वाराणसी : सुरक्षा के दृष्टिकोण से अति संवदेनशील वाराणसी के छावनी क्षेत्र स्थित जेएचवी मॉल में बुधवार को अंधाधुंध फायरिंग के पीछे हमलावर की प्रेमिका को एक शोरूम से नौकरी से निकाले जाने की वजह भी सामने आई है। चिन्हित हमलावर की गिरफ्तारी के लिए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रावासों के अलावा चंदौली जिले में पुलिस की टीमों ने छापेमारी शुरू कर दी है। वारदात की जांच-पड़ताल में लगी पुलिस और क्राइम ब्रांच को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक वारदात किसी और से दुश्मनी के चलते हुई, जबकि दो निर्दोष लोगों की जान चली गई। हमलावरों में एक काशी विद्यापीठ का छात्र आलोक उपाध्याय और दो उसके दोस्त बताए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक जिस हमलावर का नाम सामने आया है उसकी प्रेमिका मॉल में खुले कपड़ों और जूतों के शोरूम में काम करती थी। पिछले दिनों शोरूम संचालक ने उसे नौकरी से हटा दिया था। प्रेमिका को नौकरी से हटाने और कपड़ा खरीदने में मनमाफिक छूट न मिलना वारदात की वजह बताई जा रही है। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हमलावरों के पकड़े जाने के बाद ही वारदात की सही वजह पता चल सकेगी।
निर्दोषों की जान गई
फायरिंग में मारे गए गोपी और सुनील का हमलावरों से किसी तरह का कोई विवाद नहीं था। गोपी मॉल में काम करने वाला हेल्पर और सुनील एक शोरूम में टेलरिंग का काम करता रहा। पास के शोरूम में घुसे एक युवक ने वहां के मैनेजर प्रशांत मिश्रा के बारे में पूछताछ की। इस बीच एक ने पिस्टल निकाल ली तो शोरूम में मौजूद हर्षित सहित अन्य ने शोर मचाया। अगल-बगल के शोरूम में काम करने वाले बाहर निकले और पिस्टल निकालने वाले युवक को दबोच लिया। इसी समय युवक के साथी ने दो पिस्टल निकाल कर फायरिंग कर पूरी मैगजीन खाली कर दी और भाग निकले। इस दौरान 16 राउंड गोली चली।
परिजनों का बुरा हाल
फायरिंग में जान गंवाने वाला पांडेयपुर का गोपी तीन भाइयों में सबसे छोटा और अविवाहित था। वहीं, शिवपुर निवासी टेलर सुनील की शादी हो गई है और छोटे बच्चे हैं। बीएचयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचे गोपी और सुनील के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। परिजनों का कहना है कि आखिर गोपी और सुनील का क्या कसूर था। अब दोनों के परिवार का सहारा कौन बनेगा।
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में बुधवार को कचहरी में पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में वकीलों ने उनके जनसम्पर्क अधिकारी और एक दारोगा से मारपीट की. पुलिस के अनुसार, जिले के डीएम व एसपी ने कचहरी में स्थित सीतापुर क्लब पर छापा मारकर अवैध कब्जेदारों के खिलाफ कार्रवाई की. इस छापेमारी में शराब और बीयर की बोतलें बरामद हुई. बताया जा रहा है कि सीतापुर क्लब में जुए का अड्डा भी चलता था. साथ ही बिना बार लाइसेंस के लोग अवैध रूप से शराब पीते थे. प्रशासन ने क्लब की जमीन पर बने ढाबा को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया. इस कार्रवाई के दौरान मौके पर पहुंचे वकीलों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. जिसके बाद वकील आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे. हंगामा की सूचना के बाद जिला जज के चेंबर में एसपी प्रभाकर चौधरी वार्ता करने पहुंचे. जहां आक्रोशित वकीलों ने एसपी का मोबाइल छीन लिया और उनके साथ सुरक्षा में मौजूद दरोगा की जमकर पिटाई कर दी. यह पूरा मामला जिला जज के चेंबर में हुआ. इस दौरान एसपी और वकीलों के बीच जमकर गरमागरमी हुई. इसके बाद वकीलों ने लाल लाल बाग चौराहा को जाम कर जमकर बवाल काटा और डीएम व एसपी मुर्दाबाद के नारे लगाए. वहीं, प्रशासन ने अवैध कब्जेदारो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है.
पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने बताया कि पुलिस ने सिविल लाइन्स इलाके में अतिक्रमणरोधी अभियान के दौरान एक रेस्टोरेंट पर कार्रवाई करते हुए वहां शराब पी रहे दो वकीलों राम प्रकाश सिंह और ओम प्रकाश गुप्ता को गिरफ्तार किया था. उन्होंने बताया कि जब उनके साथी वकीलों को यह बात पता लगी तो उन्होंने कलेक्ट्रेट में हंगामा शुरू कर दिया. चौधरी ने बताया कि वकील हाथापाई पर उतारू हो गये और उन्होंने उनके जनसम्पर्क अधिकारी प्रदीप पाण्डेय और उपनिरीक्षक विनोद तिवारी के साथ मारपीट तथा गालीगलौज की. इस मामले पर सिटी मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश उपाध्याय का कहना है कि इस जमीन का पट्टा 30 साल के लिए था. समय सीमा समाप्त होने के बावजूद लोगों ने वहां अवैध कब्जा किया हुआ था. यह सरकारी संपत्ति है और सरकार अपना कब्जा ले रही है.
तुर्की (Turkey) के इस्तांबुल (Istanbul) में दुनिया का सबसे बड़ा हवाई बनाया गया है जिसका उद्धघाटन 29 अक्टूबर (तुर्की के गणतंत्र दिवस) पर राष्ट्रपति रेचप तैयप आर्दोआन ने किया। इस एयरपोर्ट की 9 करोड़ यात्रियों की क्षमता है। ये एयरपोर्ट 19 हजार एकड़ में फैला हुआ है और 250 एयरलाइंस 350 से ज्यादा जगह पर उड़ान भरेंगी। इस एयरपोर्ट को काफी हाइटेक तरीके से बनाया गया। इस एयरपोर्ट में ऑर्टिफीशियल इंटेलिजेंस की मदद से सुविधाएं दी जाएंगी।
54 हजार करोड़ की लागत से तैयार हुआ पहला फेज
88 हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट का पहला फेज 10 सालों में 54 हजार करोड़ की लागत से तैयार हो गया है। इस एयरपोर्ट के उद्घाटन पर राष्ट्रपति आर्दोआन के साथ 18 देशों के 50 से ज्यादा बड़े नेता पहुंचे थे. 8 करोड़ की आबादी वाले देश तुर्की को उम्मीद है कि इस एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद उसकी अर्थवस्था में 5 फीसदी का इजाफा होगा। इसके साथ ही तुर्की मध्य-पूर्व और पश्चिम एशिया में संयुक्त अरब अमीरात यानी UAE को टक्कर देते हुए खुद को एक सुपर पावर के तौर पर पेश करना चाहता है।
10 साल का लगा समय
इस एयरपोर्ट को बनने में 10 साल का समय लगा है। इस एयरपोर्ट के बनने के बीच काफी कॉन्ट्रोवर्सी भी हुईं। कंस्ट्रक्शन के दौरान 30 वर्कर्स की भी जान जा चुकी है। काफी दिक्कतों का सामना करने के बाद एयरपोर्ट तैयार हो चुका है। यह एयरपोर्ट एटीसी ट्यूलिप डिजाइन में तैयार किया गया है। इसका नाम न्यू इस्तांबुल एयरपोर्ट है।
इसके उद्धघाटन में 18 देश के 50 नेता गोल्फ कार्ट पर सवार होकर पहुंचे। तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने खुद गोल्फ कार्ट चलाई। इस एयरपोर्ट को बनाने में 35 हजार से ज्यादा कर्मचारियों और 3 हजार इंजीनियर्स का योगदान रहा है। इस एयरपोर्ट का भव्य उद्धघाटन 29 दिसंबर को किया जाएगा। 2028 तक यहां 20 करोड़ लोग यात्रा कर सकेंगे। फिलहाल दुनिया का व्यस्ततम एयरपोर्ट अटलांटा एयरपोर्ट में 10 करोड़ से ज्यादा लोग यात्रा करते हैं।
एयरपोर्ट की खास बातें
पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई 15 साल की फुटबॉलर नितिशा नेगी की समुद्र में डूबकर मौत हो गई थी. नितिशा नेगी के परिवार ने दिल्ली हाई कोर्ट की शरण में जाकर 35 करोड़ रुपए का मुआवजा मांगा है और जांच की मांग की है. न्यायमूर्ति विभु बाखरू ने केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार, भारतीय स्कूल खेल महासंघ और राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय से जवाब मांगा है जहां छात्रा पढ़ती थी.अदालत ने वकील विल्स मैथ्यूज द्वारा दायर याचिका पर अधिकारियों को नोटिस जारी किया है और इस मामले की अगली सुनवाई अगले साल आठ मई को रखी है. लड़की के माता-पिता, दादा-दादी और दो भाई-बहनों की ओर से दायर याचिका में अधिकारियों पर लापरवाही और चूक के आरोप लगाए गए हैं जो प्रतिभागियों को बीच पर ले गए जिसके कारण पिछले साल 10 दिसंबर को नाबालिग नितिशा की डूबने से मौत हो गई.परिवार ने अधिकारियों से 35 करोड़ रुपए या किसी अन्य उचित राशि के मुआवजे की मांग की है. साथ ही केंद्र और दिल्ली सरकार को अधिकारियों की ओर से किसी भी तरह की लापरवाही या चूक की जांच के लिए निर्देश देने की मांग की है.
