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अयोध्या में हर साल पहुंचेंगे 10 करोड़ भक्त, मक्का और वेटिकन का भी टूटेगा रिकॉर्ड
Posted Date : 23-Jan-2024 8:02:10 pm

अयोध्या में हर साल पहुंचेंगे 10 करोड़ भक्त, मक्का और वेटिकन का भी टूटेगा रिकॉर्ड

अयोध्या । अयोध्या में रामलला के विराजमान होने के साथ ही 500 सालों का इंतजार खत्म हो गया। भारत और दुनिया के तमाम देशों में रह रहे राम भक्तों के लिए यह भावुक करने वाला क्षण था। अब अयोध्या में भक्तों का सैलाब उमड़ सकता है। अनुमान है कि एक साल में राम मंदिर जाने वालों की संख्या 10 करोड़ तक हो सकती है, जो दुनिया के किसी भी धार्मिक स्थल से ज्यादा होगी। मक्का में सालाना 2 करोड़ लोग ही जाते हैं, जबकि वेटिकन पहुंचने वालों का आंकड़ा 90 लाख ही है। इस लिहाज से देखें तो राम मंदिर इन सभी से कहीं आगे होगा।
इसके अलावा भारत में ही काशी के विश्वनाथ धाम, अमृतसर के पवित्र स्वर्ण मंदिर, दक्षिण में आस्था के बड़े केंद्र तिरुपति मंदिर और वैष्णो देवी धाम से भी कहीं ज्यादा लोगों के राम मंदिर पहुंचने की उम्मीद है। काशी विश्वनाथ धाम में बीते दो सालों को मिलाकर देखें तो 13 करोड़ लोग पहुंचे थे, जो बहुत बड़ा आंकड़ा है। अब उससे भी कहीं आगे राम मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लग सकता है। यही नहीं इससे यूपी सरकार के राजस्व में भी बड़े उछाल की उम्मीद है। एसबीआई की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार राम मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के चलते यूपी सरकार को वित्त वर्ष 2024-25 में करीब 25 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिल सकता है।
आंकड़ों के मुताबिक आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में हर साल 2.5 करोड़ लोग जाते हैं। भगवान वेंकटेश्वर के इस पवित्र मंदिर की दुनिया भर में मान्यता है और बड़े पैमाने पर लोग दान भी करते हैं। वहीं वैष्णोदेवी में साल भर में करीब 90 लाख लोग जाते हैं। इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल मक्का जाने वाले लोगों की संख्या सालाना 2 करोड़ तक है। यहां की मस्जिद और काबा के लिए दुनिया भर से लोग पहुंचते हैं। गौरतलब है कि राम मंदिर का निर्माण 2022 में चल ही रहा था। तब भी अयोध्या में 2.21 करोड़ लोग पहुंचे थे। इससे समझा जा सकता है कि आने वाले दिनों में क्या आंकड़ा हो सकता है।
हर साल ही राम मंदिर में करीब 10 करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान है, जो पूरी इंडस्ट्री के लिए उत्साह बढ़ाने वाला है। अयोध्या में होटल इंडस्ट्री, इन्फ्रास्ट्रक्चर और एफएमसीजी कारोबार में भी तेजी से उछाल आने की उम्मीद है। बड़े पैमाने पर अयोध्या में काम चल भी रहा है। सडक़ों, होटलों, स्टेशन, बस अड्डा और एयरपोर्ट समेत तमाम व्यवस्थाएं की गई हैं और बहुत सी चीजें संवर भी रही हैं। ऐसे में अयोध्या आस्था के साथ ही बिजनेस का भी हब बन सकता है। इसके चलते अयोध्या के अलावा आसपास के जिलों जैसे सुल्तानपुर, बाराबंकी आदि को भी फायदा मिलेगा।

 

राम मंदिर आम लोगों के लिए खुलते ही दर्शनों को उमड़ा भक्तों का सैलाब, रात से ही लगने लगी थी लंबी लाइनें
Posted Date : 23-Jan-2024 8:01:54 pm

