनके मित्र इमरान खान का पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनना पाकिस्तान-भारत शांति प्रक्रिया के लिए बेहतर होगा. गहरे नीले रंग का सूट और एक गुलाबी पगड़ी पहने सिद्धू खान के शपथ ग्रहण समारोह में अन्य विशिष्ट अतिथियों के साथ मौजूद थे. खान ने आज इस्लामाबाद स्थित ऐवान-ए-सद्र (पाकिस्तान के राष्ट्रपति भवन) में पद और गोपनीयता की शपथ ली. खान 1992 के विश्व कप में पाक क्रिकेट टीम के कप्तान थे जब पाकिस्तान ने विश्व कप जीता था. खान ने अपनी टीम के कुछ पूर्व सहयोगियों और मित्रों को अपने शपथग्रहण में आमंत्रित किया था.