जम्मू कश्मीर में बीएसएफ की पेट्रोलिंग पार्टी पर सोमवार को हुए आतंकी हमले में सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट से बड़ा खुलासा हुआ है. गृह मंत्रालय को दी गई रिपोर्ट में सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि सीआरपीएफ की वर्दी में आए आतंकवादियों ने पंथा चौक के समीप बीएसएफ की पेट्रोलिंग पार्टी पर हमला किया था. सूत्रों ने बताया कि आतंकी लगातार सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए अलग-अलग तरीके की रणनीति का इस्तेमाल करने में जुटे हुए हैं. दरअसल कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चल रहा है जिससे उनके हौसले पस्त हैं.
अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए आतंकी सुरक्षाबलों पर इस तरीके से हमला कर रहे हैं. हाल ही में अलग-अलग संगठनों से जुड़े हुए आतंकी सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों पर कई बार हमला कर चुके हैं. खुफिया एजेंसियों ने आतंकियों द्वारा प्रयोग की जा रही स्नाइपर बंदूक को लेकर भी बड़े स्तर पर अलर्ट रहने के लिए कहा है. सूत्रों के मुताबिक आतंकियों के पास स्नाइपर गन आ चुकी है जिसका इस्तेमाल बड़े स्तर पर कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक़ नाइट विजन डिवाइस वाली आधुनिक एम-4 स्नाइपर गन से लैस जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकियों की मौजूदगी सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का कारण बनी हुई है.
कश्मीर में सितंबर से सक्रिय हुए आतंकी स्नाइपर से अब तक कई जवानों को शहीद कर चुके हैं, जबकि कई घायल हैं. ऐसे में सुरक्षाबल इस समय इन आतंकी स्नाइपरों की चुनौती से निपटने के लिए रणनीति बना रहे हैं. ये स्नाइपर स्थानीय लोगों की मदद से पुलवामा और आसपास के जिलों में सक्रिय हैं. खुफिया एजेंसियों के अनुसार, कश्मीर में घुसे चार स्नाइपर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ी दो तंजीमों से हो सकते हैं. उन्हें पाक ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई ने लक्ष्य दिया है कि वे सुरक्षाबलों पर हमले कर आतंकियों का मनोबल बढ़ाएं.
बता दें कि कश्मीर में स्नाइपर अटैक की पहली घटना 18 सितंबर को पुलवामा में हुई थी. इसमें एक सीआरपीएफ जवान गंभीर रूप से घायल हुआ था. इसके बाद त्राल में सशस्त्र सीमा बल का एक जवान शहीद हो गया था. स्नाइपर गन से आतंकियों ने एक सैनिक व नौगाम के सीआईएसएफ के जवान को भी शहीद कर दिया था. छह सौ मीटर की दूरी से सटीक निशाना लगाने में सक्षम आतंकियों के पास मौजूद एम-4 स्नाइपर गन 500 से 600 मीटर की दूरी से सटीक निशाना लगाने में सक्षम है. इस हथियार का इस्तेमाल अमेरिका ने अफगानिस्तान में आतंकियों के खिलाफ़ किया था. पाकिस्तान में इस हथियार का इस्तेमाल उनकी स्पेशल फोर्स भारतीय जवानों को निशाना बनाने के लिए करती है. सूत्रों के मुताबिक यह भी कहा जा रहा है कि ये हथियार तालिबान से मंगाए गए हैं.
शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर के तिलहर कस्बे में मंगलवार को गैस रिसाव से मिठाई की दुकान में भीषण आग लग गई। इस हादसे में 5 लोग गंभीर रुप से झुलस गए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि तिलहर क्षेत्र के मोहल्ले घेरचोवा निवासी भाई लाल की मिठाई की दुकान में अचानक गैस रिसाव से आग लग गई। हादसे से वहां काम कर रहे 4 कारीगरों समेत 5 लोग झुलस गए। झुलसे सभी लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।मामले की जांच की जा रही है जो तथ्य सामने आते है उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।