राम मंदिर आम लोगों के लिए खुलते ही दर्शनों को उमड़ा भक्तों का सैलाब, रात से ही लगने लगी थी लंबी लाइनें

अयोध्या । अयोध्या में रामलला विराजमान हो चुके हैं। वहीं मंगलवार को राम लला के दर्शन करने के इच्छुक भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। सुबह तीन बजे से ही मंदिर में भक्तों की कतार लग गई थी। इनमें से अधिकांश वे लोग हैं जो सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आए थे और मंदिर में पूजा करने के लिए रुक गए। मंदिर में कतार लगाने वालों में बड़ी संख्या में साधु-संत भी शामिल हैं। मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों ने कहा कि भीड़ अभूतपूर्व थी और उन्होंने जिला प्रशासन से उचित सुरक्षा सुनिश्चित करने और व्यवस्थाएं जारी रखने का आग्रह किया है। ट्रस्ट के एक सदस्य ने कहा, हमें उम्मीद है कि दिन के दौरान अधिक भीड़ होगी जब स्थानीय लोग दर्शन के लिए आना शुरू करेंगे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला के दर्शन पूजन के एक विधान बनाया है। इस विधान के मुताबिक पहले की ही तरह रामलला की पांच बार आरती होगी। इसकी शुरुआत सुबह चार बजे होने वाली श्रृंगार आरती के साथ होगी और शाम 7 बजे सांध्य आरती होगी। इसी प्रकार रात में 10 बजे शयन आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद हो जाएंगे। हालांकि भक्तों के लिए रामलला का दरबार सुबह 8 बजे खुला।
इसके बाद अपने आराध्य को निहारने के लिए भक्तों को अवसर मिला। ट्रस्ट की ओर से जारी दिशा निर्देश के मुताबिक आज दोपहर एक बजे से 3 बजे तक रामलला का दर्शन बंद रहेगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक दोपहर में करीब एक बजे रामलला की मध्यान्ह भोग आरती होगी। इसलिए कपाट बंद कर दिए जाएंगे। इस बीच रामलला के दर्शन पूजन के लिए मंदिर परिसर में सुबह तीन बजे से ही भक्तों का जुटान शुरू हो गया है।

 

राजस्थान की झांकी ने विकसित भारत में पधारो म्हारे देश का संदेश देकर मन मोहा
Posted Date : 23-Jan-2024 8:01:39 pm

राजस्थान की झांकी ने विकसित भारत में पधारो म्हारे देश का संदेश देकर मन मोहा

नई दिल्ली । नई दिल्ली के कर्त्तव्य पथ पर मंगलवार को गणतंत्र दिवस परेड-2024 की फूल ड्रेस रिहर्सल में राजस्थान की झांकी ने विकसित भारत में पधारो म्हारे देश का संदेश देकर दर्शकों को मन मोह लिया। झांकी के दोनों ओर राजस्थान की दस लोक नर्तकियां पारंपरिक घूमर नृत्य कर रही थी।
इस वर्ष 26 जनवरी को 75 वें गणतंत्र दिवस परेड-2024 में निकलने वाली झांकियों में राजस्थान की झांकी का अलग ही आकर्षण रहने वाला है। इस झांकी में विकसित भारत में
पधारो म्हारे देश की थीम रखी गई है।
झांकी के नोडल अधिकारी राजस्थान ललित कला अकादमी के सचिव डॉ रजनीश हर्ष ने बताया कि प्रदेश की कला एवं संस्कृति विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ के मार्ग दर्शन में तैयार की गई यह झांकी राजस्थान की विश्व प्रसिद्ध संस्कृति, स्थापत्य परंपरा और हस्तशिल्प का सुंदर मिश्रण है।
झांकी के अग्रभाग में राजस्थान के प्रदेश के सुप्रसिद्ध घूमर नृत्य का मनोहारी दृश्य है। इसमें घूमर करती दस फीट आकार की नर्तकी का मूर्ति शिल्प सभी को आकर्षित करने वाला हैं। चटक रंगो की रंग बिरंगी राजस्थानी वेश-भूषा में सुसज्जित यह नर्तकी अपने विशेष अंदाज में सभी को पधारों म्हारे देस का संदेश दे रही है। घूमर राजस्थान का पारंपरिक और जग प्रसिद्ध नृत्य है जो कि प्रदेश की महिलाओं द्वारा विभिन्न उत्सवों में किया जाता है।
डॉ हर्ष ने बताया कि झांकी के पिछले भाग में भगवान कृष्ण की अनन्य भक्त तथा भक्ति और शक्ति आस्था की प्रतीक मीरा बाई की सुंदर प्रतिमा प्रदर्शित की गई है। इसके अतिरिक्त राज्य के सुप्रसिद्ध हस्तशिल्प उद्योगों का महिलाओं द्वारा ही संचालन करना और उनके द्वारा निर्मित उत्पादों की सुंदर झलक प्रस्तुत की गई है। झांकी में राजस्थान की उद्यमी महिलाओं को पारंपरिक बंधेज, बगरू प्रिंट, एप्लिक वर्क का कार्य करते हुए भी दर्शाया गया है।
उन्होंने बताया कि झांकी के पिछले भाग में रेगिस्तान का जहाज कहें जाने वाले गोरबंद से सुसज्जित ऊँटो को दर्शाया गया है। संयुक्त राष्ट्र संघ (यूनाइटेड नेशंस) ने इस वर्ष -2024 को उष्ट्र (ऊंटो) वर्ष घोषित किया है। गोरबंद में सजे-धजे दो ऊंटो की यह झांकी प्रतिवर्ष पश्चिमी राजस्थान में होने वाले ऊंट उत्सव को प्रतिबिंबित कर रही है। इसके साथ ही झांकी में विशेष राजस्थानी ग्राम्य जन जीवन को भी दर्शाया गया है। इसके प्रतीक के रूप में राजस्थानी लिबास में सजे धजे एक पुरुष की मूर्ति दर्शाई गई है। साथ ही ऊंट पर राजस्थान की पारंपरिक वेशभूषा पहने राजस्थानी महिला सवारों को भी दर्शाया गया है। ऊंट के पीछे राजस्थान के स्थापत्य कला का प्रदर्शन है जिसमें सुसज्जित हाथी युक्त विशेष तोरण द्वार, कलात्मक छतरियों, मीनारो आदि को गुलाबी रंग पर सफेद रंग से सुंदर ढंग से अलंकृत किया गया है।
झांकी में राजस्थानी संगीत की मनभावन प्रस्तुति भी की गई हैं । साथ ही मन को आनंदित करने वाले घूमर और गोरबंद गीतों की विभिन्न लोक वाद्य यंत्रों द्वारा फ्यूजन धुनों का सुमिश्रण दिल को छू जाने वाला है।
डॉ हर्ष ने बताया कि राजस्थान की इस समृद्ध सांस्कृतिक झांकी में विकसित भारत की संकल्पना के साथ राजस्थान की उत्सवधर्मी संस्कृति में समाए महिला हस्तशिल्प उद्योगों के विकास का सुंदर ढंग से प्रदर्शन किया गया है। यह झांकी राजस्थान के समृद्ध इतिहास और संस्कृति की पृष्ठभूमि में प्रदेश में हुए नवीन स्थापत्य निर्माण की एक अति सुंदर झांकी है।
राजस्थान की यह झांकी परंपरा के साथ विकसित भारत की संकल्पना लिए हुए है। झांकी को मूर्त रूप देने में राजस्थान ललित कला अकादमी के प्रदर्शनी अधिकारी विनय शर्मा के साथ ही सांस्कृतिक दल के लीडर राजकुमार जैन, राजेंद्र राव, गिरधारी सिंह आदि का विशेष योगदान रहा। सुप्रसिद्ध डिजाइनर हरशिव शर्मा के सुपरविजन में ये झाँकी तैयार की गई है।

 

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ीं, ईडी ने 27-31 जनवरी के बीच पूछताछ के लिए बुलाया
Posted Date : 23-Jan-2024 7:59:52 pm

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ीं, ईडी ने 27-31 जनवरी के बीच पूछताछ के लिए बुलाया

रांची । झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय ने सीएम सोरेन को 27 से 31 जनवरी के बीच फिर से अपना बयान दर्ज कराने को कहा है। ईडी ने शनिवार को यानी 20 जनवरी को सीएम आवास पर ही सोरेन का बयान दर्ज की थी।
कड़ी सुरक्षा के बीच पहली बार की पूछताछ में ईडी करीब 7 घंटे तक सोरेन से सवाल करती रही और उनका बयान लेती रही। ईडी की ओर से यह पूछताछ ऐसे समय में की गई जब वो सोरेन को 7 समन जारी कर चुकी थी। 7 बार समन जारी होने के बाद सोरेन ने चि_ी लिखकर ईडी के अधिकारियों से उनके आवास पर आकर बयान दर्ज कराने के लिए कहा था। ईडी जिस समय सोरेन से पूछताछ कर ही थी उस समय सोरेन सरकार में शामिल सत्ताधारी सभी विधायकों और कैबिनेट मंत्रियों को रांची में रहने का निर्देश दिया गया था। सीएम आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी नजर आई थी।
ईडी की पूछताछ के बाद सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने रविवार को आरोप लगाया कि सीआरपीएफ के लगभग 500 जवानों ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास में उस समय बिना अनुमति के घुसने की कोशिश की। झामुमो ने कहा कि सीआरपीएफ की ओर से यह कोशिश तब की गई जब ईडी के अधिकारी सोरेन से पूछताछ कर रहे थे। पार्टी ने मामले की जांच की मांग भी की। ईडी की माने तो यह मामला राज्य में माफिया द्वारा भूमि स्वामित्व में अवैध परिवर्तन के एक बड़े गिरोह से जुड़ा हुआ है। इस मामले में अब तक 14 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2011 बैच के अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं जो राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थे।

 

उदयपुर में तस्करों ने वनकर्मियों पर की फायरिंग, वनकर्मियों के वाहन के टायर और शीशे पर लगी गोलियां
Posted Date : 23-Jan-2024 7:59:23 pm

उदयपुर में तस्करों ने वनकर्मियों पर की फायरिंग, वनकर्मियों के वाहन के टायर और शीशे पर लगी गोलियां

उदयपुर । जिले के भीण्डर थाना क्षेत्र तथा प्रतापगढ़ जिले के लसाडिय़ा फॉरेस्ट रेंज में डाइखेड़़ा गांव के पास देर रात वन विभाग के कर्मचारियों और तस्करों के बीच मुठभेड़ हो गई। वनकर्मियों ने तस्करों का पीछा किया तो तस्करों ने वनकर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी। घटना को लेकर भीण्डर थाने में वन विभाग ने तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
घटना के समय रैंजर सोनम मीणा तथा उनकी टीम तस्करों का पीछा कर रही थी कि तस्करों ने वन विभाग की टीम पर फायरिंग की। जिसमें वनकर्मी बाल-बाल बच गए लेकिन उनकी चलाई गोलियों से वनकर्मियों के वाहन का टायर फट गया तथा शीशा टूट गया। भीण्डर थाना पुलिस ने सोमवार सुबह घटनास्थल का निरीक्षण कर तस्करों की चलाई गोलियों के तीन खाली खोल बरामद किए हैं।
खैर की लकड़़ी की तस्करी की मिली थी सूचना
उप वन संरक्षक दारासिंह ने बताया कि मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी तस्कर खैर की लकड़ी का अवैध परिवहन कर ले जाने वाले हैं। इस पर रविवार देर रात रैंजर सोनम मीणा, वनरक्षक राजेंद्र डामोर, वेलदार मिठूलाल और वनसमिति के दो सदस्यों की टीम डाइखेडा के समीप मुख्य मार्ग पर नाकाबंदी के लिए भेजा गया। इसी दौरान एक पिकअप गाड़ी और उसे एस्कॉर्ट कर रही कार आते हुए दिखाई दी। वन विभाग की नाकाबंदी देखकर तस्करों ने अपने वाहन घुमा लिए।
सरकारी वाहन के स्टार्ट नहीं होने पर निजी वाहन के जरिए वन विभाग की टीम ने तस्करों के वाहनों का पीछा किया। पहले तो तस्करों ने अपने वाहनों की रफ्तार बढ़ा दी लेकिन वनकर्मियों का पीछा करते देख उन्होंने पहले हवाई फायर किया। वनकर्मियों ने तब भी पीछा जारी रखा तो तस्करों ने वन विभाग की टीम पर फायर किए। जिसमें एक गोली वनकर्मियों के वाहन के टायर लगा, जिससे वह फट गया। दूसरी गोली शीशे को चीरते हुए निकल गई। हालांकि दोनों बार वनकर्मी बाल-बाल बच गए। इसके बाद तस्कर फायर करते हुए निकल भागे। घटनास्थल उदयपुर जिले के भीण्डर थाना क्षेत्र का होने पर भीण्डर थाने में तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
हथियारों से लैस तस्कर का सामना कर रहे वनकर्मियों के पास डडे
इस घटनाक्रम से वन विभाग में संसाधनों की कमी को उजागर किया है। बताया गया कि वन विभाग की टीम जो नाकाबंदी में लगी थी, उनके पास हथियार के नाम पर महज डंडे थे। जबकि तस्कर हथियारों से लैस। वन विभाग ने फील्ड में रहने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को बंदूक तथा पिस्टल दिए जाने की मांग की है।

 

अयोध्या जाने वाली यूपी रोडवेज की बसों को रोका गया, राम भक्तों की भारी भीड़ के कारण लिया फैसला
Posted Date : 23-Jan-2024 7:59:08 pm

अयोध्या जाने वाली यूपी रोडवेज की बसों को रोका गया, राम भक्तों की भारी भीड़ के कारण लिया फैसला

नई दिल्ली । राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के बाद मंगलवार को पूजा-अर्चना के वास्ते उमड़ी भारी भीड़ के बाद अयोध्या की ओर जाने वाले सभी वाहनों और पैदल श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश बंद कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने एडवाइजरी जारी करके श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे 23 जनवरी को मंदिर में भारी भीड़ के मद्देनजर अयोध्या धाम न आएं। अयोध्या राम मंदिर में भारी भीड़ को देखते हुए अयोध्या जाने वाली यूपी रोडवेज की सभी बसें रोक दी गई हैं। परिवहन निगम के महाप्रबंधक ऑपरेशन मनोज पुंडीर ने बताया कि अयोध्या जाने वाली सभी मार्ग कि बसों का संचालन बंद किया गया है। भीड़ कम होने पर इसकी समीक्षा की जाएगी। करीब तीन लाख लोगों ने दर्शन कर लिएहैं और अभी भी इतने ही मंदिर के बाहर हैं।अयोध्या की ओर किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। बांस-बल्ली के साथ ट्राली बैरियर लगाकर पुलिस कर्मियों सहित दारोगा को तैनात कर दिया गया है। सीमाएं सील होने से लोगों के समक्ष परेशानी बढ़ गई है। यहां से सिर्फ पासधारकों, इमरजेंसी सेवा की एंबुलेंस, परीक्षार्थियों, किसानों को डीजल, पेट्रोल, आवश्यक वस्तुओं दूध, सब्जी, गैस सिलेंडर आदि पूर्ति के वाहनों को चेकिंग व पुष्टि के बाद ही आवागमन की सामान्य छूट दी जा रही है।
एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी वाहन मार्गों को डायवर्ट कर दिया गया है और पैदल आने वाले भक्तों को भी अयोध्या में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। पुलिस ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट में कहा, अयोध्या जाने की योजना बना रहे श्रद्धालुओं से विनम्रतापूर्वक अनुरोध किया जाता है कि वे भारी भीड़ के कारण 23 जनवरी को न जाएं।